गुरू वचन को आत्म-सात कर जीवन धन्य करें
narotam mishra

शिक्षक सम्मान समारोह में जनसंपर्क मंत्री डॉ. मिश्रा 

हमारे देश में गुरूजनों की आकाश गंगा रही है। डॉ. राधाकृष्णन दैदीप्यमान सितारे थे। उनके गरिमामय व्यक्तितत्व से शिक्षक समुदाय गौरवान्वित है। उनका व्यक्तित्व प्रेरणा देता है। जनसंपर्क, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने यह बात वृंद्धावन धाम, दतिया में सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन के जन्म दिवस पर शिक्षक सम्मान समारोह में कही। उन्होंने कहा कि मैं आज शिक्षकों का सम्मान नहीं कर रहा अपितु स्वयं सम्मानित हो रहा हूँ। शिक्षक राष्ट्र का निर्माता होता है इस नाते शिक्षक समाज का यह दायित्व है कि भावी पीढ़ी को शिक्षा के साथ-साथ संस्कारवान भी बनाएँ। भावी-पीढ़ी गुरू वचन को आत्म-सात कर जीवन धन्य करें।

 

जनसंपर्क मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि आज सौभाग्य और सुखद संयोग है कि गणेश चतुर्थी एवं शिक्षक दिवस एक साथ मनाया जा रहा है। उन्होंने छात्र जीवन का संस्मरण सुनाते हुए कहा कि मेरे गुरूदेव ने मुझसे तीन वचन लिए थे। पहला जहाँ रहो वहाँ लोग तुम्हें प्रेम करें, जहाँ से जाओ लोग तुम्हें याद करें और जहाँ जाने वाले हो वहाँ लोग तुम्हारा इंतजार करें। मेरी कोशिश रहती है कि मैं अपने गुरू की आज्ञा का अंत:करण से पालन करूँ। जीवन में शिक्षा की उपादेयता को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा माना जाता है कि जहाँ एक स्कूल खुलता है वहाँ एक जेलखाना बंद होता है।

इस अवसर पर जनसंपर्क मंत्री डॉ. मिश्रा ने लगभग 550 शिक्षक का पुष्पहार, श्रीफल एवं प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मान किया।

 

राज्य-स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षकों का सम्मान 

भोपाल में 5 सितम्बर को राज्य-स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में 12 शिक्षकों को राज्य-स्तरीय शिक्षक पुरस्कार प्रदान किया गया। स्कूल शिक्षा मंत्री कुँवर विजय शाह ने इन शिक्षकों को सम्मानित किया।

 

जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया, उनमें  राजेश चौरे प्राथमिक शाला धनगाँव जिला खण्डवा, सी.एल. कोष्ठी प्राथमिक शाला पिपरिया जिला नरसिंहपुर, सुधीर कुमार तिवारी प्राथमिक शाला जवाहर नगर सतना, राजेन्द्र शर्मा पूर्व माध्यमिक विद्यालय हर्राटोला जिला शहडोल, विश्वजीत सिंह माध्यमिक विद्यालय कुण्डोल खरगोन, लोकनाथ दीक्षित माध्यमिक शाला सिजोरा मण्डला, रामचन्द्र सोलंकी माध्यमिक शाला बावड़िया देवास, शाहिद खान माध्यमिक शाला लोहारी खण्डवा, भरत व्यास कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नागदा उज्जैन,  अरुणिमा सिंह एमएलबी स्कूल शहडोल, हुमराज पटले माध्यमिक विद्यालय बालाघाट और  अरविंद जैन एमएलबी कन्या विद्यालय सागर हैं।

 

पिछले वर्ष के राष्ट्रपति पदक से पुरस्कृत शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। इनमें  गीता सिंह भोपाल और  दिनेश कुमार राव छिंदवाड़ा,  प्रतिभा साहू होशंगाबाद, राजेन्द्र पाल सिंह डंग धार, सतीश कुमार पयासी सागर, जगदीश प्रसाद देशवाली राजगढ़,  सुधा गुप्ता कटनी, पुष्पेन्द्र कुमार पाण्डे अनूपपुर, रघुवीर राय छिंदवाड़ा, अशोक कुमार तिवारी सागर, आलोक सोनवलकर दमोह, प्रमोद कुमार शर्मा दतिया, राजेश कुमार गंधरा उज्जैन और नरेन्द्र कुमार शर्मा देवास शामिल हैं। शिक्षक संगोष्ठी के पुरस्कृत शिक्षक स्वाति रघुवंशी,  संतोष चौहान,  मनोज मिश्रा और  अनिल बरोले को भी सम्मानित किया गया।