DGM की सहायता करना श्रमिक को भारी पड़ा
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DGM के जमीन खरीदी विवाद में नौकरी से निकाला

 

सिंगरौली स्थित रिलायंस सासन पावर प्लांट में कार्यरत मजदूर को डीजीएम का सहयोग करना भारी पड़ गया | और सहयोग के बदले मजदूर को अपनी नौकरी  हाथ धोना पड़ गया | 

सासन  रिलायंस पॉवर प्लांट में डीजीएम की मदद करना एक मजदूर को भरी पड़ गया  | रिलायंस पावर प्लांट में  8 वर्षों से कार्यरत श्रमिक रावेंद्र प्रसाद पाण्डेय ने बताया की  | रिलायंस पावर के C & I में पदस्थ DGM प्रमोद सिंह जमीन खरीदी करना चाहते थे | जिसको लेकर  श्रमिक ने एक जमीन  विक्रेता से मिलाया  | जमीन के मामले में उसका कोई लेना देना नहीं था  | इस बीच DGM प्रमोद सिंह ने जमीन विक्रेता  को एक लाख रुपये एडवांस के तौर पर दे  दिया  | उसके कुछ दिनों बाद वे ज़मीन खरीदी से मना करते हुए अपने रुपये वापस मांगने लगे | तो जमीन  विक्रेता  ने कहा जबतक जमीन नहीं बिकेगी तबतक वह  रुपये लौटाने में असमर्थ है |  इसके बाद  DGM प्रमोद ने   अपने पद के गुरुर में श्रमिक रावेंद्र प्रसाद पाण्डेय को कंपनी से बेदखल करवा दिया  | और अब धमकियां भी दी जा रही कि अगर वह पैसे  वापस नहीं करवाता तो उसे किसी भी प्लांट में काम करने नहीं दिया जाएगा |  जिसके बाद पीड़ित रावेंद्र ने  सासन पुलिस चौकी एंव कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है  |