हनीट्रैप की जानकारी ऑनलाइन दे सकते हैं
 HONEY TREAP

हनी ट्रेप कांड में एडीजी संजीव शमी ने काम सम्हाला

संबंधितों की कुंडली छानी गई, बरामद गया डेटा

अधिकारी \'कंप्रोमाइज\' कर रहे हैं  गंभीर है मामला

 

हनीट्रैप मामले को एसआईटी प्रमुख  संजीव शमी ने गंभीर बताया है उन्होंने कहा कि  बड़े अधिकारी \'कंप्रोमाइज\' कर रहे हैं तो ये गंभीर मामला है  | वहीँ इस मामले की एफआईआर सीआईडी को शिफ्ट करने से इसकी जांच पर सवालिया निशान लगाना शुरू हो गए हैं  |  क्योंकि सीआईडी में  अधिकांश मामलों में सबूतों के आभाव में आरोपियों को क्लीनचिट दे दी जाती है  | कहा तो यह भी जाता है कि सरकार को  जिस केस को धीरे धीरे ख़त्म करना हो ऐसे मामले सीआईडी के ठन्डे बास्ते में डाल दिए जाते हैं  |   

हनीट्रैप मामले में जिस गति से जांच शुरू हुई थी अब उस की गति उतनी ही धीमी हो गई है  | और ऐसा लग रहा है कमलनाथ सरकार भी इस मामले को ठन्डे बास्ते में डालना चाहती है  ... हनीट्रैप पर विपक्ष की सीबीआई जाँच की मांग से बचने के लिए मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार ने इसे एसआईटी के हवाले किया और  बुधवार रात को सीआईडी ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया  |  अभी पलासिया थाने ने शून्य पर कायमी की थी, अब एफआईआर सीआईडी में शिफ्ट हो गई है  ... सामान्य तौर पर माना जाता है कि जिस मामले को देरसवेर ख़त्म करना हो सरकार उसे सीआईडी के सुपुर्द कर देती है  | हनीट्रैप पर

गठित नई एसआईटी के प्रमुख संजीव शमी ने  इंदौर में  टीम के सदस्यों को गोपनीय स्थान पर बुलाया और इस मामले की  जानकारी ली  | संजीव शमी ने कहा, इस केस में गंभीरता बहुत ज्यादा है  |  अगर बड़े अधिकारी कंप्रोमाइज कर रहे हैं तो इसी को ध्यान में रखकर वरिष्ठ अधिकारियों को साथ लेकर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई गई है |   बड़े नाम और लोगों के शामिल होने के सवाल के जवाब में कहा जो भी अपराध में लिप्त होंगे सबके नाम सामने आएंगे  | 

उधर, एसआईटी ने आम नागरिकों से मदद मांगकर अपील की है कि अगर उनके पास इस मामले से जुड़ी कोई भी जानकारी है तो वे ई-मेल से भेज सकते हैं   एडीजी काउंटर इंटेलीजेंस और एसआईटी प्रमुख संजीव शमी ने बताया कि जांच में साक्ष्य जुटाने के लिए लोगों से उनके पास उपलब्ध सूचनाओं को लेने के लिए एक ई-मेल आईडी info.sit@mppolice.gov.in बनाई है   |  शमी ने सूचना देने वाले व्यक्ति की जानकारी को गोपनीय रखने का भरोसा दिलाया है   | उन्होंने कहा, जिन लोगों के पास वीडियो-तस्वीर या सरकारी दस्तावेज हों वे मेल कर सकते हैं, जिससे जांच में सहयोग मिलेगा  |