उज्जैन सम्पूर्ण विश्व के लिये आस्था का केन्द्र
उज्जैन सम्पूर्ण विश्व के लिये आस्था का केन्द्र
'साथी हाथ बढ़ाना।'' 'हम होंगे कामयाब।'' जैसे प्रेरणादायी गीतों को गुनगुनाते हुए रविवार को उज्जैन के अंगारेश्वर से लेकर सिद्धवट तक हजारों लोग श्रमदान करते हुए क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान में शामिल हुए। सफाई अभियान में महिला-बाल विकास श्रीमती माया सिंह ने भी श्रमदान किया। उन्होंने शुद्धिकरण अभियान की प्रशंसा की। अभियान में विधायक डॉ. मोहन यादव, महिला सशक्तिकरण के प्रमुख सचिव जे.एन. कंसोटिया, आयुक्त एकीकृत बाल विकास सेवा पुष्पलता सिंह और कलेक्टर कवीन्द्र कियावत भी शामिल हुए। महिला-बाल विकास मंत्री माया सिंह ने कहा कि उज्जैन सम्पूर्ण विश्व के लिये आस्था का सबसे महत्वपूर्ण केन्द्र है। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ के दौरान वैचारिक विमर्श होगा। इससे निकलने वाले निष्कर्ष से सम्पूर्ण विश्व को नई दिशा मिलेगी। श्रीमती सिंह ने कहा कि सिंहस्थ के दौरान महिला-बाल विकास की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। सिंहस्थ अवधि में महिला सुरक्षा के लिये शौर्या-दल के सदस्य तैनात रहेंगे। दल के सदस्यों को पुलिस के सहयोग से प्रशिक्षित किया जा रहा है। सिंहस्थ के दौरान महिला सशक्तिकरण एवं भ्रूण-हत्या जैसे महत्वपूर्ण विषयों का प्रचार-प्रसार भी विभाग करेगा। मेला क्षेत्र में खोया-पाया केन्द्र स्थापित किये जायेंगे। शुद्धिकरण अभियान में बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए और उन्होंने हस्ताक्षर कर शुद्ध क्षिप्रा का संकल्प लिया। अंगारेश्वर से लेकर सिद्धवट घाट तक 100 से अधिक ट्राली भर कचरा निकाला गया।महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती सिंह ने केन्द्रीय जेल में सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण योजना में विपत्तिग्रस्त महिलाओं को उनकी रुचि के अनुसार ट्रेड का चयन कर प्रशिक्षण दिलवाये जाने की व्यवस्था की गयी है। महिला-बाल विकास मंत्री ने नवजात बेटियों की माताओं का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बेटी के जन्म से लेकर उनके उज्जवल भविष्य के लिये योजनाएँ संचालित की हैं। उन्होंने नागरिकों से कहा कि बेटियों को पढ़ाकर उन्हें स्वावलम्बी बनायें। महिला-बाल विकास मंत्री राहगीरी-डे में शामिल हुईं। इस मौके पर सांसद श्री चिंतामणि मालवीय भी मौजूद थे। महिला-बाल विकास मंत्री ने कार्यक्रम में 150 ई-रिक्शा की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि यह रिक्शे सिंहस्थ में स्वच्छ पर्यावरण में मददगार होंगे। महिला-बाल विकास मंत्री ने जनसंपर्क विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन कर प्रशंसा की। प्रदर्शनी में वर्ष 2004 के सिंहस्थ और इस वर्ष 2016 के सिंहस्थ की तैयारियों को आकर्षक ढंग से चित्रों के जरिये प्रदर्शित किया गया।