बच्चों को पोषित बनाने के लिये अभिनव प्रयास
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92 हजार आँगनवाड़ी में होंगे न्यूट्री-कॉर्नर स्थापित 

बच्चों को पोषण आहार की तरफ आकर्षित करने और उनमें रुचि जागृत करने के लिये प्रदेश की 92 हजार आँगनवाड़ी में 2 अक्टूबर से न्यूट्री-कॉर्नर स्थापित करने का अभियान चलाया जायेगा। इन न्यूट्री-कॉर्नर में पारदर्शी डब्बों में पोषण आहार जैसे- चना, मुरमुरा, गुड़ आदि को रखा जायेगा। इससे बच्चे आकर्षित होकर स्वयं इन डिब्बों से निकालकर मनपसंद चीज खा सकेंगे। इस अभिनव प्रयोग के संबंध में सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास को निर्देश जारी किये गये हैं।

 

न्यूट्री-कॉर्नर की स्थापना से पौष्टिक आहार की कमी से कुपोषित 3 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को आँगनवाड़ी केन्द्रों में ही पौष्टिक आहार लेने के लिये प्रेरित किया जा सकेगा। साथ ही आँगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ायी जा सकेगी। बच्चों के मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य में लाभ, पोषक तत्वों की कमी की पूर्ति, बच्चों में पौष्टिक आहार के खाने की आदत डालना तथा समुदाय द्वारा पौष्टिक आहार के प्रति जागरूकता को भी बढ़ावा मिलेगा।

 

न्यूट्री-कॉर्नर संचालन के दिशा-निर्देश

 

न्यूट्री-कॉर्नर के संचालन के लिये प्रत्येक आँगनवाड़ी केन्द्र में एक स्थान निर्धारित कर पारदर्शी डिब्बों में पौष्टिक आहार रखा जायेगा, जिसे बच्चे आसानी से निकाल सकेंगे।

 

पौष्टिक आहार लेने के पहले बच्चों का हाथ धोना अनिवार्य होगा। आहार सामग्री की उपलब्धता जन-प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं समुदाय के जन-सहयोग से की जायेगी। आँगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा प्रतिदिन न्यूट्री-कॉर्नर डिब्बे में पौष्टिक आहार की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। साथ ही आँगनवाड़ी केन्द्रों में उक्त पौष्टिक आहार सामग्री की उपलब्धता में सहयोग देने वालों की लिस्ट भी प्रदर्शित की जायेगी, जिसमें सहयोगकर्ता, दान-दाता का नाम एवं सहयोग राशि और सामग्री का विवरण अंकित होगा। न्यूट्री-कॉर्नर के संचालन में सहयोग के लिये स्वास्थ्य एवं पंचायत कर्मियों का सहयोग भी लिया जायेगा। कॉर्नर के प्रचार-प्रसार के लिये नील से दीवार-लेखन किया जायेगा, जिससे समुदाय को इसकी जानकारी हो सकेगी।