गुरुवार को गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी के आसार
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ग्वालियर। देश के अलग-अलग भागों में सक्रिय चार मौसम प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से अगले 24 घंटे में मौसम बदलने की संभावना है। इस दौरान ग्वालियर सहित अंचल में कहीं गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है तो कहींं आकाशीय बिजली चमकने और गिरने की भी संभावना है। मौसम विभाग ने चुनिंदा क्षेत्रों में धूल भरी आंधी भी चलने की संभावना जताई है।

स्थानीय मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है जबकि हरियाणा और झारखंड में चक्रवात बने हुए हैं। इसके अलावा एक और पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी अफगानिस्तान में बना हुआ है जो जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ रहा है। इन चारों मौसम प्रणालियों का प्रभाव ग्वालियर सहित मध्यप्रदेश के चुनिंदा क्षेत्रों में भी नजर आएगा।

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर सहित प्रदेश के सात जिलों में धूल भरी आंधी चलने, गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने, आकाशीय बिजली चमकने और गिरने की चेतावनी जारी की है। ग्वालियर में बुधवार को देर रात से ही मौसम बदलने की संभावना है। इन मौसम प्रणालियों का असर 22 अपै्रल तक रहेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान में गिरावट तो न्यूनतम तापमान में वृद्धि होगी। इसके बाद धीरे-धीरे अधिकतम तापमान फिर से बेढ़ेगा और भीषण गर्मी व लू की स्थित निर्मित होगी।

 

चार साल बाद न्यूनतम पारा 28 डिग्री सेल्सियस पर: पिछले दिनों की तरह बुधवार को भी मौसम शुष्क रहा। इसके चलते दिन में जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं। दोपहर बाद आसमान में आंशिक बादल नजर आए। इसके चलते अधिकतम तापमान पिछले दिन की तुलना में 0.9 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.4 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री सेल्सियस उछाल के साथ 28.0 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो औसत से 6.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है।

 

मौसम विभाग के अनुसार पिछले चार साल बाद न्यूनतम तापमान इतनी ऊंचाई पर पहुंचा है। इस दृष्टि से मंगलवार-बुधवार की रात वर्तमान मौसम में सबसे गर्म रही। इससे पहले सर्वाधिक 31.0 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान 22 अपै्रल 2017 को दर्ज किया गया था।