धरती से आ मिला आसमान , देखिये कांगेर वैली का नजारा
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जगदलपुर यहां से 35 किमी दूर कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान की खूबसूरती इन दिनों देखते ही बन रही है। 200 किमी क्षेत्र में फैले इस राष्ट्रीय उद्यान के भीतर बारिश के कारण लोग नहीं जा पा रहे हैं।
 
लिहाजा कोटमसर, कैलाश व दंडक गुफा का पाताल लोक नहीं देख पा रहे हैं, लेकिन कांगेर का भाल यानी तीरथगढ़ फाल और बादलों से ढंकी घाटी का नजारा ही लोगों को मोहित कर रहा है।
 
घाटी के ऊपर बादल की चादर छाई हुई है। ऐसा लगता है प्रकृति की इस गोद में आश्रय पाने खुद आसमान धरती पर उतर आया हो। लोग इस अनूठे दृष्य को देखकर रोमांचित हो रहे हैं। कोई इसकी तुलना मसूरी से कर रहा है तो कोई कश्मीर से। कांगेर घाटी की खूबसूरती को कुदरत ने बहुत ही सलीके से सजाया है और इसलिए लिए लोग भी यहां खिंचे चले आ रहे हैं।