केंद्र की नीतियों के चलते कश्मीर को खो देंगे :चिदंबरम
नायडू - चिदंबरम

नायडू ने की चिदंबरम और उनके बयान की निंदा 

कश्मीर पर बयान देकर पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। चिदंबरम ने कहा कि उन्हें ऐसा महसूस हो रहा है कि केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से हम कश्मीर को खो देंगे। चिदंबरम के इस बयान के बीजेपी ने इसकी आलोचना करते हुए।  इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। 

चिंदबरम का कहना है कि केंद्र सरकार जिस तरह से वहां के लोगों को कुचल रही है। उसकी वजह से ही कश्मीर में विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में कश्मीर में पत्थरबाजी में काफी कमी आ गई थी जबकि एनडीए की सरकार में विरोध प्रदर्शन एक बार फिर तेज हो गई है।

शुक्रवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भी कश्मीर को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसके बाद फारूक अब्दुल्ला के बयान पर बवाल खड़ा हो गया। फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि कश्मीर में सक्रिय आतंकी विधायक या सांसद बनने के लिए नहीं बल्कि अपने हक के लिए कुर्बानी दे रहे हैं। फारूक ने कहा कि कश्मीरी युवा  इस वतन की आजादी के लिए जान दे रहे हैं।

चिदंबरम का बयान गैर-जिम्मेदाराना :नायडू

चिदंबरम के बयान के बाद हैदराबाद में  सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने कश्मीर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी.चिदम्बरम की टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण और आश्चर्यजनक बताते हुए आज कहा कि ऐसा व्यक्ति जो देश का गृह मंत्री रह चुका है उनसे इस तरह की टिप्पणी की उम्मीद नहीं की जा सकती है। पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने हैदराबाद में मंथन संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कल शाम कहा था कि उन्हें ऐसी आशंका होती है कि कश्मीर भारत के हाथ से लगभग निकल चुका है क्योंकि केंद्र सरकार वहां असहमति को दबाने के लिए बल का बर्बरता से इस्तेमाल कर रही है।

उन्होंने यह भी कहा था कि अगर सरकार ने अपने रवैये में सुधार नहीं किया तो वहां स्थिति और बिगड़ सकती है। नायडू ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तेलंगाना इकाई द्वारा आयोजित रैली में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता का यह बयान ‘गैरजिम्मेदाराना’ और ‘राष्ट्रविरोधी’ है। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान से कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने में लगे पाकिस्तान को प्रोत्साहित करना है। उन जैसे व्यक्ति से इस तरह की टिप्पणी की अपेक्षा नहीं की जाती है, खासकर जो व्यक्ति देश का गृहमंत्री रह चुका है और जिसे अच्छी तरह पता है कि कश्मीर में आतंकवाद से निपटने में किस तरह की दिक्कतें पेश आती हैं।  

रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीरी लोगों ने महाशिवरात्रि का त्योहार सभी धर्मों के लोगों के साथ बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। वहीं, शहीद सेना के जवान की अंत्येष्ठि में अन्य धर्मों के हजारों लोग सम्मिलित हुए। इससे यह पता चलता है कि जम्मू-कश्मीर में अब स्थिति काफी सौहार्दपूर्ण है।  नायडू ने कांग्रेस पर कश्मीर के मुद्दे पर दोहरे बयान को लेकर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने लंबे कार्यकाल के समय कश्मीर घाटी और देश में विकास के कितने कार्य कराए।