उज्जैन के रुद्र सागर सौंदर्यीकरण और सफाई अभियान में शिवराज का श्रमदान
उज्जैन के रुद्र सागर सौंदर्यीकरण और सफाई अभियान में शिवराज का श्रमदान
सिंहस्थ के आयोजन में सभी का सहयोग लिया जायेगामुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में जन-सहयोग से चल रहे रुद्र सागर को सुंदर और साफ बनाने के अभियान में श्रमदान कर आमजन की हौसला अफजाई की। मुख्यमंत्री ने इस काम में शासन के साथ जन-भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की।चौहान ने कहा कि वे जब पिछली बार यहाँ आये थे, तब रुद्र सागर के स्वरूप को देखकर बहुत दु:खी हुए थे। उन्हें प्रसन्नता है कि उनके आने तक यहाँ के लोगों ने आधा काम जन-भागीदारी से पूरा कर दिया है। उन्होंने लोगों का आव्हान किया कि महाकाल के आँगन को और रुद्र सागर को सुंदर बनाकर मिसाल कायम करना है। उन्होंने जन-समुदाय से पूछा कि सप्त-सरोवरों को जिन्दा करना चाहिये कि नहीं, इसके उत्तर में जनता ने उत्साह से मुख्यमंत्री का समर्थन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन को दुनिया का अनूठा नगर बनायेंगे। उन्होंने उज्जैन में महाराजा विक्रमादित्य की प्रतिमा लगाने की घोषणा की।श्री चौहान के पहुँचने पर श्रमदान कर रहे सामाजिक संगठनों में उत्साह की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री ने स्वयं 30 मिनट तक तालाब से मिट्टी निकाल कर ट्रकों में डलवाई और एक-एक संगठन के पास जाकर उत्साह बढ़ाया।विगत 18 जनवरी से रुद्र सागर को सुंदर और गहरा करने का काम चल रहा है। अब तक 10 हजार लोग श्रमदान कर चुके हैं। आठ हजार लोग रुद्र सागर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने का संकल्प ले चुके हैं। अब तक 1200 डम्पर एवं 1400 ट्राली मलबा तालाब से निकालकर रुद्र सागर को एक मीटर गहरा किया जा चुका है। जनता एवं संगठनों ने लगभग 7 लाख रुपये का जन-सहयोग भी दिया है। प्रशासन के 40 विभाग और 300 स्वयंसेवी संगठन श्रमदान से जुड़े हुए हैं। इस दौरान रघु मुनि, स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन, सांसद डॉ. चिन्तामणि मालवीय, महापौर रामेश्वर अखण्ड, विधायक मोहन यादव, अनिल फिरोजिया, सिंहस्थ मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष दिवाकर नातू, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय, राज्य योजना मण्डल के उपाध्यक्ष बाबूलाल जैन, नगर निगम अध्यक्ष सोनू गेहलोत, मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, पुलिस महानिदेशक सुरेन्द्र सिंह सहित अनेक जन-प्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद थे।रामघाट सहित अन्य क्षेत्रों का भ्रमणश्री चौहान ने श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के बाद रामघाट स्थित श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में महंत रघु मुनि महाराज से भेंट कर उदासीनाचार्य श्रीचन्द्र मंदिर में पूजा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ बेहतर ढंग से हो, यही सच्ची मानव-सेवा है। श्री चौहान ने कहा कि सिंहस्थ का आयोजन ऐतिहासिक होगा। महंत रघु मुनि महाराज ने ऐसा आशीर्वाद मुख्यमंत्री को दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन में असुविधा से बचाने के लिये उन्होंने आज नंदी हॉल से ही दर्शन किये।मुख्यमंत्री ने रामघाट का जायजा लिया तथा गुरु दत्तात्रय अखाड़े के महंत पीर महंत परमानन्द पुरी महाराज से भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। महंतों ने मुख्यमंत्री का साफा बाँधकर सम्मान कर उन्हें सिंहस्थ बेहतर ढंग से मनाने का आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री ने दत्त अखाड़े में अष्टकौशल महंत सुंदर पुरी की समाधि पर मत्था टेका। श्री चौहान ने चारधार मंदिर में दर्शन कर शांतिस्वरूपानंद गिरि महाराज से भेंट की तथा आशीर्वाद लिया।प्रतिनिधि-मण्डलों से मुलाकातमुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतिनिधि-मण्डलों से मुलाकात के दौरान कहा कि सिंहस्थ-2016 का आयोजन सभी के सहयोग से किया जायेगा। सिंहस्थ में सेवाएँ देने वाले व्यक्तियों, संस्थाओं का भरपूर सहयोग लिया जायेगा। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस जैन आदि मौजूद थे। प्रतिनिधि-मण्‍डलों में एडवोकेट संगठन, इंजीनियर सोसायटी, ठेकेदार संघ, बोहरा समाज, कुलमी पाटीदार परिषद, खेल संगठन, सन्त सत्कार समिति, मुस्लिम संगठन, रंगमंच संस्था इत्यादि शामिल थे। मुख्यमंत्री को नगर के विकास संबंधी सुझाव दिये गये।मुख्यमंत्री ने बालिका खुशबू पांचाल द्वारा नगर के चौरासी महादेव मंदिरों पर आधारित डाक्यूमेंट्री देखी और सराहना की। मुख्यमंत्री ने कालिदास अकादमी परिसर में श्री गणेश गेहलोत की प्रदर्शनी भी देखी। प्रदर्शनी में पुराने सिक्कों, नोट, माचिस और प्राचीन काव्य-संग्रह को प्रदर्शित किया गया।नगर भोज में शामिल हुए मुख्यमंत्रीमुख्यमंत्री चौहान माधव सेवा न्यास में नगर भोज में भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री को अपने साथ भोजन करते देखकर नागरिक काफी खुश हुए। मुख्यमंत्री ने स्वयं लोगों को भोजन परोसा। मुख्यमंत्री ने बड़ा उदासीन अखाड़े के महंत के साथ पूरे पण्डाल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।महाकालेश्वर में पूजन-अर्चनमुख्यमंत्री चौहान ने महाकालेश्वर मंदिर पहुँचकर पूजन-अर्चन किया। मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक जयन्त जोशी ने शाल एवं महाकाल का चित्र भेंट कर उनका सम्मान किया। दर्शन के बाद उन्होंने पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के महंत प्रकाश पुरी से अखाड़े में जाकर भेंट की। मुख्यमंत्री ने नव-विस्तारित नंदी हॉल का अवलोकन कर वहाँ अधिक एलसीडी लगाने को कहा।फूड कोर्टसीएम शिवराज सिंह चौहान ने महाकाल वन प्रोजेक्ट फेज-1 में निर्मित फूड कोर्ट का लोकार्पण भी किया। उन्होंने दुकान आवंटियों को अधिकार-पत्र एवं चाबी सौंपी। महाकाल वन प्रोजेक्ट के फेज-1 में कुल 27 करोड़ के काम किये जा रहे हैं।