रीवा में गौ-पालकों को डेयरी उद्योग से जोड़ा जायेगा
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शुक्ल ने पुरस्कृत किया गौ-पालकों को 

उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि संगठित और योजना बनाकर रीवा के गौ-पालकों को डेयरी उद्योग से जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि नई तकनीक को अपनाकर पशुपालक दूध के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं। श्री शुक्ल ने पशुपालकों के प्रशिक्षण पर भी जोर दिया। उद्योग मंत्री  शुक्ल आज रीवा में जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार योजना में गौ-पालकों को पुरस्कृत कर रहे थे।

उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि रीवा अंचल में नई नस्ल की दुधारू गाय लाये जाने की आवश्यकता है। इसके लिये गौ-पालकों को राज्य सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दिलवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों रीवा में आयी बाढ़ के समय जिन व्यक्तियों ने गायों को बचाया था, उन्हें गणतंत्र दिवस पर पुरस्कृत किया जायेगा। उद्योग मंत्री ने गौ-पालन और गौ-सेवा को पुनीत कार्य बताते हुए अपेक्षा की कि हर गाँव में गौ-शालाएँ खुलें जिससे बेसहारा गायों को आश्रय मिल सके। उन्होंने लक्ष्मणबाग गौशाला संचालक समिति को बधाई भी दी।

जिला गौ-संबंर्धन बोर्ड एवं लक्ष्मणबाग गौशाला के संचालक राजेश पाण्डेय ने कहा कि रीवा जिले के गौ-पालक किसी भी अन्य जिले से बेहतर हैं। गोपाल पुरस्कार योजना में जवा जनपद के चपरिहन पुरवा के गौ-पालक विनोद कुमार मिश्रा को प्रथम पुरस्कार के तौर पर 50 हजार, रायपुर पहड़िया के प्रभाकर सिंह को द्वितीय पुरस्कार के रूप में 25 हजार तथा त्यौंथर के कैमा निवासी संदीप यादव को तृतीय पुरस्कार के रूप में 15 हजार रूपये प्रदान किये गये।