डकैत बबुली को पुलिस ने नहीं उसके साथी ने ही मारा
DAKAIT  BABULI

पुलिस एनकाउंटर की कहानी झूठी निकली

डाकू की मौत पर पुलिस ने खुद थपथपाई थी अपनी पीठ

 

डकैत बबुली और उसके साथी लवलेश के पुलिस एनकाउंटर की कहानी फर्जी है |  इन दोनों डाकुओं को  इनके साथियों  ने  मौत के घाट उतारा था जिसका श्रेय मध्यप्रदेश पुलिस लेने में लगी है |  इस  घटना से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग गए हैं | 

विंध्य के कुख्यात डकैत बबुली और लवलेश कोल को पुलिस ने नहीं उसी के साथियों ने मार दिया था |  इन दोनों के मरने की खबर के बाद पुलिस ने जंगल से डकैतों की लाश बरामद कर इन्हें एनकाउंटर में मारने का दावा किया था |  लेकिन बबुली कोल को मारने वाले डकैत सोहन कोल ने खुलासा किया कि इन दोनों को उसने और उसके साथियों ने मारा |  बबुली और लवलेश की मौत के बाद मध्यप्रदेश पुलिस खुद अपनी पीठ थपथपा रही थी |  इस मामले में  रीवा IG चंचल शेखर  की बताई कहानी की एक डाकू ने ही हवा निकाल दी है |  चंचल शेखर पर पहले भी भिंड में  फर्जी एनकाउंटर के आरोप लगे हैं | 

इसी बीच चित्रकूट पुलिस टीम द्वारा पकड़े गए एक लाख के इनामी डाकू सोहन कोल ने यह कहकर हडकंप मचा दिया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर सरगना बबुली और लवलेश को गोलियों से भून दिया था |   इसके बाद वह भाग गए थे |   डाकू के इस दावे के बाद  मध्यप्रदेश  पुलिस अधिकारियों की बोलती बंद हो गई है और यूपी पुलिस भी डकैत सोहन की बात को सच मान रही हैं |  पहले सोहन कोल को सुनिए | 

सूत्र बताते हैं गैंग सरगना बबुली कोल और लवलेश को मारने के बाद लाली कोल ने पुलिस के सामने समर्पण कर दिया था  और सोहन अपने दो साथियों के साथ कुछ हथियार लेकर भाग गया था |  एक लाख के इनामी सोहन कोल को यूपी की चित्रकूट पुलिस ने मानिकपुर के कल्याणपुर के जंगल में मुठभेड़ के बाद एक राइफल संग दबोच लिया |  मौके से एक डकैत भाग निकला  |  सोहन की निशानदेही पर जंगल से दो  सेमी  ऑटो राइफल, सौ से ज्यादा कारतूस और 20 हजार रुपये की नगदी बरामद की गई पुलिस का दावा है कि जो हथियार मिले हैं, वो डाकू गया बाबा और ददुआ के समय के हैं |  इधर सतना में  हरसेड़ गांव में किसान अवधेश द्विवेदी के अपहरण में डकैतों की मदद करने वाले लाली कोल की मां मुन्नी कोल ने बड़ा खुलासा किया है  |  मुन्नी कोल ने मीडिया के सामने दिए गए बयान में कहा है कि डकैत बबुली व लवलेश कोल को मरने वालों में लाली  भी शामिल था  |  मुन्नी बाई ने बताया कि दोनों डकैत लोगों को बहुत परेशान करते थे |   जिससे त्रस्त होकर  दोनों को मार दिया  |  इसके बाद उसने खुद पुलिस के सामने जाकर आत्मसमर्पण कर दिया | 

डकैत बबुली के मौत पर रोज नए खुलासे हो रहे हैं |  इसके बाद मध्यप्रदेश पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है |  मध्यप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर की कहानी में भी जमकर झोल झाल है | ऐसे में उत्तरप्रदेश पुलिस का कहना है कि डकैत बबुली की गैंग का सफाया  उसी के साथियों ने किया | डकैत सोहन और लाली कोल की कहानी लगभग एक जैसी है जो मध्यप्रदेश पुलिस को कटघरे में खड़ा कर रही है|