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गर्मी के कहर के बीच मंदसौर, नीमच और रतलाम जिले में शनिवार को मौसम ने करवट बदली। आंधी के साथ कई जगह तेज बारिश हुई। इससे पेड़, बिजली के खंभे और घरों के छप्पर धराशायी हो गए। नीमच और मंदसौर में खुले में रखी किसानों की उपज भी भीग गई।
नीमच में बारिश के साथ ओले भी गिरे। ईदगाह रोड पर बरगद का पेड़ गिरने से तीन मकानों को नुकसान पहुंचा है। रतनगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम महेंद्री में बिजली गिरने से सात वर्षीय विष्णु पिता मदन की मौत हो गई। पिपलियामंडी में नाराज किसानों ने शेड में रखी व्यापारियों की उपज फेंक दी। रतलाम जिले के आलोट में एक घंटा तेज बारिश हुई।
मंदसौर में 10 से अधिक जगह पर पेड़ धराशायी हो गए। महू-नीमच मार्ग पर होटल डायमंड के सामने पेड़ गिरने से यातायात बाधित हुआ। खानपुरा स्थित शनि मंदिर में सोमवार को होने वाले भंडारे के लिए लगा टेंट भी उड़ गया।
नौतपा के आठवें दिन शनिवार दोपहर साढ़े तीन बजे जिले के आलोट क्षेत्र में करीब एक घंटा जोरदार बारिश हुई। इससे सड़कें तरबतर हो गईं। कई स्थानों पर टेंट उखड़ने की भी खबरें हैं। रतलाम में शाम करीब 4.50 बजे अचानक धूलभरी तेज हवाएं चलने से बिजली गुल गई।
मध्य प्रदेश के ज्यादातर जिलों में भीषण गर्मी पड़ रही है। पचमढ़ी को छोड़ दें तो प्रदेश के लगभग सभी बड़े शहरों में पारा 42 डिग्री के पार चल रहा है। उस पर से गर्म हवाओं के थपेड़ों ने भी लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। इस सबके बीच जरूर आसमान से बरस रही आग से थोड़ी राहत मिली । दोपहर आधे घंटे तक ओलों के साथ तेज बरसात हुई है। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है। नीमच के साथ ही मंदसौर जिले में भी आंधी तूफान के साथ बारिश हुई है। इससे कई पेड़ गिर गए वहीं मंडी में रखा अनाज गीला हो गया।
MadhyaBharat
1 June 2019
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