दबंग दुनिया के किशोर वाधवानी का काला सच तलाशने जुटी जांच एजेंसियां
dabang duniya

 90 लाख रुपए जब्ती में MP-CG के कई शहरों में कार्रवाई की तैयारी

छत्तीसगढ़ में जब्त किए गए इंदौर के गुटखा व्यापारी और दबंग दुनिया अखबार के मालिक किशोर वाधवानी के 90 लाख रुपए को लेकर तमाम जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। इसके नक्सली लिंक होने के संदेह में जहां आईबी और पुलिस चौकस है, वहीं कालेधन और मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका ने आयकर विभाग के कान खड़े कर दिए हैं। इसके अलावा वाधवानी के हवाला लिंक से प्रवर्तन निदेशालय भी सजग हो गया है। दिल्ली से लेकर मप्र-छग में सभी एजेंसियों की सक्रियता बढ़ गई है। किशोर वाधवानी से जुड़े मीडिया जगत और व्यापार जगत के लोग पुलिस और आर्थिक अपराध पर नजर रखने वाली एजेंसियों के निशाने पर हैं।

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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 90 लाख रुपए के मामले को लेकर दबंग दुनिया अखबार के मालिक किशोर वाधवानी के सच को खंगालने में पुलिस, आयकर विभाग सहित अन्य विभाग, जांच एजेंसिया जुट गई है। इसमें आयकर विभाग जितनी महत्वपूर्ण भूमिका छत्तीसगढ़ की स्टेट इंटेलीजेंस ब्रांच (एसआईबी) की भी मानी जा रही है। इतनी बड़ी मात्रा में नोटों के बैंक तक आने की पूरी जानकारी एसआईबी को थी, जिसमें उन्हें पता चला था कि मोटी राशि बैंक में जमा होने के लिए रायपुर आ रही है। इस जानकारी पर एसआईबी के जवान सादा कपड़ों में रायपुर के बैंक आॅफ इंडिया की देवेंद्र नगर ब्रांच में खड़े हो गए । इसके कुछ देर बाद दबंग दुनिया अखबार रायपुर के संपादक कपिल भटनागर और अकाउंटेंट मोहम्मद शरीफ 90 लाख 56 हजार रुपए जमा करवाने पहुंचे थे। यह राशि जमा करते ही एसआईबी ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।

हवाला का तो नहीं पैसा?

छत्तीसगढ़ में बरामद 90 लाख रुपए के हवाला कारोबार लिंक के भी संदेह जताए जा रहे हैं। हवाला की आशंका के चलते छत्तीसगढ़ एसआईबी (स्टेट इंटेलीजेंस ब्यूरो)  और मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय  को जानकारी देने की तैयारी कर रहे हैं। माना जा रहा है कि जानकारी मिलने के बाद ईडी इस मामले से जुड़े लोगों पर शिकंजा कस सकती है। ईडी और आयकर की रडार पर ऐसे कई लोग हैं, जिसके साथ किशोर वाधवानी के कारोबारी लिंक हैं। इनमें मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के साथ महाराष्टÑ के कई लोग भी शामिल हैं।

CBI की गिरफ्त में जा चुका है किशोर वाधवानी

गुटखे के कारोबार में करोड़ों रुपए की कर चोरी का इल्जाम झेल रहे किशोर वाधवानी को सीबीआई गिरफ्तार कर चुकी है। सेंट्रल एक्साइज विभाग द्वारा  करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी का इसे नोटिस भी थमाया गया है, लेकिन कालेधन में लिप्त भ्रष्ट अफसरों की सांठगांठ से इसने टैक्स चोरी के मामले को लंबित करवा के रखा है। अब यह परतें भी खुलेंगी। आरोप लगाए जा रहे हैं कि सीबीआई, सेंट्रल एक्साइज और अपने टैक्स चोरी की कारगुजारियों पर पर्दा डालने के लिए ही किशोर वाधवानी ने अखबार का संचालन शुरू किया है। सरकारी अफसरों पर अड़ी डालकर अपना उल्लू सीधा करने के उद्देश्य से डाले गए इस समाचार पत्र को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं।

MP-CG में बैंक खातों पर आयकर की नजर

इधर इतनी बड़ी रकम एक साथ मिलने से आयकर विभाग के भी कान खड़े हो गए हैं। आयकर विभाग ने किशोर वाधवानी के मध्य प्रदेश के इंदौर से लेकर रायपुर तक के खातों पर नजर रखना शुरू हो कर दी है। जिग्नेश कुमार, जेडी एनकम टैक्स, रायपुर  ने बताया कि हमें एसआईबी रायपुर द्वारा 90 लाख रुपए मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है। इन रुपयों के साथ कपिल भटनागर और मोहम्मद सलीम को भी पकड़ा गया है। हम इन लोगों से पूछताछ कर रहे हैं और पता लगा रहे हैं कि यह धन कहां से आया है। यदि यह पैसा अवैध पाया गया तो उस पर नियमानुसार जुर्माना लगाया जाएगा।

नक्सली लिंक को लेकर जांच जारी: पी सुंदरराजन SSP

छत्तीगढ़  एसआईबी के एसएसपी पी. सुंदरराजन ने कहा है कि हमें 90 लाख रुपए मिले थे। यह राशि फिलहाल आयकर विभाग को दे दी है। नक्सली कनेक्शन को लेकर हमारी जांच अभी जारी है। अभी जांच बहुत ही प्रारंभिक स्थिति में है।

 MP पुलिस लेगी जानकारी

एमपी-छग की आयकर विंग इस संबंध में किशोर से पूछताछ कर सकती है। वहीं मध्य प्रदेश में नक्सल विरोधी अभियान शाखा भी इस मामले में किशोर से पूछताछ कर सकती है। मध्य प्रदेश में बालाघाट नक्सलियों का बड़ा गढ़ है। मध्य प्रदेश की नक्सल विरोधी अभियान इस संबंध में छत्तीसगढ़ एसआईबी से संपर्क करेगा। एडीजी नक्सल विरोधी अभियान सीवी मुनिराजू ने कहा कि वे इस संबंध में जानकारी लेंगे।  गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के 8 जिले नक्सल प्रभावित हैं। पुलिस को आशंका है कि यहां भी नक्सलियों को संदिग्ध लोग फंडिंग कर रहे हैं।[प्रदेश टुडे से ]