कुसुम महदेले खोल रही हैं केंद्र सरकार की पोल
कुसुम महदेले

मप्र की पीएचई मंत्री कुसुम महदेले ने रेलवे की बदइंतजामी की पोल खोल कर रख दी है। 28 अगस्त को रेवांचल एक्सप्रेस से सफर करने के बाद कुसुम महदेले ने रेल मंत्री को ट्वीट कर ट्रेन की खराब हालत के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि रेवांचल एक्सप्रेस की फर्स्ट एसी में कंबल बदबूदार बांटा जा रहा है। टॉयलेट पेपर नहीं है। तकिए किसी काम के नहीं हैं। क्या रेलवे विभाग मुसाफिरों की चिंता नहीं करता?

सिर्फ रेवांचल ही नहीं, भोपाल से खजुराहो चलने वाली महामना एक्सप्रेस में बैठने की खराब व्यवस्था को लेकर भी उन्होंने रेल मंत्री और रेल मंत्रालय से शिकायत की। महदेले के इस ट्वीट पर रेल मंत्रालय की तरफ से उनके पीएनआर की जानकारी भी मांगी गई।

सड़कें चलने लायक नहीं

महदेले ने रेल की खराब व्यवस्थाओं को लेकर ही नहीं, बल्कि सतना के आसपास की खराब सड़कों को लेकर नितिन गडकरी को भी ट्वीट किया। दरअसल, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट किया था कि केंद्र सरकार वर्ल्ड क्लास स्तर का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस पर कुसुम महदेले ने जवाब देते हुए कहा कि सतना के आसपास के हाइवे की हालत बहुत खराब है। सड़कें चलने लायक नहीं हैं। उन्होंने हाइवे के नाम भी गिना दिए। महदेले ने कहा कि सतना से पन्ना, पन्ना से छतरपुर, रीवा से सतना हाइवे और खजुराहो से लवकुशनगर की सड़क की हालत बहुत खराब है।

महामना एक्सप्रेस के नाम पर भी सवाल?

महदेले ने भोपाल-खजुराहो महामना एक्सप्रेस ट्रेन के नाम पर भी आपत्ति जता दी। उन्होंने कहा कि महामना एक्सप्रेस का नाम खजुराहो या चंदेल एक्सप्रेस होना चाहिए। बुंदेलखंड के साथ हमेशा भेदभाव होता है।

गडकरी से बोलीं- सड़कें चलने लायक नहीं, जल्दी ठीक कराएं

महदेले ने सतना के आसपास की खराब सड़कों को लेकर नितिन गडकरी को भी ट्वीट किया। महदेले ने लिखा कि सतना के आसपास के हाइवे की हालत बहुत खराब है। सड़कें चलने लायक नहीं हैं।

कुसुम मेहदेले ने कहा ये मेरा निजी मामला है निजी मामलों में दखल न दें ,मैंने ट्वीट किए तो आपको क्या आपत्ति है? ये मेरा निजी मामला है।