नर्मदा किनारे होशंगाबाद में बना मानव श्रंखला का विश्व रिकार्ड
मानव श्रंखला का विश्व रिकार्ड

25 हजार लोगों ने बनाई 125 किलोमीटर की श्रंखला 

नर्मदा नदी को प्रदूषण से मुक्त करने और पर्यावरण के संरक्षण के लिये चल रहे देश के सबसे बड़े अभियान \'नमामि देवी नर्मदे\'-सेवा यात्रा की कड़ी में आज होशंगाबाद जिले में नागरिकों के समर्थन से मानव श्रंखला का विश्व रिकार्ड बनाया गया। कुल 125 किलोमीटर तक नर्मदा नदी के घाट और 78 स्थान पर 25 हजार से अधिक लोगों ने श्रंखला बनाकर यात्रा का समर्थन किया। अमरकंटक से 11 दिसंबर से शुरू हुई यात्रा 10 जनवरी को होशंगाबाद जिले में ग्राम उमरधा से प्रवेश करेगी।

यात्रा के पूर्व तैयारियों और जन-समर्थन के लिये आज होशंगाबाद में 78 स्थान पर मानव श्रंखला बनाई गई। यह श्रंखला सेठानी घाट सहित नर्मदा नदी के विभिन्न घाटों पर भी बनाई गई। श्रंखला में समाजसेवियों, व्यापारियों, स्कूली बच्चों, स्वयंसेवी संगठनों और जन-प्रतिनिधियों ने उत्साह से सहभागिता की। यह श्रंखला नदी संरक्षण के लिये बनाई गई अब तक की सबसे बड़ी मानव श्रंखला है, जिसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में विश्व कीर्तिमान के रूप में शामिल किया गया है।

श्रंखला में शामिल लोगों ने नर्मदा नदी को प्रदूषण से मुक्त करने, तटों पर पौध-रोपण करने के प्रति लोगों में जागरूकता लाने का संकल्प लिया। इस मौके पर सभी ने इस संबंध में हस्ताक्षर कर अपना संकल्प दोहराया। सेठानी घाट पर सांसद श्री उदय प्रताप सिंह, विधायक श्री विजयपाल सिंह, नगरपालिका अध्यक्ष श्री अखिलेश खण्डेलवाल, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया की उपस्थिति में मानव श्रंखला बनाई गई। विवेकानंद घाट पर मध्यप्रदेश खनिज विकास निगम के अध्यक्ष और नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा के उपाध्यक्ष श्री शिव चौबे की उपस्थिति में मानव श्रंखला बनाई गई।