3 महीने में धंसने लगी फ्लाय ओवर की दीवार
BRIJ CRAKE

घटिया निर्माण का जीता जगता सबूत है ब्रिज 

 

नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों और निर्माण कंपनी की मिलीभगत के चलते सात महीने पहले बनकर तैयार हुए भोपाल  के सिंगारचोली  फ्लायओवर ब्रिज की हालत पहली बारिश में ही जर्जर सी हो गई है  लालघाटी से एयरपोर्ट जाने वाली लेन के हिस्से में फ्लायओवर की सड़क धंसने लगी है, ब्रिज में पानी के कारण सीट ने मटेरियल को छोड़ दिया है  जिससे इसकी प्रीकास्टेड वाली फट रही है  

बीते तीन  दिनों से हो रही तेज बारिश के चलते सिंगारचोली ब्रिज पर पानी भर गया था   ब्रिज के नीचे सर्विस लेन भी पानी में डूबी रही   रहवासियों ने जब ब्रिज के आसपास पड़ताल की तो ब्रिज के कई हिस्सों से पानी का रिसाव मिला   लोगों ने देखा की  ब्रिज की प्रिकास्टेड वाल टूटने की कगार पर पहुंच गई  तब  इसकी जानकारी एन एच ए आई के अधिकारियों को दी तो उन्होंने ब्रिज से तत्काल यातायात बंद कराया  बड़े हादसे की आशंका को देखते हुए अधिकारीयों ने यह कदम उठाया   स्थानीय लोगों का आरोप है कि शिकायतों के बावजूद ब्रिज के निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार पर ध्यान नहीं दिया गया, इससे अब लोगों की जान पर बन आई है   ब्रिज निर्माण की घटिया गुणवत्ता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गीला होने के बाद सीमेंट व मटेरियल हाथ लगाने से झड़ रहा है   यही कारण है कि पत्थर की सिल्लियों के जोड़ सिर्फ दो दिनों की बारिश में ही ढीले हो गए  ब्रिज निर्माण में लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बेस के मटेरियल को सेट करने के लिए लोहे की जिन सेंटिंग को लगाया गया था उन्हें अब तक नहीं निकाला गया  ब्रिज के नीचे निकलने वाले रास्ते के ठीक ऊपर यह सेंटिंग लगी हुई थी  लेक पर्ल गार्डन से एयरपोर्ट की ओर ब्रिज का हिस्सा कई जगह से टूटा दिखाई दिया  ब्रिज के दोनों ही ओर की दीवारों के टुकड़े गिर गए हैं  राष्ट्रीय राजमार्ग 12 पर बने इस फ्लायओवर से रोजाना करीब 1 लाख वाहन गुजरते हैं  इसके आसपास 20 कॉलोनियों में डेढ़ लाख से अधिक लोग भी रहते हैं