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सांसद सिंधिया कुपोषण पर चिंतित
सांसद सिंधिया कुपोषण पर चिंतित

मेनका गाँधी और शिवाराज सिंह चौहान को लिखा पत्र 

कांग्रेस सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री  ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह  चौहान एवं केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री  मेनका गांधी को पत्र लिखकर मध्यप्रदेश में कुपोषण के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है | 

सिंधिया ने श्योपुर  जिले के कराहल एवं विजयपुर ब्लाॅक में कुपोषण के कारण हुई बच्चों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मध्य प्रदेश  के मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री  मेनका गांधी को पत्र लिखकर स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच कराके इसके लिए जिम्मेदार दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र में श्री सिंधिया ने उल्लेख किया है कि  श्योपुर  जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लाॅक कराहल एवं विजयपुर  पिछले दो महीने में कुपोषण के कारण 19 बच्चों की मृत्यु हो चुकी है, एवं 100 से ज्यादा बच्चे बीमार हैं और  लगभग 35-40 बच्चे अस्पतालों में भर्ती हैं। 

इसी प्रकार की भयावह स्थिति मुरैना जिले के पहाड़गढ़ व कैलारस ब्लाॅको के आदिवासी क्षेत्रों में भी है। नई दुनिया टीम द्वारा श्योपुर जिले के 16 गावों  में जो सर्वे किया गया है उसके अनुसार तो श्योपुर  जिले में एक माह में 62 बच्चों की मौत कुपोषण के कारण हो चुकी है।

मध्यप्रदेश सरकार का शासकीय अमला  इस गंभीर स्थिति को स्वीकार कर, उसका निदान करने के स्थान पर कुपोषण की इस सच्चाई को  दबाने में लगा हुआ है। विगत 3 सितंबर को विजयपुर ब्लाॅक के गोलीपुरा गांव में छह बच्चों की मौत का कारण, कुपोषण बताने पर ब्लाॅक मेडिकल आॅफिसर डाॅ प्रदीप कुमार का वहां से तत्काल तबादला कर दिया जाता है, और सीएमएचओ डॅा. आर.पी. सरल उनकी रिपोर्ट को बदल कर मौत का कारण कुछ और बताते हैं। हालांकि, बाद में स्वास्थमंत्री श्री रुस्तम सिंह जी ने इन मौतों का कारण कुपोषण होना होना स्वीकार किया है।प्रदेश  के महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव  जे. एन. कंसोटिया ने भी इन क्षेत्रों का दौरा करके कुपोषण से हुई इन मौतों को स्वीकार करने के बजाय इन पर पर्दा डालने की कोशिश  की है ।

श्री सिंधिया ने कहा  कि  जब राज्य सरकार प्रतिमाह करोड़ो रुपया कुपोषण  उन्मूलन पर खर्च कर रही है, तो फिर उसके बाद भी उपरोक्त परिस्थितियाॅं क्यों निर्मित हो रही है,| उन्होंने सरकार से इस सब की  जांच किसी स्वतंत्र निष्पक्ष एजेंसी से कराकर दोषियों के विरुद् सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है|

सिंधिया ने सरकार से यह भी कहा कि  जो बच्चे हमारे इस देश - प्रदेश  का भविष्य हैं, उनके स्वास्थय  के साथ इस प्रकार का खिलवाड़ ना हो सके इस हेतु स्वास्थ्य व महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देष भी दिए जाएँ |

 

MadhyaBharat 15 September 2016

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