गरीब के चेहरे पर मुस्कान के लिए हो रहा है काम
shivraj shahdol

शहडोल जिले के सिंहपुर में  मुख्यमंत्री  चौहान 

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गरीबों के चेहरे में मुस्कान आये। लोगों के लिये रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार का इंतजाम हो। प्रदेश का चहुँमुखी विकास हो इसी सोच और संकल्प के साथ प्रदेश सरकार जनता की सेवा कर रही है। मुख्यमंत्री  शहडोल जिले के सिंहपुर स्थित ऐतिहासिक काली माता एवं गणेश मंदिर प्रांगण में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

 

मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि जनता भगवान है और उसकी सेवा ही मेरी पूजा है। मैं प्रदेशवासियों के विकास के लिये संकल्पित हूँ। मैं शहडोल संभाग को मॉडल संभाग की तरह विकसित करना चाहता हूँ। इसीलिए शहडोल जिले में विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज जैसी सुविधाएँ मुहैया करवाई जा रही हैं। संभाग में जन-सुविधाओं के विस्तार में भी कोई कसर नहीं रखी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी तीन साल में प्रदेश का कोई ऐसा गाँव नहीं बचेगा, जो पक्की सड़क से न जुड़ा हो। इसी तरह बिजली एवं सिंचाई सुविधाओं को विस्तारित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री सिंह ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई सबसे महत्वपूर्ण है। सरकार गुणवत्तायुक्त शिक्षा के विस्तार के लिये अनेक योजनाएँ संचालित कर रही हैं।मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश के विकास के लिये आम जनता से सरकार के कार्यों में सहभागिता करने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों को बेटे-बेटियों की पढ़ाई को महत्व देने, उनके बीच अंतर नहीं करने, वृक्षारोपण करने तथा स्वच्छता अभियान के संचालन में सक्रिय भूमिका निभाने की शपथ दिलाई।

काली माता एवं गणेश मंदिर परिसर का होगा सर्वांगीण विकास

मुख्यमंत्री  सिंहपुर स्थित ऐतिहासिक काली माता मंदिर, गणेश मंदिर तथा पचमठा मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंदिर के 40 एकड़ के परिसर के सर्वांगीण विकास, तालाब और मंदिर प्रांगण के सौन्दर्यीकरण की घोषणा की।

मुख्यमंत्री  चौहान ने सिंहपुर में पेयजल व्यवस्था हेतु पाईपलाईन विस्तार एवं ओव्हर हेड टैंक निर्माण, थाना भवन निर्माण, खटखरिहा तालाब में श्मशान घाट में बाउण्ड्री वाल निर्माण, कब्रिस्तान के विकास तथा नहरों की मरम्मत की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सगरा तालाब से झिरिया तालाब तक पानी लाने के कार्य का तकनीकी परीक्षण करवाया जाएगा। जीर्ण-शीर्ण नहरों की मरम्मत एवं विस्तार का भी तकनीकी परीक्षण कराकर स्वीकृति दी जाएगी।