नर्मदा का संरक्षण अभियान देश के लिये मार्गदर्शक बना:अनूप जलोटा
 भजन गायक  अनूप जलोटा

प्रसिद्ध भजन गायक  अनूप जलोटा ने कहा है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने माँ नर्मदा को श्रंगारित करने का जो बीड़ा उठाया है, वह पूरे देश के लिये मार्गदर्शन के रूप में स्थापित हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रदेश में नदियों को संरक्षित और संवर्धित करने के लिये ऐसी यात्राएँ की जानी चाहिये। इससे आम जनमानस के साथ बच्चे और युवा नदियों के महत्व को समझेंगे। श्री जलोटा आज इंदौर में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। वे \'नमामि देवि नर्मदे\'\'-सेवा यात्रा में शामिल होने आये हैं।

श्री जलोटा ने कहा कि नदियों को माँ के समान माना जाता है, फिर भी देश की नदियों की हालत चिन्ताजनक है। नर्मदा नदी के संरक्षण के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा किये जा रहे प्रयासों को पूरे देश में क्रियान्वित किया जाना चाहिये। हम सबके लिये यह प्रश्न है कि भौतिकवादिता के बाद भी टेम्स नदी (लंदन) स्वच्छ है और हम अपनी धार्मिक मान्यताओं और पौराणिक कथाओं के बाद भी नदियों की संरक्षित नहीं रख पाये हैं।

श्री जलोटा ने कहा कि माँ नर्मदा मध्यप्रदेश की जीवन-रेखा है। मध्यप्रेदश के 16 जिलों से यह नदी निकलती है। सीधे तौर पर प्रदेश की 30 प्रतिशत से अधिक आबादी इसके आस-पास निवास करती है, नर्मदा जल पीती है एवं कृषि कार्य में उपयोग करती है। माँ नर्मदा का पर्यावरण संरक्षण, जीव-जन्तु के पालन-पोषण और विद्युत उत्पादन में भी महत्वपूर्ण योगदान है। नर्मदा जल के उपयोग से मध्यप्रदेश ने कृषि उत्पादन में भी अभूतपूर्व योगदान दिया है। लगातार 4 वर्षों से मध्यप्रदेश को कृषि कर्मण अवार्ड मिलना माँ नर्मदा के आशीर्वाद से ही संभव हुआ है।

श्री अनूप जलोटा ने कहा कि गंगा में स्नान करने से पाप मुक्ति होती है पर माँ नर्मदा के दर्शन और स्मरण मात्र से ही कई जन्मों के पापों से मुक्ति मिल जाती है। माँ नर्मदा के जल में औषधीय गुण है। नर्मदा जल पीने से ही कई बीमारी दूर हो जाती है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान किसान पुत्र है। उनकी प्रगतिशील सोच से आज पूरे भारत के पर्यावरण प्रेमी और विशिष्ट व्यक्ति \'नमामि देवी नर्मदे\'\'-यात्रा से जुड़ने आगे आ रहे हैं।

श्री अनूप जलोटा ने कहा कि वे स्वच्छ गंगा मुहिम से भी जुड़े हुए हैं। श्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पूरे देश में नदी संरक्षण अभियान बहुत तेजी से आगे बढ़ा है।

श्री जलोटा ने कहा कि नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना के बनने से इस बार सिंहस्थ निर्विवाद सम्पन्न हुआ। कहीं भी पानी की कमी नहीं आई। मुख्यमंत्री की भागीदारी, प्रयास और भविष्य की सोच से निश्चय ही माँ नर्मदा श्रंगारित होगी और प्रदेश को सम्पन्न बनायेंगी।