किसान परेशान ,डेढ़ रुपए किलो टमाटर
tomato
 
जशपुर जिले में टामाटर के बम्पर उत्पादन के बाद जहां किसानों के चेहरे खिल उठे थे, वहीं गुरुवार को किसानों के चेहरे तब उतर गए जब वे पत्थलगांव और फरसाबहार विकासखंड के मंडियों में डेढ़ रुपए किलो टमाटर बेचने के लिए मजबूर हो गए। 50 रुपए टोकरी से बाजार की शुरूआत हुई, जो दोपहर में 25 रुपए टोकरी हो गई। टमाटर बाजार में कीमतों में हो रही इस गिरावट से किसान मायूस हो गए हैं।
किसानों को उम्मीद थी कि गुरुवार को बाजार में किसी भी स्थिति में वे 3 से 5 रुपए किलो टमाटर बेच सकेंगे, लेकिन किसानों की सारी उम्मीद तब टूट गई, जब बाजार में कुछ मिनटों में ही भाव गिर गए। बाजार की शुरूआत लगभग 5 रुपए किलो से हुई और दोपहर 12 बजे के बाद देखते ही देखते डेढ़ रुपए किलो टमाटर बिकने लगे। पल भर में कीमतों में इस कदर गिरावट देख किसानों के होश उड़ गए, लेकिन किसानों के पास कोई और उपाए भी नहीं था।
कीमत कम होने के बाद भी कई किसानों के टमाटर नहीं बिके और किसानों को निराश लौटना पड़ा। थोक बाजार में किसान 25 रुपए टोकरी टमाटर बिचौलियों एंव बाहर से आए व्यापारियों को बेच रहे हैं। किसान आमदनी से कोसो दूर हैं, वहीं बिचौलियों को प्रति किलो 5 से 10 रुपए का लाभ हो रहा है। शहरी क्षेत्र में गुरुवार सुबह खुदरा बाजार में टमाटर की कीमत सुबह 10 रुपए किलो रही, लेकिन दोपहर बाद शहरी क्षेत्रों में भी टमाटर के भाव गिरने लगे। जशपुर के टमाटर से प्रदेश सहित झारखंड, ओड़ीशा, पश्चिम बंगाल की मंडिया गुलजार होती रही हैंं, लेकिन कई राज्यों को गुलजार करने वाले यहां के किसान निराश हैं।
किसानों की हालत को इसी बात से समझा जा सकता है कि यहां के किसान बिचौलियों के द्वारा नियत मूल्य पर टमाटर बेच रहे हैं। जिले के लोवर घाट क्षेत्र में किसानों को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जहां सबसे अधिक उत्पादन हुआ है। लोवर घाट लोरो घाटी के नीचे के हिस्से को कहा जाता है, जो जशपुर से रायगढ़ रोड पर स्थित है। विशेषकर पत्थलगांव विकासखंड टमाटर बाजार के क्षेत्र में सबसे बड़ी मंडी है। क्षेत्र के हाट, बाजारों में जहां किसान अपनी उपज बेचने आते हैं, वहीं सड़क के दोनों ओर किसानों को अपनी उपज बेचते हुए देखा जा सकता है।