तीन लाख गरीबों के खाते में आवास की राशि पहुँची
आवास निर्माण

सागर जिले के गढ़ाकोटा में रहस महोत्सव

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गरीबों को आवास उपलब्ध करवाने के लिये इस माह 3 लाख गरीबों के खाते में आवास निर्माण की राशि जारी की गयी है। अगले छह माह में 6 लाख और आवासों की राशि दी जायेगी। श्री चौहान आज सागर जिले के गढ़ाकोटा में रहस महोत्सव और आजीविका जिला-स्तरीय महिला सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए सरकार हर वह कदम उठायेगी, जो उन्हें सशक्त और आत्म-निर्भर बनायें। राज्य सरकार महिला स्व-सहायता समूह को आगे बढ़ाने को आन्दोलन का रूप देगी। बैंकों के माध्यम से कम ब्याज दर पर ऋण सहायता मुहैया करवायी जायेगी, समूह के जरिए महिलाओं को सशक्त बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इन समूहों के भाई-बहनों के पास कोई न कोई काम जरूर हो, ताकि बेरोजगारी मिट जायें। बहनों के पास पैसे आयेंगे तो वे सही अर्थों में आत्म-निर्भर होगी और उन्हें आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की मुद्रा बैंक योजना में ऋण दिलाया जायेगा। श्री चौहान ने बेटियों से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का लाभ उठाने को कहा। उन्होंने बताया कि बैंक से लोन लेने पर सरकार गारंटी देगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोई भी गरीब प्रतिभावान छात्र पैसे की कमी के कारण उच्च शिक्षा से वंचित नहीं होगा। उन्होंने कहा गरीब परिवार के प्रतिभावान छात्रों को इंजीनियरिंग, मेडीकल, आईआईटी, आईआईएम जैसे महँगे पाठ्यक्रमों की शिक्षा के लिए सरकार ने बजट में प्रावधान किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हर भूमिहीन को मकान का स्थाई पट्टा दिया जायेगा। हर गरीब को आवास के लिये जमीन का प्रबंधन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना, ग्रामीण आवास मिशन के जरिये हमारा लक्ष्य है कि किसी भी गरीब को बिना मकान के नहीं रहने दिया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मौजूद बहनों से पूछा कि आवास का पैसा पंचायत के खाते में डाला जाना चाहिये या सीधे गरीब के खाते में, बहनों ने जोर से कहा हितग्राही के खाते में डाला जायें। उन्होंने कहा कि मासूम के साथ दुराचार करने वाले को फाँसी हो, इसका प्रावधान कर भारत सरकार को भेजा जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माँ नर्मदा के तट पर बसे गाँव में आगामी वर्ष से शराब की दुकानें नहीं खोली जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार नशामुक्ति की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने सभी से इसमें सहयोग का आव्हान किया। श्री चौहान ने मौजूद लोगों को नशामुक्ति का संकल्प दिलाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि धीरे-धीरे पूरे प्रदेश को नशामुक्ति की तरफ ले जाना है। यह तब होगा जब पीना छोड़ेंगें, गाँव-गाँव में नशामुक्ति सम्मेलन किये जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नगर पालिका, नगर निगम, पंचायतों में बहनों के लिए आधी सीटें आरक्षित कर दी गई हैं। अब प्रदेश में 56 प्रतिशत बहनें पंचायतों में विकास की भागीदारी निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग को छोड़कर अन्य विभाग में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जायेगा। सरकार महिला सशक्तीकरण के लिए हर जरूरी कदम उठायेगी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि सागर जिले में 78 हजार से ज्यादा परिवार स्व-सहायता समूह से जुड़ गये हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि स्व-सहायता समूह सक्रिय बने, कागजी न रहें। उन्होंने होशंगाबाद और बैतूल जिले के स्व-सहायता समूह का उल्लेख करते हुए कहा कि इन दो जिले के समूहों का वार्षिक टर्नओवर 300 करोड़ रूपये है, जबकि प्रदेश के अन्य सभी जिलों का टर्न ओवर मिलाकर 600 करोड़ है।

मुख्यमंत्री ने उद्यानिकी व्यवसायिक शिक्षण संस्थान गढ़ाकोटा तथा बालक छात्रावास भवन का लोकार्पण भी किया।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि राज्य में आजीविका योजना शुरू की गई है। मध्यप्रदेश सरकार महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में लगातार काम रही है। उन्होंने फेसबुक इंडिया की महिलाओं के सशक्तीकरण का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी सरकार सजग है और लगातार बहनों के विकास और आत्म-निर्भरता के लिए काम कर रही है। श्री भार्गव ने महिलाओं से परिवार में मद्यपान रोकने को कहा।

इस अवसर पर अध्यक्ष लद्यु वनोपज संघ श्री महेश कोरी, बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया एवं उपाध्यक्ष श्री डालचन्द्र पटेल, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष श्री राजेन्द्र जारोलिया, जनपद अध्यक्ष श्री संजय दुबे, नगरपालिका अध्यक्ष श्री भरत चौरसिया, जिला पंचायत अध्यक्ष दमोह श्री शिवचरण पटेल, जनपद अध्यक्ष डॉ. आलोक अहिरवार सहित जन-प्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाएँ तथा ग्रामीणजन मौजूद थे।