90 बिस्तर से शुरू होकर जेपी अस्पताल में आज 550 बिस्तर
जयप्रकाश चिकित्सालय

राजधानी के जयप्रकाश चिकित्सालय में 100 बिस्तर के नवीन मेटरनिटी वार्ड के इजाफे से मातृ-मृत्यु दर कम करने के प्रयासों में निश्चित ही सफलता मिलेगी। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रुस्तम सिंह ने यह बात आज जे.पी. हॉस्पिटल में जनसंपर्क एवं जल-संसाधन मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के साथ नवीन मेटरनिटी वार्ड का शुभारंभ करते हुए कही। श्री सिंह ने कहा कि सघन प्रयासों से प्रदेश में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी आयी है, जिसे राष्ट्रीय औसत से नीचे ले जाना है।

श्री सिंह ने कहा कि वर्ष 1962 में 90 बिस्तर से शुरू हुआ यह हॉस्पिटल आज 550 बिस्तर का हो गया है। श्री सिंह ने कहा कि जे.पी. हॉस्पिटल प्रदेश के आदर्श शासकीय हॉस्पिटलों में से एक है, जहाँ प्रतिवर्ष ओपीडी में कम से कम 7 लाख मरीज आते हैं। उन्होंने कहा नवीन मेटरनिटी वार्ड के सफल संचालन में शासन हरसंभव मदद करेगा। मंत्रीद्वय ने नव-निर्मित वार्ड का निरीक्षण भी किया।

मध्यप्रदेश के नवाचारों को केन्द्र ने अपनाया

कार्यक्रम में मौजूद केन्द्रीय लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के सचिव श्री सी.के. मिश्रा ने मध्यप्रदेश के नवाचारों की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश के कई प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनाया गया है। श्री मिश्रा ने कहा कि जे.पी. हॉस्पिटल ने कई अनूठे कार्य किये हैं। यहाँ प्रत्येक वर्ष गुणात्मक सुधार हुआ है। मातृ-शिशु मृत्यु दर कम करने में केन्द्र हरसंभव मदद करेगा।

प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती गौरी सिंह, आयुक्त श्रीमती पल्लवी जैन गोविल, मिशन संचालक श्री व्ही. किरण गोपाल, कलेक्टर श्री निशांत वरवड़े, संचालक और चिकित्सक उपस्थित थे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वीणा सिन्हा ने आभार माना।