लखनऊ में शनिवार को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ ने राज्य के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। उनके बाद केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ग्रहण की। शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ने लालकृष्ण आडवाणी के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। इन तीनों के बाद 22 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली जबकि 24 राज्य मंत्रियों ने शपथग्रहण की।
इनमें कैबनेट मंत्री के रूप में सूर्य प्रताप शाही, सुरेश खन्ना, बसपा से भाजपा में आये पूर्व नेता विरोधी दल व पडरौना से 4थी बार विधायक बने स्वामी प्रसाद मौर्य, सतीश महाना, राजेश अग्रवाल, रीता बहुगुणा जोशी, दारा सिंह चौहान, धरम पाल सिंह, एसपी सिंह बघेल, सत्यदेव चौधरी, रमापति शास्त्री, जयप्रताप सिंह, ओम प्रकाश राजभर, ब्रजेश पाठक, लक्ष्मी नारायण चौधरी, चेतन चौहान, श्रीकांत शर्मा, राजेंद्र प्रताप सिंह, सिद्धार्थ नाथ सिंह, मुकुट बिहारी वर्मा, आशुतोष टंडन, नंद गोपाल नंदी ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में अनुपमा जयसवाल, सुरेश राणा, उपेन्द्र तिवारी, डॉ. महेन्द्र कुमार सिंह,धर्म सिंह सैनी, अनिल राजभर और स्वाती सिंह ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
इनके बाद राज्यमंत्री के रूप में गुलाब देवी, जयप्रकाश निषाद, अर्चना पांडे, अतुल गर्ग, रणवेंद्र प्रताप सिंह, मोहसिन रजा, नीलकंठ तिवारी, गिरीश चंद्र यादव, मन्नू कोरी, संदीप सिंह, सुरेश पासी, बलदेव ओलख, ने पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की।
इस भव्य शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी भी मंच मौजूद हैं। लखनऊ एयरपोर्ट पर राज्यपाल राम नाइक, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ ने खुद एयरपोर्ट पहुंचकर उनका स्वागत किया।
अतिथियों के लिए श्रेणीवार दीर्घा बनाई गई है। हर निमंत्रण पत्र में शपथ ग्रहण स्थल के किस दीर्घा में स्थान ग्रहण किया जाना लिखा है। मुख्यमंत्री, मंत्री के लिए अलग दीर्घा और उनके परिवार और रिश्तेदारों के बैठने के लिए अलग श्रेणी की व्यवस्था थी।
यूपी सीएम रूप में शपथ लेने से पहले ही योगी एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने यूपी डीजीपी से कहा है कि जश्न के नाम पर किसी तरह का भी हुड़दंग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।