भारत की मिसाइल पाकिस्तान में गिरने की घटना पर रक्षा मंत्री ने राज्यसभा में दिया बयान
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नई दिल्ली। पाकिस्तान की सीमा में भारत की मिसाइल गिरने की घटना पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को राज्यसभा में बयान दिया। उन्होंने कहा कि हम अपने हथियार प्रणालियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। यदि कोई कमी पाई जाती है तो उसे तत्काल दूर किया जाएगा।

राजस्थान की सीमा पार कर पाकिस्तान में भारत की सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल ने एयरोस्पेस की दुनिया में तहलका मचा दिया है। यह हादसा तकनीकी गलती से सॉफ्टवेयर अपग्रेड करके मिसाइल की रेंज बढ़ाकर परीक्षण किये जाने के दौरान हुआ था।

भारत की सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज बढ़ाकर नए एयर वर्जन का परीक्षण किये जाने के दौरान यह हादसा हुआ था। परीक्षण करने के दौरान मिसाइल तकनीकी खामी से 09 मार्च को मार्ग से भटककर पाकिस्तान की सीमा में 160 किमी. दूर गिरी थी।

इस घटना पर पाकिस्तान ने 10 मार्च को कहा था कि भारत के सिरसा से लॉन्च की गई एक मिसाइल उनके क्षेत्र में मियां चन्नू इलाके में गिरी है। इससे कुछ निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ है। भारत ने पाकिस्तान के इस दावे पर 24 घंटे तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी, लेकिन अगले दिन भारत ने स्वीकार किया कि मिसाइल गलती से लॉन्च हुई थी।

भारत सरकार ने 11 मार्च को घटना पर खेद जताते हुए उच्चस्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इस पर गंभीरता से विचार करते हुए कहा है कि यह घटना जहां बेहद खेदजनक है, वहीं राहत की बात यह भी है कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है।

भारत के जांच बिठाने के बाद पाकिस्तान ने इस मामले की संयुक्त रूप से जांच करने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन भारत की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

भारतीय वायुसेना को दुनिया की सबसे ताकतवर मिसाइल ब्रह्मोस का नया वेरिएंट मिलने पर भारत की मारक क्षमता 800 किलोमीटर दूर तक हो जाएगी।

पूरे मामले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को राज्यसभा में बयान दिया। उन्होंने सदन को भरोसा दिलाया कि भारत की मिसाइल प्रणाली बहुत विश्वसनीय और सुरक्षित है। इसके अलावा, हमारी सुरक्षा प्रक्रियाएं और प्रोटोकॉल उच्चतम हैं और समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाती है।

आगे उन्होंने कहा कि हमारे सशस्त्र बल अच्छी तरह से प्रशिक्षित और अनुशासित हैं और ऐसी प्रणालियों को संभालने में अच्छी तरह से अनुभवी हैं।

रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि इस घटना के मद्देनजर संचालन, रखरखाव और निरीक्षण के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं की समीक्षा की जा रही है। हम अपनी हथियार प्रणालियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। यदि कोई कमी पाई जाती है तो उसे तत्काल दूर किया जाएगा।