उज्जैन में ग्रीन सिंहस्थ की तैयारी
उज्जैन में ग्रीन सिंहस्थ की तैयारी
सेटेलाइट टाउन में श्रद्धालुओं के लिये होंगी अनेक सुविधा उज्जैन में अप्रैल-मई में होने वाले सिंहस्थ को ग्रीन सिंहस्थ बनाने के सभी प्रयास किये जायेंगे। इस संबंध में उज्जैन कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने एक बैठक में कार्य-योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि सिंहस्‍थ के दौरान अखाड़ों द्वारा नियमित रूप से भण्डारे किये जाते हैं। इस दौरान भोजन प्रसादी परोसने के लिये जिन सामग्री का इस्तेमाल होता है, उनका सही तरीके से डिस्पोजल करना एक चुनौती होता है। उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिये 50 स्व-सहायता समूह को फायनेंस किया जा रहा है। यह समूह सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर स्टील की थालियाँ, गिलास आदि सामग्री अखाड़ों को उपलब्ध करवायेंगे। सर्विस प्रोवाइडर को प्रशिक्षण भी दिलवाया जायेगा। उन्होंने बैंकर्स से कहा कि वे स्व-सहायता समूहों को 1000 या इससे अधिक थाली-गिलास के लिये फायनेंस करें। बैठक में दोना-पत्तल, प्लास्टिक की कटोरी के समुचित डिस्पोजल पर भी चर्चा की गयी।चामुण्डा जोन में मॉस ट्रेफिक के लिये 10 रूट निर्धारितसिंहस्थ के लिये बनाये गये चामुण्डा माता जोन का अधिकतर हिस्सा शहरी होने से यातायात की दृष्टि से महत्वपूर्ण जोन होता है। देवास की ओर से आने वाला मार्ग भी इसी जोन में आता है। इस जोन में मॉस ट्रेफिक के लिये 10 रूट बनाये जायेंगे। इनमें 7 रूट मेजिक वाहन के लिये तथा 3 रूट सिटी बस के लिये रहेंगे।जोन में आने वाले ओव्हर-ब्रिज का काम लगभग पूरा हो चुका है। चामुण्डा जोन में 8 पार्किंग-स्थल चुने गये हैं। जोन में विक्रम नगर और पवासा के दो रेलवे फ्लैग स्टेशन भी आते हैं। जोन में 11 हेल्प-सेंटर, 7 अस्थाई थाने और 168 प्याऊ प्रस्तावित की गयी हैं। चामुण्डा जोन में 2775 हेक्टेयर क्षेत्र का 80 प्रतिशत भाग शहरी है। इस बात को ध्यान में रखते हुए ट्रेफिक मेनेजमेंट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।सेटेलाइट टाउन में होंगी कई सुविधासिंहस्थ के लिये बनाये जा रहे सेटेलाइट टाउन में कई सुविधा होंगी। स्पॉट-पार्किंग के लिये डिस्प्ले-बोर्ड द्वारा उपलब्धता प्रदर्शित की जायेगी। पार्किंग के लिये एडवांस बुकिंग की भी व्यवस्था रहेगी। सेटेलाइट टाउन में टॉयलेट्स, शेल्टर हाउस, हेल्प-डेस्क, खोया-पाया केन्द्र, अस्थाई थाने और अस्पताल, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, कंट्रोल-रूम और प्याऊ की सुविधा श्रद्धालुओं को मिलेगी।