शहरों के गंदे पानी की एक बूंद भी नर्मदा में न मिले
नर्मदा जयंती के मौके पर नर्मदा नर्मदा नदी के किनारे पूजन और नर्मदा अभिषेक किया गया | होशंगाबाद में प्रभारी मंत्री पीसी शर्मा ने सेठानीघाट पर जलमंच से मां नर्मदा का अभिषेक किया | उन्होंने कलेक्टर को निर्देशित किया कि शहर के गंदे पानी की एक बूंद मां नर्मदा में शामिल नहीं हो इसके पूरे इंतजाम एक साल में किए जाएं | उन्होंने कहा प्रत्येक व्यक्ति एक-एक पौधा मां नर्मदा किनारे लगाने का संकल्प पूरा करे | शासन-प्रशासन की ओर से मां नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए हम पूरे प्रयास करेंगे |
नर्मदा के सभी तटों पर सुबह से रात तक नर्मदा पूजन और अभिषेक के कार्यक्रम चलते रहे | मुख्य समारोह होशंगाबाद में हुआ जहाँ प्रभारी मंत्री पीसी शर्मा ने नर्मदा की पवित्रता को बनाये रखने के लिए अधिकारीयों को निर्देश दिए | शर्मा ने कहा कि मां नर्मदा के आंचल हरदा-होशंगाबाद में मेरा जन्म हुआ और मां नर्मदा की कृपा से ही मुझे इस जिले का प्रभारी तथा धर्मस्य विभाग का मंत्री बनाया गया | मेरा सौभाग्य है कि मैं मां नर्मदा जयंती पर मुख्य अतिथि के रूप में आज यहां अभिषक करने आया हूं | समारोह की अध्यक्षता कर रहे विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने प्रभारी मंत्री से शहर के लिए 700 करोड़ के स्वीकृत सीवेट प्लांट प्रोजेक्ट के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग की | डॉ. शर्मा ने कहा कि यह प्रोजेक्ट यह पूरा हो जाता है तो मां नर्मदा में शहर की गंदगी शामिल नहीं होगी | प्रशासन को यदि मंत्री निर्देशित कर दें तो दो-तीन दिन में ही जमीन मिल जाएगी | जलाभिषेक के दौरान सेठानीघाट पर करीब 30 हजार से अधिक लोग मौजूद थे | प्रशासन व पुलिस ने लोगों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे | गश्ती दल दस नावों से नदी में गश्त करते रहे | पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शिवपुत्री माँ नर्मदा का जन्म माघ मास की सप्तमी तिथि को हुआ था | उसी हिसाब से हर वर्ष नर्मदा जयंती मनाई जाती है | नर्मदा जयंती महोत्सव के तहत दोपहर में सेठानीघाट पर मां नर्मदा का जन्मोत्सव मनाया गया | जिसमें मां नर्मदा का अभिषेक एवं कन्या पूजन कार्यक्रम हुआ |