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मंडला News


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मंडला। आजादी के बाद से कांग्रेसियों ने जनता के साथ कैसा व्यवहार किया है, ये शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। इस चुनाव में भी बहुरूपिये कांग्रेसी वादों की लिस्ट लेकर आ रहे हैं, लेकिन पहले इनसे पुराना हिसाब मांगना होगा। कांग्रेस ने 15 महीने की सरकार में क्या किया, इस पर बहुत अच्छे से विचार करने के बाद फैसला लेना होगा। कांग्रेस के सामने रावण का अहंकार भी कहीं नहीं टिकता। लेकिन इस चुनाव में हमारी शक्तिस्वरूपा मातृशक्ति अन्याय के रावण का वध करने तत्पर है। यह बात केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण, उद्योग एवं जलशक्ति राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने मंडला जिले की बिछिया विधानसभा के ग्राम लफरा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन व जनसभा को संबोधित करते हुए कही। इसके उपरांत पटेल ने सिवनी जिले के लखनादौन में भी जनसभा को संबोधित किया।   आदिवासियों ने दुनिया को दिया ही है, लिया कुछ नहीं   केन्द्रीय मंत्री पटेल ने आदिवासियों के धैर्य एवं साहस को प्रणाम करते हुए कहा कि आदिवासियों का चरित्र कभी लालच और वैमनस्यता के आसपास भी नहीं रहा। उन्होंने हमेशा दुनिया को दिया है, लिया कभी कुछ नहीं। पटेल ने कहा कि आज एक बार फिर से इतिहास स्वयं को दोहरा रहा है। आदिवासियों के भोजन को गरीबों का खाना कहकर तिरस्कार करने वाले अब फिर से उसी खाने के लिए आदिवासियों पर आश्रित हो गए हैं। उन्होंने कहा कि श्री अन्न (कोदो, कुटकी, ज्वार, बाजरा) को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया में प्रतिष्ठित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हमारे आदिवासियों की जीवन शैली को वैज्ञानिक शोधों के आधार पर भी सर्वोत्तम माना गया है, ये हमारे लिए अत्यंत गौरव का विषय है।   विकास की दोगुनी रफ्तार के लिए डबल इंजन की सरकार जरूरी पटेल ने कहा कि भाजपा को वोट इसलिए चाहिए कि जिन लोगों के सिरों पर अभी प्रधानमंत्री आवास की छत नहीं है, उन्हें छत दी जा सके। जिन गांवों और घरों में पानी नहीं पहुंच सका है, वहां पानी पहुंचाया जा सके। जिन माताओं-बहनों को उज्ज्वला गैस कनेक्शन नहीं मिला है, उन्हें गैस दी जा सके। पटेल ने कहा कि हम डबल इंजन की सरकार इसलिए चाहते हैं ताकि विकास की रफ्तार दोगुनी हो सके। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर विजय आनंद न केवल पढ़े-लिखे हैं, बल्कि जनता की सेवा में समर्पित भी हैं। उन्होंने बताया कि डॉ. आनंद ने कोरोना काल में किस तरह से मरीजों की सेवा की थी और उनके जीवन को बचाया था। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आपका एक सही चुनाव आपके और आपकी पीढ़ियों के भविष्य पर प्रभाव डाल सकता है। भाजपा में शामिल हुए युवा कार्यकर्ता सम्मेलन और जनसभा के दौरान केन्द्रीय मंत्री पटेल की उपस्थिति में बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इन युवाओं में राजा केवट, सुनील केवट, संतोष मरकाम, अंचल केवट, गोविंद केवट, लच्छी केवट, सौरव केवट, सुनील केवट, अंचल केवट एवं दुर्गेश नंदा आदि शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री पटेल ने सभी नए साथियों का पार्टी में स्वागत कर बधाई दी।   इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष भीष्म द्विवेदी, मंडला के विधायक देवसिंह सैय्याम, विधानसभा संयोजक नानवानी, महामंत्री व विधानसभा प्रभारी उमेश ठाकुर, आलोक दीक्षित, नीरज पटेल, पार्टी कार्यकर्ता एवं मातृशक्ति उपस्थित रही।

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 MadhyaBharat  23 October 2023

bhopal, Congress government,Kamal Nath

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज गुरुवार को मण्डला जिले में अभा कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी आयोजित कांग्रेस की जन आक्रोश सभा में शामिल हुए। यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मप्र में बेरोजगारी का हाल बहुत बुरा हो चुका है। प्रदेश की भाजपा सरकार आज युवाओं की सुध लेने को तैयार नहीं है। प्रदेश भ्रष्टाचार में नंबर वन है। भ्रष्टाचार का हाल यह है कि प्रदेश का हर नागरिक या तो भ्रष्टाचार का गवाह है या फिर भ्रष्टाचार का शिकार है। शिवराज सिंह चौहान ने कमीशन दो और काम लो वाला एक सिस्टम प्रदेश में विकसित कर दिया है। प्रदेश में बीज और खाद के लिए भटकता हुआ किसान शिवराज सिंह चौहान के कुशासन का सबसे बड़ा उदाहरण है।     कमलनाथ ने कहा कि चुनाव में केवल 32 दिन बचे हैं, 17 नवंबर को मतदान होना है। यह केवल एक उम्मीदवार या एक व्यक्ति का चुनाव नहीं है, ना ही यह केवल एक पार्टी का चुनाव है। यह मध्य प्रदेश और विशेष रूप से मंडला के भविष्य का चुनाव है। मैं आपको बता देना चाहता हूं कि अगर प्रदेश का भविष्य सुरक्षित रहेगा, तो मंडला का भी भविष्य सुरक्षित रहेगा और मंडला का भविष्य सुरक्षित रहेगा तो यहां के युवाओं का भी भविष्य सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि आपको याद रखना है कि आपको अपना भविष्य सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी खुद उठानी है और 17 तारीख को जब आप बटन दबाए तो आपका वोट केवल कांग्रेस को जाए।     मुख्यमंत्री शिवराज ने 18 साल राज किया लेकिन उनके पास कोई उपलब्धि नहीं कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में 18 साल से राज कर रहे हैं। लेकिन फिर भी इनके पास बताने के लिए आज कोई उपलब्धि नहीं है। हमारी सरकार 2018 में बनी थी हमने 15 महीने सरकार चलाई जिसमें हमने अपनी नीति और नियत का परिचय दिया था। मैं आज शिवराज सिंह जी से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने अपने 18 साल में दिया क्या है?

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 MadhyaBharat  12 October 2023

bhopal,Chief Minister Shivraj , Madhya Pradesh

भोपाल। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा गुरुवार को मध्य प्रदेश के एक दिवसीय प्रवास पर मंडला जिले के रामनगर पहुंची और यहां पार्टी की जन आक्रोश यात्रा की सभा को संबोधित किया। मप्र के प्रवास पर आईं प्रियंका गांधी वाड्रा पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निशाना साधते हुए उनसे तीखे सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि आपकी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पीएफआई पर कार्रवाई का विरोध क्यों कर रहे हैं, क्या आप उनके बयान से सहमत हैं?   मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को भोपाल में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पीएफआई टेरर फंडिंग करती है। आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त है। इससे जुड़े लोग देश के दुश्मन हैं। पीएफआई पर कार्रवाई होती है, तो दिग्विजय सिंह इसका विरोध करते हैं। क्या यही कांग्रेस का स्टैंड है? आतंकवादियों की महिमा मंडित करना, सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध करना, पीएफआई पर कार्रवाई का विरोध करने वाले बयान से क्या आप भी सहमत हैं?   उन्होंने ने कहा कि प्रियंका जी, आज मध्य प्रदेश में आपको जवाब देना पड़ेगा, क्या दिग्विजय सिंह के बयान से आप सहमत हैं। कांग्रेस जवाब दे, प्रियंका वाड्रा जवाब दें। क्या पीएफआई पर कार्रवाई का कांग्रेस विरोध कर रही है।     शिवराज ने प्रियंका से सवाल करते हुए कहा कि आप मंडला में हैं, जो आदिवासी जिला है। प्रदेश की बैगा, भारिया, सहरिया जाति की पिछड़ी बहनों को मैं 1000 रुपये देता था, कमलनाथ ने, कांग्रेस सरकार ने इसको क्यों बंद करवा दिया? आदिवासी बहनें आपसे जवाब मांग रही हैं। मुंह में राम बगल में छुरी, सामने आदिवासी प्रेम और पीछे दी गई सुविधा को समाप्त करने का अपराध आपने क्यों किया? प्रियंका जी, जवाब तो देना होगा। क्या प्रियंका जी, पिछली बार की तरह मध्य प्रदेश में फिर झूठ की गारंटी देने आ रही हैं, जवाब तो देना होगा।

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 MadhyaBharat  12 October 2023

mandla, Truck caught fire ,ditch

मंडला। मध्य प्रदेश के मंडला जिले में मंगलवार सुबह एक ट्रक अनियंत्रित होकर खाई में गिर गया। खाई में गिरते ही ट्रक में आग लग गई। ट्रक में मौजूद चालक ने जलते ट्रक से किसी तरह बाहर कूदकर अपनी जान बचाई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।   जानकारी अनुसार मंडला- जबलपुर मार्ग पर निवास में संकरी घाटी के पास मंगलवार सुबह एक ट्रक अचानक अनियंत्रित हो गया और 100 फीट गहरी खाई में जा गिरा। खाई में गिरते ही ट्रक में आग लग गई। दुर्घटना के समय ट्रक के अंदर चालक अकेला था। चालक ने जलते ट्रक से कूदकर किसी तरह अपनी जान बचाई। घाटी क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क नहीं होने के कारण दुर्घटना की जानकारी समय पर पुलिस को नहीं दी जा सकी। घाटी क्षेत्र से गुजरने वाले अन्य लोगों ने इस बात की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने दुर्घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस ट्रक और हादसे के बारे में जानकारी जुटा रही है।

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 MadhyaBharat  30 May 2023

mandla, Uncontrolled truck , CRPF personnel

मंडला। जिले के बिछिया में एनएच 30 राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोमवार सुबह एक तेज रफ्तार अनियंत्रित ट्रक ने कई वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। ट्रक ने पहले सीआरपीएफ के जवानों से भरी गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद वाहन 10 मीटर तक घसीटकर डिवाइडर को तोड़ते हुए पलट गया। इसके बाद ट्रक ड्रायवर रूकने की बजाय बाजार में खड़े दूसरे वाहनों को रौंदता हुआ वहां से भागने लगा। इस हादसे में 12 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें डेढ़ माह का एक बच्चा सहित 4 की हालत गंभीर हैं। छोटी बच्ची को जबलपुर मेडिकल कॉलेज एवं दो अन्य लोगों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। जानकारी अनुसार ट्रक इमारती लकड़ियों से भरा हुआ था और रायपुर की तरफ से आ रहा था। इस दौरान बिछिया नगर में भीड़ भरे बाजार में आकर ट्रक बेकाबू हो गया। ट्रक ने सबसे पहले सीआरपीएफ के जवानों से भरे वाहन को टक्कर मारी। टक्कर के बाद वह उसे घसीटता हुआ 10 मीटर तक ले गया जिससे वाहन डिवाइडर से टकरा कर पलट गया। इसके बाद ट्रक ड्रायवर वहां से भागने की फिराक में सड़क पर खड़े 10 से ज्यादा बाइक व ऑटो सहित अन्य गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया। लोग अपनी जान बचाते हुए इधर-उधर भागने लगे।घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। जिसके बाद एसडीएम एवं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया। ट्रक की टक्कर के बाद कुछ बाइक भी उसमें फंस गई। लोगों ने दौड़कर ट्रक को रुकवाया। बिछिया पुलिस के अनुसार घटना में 12 लोग घायल हुए हैं। जिनमें से 4 लोग गंभीर हैं। गंभीर घायलों के नाम शिवांश मरावी (डेढ़ माह) (माता का नाम- अनिता मरावी), अशोक ताराम, मनीष यादव, कुद्दू लाल पटेल हैं। पुलिस ने आरोपित ट्रक ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है। गंभीर रूप से घायलों को छोड़ अन्य घायलों को बिछिया स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना में घायल सीआरपीएफ के 8 जवानों को बिछिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।

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 MadhyaBharat  27 March 2023

mandla, City Council CMO , taking bribe

मंडला। जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को मंडला जिले की निवास नगर परिषद में पदस्थ प्रभारी सीएमओ विकेश कुम्हरे और एक कर्मचारी संदीप दुबे को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। बताया गया है कि बोरवेल खनन का भुगतान कराने के एवज में उक्त रिश्वत की मांग की गई थी, जिसकी शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया।     जानकारी के अनुसार, जगमोहन सिंह शंकर ने जबलपुर लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत करते हुए बताया था कि उन्होंने निवास नगर परिषद क्षेत्र में वर्ष 2022 में तीन बोरवेल का खनन कराया गया था, जिसका भुगतान एक लाख 97 हजार 296 रुपये होना था। पहले एक लाख की हुई डिमांड, लेकिन बाद में 50 हजार रुपये में डील पक्की हुई है। इस भुगतान के लिए सीएमओ विकेश कुम्हरे द्वारा पैसों की मांग दैनिक वेतनभोगी कर्मी संदीप दुबे के माध्यम से की गई थी। पैसों की मांग से परेशान होकर जगमोहन ने लोकायुक्त से इसकी शिकायत की थी। इसके बाद बुधवार लोकायुक्त की आठ सदस्यीय टीम ने ने ट्रेप करते हुए सीएमओ द्वारा कहे जाने पर संदीप दुबे को 50 हजार रुपये नकद रिश्वत लेते पकड़ा। वहीं कार्यवाही के बाद से ही नगर परिषद में पदस्थ कई कर्मी गायब हो गये हैं। लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबडे ने बताया कि दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कियाग या है और फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है।  

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 MadhyaBharat  1 March 2023

mandla, Tiger family increased , Kanha National Park

मंडला। मध्य प्रदेश के कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में एक बार फिर बाघों का कुनबा बढ़ गया है। यहां डीजे-टी 27 बाघिन इन दिनों पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। वह अपने पांच शावकों के साथ घूमते हुए लगातार जंगल में सफारी करने वालों को दिखाई दे रही है। पर्यटक यहां पांच शावकों के साथ बाघिन को देखकर ने केवल रोमांचित हो रहे हैं, बल्कि उसकी तस्वीरें और वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।     कान्हा नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह ने मंगलवार को बताया कि बाघिन डीजे टी 27 अपने बच्चों के साथ देखी जा रही है। आए दिन पर्यटकों द्वारा पार्क के कान्हा, किसली, मुक्की एवं सरही जोन से बाघ-बाघिन और शावकों की तस्वीरें व वीडियो सामने आ रहे हैं। शावकों की ये तश्वीरें कान्हा में बाघों के बढ़ते कुनबे की ओर इशारा करती हैं।   गौरतलब है कि 2018 की गणना के अनुसार कान्हा में 118 बाघ थे। इनमें 39 नर, 42 मादा और 35 बच्चे थे। पार्क प्रबंधन की आंतरिक गणना (अनुमानित) के अनुसार वर्तमान में लगभग 100 व्यस्क बाघ और 25-30 शावक हैं। जल्द ही डीजे , नीलम, नैना सहित 5-6 बाघिन के शावक वयस्क होकर अपनी दहाड़ से कान्हा नेशनल पार्क के जंगल को गुंजायमान करेंगे। हालांकि, पिछले साल यानी 2022 में पार्क में चार बाघ की मौत भी हुई है। इसमें दो की प्राकृतिक मौत, एक बाघ रीढ़ की हड्डी में आई चोटों की वजह से व एक रेस्क्यू कर लाए शावक की मौत हुई है।   फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह ने बताया कि बाघ की असमय मौत का सबसे प्रमुख कारण इनका आपसी संघर्ष होता है और यह खतरा जन्म लेते ही बाघ के सिर पर मंडराने लगता है। मादा से प्रणय की चाह में बाघ शावकों की जान ले लेते हैं। वहीं वयस्क बाघों के बीच भी क्षेत्र और मादा को लेकर जानलेवा और भीषण संघर्ष होता है। इसमें एक की मौत होना तो तय है ही साथ ही इसमें दूसरा बाघ भी गंभीर चोटिल होता है। जंगल में बाघों के धनत्व बढ़ने के साथ ही इनके क्षेत्रीयता को लेकर होने वाले आपसी संघर्ष का खतरा भी बढ़ता जाता है।   उन्होंने बताया कि यदि कोई मादा की मृत्यु हो जाए तो उसके अनाथ शावकों के लिए गोरेला में सेंटर है। जिसमें हम उन्हे रखते हैं। इस तरह से प्रशिक्षित करते हैं कि वे वन्य जीवन के लिए तैयार हो जाएं। उन्होंने बताया कि अभी तक 10 शावकों को यहां प्रशिक्षित कर जंगल में छोड़ जा चुका है। वर्तमान में भी सिवनी जिले से रेस्क्यू किया हुआ, एक शावक यहां है, उसकी प्रगति आशाजनक है। पार्क में सतत संपर्क के लिए एक वायरलैस नेटवर्क है। कोर जोन में 120 एवं बफर जोन में 50 पेट्रोलिंग कैम्पों के माध्यम से वनरक्षक एवं सुरक्षा श्रमिकों द्वारा सघन पैदल गश्ती की जाती है। इसके अतिरिक्त चलित उड़न दस्तों, टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स एवं भूतपूर्व सैनिकों की सेवाएं ली जा रही हैं।   नॉवेल 'द जंगल बुक' में कान्हा का जिक्र गौरतलब है कि भारत के मध्य में स्थित प्रदेश का सबसे बड़ा कान्हा टाइगर रिजर्व राष्ट्रीय उद्यान है। पार्क में टाइगर, भारतीय तेंदुए, भालू, बारहसिंगा और जंगली कुत्ते की आबादी अधिक है। रुडयार्ड किपलिंग की प्रसिद्ध नॉवेल 'द जंगल बुक' में दर्शाए गए जंगल को कान्हा टाइगर रिजर्व पर आधारित माना गया है।  

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 MadhyaBharat  31 January 2023

मंडला की तीन ग्राम पंचायत के बैगा समुदाय को मिले हेबीटेट राईट्स

ग्राम सभा एवं उपखंड वनाधिकार समिति की अनुशंसा को जिला वनाधिकार समिति ने दी स्वीकृति अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परम्परागत वन निवासियों को हेबीटेट राईटस दिये जा रहे हैं। मंडला जिले की जनपद पंचायत बिछिया की तीन ग्राम पंचायत कन्हारीकला, चंगरिया और मेढ़ाताल के बैगा समुदाय के हेबीटेट राईटस (प्राकृतिक पर्यावास के अधिकार) के दावे ग्राम पंचायत एवं उपखण्ड स्तरीय वनाधिकार समिति की अनुशंसा के बाद जिला स्तरीय वनाधिकार समिति द्वारा स्वीकृति जारी कर दी गई है। तीनों पंचायत में बैगा समुदाय के लोगों के लिये जननांकीय निर्धारक, आर्थिक/जीवन उर्पाजन के लिये प्रयोजन, सांस्कृतिक/धार्मिक, औघधि एवं कंदमूल आदि के लिये सीमा का विस्तार और खसरा निर्धारित किया गया है। इन ग्राम पंचायतों के 541 बैगा परिवारों को 664 हेक्टेयर वनभूमि एवं 435 हेक्टेयर राजस्व भूमि (बड़े-छोटे झाड़) के जंगल में, इस प्रकार कुल 1099 हेक्टेयर भूमि में हेबीटेट राईटस प्रदान किये जाने की मान्यता दी गई है। जिला समिति द्वारा स्वीकृत क्षेत्रों में ग्राम पंचायत कन्हारीकला, चंगरिया और मेढ़ाताल के बैगा समुदाय के लोग अनुषांगिक प्रयोजनों के लिये सांस्कृतिक मान्यताओं के स्थलों, संसाधनों तक आने-जाने के उपयोग, वन / राजस्व वन क्षेत्रों से प्राप्त काष्ठ, लघु-वनोपज, गैर कृषि खाद्य, चारागाह, औषधि, जलाऊ लकड़ी का संग्रहण तथा संसाधनों तक पहुँच के लिये आवागमन, परम्परागत तरीके से ग्राम की सीमाओं के अंदर नदी, नालों में मछली पकड़ने, सांस्कृतिक - धार्मिक प्रयोजन के स्थलों तक पहुँच एवं उपयोग, आजीविका के लिये खाद्य आदि संग्रहण एवं संसाधनों तक पहुँच के लिये आवागमन और बैगा परम्पराओं के अनुसार विभिन्न बीमारियों / प्राकृतिक प्रकोप के उपचार हेतु उनके औषधिक ज्ञान अनुसार औषधियों तक पहुँचने एवं संग्रहण के लिये स्थलों का चिन्हाकंन किया गया है।   हेबीटेट राईट्स के प्रस्ताव / दावा पर पहले ग्राम सभा एवं उपखण्ड स्तरीय वनाधिकार समिति द्वारा कार्यवाही पूर्ण की गई। प्रस्ताव दावा निराकरण के लिए अनुशंसा सहित जिला स्तरीय वनाधिकार समिति को भेजा गया। प्रस्ताव पर जिला स्तरीय समिति द्वारा विस्तृत समीक्षा एवं चर्चा की गई। इसमें संबंधित ग्राम पंचायतों के बैगा समुदाय एवं उपस्थित जन-प्रतिनिधियों के समक्ष दावे से संबंधित सभी जानकारियाँ पढ़ कर सुनाई गई। बैगा समुदाय के लोगों द्वारा सभी तथ्यों पर सहमति व्यक्त कर तैयार किये गये नजरी नक्शे का भी समिति के समक्ष परीक्षण कर मानचित्र पर स्थल सत्यापन किया गया। समिति के सभी उपस्थित सदस्यों, उपखण्ड स्तरीय समिति के प्रतिनिधि एवं बैगा समुदाय की सहमति के बाद जिला स्तरीय समिति द्वारा निर्धारित शर्तों के अनुसार हेबीटेट राईट्स के दावे को सर्व सम्मति से मान्य करने की स्वीकृति दी गई।   मण्डला जिले में इसके पूर्व मवई जनपद के अमवार में हेबीटेट राईट प्रदान किये जा चुके हैं। शासन की मंशा के अनुसार जल, जंगल एवं जमीन का वास्तविक अधिकार बैगा समुदाय को दिया जा रहा है। हेबीटेट राईटस मिल जाने से बैगा समुदाय वनों में अपनी प्राचीन परम्पराओं का निर्वाह पहले की तरह निश्चिंत होकर कर सकेंगे।

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 MadhyaBharat  29 November 2022

उग्रवादियों से मुठभेड़ में मंडला का बेटा शहीद

  शहीद गिरजेश कुमार का पार्थिव शरीर जबलपुर लाया जायेगा    मंडला जिले का बेटा सीमा की सुरक्षा करते हुए बलिदान हो गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि त्रिपुरा में बांग्लादेश सीमा पर उग्रवादियों से हुई मुठभेड़ में मंडला जिले का लाल बलिदान हो गए ।पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बलिदानी गिरजेश कुमार की देह को अगरतला से कोलकाता होते हुए जबलपुर लाया जाएगा। यहां आज शाम तक पार्थिव शरीर पहुंचने की संभावना है, जिसके बाद उनके गृह ग्राम चारगांव माल में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। जिसकी सूचना बीएसएफ हेड क्वार्टर द्वारा दी गई है।  बीएसएफ हेड कान्स्टेबल की पोस्ट पर तैनात गिरजेश कुमार उद्दे जिले के बीजाडांडी विकासखंड के ग्राम चारगांव माल के रहने वाले हैं।  वह वर्तमान में त्रिपुरा में पदस्थ थे। त्रिपुरा के पानीसागर सेक्टर में सीमा चौकी सिमना द्वितीय की सीमा पर गश्त कर रहे एक दल पर उग्रवादियों ने घात लगाकर भारी संख्या में फायरिंग कर दी थी।  फायरिंग  के दौरान बीएसएफ हेड कान्स्टेबल गिरजेश कुमार उद्दे को चार गोलियां लगी थीं। उन्हें हेलिकाप्टर से अगरतला ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शहीद गिरजेश कुमार  के घर में उनकी पत्नी राधा देवी, दो पुत्र विपिन, तरुण और एक पुत्री चंद्रिका है। जो वर्तमान में जबलपुर में निवास करते हैं। 

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 MadhyaBharat  20 August 2022

 chital hunt

पर्यटकों ने शिकार करने का वीडियो कैमरे में किया कैद   मध्यप्रदेश के कान्हा नेशनल पार्क से  एक वीडियो सामने आया है | इस रोमांच भरे वीडियो में बाघ चीतल का शिकार कर अपना भोजन बनाते नजर आ रहा है |  जिसको पर्यटकों ने अपने कैमरे में कैद किया  |  मंडला स्थित कान्हा नेशनल पार्क में बाघ ने एक  चीतल का शिकार किया  |  जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जाम कर वायरल हो रहा है |  जानकारी के अनुसार कान्हा नेशनल पार्क घूमने आए पर्यटकों ने  शिकार का ये दुर्लभ नजारा देखा  | जिसमे  बाघ  शिकार करने के बाद  चीतल को घसीटते हुए नजर आया |  इसके बाद  कुछ ही दूरी पर  बाघ ने  मृत चीतल को खाया  | जहाँ पर्यटकों ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया  |   

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 MadhyaBharat  8 November 2021

 Faggan Singh Kulaste

शराब लोगों के लिए टॉनिक से कम नहीं   मध्य प्रदेश में अनलॉक होते ही शराब की दुकानें खोलने और उसकी टाइमिंग ज्यादा होने के सवाल पर केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने  कह  कि शराब लोगों को टॉनिक की तरह लगती है | लोग अन्य जरूरी चीजों से ज्यादा शराब की दुकानें खोलने की मांग कर रहे थे  |  केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा राज्यों को शराब से रेवेन्यू मिलता है | लॉकडाउन में लोग शराब के लिए भी परेशान हुए  | उन्होंने कहा मुझे पता नहीं लेकिन ऐसा लगता है  कि शराब लोगों के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं है. | कोरोना काल में यह उन्हें ज्यादा महत्वपूर्ण लगती है | शायद इसलिए दुकान खुलते ही यहां भीड़ जमा हो जाती है | 

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 MadhyaBharat  8 June 2021

 TIGER FIGHT

कैमरे में कैद बाघों के बीच वर्चस्व की लड़ाई   बाघिन के लिए बाघ दिखा रहे हैं दम ख़म   कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में इन दोनों युवा बाघ अपना दमखम दिखा रहे हैं |  इन वयस्क बाघों में बाघिन के लिए झगडे आम हो चुके हैं  | बाघों में वर्चस्व की यह लड़ाई अब पर्यटकों के सामने भी हो रही है |  जिसे लोग अपने कैमरे में भी कैद कर रहे हैं |  कान्हा नेशनल पार्क में बाघों में बाघिन को लेकर आपसी लड़ाई चल रही है |  इसके चलते पार्क के सरही रेंज में दो बाघ आपस में भिड़ गए | इसी कड़ी में पिछले दिनों मुक्की रेंज के बाबा ठेंगा तालाब के पास दो बाघ आपस में  लड़ते नजर आए  थे | कान्हा पार्क प्रबंधन बाघों को लड़ने से रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है, जिससे बाघों को नुकसान हो सकता है  | क्योंकि कारण स्पष्ट है कि जब हाथी गश्ती दल को पता चलता था कि बाघिन को लेकर बाघों के बीच में वर्चस्व की लड़ाई हो रही है तो ऐसे समय में गश्ती दल किसी एक बाघ को दूर तक खदेड़ देता था, जिससे बाघ आपस में नहीं लड़ पाते थे लेकिन पिछले कुछ दिनाें से प्रबंधन द्वारा ऐसे कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं, जबकि तीन-चार दिनों में ही मुक्की तथा सरही रेंज मेें वर्चस्व की लड़ाई जारी है और बाघिन को आकर्षित करने के लिए बाघ अपनी जान पर खेल रहे हैं  | मुक्की रेंज के बाबा ठेंगा तालाब के पास जब दो बाघ एक बाघिन को लेकर वर्चस्व की लड़ाई कर रहे थे उसी समय पर्यटकों ने इनकी आपसी लड़ाई के दृश्य को अपने कैमरों में कैद किया  | साथ ही कुछ पर्यटकों ने इसकी वीडियो भी बनाया   बाघिन को लेकर टी- 20 और टी- 24 बाघ के बीच में काफी देर तक लड़ाई हुई, वहीं बाघिन टी 27 चुपचाप यह नजारा देखती रही |  कान्हा नेशनल पार्क  की उपसंचालक अंजना सुश्चिता तिर्की का कहना है  बाघिन पर वर्चस्व बनाने के लिए बाघ आपस में लड़ाई करते हैं, ये स्वाभाविक है |  हाथी गश्ती दल से मॉनीटरिंग चलती रहती है  | कई बार हाथी गश्ती दल द्वारा बाघ को हटाया जाता है और वर्चस्व की लड़ाई में अगर बाघ घायल होता है तो इसका इलाज किया जाता है  | 

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 MadhyaBharat  10 January 2020

 RAKTDAAN

रक्तदान सूची को लेकर हुई जमकर बहस    रक्तदान महादान की बात करने वाले मंडला के एक एसडीएम आसाराम मेश्राम और बीईओ आनंद जैन में रक्तदान सूची को लेकर जमकर बहस हुई  इन अधिकारीयों को देख कर लग नहीं रहा था कि इनको रक्तदान जैसे आयोजन से कोई ख़ास लगाव है   सब अपनी अपनी बॉस गिरी झाड़ने में लगे थे   मंडला में रक्तदान शिविर के दौरान निवास एसडीएम आसाराम मेश्राम और बीईओ आनंद जैन में रक्तदान सूची को लेकर जमकर कहा सुनी हुई  दोनों अधिकारीयों की रार का कुछ हिस्सा कैमरे में कैद हो गया   दोनों अधिकारियों ने एक दूसरे को खरी खोटी सुनाई   वही ब्लॉक शिक्षा अधिकारी आनंद जैन ने एसडीएम आसाराम मेश्राम पर झूठी शिकायत और गलत व्यवहार करने के आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने आपका गेट नहीं बनवाया आप इसलिए मेरे पीछे पड़े हुए हैं  अधिकारीयों ने एक दूसरे पर झूठी शिकायतें करने के आरोप भी लगाए   दरअसल निवास ब्लॉक मुख्यालय में सोमवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था जहां पर खंड स्तरीय अधिकारी, कर्मचारियों  के अलावा क्षेत्रीय जनता रक्तदान कर रही थी   उसी दौरान दोनों अधिकारियों में जमकर बहस हुई    

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 MadhyaBharat  23 July 2019

महाकौशल में नर्मदा से नई राजनीति का आरम्भ

  महाकौशल और 1600 किमी की नर्मदा अब भाजपा और कांग्रेस के लिए गढ़ बन गई है। चुनाव से पूर्व महाकोशल में संगठन के 'कौशल' का दांव लग चुका है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा यात्रा की शुरुआत की थी। उन्होंने तकरीबन 1500 किमी की परिक्रमा की और नर्मदा को बचाने के लिए 6 करोड़ पौधे नर्मदा किनारे रोपे। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 6 माह 11 दिन नर्मदा परिक्रमा की। उन्होंने 110 विधानसभा क्षेत्रों की यात्रा की। इसके बाद नर्मदा से जुड़े मुद्दे राजनीति के मुद्दे बन गए। कितने पौधे रोपे गए और उसमें से कितने पौधे जीवित बचे, इन पर राजनीति शुरू हो गई। भाजपा और कांग्रेस ने संगठन की जवाबदारी महाकोशल के दो बड़े नेताओं को सौंप दी है। भाजपा ने महाकोशल क्षेत्र से राकेश सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने भी एक सप्ताह के अंदर महाकोशल क्षेत्र के वरिष्ठ नेता कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। इससे अब पूरे प्रदेश की राजनीति महाकोशल और नर्मदा से जुड़े मुद्दों पर टिक गई है। पिछले साल मंडला में एक कार्यक्रम में पहुंचे एक दर्जन विधायकों ने कमलनाथ को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने आवाज उठाई थी। इसके बाद सालभर में करीब दस बार कमलनाथ को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा चली, लेकिन कुछ नहीं हुआ। यहां तक कि विधायकों का एक प्रतिनिधि मंडल ने राहुल गांधी से मिलकर कमलनाथ को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की मांग की, लेकिन उस वक्त राहुल गांधी ने कहा था कि अरुण यादव से मिलें। इससे सभी विधायक सकते में आ गए थे। महाकोशल क्षेत्र- जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, बालाघाट, सिवनी, डिंडौरी। कुल सीट - 38 भाजपा - 24 कांग्रेस - 13 निर्दलीय - 1 नर्मदा से जुड़े मुद्दे भाजपा और कांग्रेस के लिए राजनीति का केन्द्र बन गए हैं। दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा के दौरान कमलनाथ दो बार उनकी परिक्रमा में शामिल हुए। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और सांसद कमलनाथ के बीच गठजोड़ वहीं से शुरू हो गया था। नर्मदा परिक्रमा के समापन दिवस पर भी कमलनाथ पहुंचे। इसके बाद वे दोबारा शंकराचार्य स्वरूपानंद जी का आशीर्वाद लेने झोंतेश्वर आए। दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा के दौरान ही कमलनाथ को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने दिग्विजय सिंह का समर्थन मिल गया था। नर्मदा से जुड़े मुद्दों पर राजनीति करना है, इसके संकेत भी उन्हें मिल गए थे। विधिक विमर्श कार्यक्रम में कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह से मंच से ही पूछा था कि नर्मदा किनारे कितने पौधे आपको दिखाई दिए जोकि सीएम ने लगाए थे, दिग्जिवय सिंह ने कहा कि उन्हें कोई पौधा रोपा हुआ दिखाई नहीं दिया। वहीं मुख्यमंत्री ने नर्मदा घोटाला उजागर करने वालों को राज्यमंत्री का दर्जा दे दिया। महाकोशल में भाजपा की 24 सीटें हैं, लेकिन जो गुप्त रिपोर्ट भाजपा के पास पहुंची है उसके अनुसार भाजपा अधिकतर सीटें विधानसभा चुनाव में हार रही है। यह जानकारी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास भी पहुंची है। इससे भाजपा ने महाकोशल क्षेत्र के ही नेता को प्रदेशाध्यक्ष बनाकर कुछ हद तक इस क्षेत्र का जनाधार खिसकने से रोकने की कोशिश की। भाजपा में प्रदेशाध्यक्ष महाकोशल का बनते ही कांग्रेस ने भी महाकोशल क्षेत्र के नेता कहे जाने वाले कमलनाथ पर अपना दांव चल दिया। कांग्रेस की महाकोशल में केवल 13 सीटें हैं।  

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 MadhyaBharat  27 April 2018

narmda yatra

नर्मदा नदी के पाँच किलोमीटर के दायरे में आने वाली सभी शराब की दुकानों को बंद करने के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान के निर्णय की हर गाँव में प्रशंसा हो रही है। नर्मदा यात्रा के किनारे वाले गाँव में उत्सव जैसा माहौल रहता है। ग्राम चिरई डोंगरी निवासी श्रीमती लक्ष्मी झारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा किनारे की शराब की दुकानें हटाने के फैसले के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। हमारे गाँव की महिलाएँ उनके इस निर्णय से इतनी खुश हैं कि वे बार-बार उन्हें आशीर्वाद दे रही हैं। यह बहुत बड़ा कदम है। इसी गाँव के श्री लाल जैन ने कहा कि अब हमारे गाँव का माहौल बहुत बढ़िया रहता है। आस-पास के आदिवासी ग्राम हनिमंता गाडर, सहजनी, बिजे गाँव और गुर्जर सारी से आये हुए नवयुवकों ने भी मुख्यमंत्री के इस निर्णय की सराहना की। उन्होंने कहा ‍िक समाज में फैली नशे की बुराई को जल्द से जल्द खत्म करना होगा। नवयुवकों ने कहा कि आदिवासी वर्ग अब शिक्षित किया जा रहा है जिससे उनमें भी जागरूकता आई है। ग्वारी गाँव के अजमेर सिंह मेरावी ने भी शराब बंदी का समर्थन किया। साथ में स्वच्छता अभियान पर भी अपनी राय व्यक्त की और कहा कि हमारे गाँव में अब हर घर में शौचालय है और उसका उपयोग भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की नर्मदा किनारे फलदार वृक्ष लगाने की योजना से भी उत्साह का माहौल बना हुआ है। अविस्मरणीय, अकल्पनीय है नर्मदा संरक्षण यात्रा  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन-भागीदारी से परिपूर्णं 'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा अविस्मरणीय एवं अकल्पनीय है। यात्रा जन-मानस के जीवन में एक अमिट छाप छोड़ रही है। यात्रा के आज सवा सौ दिन पूरे हो चुके हैं। मण्डला जिले में यात्रा के प्रति जन-मानस का जुड़ाव आज भी ऐसा है जैसा कि यात्रा के पहले दिन था। श्रद्धालुओं की भाव-विभोरता को देखते हुए ऐसा लगता है मानो यात्रा का आज पहला दिन है। हर गाँव में यात्रा के प्रति यह प्रमाण देखने को मिल रहा है। यात्रा से ग्रामवासी नर्मदा नदी के प्रति अपने कर्त्तव्यों के प्रति जागरूक हुए हैं। नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से हर गाँव में हुए विकास की झलक भी देखने को मिल रही है। अब जगह-जगह शौचालय बने हुए हैं और उनका उपयोग भी किया जा रहा है। गाँव प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना या मुख्यमंत्री सड़क योजना द्वारा मुख्य मार्गों से जुड़ गये हैं। मण्डला जिला विंध्याचल पहाड़ियों के बीच में बसा हुआ है माँ नर्मदा पहाड़ों के बीच ऐसी प्रतीत होती हैं मानो माँ नर्मदा इस जिले को अपनी गोद में समाये हुए है। नागरिकों के जहन में यह बात पैठ रही है कि नर्मदा मईया को पूर्ण रूप से प्रदूषण मुक्त करवाना है और इसके लिये उन्हें नर्मदा एवं पर्यावरण का संरक्षण करना होगा। नर्मदा यात्रा ग्रामवासियों को अपनी जिम्मेदारी का ऐहसास करा रही है। यात्रा को समाज के सभी वर्गों का समर्थन और सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिस उद्देश्य को लेकर जन-भागीदारी से नर्मदा यात्रा शुरू की थी, उससे भी कहीं बड़ा संदेश प्रदेश हित में दिया जा रहा है।  

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 MadhyaBharat  23 April 2017

महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद

मंडला के कालपी में जनसंवाद में स्वामी अखिलेश्वरानंद   'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा स्वर्णिम मध्यप्रदेश के निर्माण में आधार-शिला साबित होगी। यात्रा वैचारिक और रचनात्मक जन-आंदोलन है। आज मण्डला जिले के कालपी में सेवा यात्रा के जन-संवाद में महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद ने यह विचार व्यक्त किया। स्वामी अखिलेश्वरानंद ने कहा कि समय के साथ समूचे विश्व में जल-संकट गहराता जा रहा है। प्रदेश सरकार ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए सेवा यात्रा का आयोजन किया है, जिसे व्यापक जन-समर्थन मिल रहा है। यात्रा के माध्यम से जल और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता बढ़ रही है। यह भविष्य के लिये बेहतर संकेत माना जा सकता है। उन्होंने यात्रा में बेटी बचाओ अभियान के साथ सरकार की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से नशाबंदी, गौ-पालन, जैविक कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, वृक्षारोपण और जल-संरक्षण के उपायों पर चर्चा करते हुए पर्यावरण की रक्षा के साथ उन्नत जीवन- शैली अपनाने का आव्हान किया। जन-संवाद में नर्मदा सेवा समिति के नामों की घोषणा की गयी। पाठ्य-पुस्तक निगम के उपाध्यक्ष श्री अवधेश नायक ने कहा कि सेवा यात्रा के माध्यम से जन-सामान्य जल-संरक्षण के महत्व को समझ रहा है। उन्होंने जल-संरचनाओं के निर्माण, वृक्षारोपण और जैविक कृषि को बढ़ावा देने का आव्हान किया। विधायक श्री रामप्यारे कुलस्ते ने कहा कि नर्मदा नदी प्रदेश की जीवन-रेखा है। यात्रा के माध्यम से नर्मदा के संरक्षण और संवर्धन के सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। यात्रा सामाजिक सरोकार से जुड़ा एक जन-अभियान है। इसमें लाखों जन अपनी सहभागिता कर मुख्यमंत्री के आदर्श संकल्प को समर्पित भाव से पूरा करने में जुटे हैं। कालपी में जन-संवाद से पूर्व कन्या आश्रम बीजाडाण्डी में वृक्षारोपण किया गया। यात्रा धनवाही, लाबर मुडिया और चरगाँव कला से होते हुए कालपी पहुँची। यात्रा का जगह-जगह जन-समुदाय द्वारा स्वागत किया गया। महिलाएँ और बालिकाएँ यात्रा में कलश लेकर साथ चल रही थी। पुष्प-वर्षा कर नागरिकों ने यात्रा का स्वागत किया। जन-संवाद में मौजूद जन-समुदाय को नर्मदा संरक्षण का संकल्प दिलाया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष जनपद पंचायत बीजादाण्डी श्रीमती अलका गोठरिया, उपाध्यक्ष श्रीमती हेमलता यादव, सदस्य श्री संदीप नामदेव और श्री मिश्री यादव मौजूद थे। हर हाथ से हो सेवा, स्वच्छ रहे हमारी रेवा मण्डला जिले के नारायणगंज में 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा के 124 दिन के जन-संवाद को क्षेत्रीय विधायक श्री रामप्यारे कुलस्ते ने संबोधित किया। श्री कुलस्ते ने कहा कि हर हाथ से हो सेवा, स्वच्छ रहे हमारी रेवा। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को नर्मदा के संरक्षण, जल संरक्षण और पर्यावरण को बचाने के लिये नदी के तट पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में 2 जुलाई को करोड़ों वृक्ष लगाना है। इसमें हम सबको सहभागी बनना है। गौ-संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद ने जन-संवाद में कहा कि नर्मदा यात्रा में जल-संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण और नशामुक्ति जैसे संकल्पों को हमें पूरा करना है। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के इस अभियान में लिये गये संकल्पों हम सभी लोगों को मिलकर मूर्तरूप देना है। जन-संवाद को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती संपतिया उईके ने कहा कि जल संरक्षण, स्वच्छता, वृक्षारोपण, प्रदूषण से मुक्ति और नशामुक्ति लिये हमें कार्य करना है। जैविक खेती को प्रोत्साहन देने और फलदार एवं छायादार वृक्षों को लगाने का हम संकल्प लें और इसे पूरा भी करें। जन-संवाद के बाद नर्मदा जी की महाआरती की गई।  

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 MadhyaBharat  22 April 2017

शिवराज एकांतवास

बांधवगढ़ व अटेर विधानसभा चुनाव के लिए लगातार तीन दिनों तक प्रचार के उपरांत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एकांतवास पर चले गए हैं।  मुख्यमंत्री चौहान धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ कान्हा नेशनल पार्क में रहेंगे। सीएम आज दोपहर कान्हा के लिए रवाना हुए। कल वे नरसिंहपुर जिले में नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल होंगे। इसके उपरांत पार्लियामेंट्री कमेटी की बैठक के लिए दिल्ली जाएंगे। यहां से 10 अप्रेल को भोपाल वापस लौटेंगे। मुख्यमंत्री चौहान के लौटने के बाद प्रशासनिक सर्जरी भी हो सकती है। प्रशासनिक सर्जरी में कलेक्टरों तथा अन्य आईएएस अधिकारियों समेत आईपीएस अधिकारियों के तबादले को भी हरी झंडी दी जा सकती है। इसके अलावा प्रदेश में तबादलों पर प्रतिबंध हटाने को लेकर भी आने वाले समय में फैसला हो सकता है। कैबिनेट की अगली बैठक 11 अप्रैल को है, जिसमें इन मुद्दों पर निर्णय आ सकता है।  

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 MadhyaBharat  8 April 2017

पक्षी सर्वेक्षण

कान्हा टाईगर रिजर्व में 17 से 20 मार्च के मध्य पक्षी सर्वेक्षण 2017 होगा। रिजर्व प्रबंधन द्वारा बर्ड काउंट इंडिया के सहयोग से होने वाले सर्वेक्षण में पक्षी प्रेमी भी भाग ले सकेंगे। प्रबंधन द्वारा आवेदन kanhabirdsurvey@gmail.com और fdkanha@rediffmail.com पर 28 फरवरी तक स्वीकार किये जायेंगे। चयनित स्वयंसेवकों को 5 मार्च तक सूचना दे दी जायेगी। मध्य भारत के कान्हा टाईगर रिजर्व में होने वाले पक्षी सर्वेक्षण में भाग लेना पक्षी प्रेमियों के लिये एक दुर्लभ अवसर है। सर्वेक्षण में निर्बाध और व्यवस्थित डाटा संग्रहण के लिये ई-बर्ड तकनीक का इस्तेमाल किया जायेगा। इससे भविष्य में होने वाले पक्षी अध्ययन के लिये मजबूत आधार मिलेगा। सर्वेक्षण के दौरान देश के प्रतिष्ठित पक्षी और प्रकृति विशेषज्ञ तथा कान्हा टाईगर रिजर्व के गाइड भी रहेंगे। यह पूर्णत: सर्वेक्षण होगा जिसमें पक्षी की फोटोग्राफी नहीं की जा सकेगी।  

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 MadhyaBharat  20 February 2017

shivraj singh ramnagar

      मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मण्डला के रामनगर में यात्रा को किया सम्बोधित  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि माँ नर्मदा के किनारे बसे गाँवों में आगामी वर्षो से शराब का ठेका नीलाम नहीं होगा। नर्मदा के किनारे के गाँवों के लोगों को संकल्प दिलाकर नशामुक्त करने का प्रयास किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान मण्डला के रामनगर में 'नमामि देवि नर्मदे'' सेवा यात्रा को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि स्व-सहायता समूहों के जरिये महिलाओं को सशक्त बनाया जायेगा। उन्होंने ग्रामीणों से बेटियों की शिक्षा पर पूरा ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ धर्मगुरूओं के नेतृत्व में मॉ नर्मदा की संध्या आरती एवं स्तुति भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक के पहाड़ों पर खनन प्रतिबंधित कर दिया जायेगा। उन्होंने नर्मदा जल को स्वच्छ रखने का संदेश देते हुए नर्मदा तट के प्रत्येक गाँव के हर घर में शौचालय का निर्माण करने को कहा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले की 44 ग्राम पंचायत को खुले में शौच से मुक्त घोषित किये जाने, जिला पंचायत को आई.एस.ओ. घोषित होने का प्रमाण-पत्र एवं प्रधानमंत्री जन-धन योजना की बीमा राशि के चेक भी संबंधितों को वितरित किये। श्री चौहान ने जैविक खेती अपनाने वाले किसानों को पंजीयन प्रमाण-पत्र भी दिये।वन मंत्री श्री गौरीशंकर शेजवार ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान साधु-संतों द्वारा दिये जा रहे पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण के संदेश पर अमल प्रारंभ हो गया है। नर्मदा के मंत्र यात्रा के नारे बन चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने कहा कि यात्रा के जरिये मुख्यमंत्री ने पर्यावरण एवं नदी संरक्षण का अभूतपूर्व कार्य किया है। जिला प्रभारी मंत्री श्री संजय-सत्येन्द्र पाठक ने प्रदेश में संचालित जन-कल्याण योजनाओं के बारे में बताया। साध्वी प्रज्ञा भारती ने कहा कि नर्मदा की जय बोलने के साथ ही इसके संरक्षण के लिए भी काम करना होगा। संत श्री भैया जी सरकार ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा देश एवं दुनिया को जल-संरक्षण का संदेश दे रही है। विभिन्न जाति एवं धर्म समुदाय में बँटा हुआ समाज आज नर्मदा के संरक्षण के लिए यात्रा कर रहा है। प्रारंभ में मुख्यमंत्री और उपस्थित जन-प्रतिनिधियों ने माँ नर्मदा का पूजन-अर्चन किया। उपस्थित धर्मगुरूओं एवं साधु-संतों का शाल-श्रीफल से सम्मान किया गया।  

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 MadhyaBharat  22 December 2016

shivraj singh

    मंडला जिले के ग्राम चाबी में मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने किया जन-संवाद    मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा के तटीय नगरों में जल-शुद्धिकरण के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जायेंगे। इन प्लांटों से गंदे पानी के जल-मल को अलग कर स्वच्छ पानी किसानों के खेतों में सिंचाई के लिए उपयोग किया जायेगा। नर्मदा के घाटों पर पूजन सामग्री एवं प्रतिमा विसर्जन के लिए विसर्जन कुण्ड बनाये जायेंगे। इसी प्रकार तटों पर प्रदूषण रोकने के लिए मुक्तिधाम बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री  मण्डला जिले के ग्राम चाबी में 'नमामि देवि नर्मदे'' सेवा यात्रा के अवसर पर जन-संवाद कर रहे थे। इस अवसर पर लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री एवं मण्डला जिले के प्रभारी श्री संजय-सत्येन्द्र पाठक, विधायक श्री रामप्यारे कुलस्ते, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती संपत्तिया उइके, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पांडे और साध्वी प्रज्ञा भारती, साधु संत एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा जीवन-दायिनी है। नर्मदा तट के लोग इसकी गोद में पले-बढ़े हैं। प्रदेश के 30 प्रतिशत से अधिक लोग नर्मदा से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। नर्मदा ने जल, जीवन एवं अन्य प्राकृतिक भंडार फल-फूल-सब्जी के साथ म.प्र. को बिजली जैसे सब चीजें दी किन्तु हमने उसके तट के ही वृक्ष काट डाले, जंगल काट डाले। यह पेड़-पौधे जंगल के वृक्ष जो पानी सोखकर बूँद-बूँद कर जल नदियों में देते थे उन्हें ही नष्ट कर जल-स्तर कम कर नदियों का बहना बंद कर दिया। यदि यह नहीं रूका तो नर्मदा का प्रवाह बंद होने से मध्यप्रदेश भी सुरक्षित नहीं रहेगा। इसी उद्देश्य से नर्मदा संरक्षण एवं संवर्धन के लिए यात्रा आयोजित की जा रही है। नर्मदा के दोनों तटों पर सरकारी, वन भूमि एवं किसानों की निजी भूमि में पेड़ लगाये जायेंगे और वे पेड़ ऐसे होंगे जो तट के कटाव को रोकेंगे। उन्होंने कहा कि किसान अपनी फसल वाले खेतों में नर्मदा के किनारे दोनों तट पर फलदार पौधे लगायें। किसानों को फलदार पौधे में फल आने तक प्रति वर्ष 20 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर का मुआवजा दिये जाने का प्रावधान किया गया है। फल आने के बीच किसान अपनी जमीन पर अन्य फसल भी ले सकेंगे। किसानों को पेड़ लगाने की मजदूरी भी शासन देगा। नर्मदा के दोनों तट पर पौधे लगाना ही इस यात्रा का उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि अभी तक मण्डला जिले में 6,376 किसानों ने पेड़ लगाने का संकल्प ले लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा की जब योजना बनी तब ऐसा लग रहा था कि यह अभियान कौन चलाएगा? तब जन-अभियान परिषद एवं साधु-संतों ने इसकी शुरूआत का आश्वासन दिया और अब मात्र दस दिनों में लोगों के समूह के समूह यात्रा के साथ हैं। यात्रा का संयोजन तो सरकार ने किया किन्तु अब समाज ने इसे अपने हाथ में ले लिया है। मुख्यमंत्री ने बेटी बचाने के संदेश को देते हुए कहा कि आज भी माताएँ हेण्डपंप से पानी लाने बेटे को नहीं बेटियों को भेजती है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के तटीय क्षेत्रों में सरकार पाइप लाइन डालकर जल प्रदाय करेगी। अब बेटी हेण्डपंप नहीं चलायेगी। उन्होंने नागरिकों को बेटी और बेटे में समानता का भाव रखने की सलाह देते हुए कहा कि यदि बेटी नही बचाओगे तो बहू कहाँ से लाओगे। इसका संतुलन जरूरी है यदि असंतुलन हुआ तो सृष्टि नहीं चलेगी। बेटियों के लिए शासन ने जन्म से उनके विवाह तक की सुविधाएँ दी हैं। अब पुलिस में भी 33 प्रतिशत पदों पर बेटियों की भरती होगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोगों को नशा नहीं करने की सलाह दी। इससे प्रेरित होकर लगभग 150 लोगों ने नशा नहीं करने का संकल्प लिया। जन-संवाद के दौरान ही उपस्थित जन-समूह को मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प दिलाया गया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री सहित अतिथियों ने नर्मदा सेवा यात्रा के ध्वज का पूजन कर माँ नर्मदा की आरती की। मंच पर मुख्यमंत्री द्वारा कन्या-पूजन एवं साधु-संतों का शाल-श्रीफल एवं फूल-मालाओं से स्वागत किया गया।  

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 MadhyaBharat  21 December 2016

path narmada

  नदियों को संवारने, प्रकृति को बचाने के लिये जागने का समय है     मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा के दूसरे दिन माँ नर्मदा की आरती की और पाठ किया। उन्होंने यात्रियों के साथ नर्मदा नदी के तट पर यात्रा की। उन्होंने नर्मदा सेवा यात्रा जारी रखने वाले यात्रियों के समूह को यात्रा का ध्वज सौंपा। सुरम्य कबीर सरोवर के किनारे रात्रि विश्राम के बाद वे सुबह घाट पर स्थित संतों के आश्रम गये और पूजा की। श्री चौहान अरंडी आश्रम गये। वहाँ उन्होंने पौधरोपण किया और कबीर सरोवर पहुँचकर नाव से घाटों का भ्रमण किया। नर्मदा मैय्या का पाठ किया। वे चक्रतीर्थ आश्रम पहुँचे और संतो से भेंट की । श्री चौहान ने मीरा माई के आश्रम जाकर आशीर्वाद लिया। श्री चौहान ने कहा कि नदियाँ मानव समाज की जीवनदायिनी है, इसलिये नदियों की रक्षा के लिये समाज को भी आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी को प्रदूषण से मुक्त रखने का अभियान सही अर्थों में प्रकृति और मनुष्य को बचाने का अभियान है। श्री चौहान ने नागरिकों से अपील की है कि वे नर्मदा नदी की सेवा का संकल्प लें और शुद्ध मन के साथ  नर्मदा सेवा यात्रा में भाग लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य ने अपने स्वार्थ के कारण प्रकृति का नुकसान किया है। आने वाली पीढ़ियों का जीवन खतरे में है। प्रदूषण के कारण मानव समाज संकट में है। लगातार विनाश की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब जागने का समय आ गया है। प्रकृति को हरियाली से संवारने का समय है। मुख्यमंत्री ने ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करने और उनकी रक्षा करने की अपील की। यात्रा में नर्मदा तटों के आस-पास के गाँवों के हजारों लोग शामिल हुए।

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 MadhyaBharat  12 December 2016

naxli

    मध्यप्रदेश में नक्सलियों की एक नई दलम तीन जिलों में अपनी पैठ जमाने की कोशिश में है। 26 अक्टूबर को आईजी-एसपी कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को देने के बाद इंटेलिजेंस ने इस मामले में नई जानकारियां हासिल की है। बताया जा रहा है कि यह दलम ओड़िशा और तेलंगाना की है और इसके दो प्लाटून समूह पिछले छह महीनों से डिंडौरी, मंडला और अनुपपूर में सक्रिय है। दोनों प्लाटून में 20-20 सदस्य हैं। हालांकि इनकी पहचान अभी होना बाकी है जिसकी वजह है ये अपनी गतिविधियां बेहद गुपचुप तरीके से अंजाम देते है। ओड़िशा और तेलंगाना के विस्तार दलम की जानकारी मिलते ही मप्र इंटेलिजेंस अलर्ट हो गई है। अधिकारियों की मानें तो अभी इनके सदस्यों ने जिलों की रैकी करना शुरू की है, वहीं यह अभी उन संभावनाओं को तलाश रहे हैं जिसकी मदद से यह आगे जड़े जमा सकें। वे देख रहे हैं कि इन जिलों में किस वर्ग के लोगों को वे अपने प्रभाव में आसानी से ला सकती है। इंटेलिजेंस इन प्लाटून के सदस्यों का पता लगाने के साथ-साथ जिलों के युवाओं पर खासतौर से नजर रख रही है। इनमें भी नाबालिगों से बीच-बीच में बातचीत के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि नक्सलवाद से जुड़ने के लिए उन्हें कोई बहका तो नहीं। मालूम हो कि कॉन्फ्रेंस के दौरान भी इंटेलिजेंस ने इन नई दलम के द्वारा नाबालिगों और युवाओं को भर्ती करने का अंदेशा जताया था और मुख्यमंत्री से इन जिलों में बेरोजगार युवकों को रोजगार मुहैय्या करवाने की बात की थी। आईजी इंटेलिजेंस व लॉ एंड ऑर्डर मकरंद देउस्कर ओड़िशा और तेलंगाना के नक्सली समूह के 40 सदस्यों की डिंडौरी, मंडला और अनुपपूर में होने का पता चला है। वे अपनी जमीन तलाशने मप्र की ओर बढ़ रहे हैं। फिलहाल इनके किसी तरह के पर्चे बांटने या कोई सार्वजनिक तौर पर की गई कोई गतिविधि सामने नहीं आई है, लेकिन हम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। 

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 MadhyaBharat  3 December 2016

 कान्हा नेशनल पार्क

मंडला जिले में स्थित मप्र के सबसे लोकप्रिय कान्हा नेशनल पार्क पर अब लगता है तस्करों का कब्जा हो गया है। चंदरोज पहले ही एक टाइगर की अंगभंग लाश मिली थी। आज फिर एक और मौत कीखबर आ गई।  पिछले एक  साल में कान्हा में नौ  टाइगर मारे जा चुके हैं। वनविभाग के अधिकारी केवल खानापूर्ति वाली कार्रवाई करते दिखाई देते हैं। ताजा मामला मुक्की रेंज में बिशनपुर से आ रहा है। यहां एक वयस्क बाघ का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। पार्क प्रबंधन के अधिकारी एक बार फिर गंभीरता पूर्वक जांच की बातें कर रहे हैं।  पार्क संचालक संजय शुक्ल का कहना है कि आपसी संघर्ष के दोरान बाघ की मौत हो गई है। बता दें कि एक साल में मप्र में बाघों की मौत का यह 31वां और कान्हा में 9वां मामला हैं। पूरा एक सप्ताह भी नहीं गुजरा कि कान्हा से अंगभंग हुई टाइगर की लाश मिली थी। मामले में जब तस्करों का कनेक्शन खुलकर सामने आ गया तो वनविभाग ने भी 5 लोगों को शिकार बताकर मीडिया के सामने पेश कर दिया परंतु आज फिर मिली लाश ने संदेह की सुई एक बार फिर  पार्क संचालक की ओर मोड़ दी है।

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 MadhyaBharat  1 November 2016

बाघ शिकारी गिरफ्तार

मध्यप्रदेश वन विभाग की एसटीएफ टीम ने 22 अक्टूबर को कान्हा टाइगर पार्क में मारे गये बाघ के शिकारियों को ढूँढ निकाला है।  टीम ने 6 शिकारी देवी सिंह, धीर सिंह, ज्ञान सिंह, सुंदरलाल, धर्म सिंह और छोटेलाल को मानेगाँव से गिरफ्तार कर धीर सिंह के घर से बाघ को मारने में उपयोग किये गये बिजली के तारों को भी बरामद किया। शिकारियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। शिकारियों ने क्षेत्र संचालक  पंकज शुक्ला को बताया कि उनका बाघ को मारने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने मानेगाँव के पास जंगली सुअर या चीतल को मारने के इरादे से बिजली के तार बिछाए थे, जिसमें दुर्भाग्य से बाघ फँस गया। बाघ के मरने से वे बहुत भयभीत हो गये और उसके शव को घसीटकर लेंटाना की झाड़ियों में छुपा दिया। इसके बाद देवी सिंह और छोटेलाल ने बाघ के चारों पंजे काटे, ताकि उन्हें बेचकर पैसा कमाया जा सके। इतने में एसटीएफ की टीम खोजी कुत्तों के साथ वहाँ पहुँच गयी। पकड़े जाने के डर से देवी सिंह ने चारों पंजे बंजर नदी के पास पहुँचकर एकांत में जला दिये, लेकिन खोजी कुत्तों और प्राप्त जानकारी के आधार पर टीम वहाँ भी पहुँच गयी और अपराधियों को धर पकड़ा। वन विभाग की टीम को देवी सिंह ने वह जगह भी दिखायी, जहाँ उसने कटे पंजों को जलाया था। पैरों के अधजले अंग भी टीम ने बरामद किये।

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 MadhyaBharat  26 October 2016

13 बाघों की मौत

मध्य प्रदेश के दो राष्ट्रीय उद्यानों में पिछले एक साल में विषाक्तता, बिजली का झटका लगने और दूसरे कई कारणों से कम से कम 13 बाघ मर चुके हैं। राज्य वन विभाग ने एक RTI का जवाब देते हुए बताया कि पेंच राष्ट्रीय उद्यान में नौ बाघों की मौत हो गयी जबकि बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में चार बाघ मारे गए। पेंच उद्यान को मोगली के घर के तौर पर जाना जाता है जो अंग्रेज लेखक रुडयार्ड किपलिंग के फिक्शन उपन्यास 'जंगल बुक' का मुख्य किरदार है। राज्य के राष्ट्रीय उद्यानों में बाघों के शिकार के मामलों की जांच की मांग को लेकर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर करने वाले वन्यजीव कार्यकर्ता अजय दुबे ने सूचना का अधिकार आवेदन देकर पिछले एक साल में मारे गए बाघों के ब्यौरे मांगे थे। वन विभाग ने विषाक्तता, बिजली का झटका लगना, बीमारी, दूसरे बाघों से लड़ाई और कुएं में डूबने को बाघों के मारे जाने की वजह बताया है। मध्य प्रदेश में छह बाघ अभयारण्य हैं जिनमें कान्हा, बांधवगढ़, पन्ना, बोरी-सतपुडा , संजय-दुबरी और पेंच शामिल हैं। इन अभयारण्यों में करीब 257 बाघ हैं। 2010 में देश में बाघों की आबादी 1,706 थी और 2014 में यह बढ़कर 2,226 हो गयी। बाघों की आबादी के लिहाज से कर्नाटक और उत्तराखंड के बाद मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर आता है। भारतीय वन्यजीव संरक्षण सोसायटी के आंकड़ों के मुताबिक साल 2016 में करीब 100 बाघों की मौत हो चुकी है। जिनमें से 36 बाघों को शिकार करने के लिए मारा गया है।

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 MadhyaBharat  17 October 2016

कान्हा में शुरू होगी नाइट सफारी

कान्हा नेशनल पार्क में दिन के समय पार्क भ्रमण का आनंद तो लोग लेते ही हैं लेकिन अब जल्द ही पार्क में नाइट सफारी का भी लुफ्त ले सकेंगे। इस सीजन से कुछ हटकर करने के लिए प्रबंधन ने नाइट सफारी का प्रस्ताव शासन को स्वीकृति के लिए भेजा है।  प्रबंधन ने उम्मीद जताई है कि यह प्रस्ताव स्वीकृत होते ही निश्चित रूप से पर्यटकों का रूझान कान्हा में जबर्दस्त बढ़ेगा और रात में जंगल भ्रमण का रोमांच अनोखा होगा। पर्यटक वन्यप्राणियों की चमकती हुई आंखें और उनका आना-जाना देखकर रोमांच होगा। हालांकि नाइट विजन गॉगल का भी उपयोग किया जाएगा। जिससे जंगल प्रकाश से भरपूर दिखाई पड़ेगा और रात के अंधेरे में भी जानवर स्पष्ट देखे जा सकेंगे। प्रथम चरण में पार्क प्रबंधन ने 03 वाहनों को नाइट सफारी के लिए अनुमति मांगी है। प्रतिदिन 18 पर्यटकों को नाइट सफारी पर जाने का मौका मिलेगा। कंजरवेशन  प्लान में भी नाइट सफारी का जिक्र हैं। कान्हा पार्क प्रबंधन का मानना है कि बफर जोन पर्यटकों के लिए खोले जाने व नाइट सफारी से पर्यटकों का रूझान बढ़ेगा। बफर जोन में पर्यटन बढ़ने से वाइल्ड लाइफ को भी फायदा मिलेगा। वन्यप्राणियों की संख्या भी बढ़ेगी। तीन माह पार्क बंद रहने से शिकारी सक्रिय हो जाते थे, लेकिन वर्षभर पर्यटन जारी रहने से लोगों की उपस्थित पार्क क्षेत्र में रहेगी। जिससे पार्क व रहने वाले वन्यप्राणियों की सुरक्षा भी होगी। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता रहेगा।

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 MadhyaBharat  30 September 2016

आपदा प्रबंध तालों में कैद

मध्यप्रदेश में किसी भी प्राकृतिक आपदा (बाढ़,भूस्खलन,तूफान,भूकंप आदि) के दौरान जन-धन की हानि को कम करने और हालात को काबू में करने वाले राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को खुद अपनी मुक्ति का इंतजार है। केंद्र के एक्ट के बाद राज्य ने 2011 में अधिनियम पारित कर प्रदेश में भी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण स्थापित तो कर दिया, लेकिन स्टाफ न होने से प्राधिकरण तालों में कैद होकर रह गया है।राज्य ने इस कार्यालय के लिए 42 पद स्वीकृत किए हैं, लेकिन अब तक इन पदों में से एक पर भी नियुक्ति नहीं हो पाई है। प्राधिकरण का प्रभार संभालने वाले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और वर्तमान में गृह सचिव डीपी गुप्ता खुद भी इस कार्यालय में नहीं आते। हालांकि आपदा प्राधिकरण ने इस साल स्टेट डिजास्टर इमर्जेंसी रिस्पांस फोर्स (एसडीईआरएफ) के लिए होमगार्ड के तकरीबन 450 जवानों को प्रशिक्षण के लिए देश के विभिन्न शहरों में भेजा, लेकिन उत्तराखंड जैसी किसी आपदा में इन प्रशिक्षति जवानों का आंकड़ा तो ऊंट के मुह में जीरे के समान है।इस मामले में गृह विभाग के अधीन आने वाले इस संस्था की वेबसाइट ही गलत जानकारी दे रही है।

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