माँ नर्मदा का अब कर्ज चुकाना है- हमें पवित्र बनाना है
माँ नर्मदा

 

बड़वानी के ग्राम अंजण तलोड़ा के श्री राधेश्याम कुमावत \'नमामि देवी नर्मदे\'- सेवा यात्रा में गौरी कुण्ड जबलपुर से शामिल हुए हैं। इनकी वेशभूषा देखकर कोई भी व्यक्ति इनसे बगैर बात किये नहीं रहता।

श्री कुमावत पुण्य सलिला नर्मदा के महत्व को प्रतिपादित करते विभिन्न नारों से लिखा पोस्टर पीठ में लटका रखा है। उनके सिर पर लहरा रहा है \'नमामि देवि नर्मदे\'- सेवा यात्रा का ध्वज। उनका कहना है कि यात्रा में सभी धर्म, समाज और वर्ग के लोग साथ चल रहे हैं और साथ भोजन कर रहे हैं। कहीं छुआछूत जैसी समाजिक बुराई नहीं दिखती। यह भी यात्रा की एक बड़ी देन है। उनका मानना है कि इस यात्रा से \'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ\' अभियान को जोड़कर और अधिक सार्थक कर दिया गया है।

\'नर्मदा सेवा यात्रा\' में \'माँ नर्मदा का अब कर्ज़ चुकाना है- हमें पवित्र बनाना है\'\' युगों-युगों से देखा है-\'माँ नर्मदा जीवन रेखा है\', \'हर-हर नर्मदे - घर-घर नर्मदे\' और \'नर्मदे हर- जिंदगी भर\' जैसे नारों को लगाते हुए जब लोग आगे बढ़ते हैं तो ऐसा लगता है जैसे माँ नर्मदा का प्रवाह साथ चल रहा है। हर यात्री माँ नर्मदा की भक्ति में मगन है।

सेवा यात्रा बुधवार को खंडवा जिले के बखर गांव से रवाना होकर करोली नेतन गांव सुलगांव से होकर बुंजली पहुँचेगी । करोली और नेतन गांव में यात्रा का भव्य स्वागत किया गया।