प्रशासन की अनदेखी के चलते हो रही है धांधली
सड़क गुणवत्ता और नाली निर्माण सिर्फ कागजों पर
ग्राम पंचायत में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण योजना की राशि में भ्रष्टाचार होने का मामला सामने आया है | इसमें उच्च अधिकारीयों और प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है | प्रशासन की अनदेखी के कारण , सरपंच और सचिवों की मिली भगत के चलते सड़क निर्माण में गुणवत्ताहीन कार्य किया गया नाली निर्माण की राशि डकार ली गई | और कार्य को कागजों में पूरा बता दिया गया |
मध्यप्रदेश के रीवा जिले की ग्राम पंचायतों में निर्माण और विकास कार्यों के नाम पर हुए भ्रष्टाचार की पोल परत दर परत खुलती जा रही है | हाल ही में जिले के त्यौथर विकासखंड का मामला सामने आया है | जहां ग्राम बड़ागांव निवासी रामपाल सिंह ने बताया कि उनके गांव में सरपंच और सचिव द्वारा अपने उच्च अधिकारियों को अंधेरे में रखते हुए | प्रशासन द्वारा दी गई राशि में फर्जी नाली निर्माण दिखाया गया है | भ्रष्टाचार की पोल तब खुली जब सचिव द्वारा गांव की एक दीवाल पर | पीले कलर से रोड बनना और नाली निर्माण का कार्य लिखवाया गया | गांव वालों ने सरपंच, सचिव से इसकी जानकारी जननी चाही तो बताने में आनाकानी करने लगे | दीवाल में लिखे गए बोर्ड में नाली निर्माण दर्ज था | और ग्राउंड रिपोर्ट कुछ और बयां कर रही थी | एक अधूरा तो दूसरा गायब ही मिला |
मध्य प्रदेश सरकार गांवों के विकास के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से करोड़ों रुपए खर्च करती है | लेकिन प्रशासन के सुस्त रवैए कारण इस तरह के भ्रष्टाचार देखने को मिलते हैं | जिम्मेदार उच्च अधिकारियों द्वारा सही तरीके से क्षेत्रों की मानीटरिंग ना किए जाने का ही नतीजा है की | इस तरह के भ्रष्टाचार हो रहे | अब देखना यह होगा कि इस तरह कार्य करने वाले कितने सरपंचों,और सचिवों के ऊपर कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ कार्यवाही करते हैं |