विपक्ष के सभी विधायक निलंबित,विधानसभा में हंगामा
विपक्ष के सभी विधायक निलंबित,विधानसभा में हंगामा

 

 

छत्तीसगढ़ में विधानसभा सत्र के तीसरे दिन विपक्ष के हंगामे के बाद सदन स्थगित कर दिया गया । विपक्ष ने गृहमंत्री रामसेवक पैकरा को दंतेवाड़ा के बारसूर में 2 छात्रों की मौत पर ध्यानाकर्षित किया। गृहमंत्री द्वारा दिए जवान से असंतुष्ट विपक्षी सांसदों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और आंसदी तक पहुंच गए। इस दौरान गर्भगृह में नारेबाजी करने पर विपक्ष के सारे विधायकों को निलंबित भी कर दिया गया।

बुधवार को हुए लाठीचार्ज पर स्थगन प्रस्ताव पर अमित जोगी ने शून्यकाल में चर्चा की मांग की। स्पीकर ने उनकी मांग को अस्वीकार कर दिया। जिसके बाद अमित जोगी, आरके राय और सियाराम कौशिक ने नारेबाजी की, इसके बाद इन तीनों को सदन से निलंबित कर दिया गया। कुछ देर बार उनका निलंबन रद्द कर दिया गया।

शून्यकाल में भूपेश बघेल ने पुलिस द्वारा बोनस की मांग के दौरान मारपीट का मामला उठाया। बघेल ने इस पर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की। विधायक देवजी भाई पटेल ने ध्यानाकर्षण में नंदनवन के वीरान होने पर सवाल उठाया।

विधायक सरोजनी बंजारे ने नहर मरम्मत के लिए कितनी राशि स्वीकृत हुई इसकी जानकारी मांगी। जिस पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि इसके लिए करीब एक करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत हुई है। विधायक मनोज मंडावी ने निजी- शासकीय गौशाला की जानकारी मांगी, जिसका जवाब देते हुए मंत्री अग्रवाल ने बताया कि दुर्गकोंदल में एक शासकीय गौशाल है।विधायक श्रवण मरकान ने प्रश्नकाल में सिहावा में स्कूलों के जर्जर भवन का मामला उठाया। मंत्री केदार कश्यप ने इसका जवाब में बताया कि 57 स्कूल जर्जर हैं, जिनका जीर्णोद्धार किया जाएगा।