मणप्पुरम गोल्ड के दफ्तर में तीन करोड़ की डकैती
मणप्पुरम गोल्ड  डकैती

अंबिकापुर में  मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी के दफ्तर में दिनदहाड़े पांच हथियारबंद बदमाशों ने बुधवार को कर्मचारी व ग्राहकों को बंधक बनाकर करीब तीन करोड़ स्र्पए से अधिक की डकैती की। इसमें 12.8 किलो सोना और लगभग एक लाख 30 हजार स्र्पए नगद शामिल है।

जाते-जाते डकैतों ने कर्मचारियों को दफ्तर के सेफ रूम में बंद कर मुख्य प्रवेश द्वार में बाहर से ताला भी लगा दिया। पुलिस ने ताला तोड़कर कर्मचारियों व ग्राहकों को मुक्त कराया। डकैतों का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। आसपास की दुकानों की सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही पूरे शहर की नाकेबंदी कर पतासाजी शुरू कर दी गई है।

डकैती की सूचना पर मौके पर पहुंचे एसपी आरएस नायक, एडिशनल एसपी रामकृष्ण साहू, सीएसपी आरएन यादव को पूछताछ में पता चला कि बुधवार शाम लगभग चार बजे ग्राहक बनकर दो डकैत बैंक में आए थे। असिस्टेंट ब्रांच हेड से जानकारी लेकर दोनों बाहर चले गए। थोड़ी देर बाद उन्हीं में से एक डकैत पुन: ग्राहक बनकर आफिस के प्रवेश द्वार से पहुंचा।

सोने का कारोबार होने के कारण दफ्तर का गेट अंदर से बंद रहता है। पूछताछ के बाद ही ग्राहकों को अंदर जाने दिया जाता है। ग्राहक देख जैसे ही कर्मचारी ने ताला खोला, वैसे ही चार और डकैत महिला कर्मचारी को धक्का देते हुए भीतर प्रवेश कर गए। उस दौरान चार ग्राहक भी मौजूद थे। डकैतों ने हथियारों के दम पर ग्राहकों और कर्मचारियों को बंध्ाक बना लिया।

असिस्टेंट ब्रांच हेड के गले में हथियार के कुंदे से वार भी किया तथा मारपीट की। ग्राहकों को शुरू में दफ्तर के काउंटर के सामने नीचे बैठाया गया, फिर असिस्टेंट ब्रांच हेड को बलपूर्वक हथियारों के दम पर सेफ रूम में ले जाया गया,जहां तिजोरी में सोना और नगदी रखी थी। डकैतों ने अपने साथ लाए गए एयर बैग में करीब 12.8 किलो सोना और लगभग एक लाख 30 हजार स्र्पए नगद भर लिया।

ग्राहकों और कर्मचारियों का मोबाइल छीनकर उनके सिम निकाल लिए। हथियारों के दम पर तीन डकैतों ने कर्मचारी और ग्राहकों को सेफ रूम में बंद करने का काम शुरू किया तथा दो डकैत सोना, नगदी लेकर पहले भाग गए। शेष तीन डकैत जाते-जाते सेफ रूम के दरवाजे को बाहर से बंद करने के अलावा मुख्य प्रवेश द्वार में भी बाहर से ताला लगा दिया था।

असिस्टेंट ब्रांच हेड के पैंट की जेब में एक मोबाइल बचा था, जिसका सिम नहीं निकाला गया था । इसी मोबाइल से उन्होंने पुलिस को इस घटना की सूचना दी । शहर से बाहर निकलने वाले सारे रास्तों में घेराबंदी कर डकैतों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा