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उज्जैन News


bhopal, Hyderabad MLA , see Mahakal

भोपाल। हैदराबाद के गोशमहल से भाजपा विधायक टी. राजा सिंह शनिवार को विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने दावा करते हुए कहा है कि बहुत जल्द नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) लागू होगा। इसके लागू होते ही लगभग 10 करोड़ रोहिंग्या बांग्लादेशी बंगाल छोड़कर जाएंगे, इससे भुखमरी कम हो जाएगी।   विधायक टी राजा सिंह ने उज्जैन पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन किए और पूजन-अभिषक कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए सबसे पहले विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के एक किलोमीटर के दायरे में चलाई जा रही नॉनवेज की दुकाने बंद किए जाने की बात कही। साथ ही यह भी बताया कि उज्जैन में जो बिना नींव की मस्जिद है, वहां भी एएसआई सर्वे होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान राम का मंदिर तो बन गया, अब काशी और मथुरा की बारी है।   उन्होंने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा कि सीएए पर सवाल उठाने वाले नासमझ है। उन्हें इस एक्ट की कोई जानकारी नहीं है। इस एक्ट से लोगों को नागरिकता मिलेगी, न कि किसी की नागरिकता इससे छीनी जाएगी। वर्तमान में असदुद्दीन ओवैसी, ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल भले ही इस एक्ट पर अभी सवाल उठा रहे हो, लेकिन आने वाले समय मे यह एक्ट किसी के लिए मुसीबत नहीं बल्कि फायदेमंद ही साबित होगा।   इस दौरान टी राजा सिंह ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 'कांग्रेस मे सीनियर लीडर्स को सम्मान नहीं मिल पा रहा है। उनको राहुल गांधी ऐसा नेता मिला है, जिसके मुंह खोलने से फायदा भाजपा को मिलता है। राहुल गांधी पर बड़ी-बड़ी रील्स बनती हैं। वे जान गए हैं कि कांग्रेस की नैया में बैठेंगे तो डूबेंगे।

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 MadhyaBharat  16 March 2024

bhopal, Long queue ,Mahakal temple

भोपाल। देशभर में आज (शुक्रवार ) महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश में भी सबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। महाकाल और ओंकारेश्वर-ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। मंदसौर के प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर, भोपाल के करीब भोजपुर शिव मंदिर, ग्वालियर के अचलेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। महाशिवरात्रि पर प्रदेशभर में जगह-जगह धार्मिक आयोजन भी होंगे। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में रात 2ः30 बजे पट खुलते ही दर्शन का सिलसिला शुरू हो गया। यहां आधी रात से ही लंबी-लंबीकतारें लग गई थीं। महाशिवरात्रि के मौके पर श्रद्धालु लगातार 44 घंटे भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान गर्भगृह में भगवान के अभिषेक-पूजन का क्रम सतत जारी रहेगा। नौ मार्च को शयन आरती के बाद रात 11 बजे मंदिर के पट पुन: बंद होंगे। महाकालेश्वर मंदिर में परम्परा के मुताबिक, महाशिवरात्रि पर डेढ घंटे पहले रात 2ः30 बजे मंदिर के पट खोले गए। इसके बाद भस्म आरती की हुई। पट खुलते ही पण्डे-पुजारी ने गर्भगृह मे स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से कर पूजन अर्चन किया। इस अवसर पर भगवान महाकाल का भांग और मेवे से विशेष शृंगार किया गया। मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को रजत का मुकुट रुद्राक्ष व पुष्पों की माला धारण करवाई गई। फिर बाबा महाकाल का अलौकिक शृंगार कर बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्मी रमाई गई। भस्म आरती में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि आज दोपहर 12 बजे तहसील की ओर से भगवान महाकाल की शासकीय पूजन होगा। इसके बाद शाम चार बजे होलकर व सिंधिया स्टेट की ओर से पूजा की जाएगी। शाम 7.30 बजे संध्या आरती में भगवान को गर्म मीठे दूध का भोग लगाया जाएगा। शाम सात बजे से कोटितीर्थ कुंड के समीप स्थित भगवान श्री कोटेश्वर महादेव मंदिर में शिवरात्रि की महापूजा शुरू होगी। रात 11 बजे से गर्भगृह में महानिशा काल में महाकाल की महापूजा शुरू होगी, जो अगले दिन नौ मार्च को सुबह छह बजे तक चलेगी। सेहरा दर्शन के उपरांत साल में एक बार दिन में दोपहर 12 बजे होने वाली भस्म आरती होगी। भस्म आरती के बाद भोग आरती होगी और शिवनवरात्र का पारणा होगा। रात 10ः30 बजे शयन आरती के बाद रात 11 बजे मंदिर के पट बंद होंगे। इसके साथ ही महाशिवरात्रि पर्व संपन्न होगा।

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 MadhyaBharat  8 March 2024

bhopal,  Mahashivratri, Chief Minister

भोपाल। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को सपत्नीक महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने भगवान महादेव के संसार में एकमात्र दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंग की पूजा अर्चना कर प्रदेश के विकास और प्रदेशवासियों के सुख समृद्धि की मंगल कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आज मैंने उज्जैन में श्री महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना कर जगत के मंगल और कल्याण की कामना की। बाबा महाकाल की कृपा आप सभी पर सदैव बनी रहे। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में पंडित संजय गुरु, आकाश गुरु, आशीष पुजारी ने विधि विधान से पूजा कराई। इस अवसर पर विधायक अनिल जैन, संजय अग्रवाल, मुकेश पांचाल, मुकेश यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहें।

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 MadhyaBharat  8 March 2024

ujjain, Actress Hema Malini , visited ISKCON temple

भोपाल/उज्जैन। अभिनेत्री और ख्यात नृत्यांगना हेमा मालिनी एक प्रस्तुति के संबंध में गुरुवार को उज्जैन पहुंची। उन्होंने शहर के इस्कॉन मंदिर में दर्शन किए और मीडिया से भी बातचीत की।   एक्ट्रेस और मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी विक्रमोत्सव 2024‎ के लिए उज्जैन आई हैं। महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ की अगुवाई में ‎‎विक्रमादित्य, उनके युग, भारत उत्कर्ष, नवजागरण ‎और भारत विद्या पर एकाग्र विक्रमोत्सव 2024 हो रहा है। हेमा गुरुवार रात 8 बजे पॉलिटेक्निक कॉलेज ग्राउंड में शिव-दुर्गा नृत्य नाटिका में परफॉर्म करेंगी। उन्होंने गुरुवार सुबह उज्जैन के इस्कॉन मंदिर में दर्शन किए। मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे लोकसभा चुनाव में फिर मौका दिया है। मैं उनका आभार जताती हूं। अबकी बार 400 पार। गौरतलब है कि बीजेपी ने हेमा को एक बार फिर मथुरा से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है।  

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 MadhyaBharat  7 March 2024

bhopal, Rahul Gandhi ,Lord Mahakal

भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मंगलवार शाम को उज्जैन पहुंची। यहां उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन किए एवं पूजा अर्चना कर देश और प्रदेश की जनता की खुशहाली की प्रार्थना की। राहुल गांधी के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी महाकाल के दर्शन कर पूजा-अर्चना की।     महाकाल दर्शन के बाद गांधी का उज्जैन गेट से देवास गेट तक भव्य रोड शो हुआ, जिसमें हजारों की संख्या में उपस्थित जन समुदाय ने राहुल गांधी का अभिवादन किया। राहुल गांधी का रात्रि विश्राम उज्जैन जिले के इंगोरिया में रहेगा। यात्रा के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व विधायक कुणाल चौधरी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नेता, कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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 MadhyaBharat  5 March 2024

ujjain, Emergency ambulance, Madhya Pradesh

उज्जैन। मध्यप्रदेश में अब आम मरीजों को भी एयर एंबुलेंस की सुविधा मिल सकेगी। यानी उन्हें कम समय में हेलिकॉप्टर के जरिए एयरलिफ्ट कर अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को उज्जैन में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के मंच से वर्चुअली "आपातकालीन एयर एम्बुलेंस सेवा" की शुरुआत की। इस सेवा का नाम बदलकर प्रधानमंत्री एयर एंबुलेंस सेवा किया गया है। इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल विशेष रूप से मौजूद रहे।     कार्यक्रम में बताया गया कि प्रदेश के छोटे शहरों में गंभीर बीमारी से पीड़ितों को बड़े शहरों के अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एयर एम्बुलेंस उपलब्ध होगी। इसके अलावा देश के अन्य राज्यों में स्थित अस्पतालों के लिए एयर एम्बुलेंस चलाई जाएगी। अभी तक इसका उपयोग सिर्फ संपन्न व्यक्ति ही कर पाते हैं। सरकार सफल हुई तो सरकारी सेवकों एवं आम जनों के लिए भी एयर एम्बुलेंस का उपयोग किया जाएगा।     यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है, ताकि एयर एम्बुलेंस की आवश्यकता होने पर मरीज के स्वजन को परेशान न होना पड़े। इसमें जो शुल्क लगता है, उसमें सरकार द्वारा कुछ छूट भी दी जाएगी। इसमें विभिन्न कंपनियों से टेंडर के माध्यम से अनुबंध किया जाएगा। कंपनियों को इसकी प्रतिपूर्ति सरकार करेगी। बाद में राज्य सरकार एयर एम्बुलेंस की खरीदी कर अपने विमानन बेड़े में शामिल करेगी।     एयर एम्बुलेंस की शुरुआत होने से सड़कों और औद्योगिक स्थलों पर होने वाली दुर्घटनाओं, हृदय रोगी अथवा जहर से प्रभावित व्यक्तियों को अच्छे चिकित्सा संस्थानों में समय पर इलाज मिल सकेगा। एयर एम्बुलेंस सेवा में हृदय रोग, श्वास और तंत्रिका संबंधी बीमारियों, नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य समस्याएं, उच्च जोखिम वाले गर्भधारण तथा आपदाओं की स्थिति को संभालने के लिए प्रशिक्षित एवं सुसज्जित टीमें होंगे।  

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 MadhyaBharat  2 March 2024

ujjain, Shiva Navratri festival , Mahakaleshwar temple

उज्जैन। ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मन्दिर में गुरुवार से शिव नवरात्रि का पर्व प्रारंभ हो गया है। मंदिर समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व के नौ दिन पूर्व गुरुवार से शिव नवरात्रि पर्व प्रारंभ हुआ। इस दौरान भगवान महाकालेश्वर और श्री कोटेश्वर महादेव भगवान का नित्य विशेष अभिषेक और पूजन किया जायेगा। गुरुवार सुबह सर्वप्रथम कोटेश्वर महादेव भगवान पर शिव पंचमी का पूजन अभिषेक प्रात: 8 बजे से 9 बजे तक किया गया। कोटेश्वर महादेव के पूजन-आरती के पश्चात भगवान महाकालेश्वर का पूजन-अभिषेक किया। इसके बाद महाकालेश्वर भगवान का पूजन 11 ब्राह्मणों द्वारा एकादश एकादशनी रूद्राभिषेक से सम्पूर्ण शिव नवरात्रि के दौरान किया जाएगा। इसके बाद भोग आरती होगी। अपराह्न 3 बजे भगवान महाकालेश्वर के सांध्य पूजन के पश्चात श्रृंगार किया जायेगा। भगवान महाकालेश्वर के मुखारविन्द व आभूषण कक्ष से निकाले जाकर नये वस्त्र और आभूषण गर्भगृह में विराजित भगवान महाकालेश्वर को धारण कराये जायेंगे। यह क्रम 08 मार्च शिव नवरात्रि तक नौ दिनों तक नित्य चलेगा।   महाशिवरात्रि महापर्व पर होगी विशेष पूजन   08 मार्च 2024 महाशिवरात्रि महापर्व पर भस्मार्ती हेतु महाकालेश्वर भगवान के मंगल पट प्रात: 02:30 बजे खुलेंगे। भस्मारती उपरांत 07:30 से 08:15 दद्योदक आरती, 10:30 से 11:15 तक भोग आरती के पश्यात दोपहर 12 बजे से उज्जैन तहसील की ओर से पूजन-अभिषेक संपन्न होगा। सायं 04 बजे होल्कर व सिंधिया स्टेट की ओर से पूजन व सायं पंचामृत पूजन के बाद भगवान महाकालेश्वर को नित्य संध्या आरती के समान गर्म मीठे दूध का भोग लगाया जायेगा। रात्रि में सायं 07 बजे से 10 बजे तक कोटितीर्थ कुण्ड के तट पर विराजित श्री कोटेश्वर महादेव का पूजन, सप्तधान्य अर्पण, पुष्प मुकुट श्रृंगार (सेहरा) के उपरान्त आरती की जायेगी।   रात्रि 11 बजे से सम्पूर्ण रात्रि 09 मार्च प्रात: 06 बजे तक भगवान महाकालेश्वर का पंचामृत पूजन, भस्म लेपन, विभिन्न फलो के रसो से अभिषेक, गुलाबजल, भाँग आदि से विभिन्न मंत्रो के माध्यम से 11 ब्राह्मणों द्वारा देवादिदेव भगवान महाकालेश्वर का अभिषेक किया जायेगा। अभिषेक उपरांत सप्तधान्य अर्पित कर सप्तधान्य के मुखोटे से भगवान का श्रृंगार कर पुष्प मुकुट (सेहरा) बांधने के उपरांत सेहरा आरती की जायेगी व भगवान को विभिन्न मिष्ठान्न, फल आदि अर्पित किये जाएंगे। सेहरा दर्शन के उपरांत वर्ष में एक बार दिन में 12 बजे होने वाली भस्मार्ती होगी। भस्मार्ती के बाद भोग आरती होगी व शिवनवरात्रि का पारणा किया जायेगा।|   09 मार्च को सायं पूजन, सायं आरती व शयन आरती के बाद भगवान के पट मंगल होंगे। 11 मार्च सोमवार को सायं पूजन से शयन आरती तक भगवान महाकालेश्वर के पञ्च मुखारविन्द के दर्शन होंगे।   शिव नवरात्रि के अवसर पर प्रतिदिन होगा हरि कथा का आयोजन शिवनवरात्रि के दौरान गुरुवार से प्रतिदिन सायं को महाकाल परिसर स्थित सफेद मार्बल चबूतरे पर इन्दौर निवासी पं. रमेश कानडकर का नारदीय कीर्तन होगा। महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में आज से 09 मार्च तक शिवनवरात्रि निमित्त सनृ 1909 से कानडकर परिवार, इन्दौर द्वारा वंशपरम्परानुसार 115 वर्षों से हरिकीर्तन की सेवा दी जा रही है। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी उनकी परम्परा का निर्वहन करते हुए कथारत्न हरि भक्त पारायण पं. रमेश कानडकर द्वारा शिव कथा, हरि कीर्तन का आयोजन सायं 04 से 06 बजे तक मंदिर परिसर में नवग्रह मंदिर के पास संगमरमर के चबूतरे पर किया जाएगा।  

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 MadhyaBharat  29 February 2024

ujjain, Five star category ,Mahakal temple

उज्जैन। देश के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब एयरपोर्ट की तर्ज पर पांच सितारा श्रेणी के सुलभ शौचालय की सुविधा मिलेगी। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा 1.5 करोड़ रुपये की लागत से 7000 वर्गफीट में पांच सितारा श्रेणी का सुविधाघर का निर्माण किया जा रहा है। जो एयरपोर्ट पर बनने वाले सुविधाघर की तर्ज पर साफ, हाईटेक सुविधाओं से सज्जित रहेगा। इस सुविधाघर का 48 महिलाएं व 148 पुरुष एक साथ उपयोग कर सकेंगे।     ये सुविधाएं मिलेंगी सुविधाघर में 12 वेस्टर्न टॉयलेट और 6 इंडियन टॉयलेट बनेंगे। पहला निर्माण 7000 हजार स्कवेयर फ़ीट और दूसरा बड़े गणेश मंदिर के पास में भी 2400 स्कवेयर फ़ीट में टॉयलेट का निर्माण किया जा रहा है।महाकाल महालोक, शिखर दर्शन और टनल से बाहर निकलने वाले भक्तों को इस सुविधा का लाभ मिल सकेगा। इसमें हाथ धोने, सुखाने के लिए भी मशीनें लगाई जाएंगी। पूरे सुविधाघर में सिरेमिक का काम किया जाएगा।     महिलाओं के लिए खास वहीं महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं में छोटे बच्चे और कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जिनके पास छोटे बच्चे होते हैं। इसमें माताओं द्वारा बच्चे के दुग्धपान कराने के लिए भी एक रूम तैयार किया जा रहा है। महाकाल मंदिर समिति की ओर से इस निर्माण कार्य को 3 महीने में पूरा करने की बात कही जा रही है। इससे श्रद्धालुओं को इसका भरपूर उपयोग करने के लिए मिलेगा।

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 MadhyaBharat  22 February 2024

ujjain, City soldier dies ,crushed by truck

उज्जैन। देवासरोड़ पर सड़क पार कर रहे होमगार्ड सैनिक को रविवार सुबह करीब 6 बजे ट्रक ने कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। माधव नगर पुलिस ने शव को पीएम के लिये जिला अस्पताल पहुंचाया और परिजनों को सूचना दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार किशोर पिता नाथूलाल मालवीय निवासी माधव नगर कंट्रोल रूम होमगार्ड सैनिक था। रात को पुलिस लाइन स्थित मंदिर में प्रति शनिवार को होने वाले सुंदरकांड पाठ में शामिल होने पहुंचा था और रात को मंदिर में ही सो गया। सुबह करीब 6 बजे वह मंदिर से उठकर पैदल ही लाइन के सामने देवास रोड़ पर सड़क पार कर रहा था। तभी तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आ गया जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने शव को पीएम के लिये अस्पताल पहुंचाया और शिनाख्ती के प्रयास शुरू किये। अस्पताल पहुंचकर शव की शिनाख्त किशोर के भांजे श्याम ने की। उसके साथी होमगार्ड सैनिकों ने बताया कि किशोर अविवाहित था। उसकी एक दिव्यांग बहन राधा साथ रहती थी।

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 MadhyaBharat  18 February 2024

ujjain,  Karnataka to Delhi, Ayodhya

उज्जैन। कर्नाटक से किसान आंदोलन में भाग लेने दिल्ली जा रहे किसानों को बुधवार सुबह उज्जैन से अयोध्या के लिए रवाना कर दिया गया है। किसानों का कहना है कि उन्हें दिल्ली जाना था, लेकिन जबर्दस्ती अयोध्या वाली ट्रेन में बिठा दिया गया।   कर्नाटक के 70 किसान कुछ महिला कार्यकर्ताओं के साथ कर्नाटक एक्सप्रेस ट्रेन से दिल्ली जाने के लिए निकले थे। सोमवार तड़के 3 बजे भोपाल रेलवे स्टेशन पर इन्हें उतार लिया गया। सोमवार को दिन और रातभर इन्हें भोपाल के अशोका गार्डन इलाके के मनभा मैरिज हॉल में रखा गया और मंगलवार सुबह ट्रेन से उज्जैन भेज दिया गया।बुधवार सुबह 7 बजे सभी किसानों को को अयोध्या जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया गया। कर्नाटक के एक किसान नेता ने बताया कि रातभर हमें पुलिस की निगरानी में रखा गया। आज सुबह हम दिल्ली जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस फोर्स ने रोके रखा। गाड़ियों में बैठाकर रेलवे स्टेशन लाए और अयोध्या जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया। हमारे साथ कोच में एक पुलिस जवान को भी भेजा है।

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 MadhyaBharat  14 February 2024

ujjain, Karnataka farmers ,Bhopal reach Ujjain

भोपाल/उज्जैन। किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे कर्नाटक के किसानों को सोमवार को भोपाल में उतार लिया गया था। मंगलवार सुबह इन किसानों को उज्जैन लाया गया है। रेलवे स्टेशन पर किसानों ने नारेबाजी की। यहां से पुलिस सभी को वैन में शिप्रा नदी के घाट लेकर पहुंच गई है। संभवत: पुलिस - प्रशासन इन किसानों को महाकाल दर्शन कराकर वापस भेजना चाहता है।   दिल्ली जा रहे कर्नाटक के किसानों को भोपाल रेलवे स्टेशन पर कर्नाटक एक्सप्रेस ट्रेन से उतार लिया गया था। इन किसानों में 25 महिलाएं भी शामिल हैं। सभी किसानों को सोमवार को अशोका गार्डन स्थित एक मैरिज गार्डन में ठहराया गया था। मंगलवार सुबह इन्हें उज्जैन ले जाया गया। धारवाड़ (कर्नाटक) के किसान नेता परशुराम ने कहा कि हम दिल्ली जा रहे थे। भोपाल पुलिस ने सोमवार तड़के तीन बजे जबरदस्ती ट्रेन से उतार लिया। हमसे कहा कि कर्नाटक वापस जाओ, हमने मना करते हुए कहा कि हम दिल्ली जाएंगे। आज हम लोगों को ट्रेन में बैठाकर उज्जैन ले आए हैं। इधर, इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मामले में मंगलवार सुबह एक्स पर लिखा कि 'भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव किसानों से इतने क्यों घबरा रहे हैं? मोदी गारंटी के अंतर्गत किसान आंदोलन समाप्त करने के लिए जो वादे किए थे, पूरे नहीं हुए हैं। इसके लिए यह आंदोलन आज दिल्ली में हो रहा है। वादे पूरे करो। एमएसपी हमारा अधिकार है, लागू करो। मोदी जी, आपकी गारंटी का सवाल है।

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 MadhyaBharat  13 February 2024

ujjain, Four accused arrested ,BJP leader

उज्जैन। भाजपा नेता और उनकी पत्नी की हत्या के आरोप में मंगलवार को पुलिस ने 4 लोगों को पकड़ा है। इनमें 1 नाबालिग है। आरोपित भाजपा नेता के गांव के ही हैं। घटना नरवर में देवास रोड स्थित पिपलोदा गांव की है। 27 जनवरी की सुबह भाजपा नेता रामनिवास कुमावत (70) और उनकी पत्नी मुन्नी कुमावत (65) के शव घर में मिले थे। पुलिस शुरुआत से लूटपाट में मर्डर की आशंका जता रही थी। एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि गांव के ही होने की वजह से आरोपितों को पता था कि दंपती घर में अकेले रहते हैं। परिवार गांव में सबसे संपन्न है। घर में कैश और जेवर भी हैं। आरोपितों ने चोरी का प्लान बनाया था। 26 जनवरी की शाम सभी भाजपा नेता के घर के आंगन में छिपकर बैठ गए। बाद में खिड़की की ग्रिल तोड़कर घर के अंदर दाखिल हो गए, लेकिन, भाजपा नेता और उनकी पत्नी ने इन्हें देख लिया। चारों को वे जानते थे। इसी वजह से आरोपितों ने उन्हें मार डाला। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने इन्हें पकड़ा अल्फेज (19) पुत्र लियाकत शाह, आरिफ (22) पुत्र मक्कू उर्फ मेहरबान शाह, विशाल पुत्र मिश्रीलाल बागवान एक आरोपित नाबालिग। ये सभी उसी गांव के रहने वाले हैं।

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 MadhyaBharat  30 January 2024

ujjain, BJP couple ,killed by robbers

उज्जैन। नरवर थाना क्षेत्र के पिपलोदा द्वारकाधीश गांव में भाजपा नेता और गांव के पूर्व सरपंच और उनकी पत्नी की शुक्रवार देर रात हत्या कर दी गई । सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा और थाना प्रभारी की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की है । बताया जा रहा है कि आधा दर्जन बदमाश लूट केे इरादे से पिपलोदा गांव स्थित भाजपा नेता के घर में घुसे थे। इस दौरान दंपति की नींद खुल गई तो बदमाशों ने उनकी हत्या की घटना को अंजाम दिया है । हालांकि पूरे मामले में पुलिस अभी जांच कर रही है।     एस पी सचिन शर्मा ने बताया कि पीपलोदा द्वारकाधीश गांव के पूर्व सरपंच और भाजपा नेता रामनिवास कुमावत और उनकी पत्नी मुन्नी कुमावत की हत्या का मामला सामने आया है। जिसके बाद दो अलग-अलग टीम गठित कर मामले की जांच को शुरू किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं । पता चला है कि सीसीटीवी फुटेज में भी आरोपी कैद हुए हैं । ग्रामीण जनों से मिली जानकारी के अनुसार रामनिवास किसान थे और उनके पास गांव की पुश्तैनी बेशमती जमीन है।

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 MadhyaBharat  27 January 2024

ujjain, Lord Mahakal ,Republic Day

उज्जैन। गणतंत्र दिवस के अवसर पर शुक्रवार को ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में धर्म और देशभक्ति का अनूठा संगम देखने को मिला। अल सुबह भस्मारती में जहां भगवान महाकाल के दरबार में शिवभक्त भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे, तो दूसरी तरफ भगवान महाकाल भी तिरंगे के रंग में नजर जाए। गणतंत्र दिवस के मौके पर भगवान महाकाल का तिरंगा स्वरूप में शृंगार किया गया। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पं. महेश पुजारी ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में धार्मिक पर्वों के साथ-साथ देशभक्ति से ओतप्रोत राष्ट्रीय पर्व भी मनाए जाते हैं। मंदिर में यह परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है। इसी परंपरा को निभाते हुए गणतंत्र दिवस पर भगवान महाकाल को तिरंगे से सजाया गया। भगवान महाकाल के इस आकर्षक स्वरूप का सैकड़ों भक्तों ने दर्शन लाभ लिया। इस मौके पर भक्तों ने बाबा महाकाल के साथ-साथ भारत माता की जय के नारे लगाए। प्रतिदिन की भांति शुक्रवार को महाकालेश्वर मंदिर के पट खुलने के बाद अलसुबह 04 बजे भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का तिरंगा स्वरूप में शृंगार किया गया। इस दौरान बाबा महाकाल के शृंगार में केसरिया, सफेद और हरे रंग का उपयोग किया गया, साथ ही तिरंगा ध्वज भी बाबा महाकाल को अर्पित किया गया। इसके बाद बाबा महाकाल को भस्म रमाई और मुकुट धारण करवाया गया। बाबा महाकाल के शृंगार ने आज देशभक्ति का संदेश दिया गया।

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 MadhyaBharat  26 January 2024

ujjain, Stone pelting, situation under control

उज्जैन। जिले के माकड़ोन में थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह दो पक्षों (मालवीय और पाटीदार समाज) में विवाद हो गया। सूचना मिलने पर तत्काल घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश भार्गव, अनुविभागीय अधिकारी, थाना प्रभारी माकड़ोन पहुँचे और दोनों पक्षों से घटना के संबंध में जानकारी ली।   पुलिस के अनुसार, एक पक्ष द्वारा माकड़ोन बस स्टैंड पर पूर्व से लगी सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा को अन्य समाज के लोगों ने गिरा दिया गया था, उनकी मांग है कि सरदार पटेल की प्रतिमा के स्थान पर बाबा अंबेडकर की प्रतिमा लगाई जावे। इसके पश्चात दोनो पक्षों में पत्थरबाजी की स्थिति बन गई। मौके पर पहुँचे अधिकारियों द्वारा दोनों पक्षों से बातचीत कर समझाईश दी गई, स्थिति सामान्य है। दोनों पक्षों के द्वारा बतायी गई घटना को संज्ञान में लेकर गंभीरता से जाँच की जा रही है।

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 MadhyaBharat  25 January 2024

ujjiain, Uncontrollable car , Shipra river

उज्जैन। शहर में शुक्रवार देर शाम एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर शिप्रा नदी में जा गिरी। मौके पर मौजूद लोगों ने कार में सवार लोगों की कांच तोड़कर जान बचाई। हालांकि, उन्हें मामूली चोटें आई है। इसलिए उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। घटना मंगलनाथ मंदिर के पास छोटे पुल की बताई जा रही है।   प्रत्यक्षदर्शी आनंद यादव ने बताया कि कार क्रमांक एमपी 09 सीएस 3652 भैरवगढ़ क्षेत्र से मंगलनाथ मंदिर की ओर आ रही थी, तभी छोटे पुल पर कुत्ते का एक बच्चा आ गया, जिसे बचाने के कारण कार अनियंत्रित होकर गिरी है। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस प्रशासन का अमला मौके पर पहुंच गया।   पुलिस अधिकारी आनंद तिवारी ने बताया कि एक युवक द्वारा कार के कांच तोड़कर रेस्क्यू कर चारों यात्रियों को बचा लिया गया और उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भेजा है। मामले मे थाना चिमनगंज मंडी पुलिस जांच कर रही है। इस घटना में सभी लोगों को सामान्य चोट आई है।

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 MadhyaBharat  13 January 2024

ujjain,Chief Minister ,Union Minister

उज्जैन। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने श्री महाकालेश्वर मन्दिर में पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल भी मौजूद रहे। उन्होंने गर्भगृह के बाहर द्वार से दर्शन कर पूजा-अर्चना की। पूजन-अर्चन पं. राजेश गुरू आदि ने सम्पन्न करवाई। पूजन-अर्चन के बाद मुख्यमंत्री, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री, उप मुख्यमंत्री को कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने भगवान महाकाल की तस्वीर, प्रसाद, दुशाला भेंटकर सम्मानित किया।   इस अवसर पर सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, विधायक सतीश मालवीय, यूडीए अध्यक्ष श्याम बंसल, संभागायुक्त डॉ.संजय गोयल, आईजी संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, एसपी सचिन शर्मा, विवेक जोशी, विशाल राजौरिया, जगदीश अग्रवाल, श्री इकबाल सिंह गांधी, राजपाल सिंह सिसौदिया, संजय अग्रवाल, पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती, सत्यनारायण खोईवाल, मुकेश यादव, सचिन सक्सेना, मुकेश जैन, धनंजय शर्मा, जगदीश पांचाल, दिनेश जाटवा, ऋषि वर्मा आदि उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मन्दिर देवदर्शन के पहले वाल्मिकीधाम स्थित राष्ट्रीय सन्त बालयोगी उमेशनाथ महाराज के आश्रम पहुंचकर समाधि के दर्शन कर बालयोगी उमेशनाथ महाराज से भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उमेशनाथ महाराज ने मुख्यमंत्री का सम्मान कर आशीर्वाद प्रदान किया।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भर्तृहरि गुफा पहुंचकर शिव गोरखनाथाय का पूजन-अर्चन किया। भर्तृहरि गुफा के गादीपति महन्त रामनाथ महाराज ने मुख्यमंत्री का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने महन्त रामनाथ महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। भर्तृहरि गुफा में स्थित गौशाला में गौमाता को भूसा खिलाया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल गऊघाट स्थित महन्त रामेश्वरदास के आश्रम पहुंचकर महन्तश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। आश्रम के महन्तों ने मुख्यमंत्री को सम्मानित किया। इस अवसर पर रामेश्वरदास महाराज, महाकालेश्वर मन्दिर के महन्त विनीत गिरि महाराज, महामण्डलेश्वर मंदाकिनी दीदी, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती आदि उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इन्दौर रोड स्थित तपोभूमि पहुंचकर तपोभूमि प्रणेता आचार्य प्रज्ञासागर महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव का जैन समाज के नागरिकों ने अभिनन्दन किया। इस अवसर पर उन्हें मालवा गौरव से सम्मानित कर जैन समाज के पदाधिकारियों ने 58 प्रकार के विविध फलों से एवं मालाओं से मुख्यमंत्री का सम्मान किया। मुख्यमंत्री को आचार्य प्रज्ञासागर महाराज ने दण्ड भेंट किया। धर्मदण्ड प्रदान कर आचार्य प्रज्ञासागर महाराज ने कहा कि यह धर्मदण्ड रक्षा करेगा और धर्मदण्ड न्याय का प्रतीक है और मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता में न्याय प्रदान करेगा।   मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने आचार्य प्रज्ञासागर महाराज का पाद प्रक्षालन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। आचार्य प्रज्ञासागर महाराज ने कहा कि मेरी ओर से और जैन समाज की ओर से उन्हें चौबीसों घंटे आशीर्वाद मिलता रहेगा। सकल जैन समाज की ओर से मुख्यमंत्री का समाजसेवी अशोक जैन ने तिलक लगाकर, पगड़ी पहनाकर उनका अभिनन्दन किया। इसी तरह सांसद अनिल फिरोजिया, विधायकद्वय अनिल जैन कालूहेड़ा, सतीश मालवीय, महापौर मुकेश टटवाल, ओम जैन, राकेश अग्रवाल, कपिल यार्दे आदि ने मुख्यमंत्री को माला पहनाकर उनका अभिनन्दन किया।   मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि हमें कई पुण्यों के बाद मानव योनी प्राप्त होती है। मानव योनी प्राप्त होने पर व्यक्ति देवमार्ग पर चलता है या लोभ-लालच की राह पर चलता है। यह हमें तय करना है। मनुष्य के जन्म के बाद परमात्मा सन्तों के सान्निध्य से आशीर्वाद मिलते हैं और उनके बताये गये सही रास्ते पर चलकर मानव कल्याण के लिये काम करें। मुख्यमंत्री होने के नाते प्रदेश में सुख-समृद्धि आये, विकास के पथ पर प्रदेश आगे बढ़े और सबके कल्याण के लिये अच्छा काम करूं, यही ईश्वर से प्रार्थना करूंगा और जनता की भलाई करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि जियो और और जीने दो का नारा चरितार्थ करते हुए हम सबको मानव कल्याण की दिशा में कार्य करना चाहिये।   इस अवसर पर संभागायुक्त डॉ.संजय गोयल, आईजी संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, एसपी सचिन शर्मा आदि समाजसेवी, बड़ी संख्या में जैन समाज के प्रबुद्धजन आदि उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ का आकस्मिक भ्रमण किया मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ का आकस्मिक भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने जेल अस्पताल, पाकशाला, बन्दी आवास, सभा भवन आदि का भ्रमण कर जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बन्दियों से शासन द्वारा प्रदत्त सुविधाओं के सम्बन्ध में चर्चा की और केन्द्रीय जेल अधीक्षक से जेल की सुरक्षा व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।   मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने जेल अधीक्षक को निर्देश दिये कि जेल में विधिक सहायता के सम्बन्ध में आर्थिक रूप से कमजोर बन्दियों के लिये समय पर विधिक सहायता व शासन स्तर पर मदद सुनिश्चित करें। पाकशाला में भ्रमण के दौरान बन्दियों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता का निरीक्षण कर संतोष व्यक्त किया। बन्दियों के लिये पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था तथा शुद्ध पेयजल को दृष्टिगत रखते हुए एक अतिरिक्त वाटर प्यूरीफायर प्रदाय करने के लिये कलेक्टर को आवश्यक निर्देश दिये। गंभीर अपराध से भिन्न बन्दियों की उचित व्यवस्थाओं में रखे जाने व बन्दियों को स्वास्थ्य सम्बन्धी पर्याप्त सुविधाओं की आपूर्ति करने के भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये। बन्दियों के सामाजिक पुनर्वास के लिये प्रशिक्षण की समुचित व्यवस्थाओं का बेहतर क्रियान्वयन किया जाये और बन्दियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन तथा बाहर कमान पास बन्दियों को जेल से बाहर भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी करवाये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।   मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के भ्रमण के दौरान जनसम्पर्क आयुक्त संदीप यादव, संभागायुक्त डॉ. संजय गोयल, आईजी संतोष कुमार सिंह, डीआईजी, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, एसपी सचिन शर्मा, जेल अधीक्षक मनोज कुमार साहू आदि उपस्थित थे।

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 MadhyaBharat  7 January 2024

ujjain, Woman surrenders , husband and brother-in-law

उज्जैन। नववर्ष के पहले दिन सोमवार सुबह जिले के इंगोरिया थाना क्षेत्र में एक महिला ने पिस्टल से अपने पति और जेठ को गोली मार दी। इससे दोनों की मौत हो गई है। इसके बाद पत्नी थाने पहुंची और पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।   इंगोरिया थाना पुलिस के अनुसार सोमवार सुबह क्षेत्र में रहने वाली सविता पत्नी राधेश्याम पिस्टल लेकर थाने पहुंची और उसने बताया कि मैंने अपने पति राधेश्याम और जेठ धीरज को गोली मार दी है। सविता की बात सुनकर पहले तो पुलिस चौंक गई, फिर घटनास्थल पर पहुंची, जहां गोली लगने से राधेश्याम पुत्र नगुलाल की मौत हो चुकी थी। जबकि महिला का जेठ धीरज गंभीर रूप से घायल पड़ा हुआ था। पुलिस ने उसे तुरंत उपचार के लिए उज्जैन जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।     पुलिस के अनुसार, प्राथमिक जानकारी में पता चला है कि सविता आंगनवाड़ी में काम करती है, जो कि पिछले काफी समय से पति राधेश्याम और जेठ धीरज द्वारा विवाद करने और प्रताड़ित करने से परेशान हो गई थी। जिसके कारण ही उसने यह कदम उठाया। सविता ने पुलिस को यह भी बताया कि उसका जेठ धीरज अवैध हथियार का धंधा करता था, जिसे कुछ दिनों पहले बड़नगर पुलिस ने तस्करी करते हुए पकड़ा भी था। आज भी वह पिस्टल लेकर उसे मारने ही घर पर आया था, जिसे छीनकर उसने पति राधेश्याम और जेठ धीरज पर फायर कर दिया। इससे पति की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, घायल जेठ ने भी जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया है। जिला अस्पताल, उज्जैन में शवों को मर्चुरी में रखा गया है। पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच की जा रही है।

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 MadhyaBharat  1 January 2024

bhopal, New Year celebration , Mahakaleshwar temple

भोपाल। मध्य प्रदेश में नया साल धूमधाम से मनाया जा रहा है। लोग सोमवार को सुबह से एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं। इसके साथ ही नए साल की शुरुआत अपने आराध्य के दर्शन से करने के उद्देश्य से मंदिरों में पहुंच रहे हैं। साल के पहले दिन उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। मंदिर में सुबह से भक्तों की भारी भीड़ है।     इससे पहले रविवार आधी रात को प्रदेशभर में नए साल का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। इंदौर और भोपाल से लेकर प्रदेश भर में लोग जश्न में डूबे नजर आए। रात के 12 बजते ही लोग झूम उठे। बड़ी संख्या में लोग नए साल को सेलिब्रेट करने शहर के होटल्स और रिसॉर्ट पहुंचे। यहां अलग-अलग थीम रखी गई। लाइव म्यूजिक पर लोग जमकर थिरके। वहीं, सोमवार सुबह कई लोगों ने मंदिरों में दर्शन कर अपने नए साल की शुरुआत की, तो अधिकांश लोग अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए निकल गए।     दुनियाभर में नए साल के पहले दिन की शुरुआत लोग अलग-अलग अंदाज में करते हैं, लेकिन धार्मिक नगरी उज्जैन में श्रद्धालु हर नए काम की शुरुआत बाबा महाकाल का आशीष लेकर करते हैं। साल के पहले दिन लाखों भक्तों ने महाकाल मंदिर में जाकर भक्तिभाव में लीन होकर नववर्ष की शुरुआत की। यहां नववर्ष के पहले दिन मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं ने चलित भस्म आरती में बाबा के दिव्य दर्शन किए। बाबा का आशीर्वाद लेकर नए साल की शुरुआत कर सफलता और सुख-शांति की प्रार्थना की।     नववर्ष पर तड़के ही महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर के अंदर भक्तों की लाइन लगने लगी थी। महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन के मुताबिक, सुबह 9 बजे तक दो लाख श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके थे। मंदिर में पहले दिन सोमवार को आठ लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इससे पहले 2016 में सिंहस्थ के शाही स्नान के पहले दिन उज्जैन में छह लाख श्रद्धालु आए थे। इधर, जिला प्रशासन की तरफ से महाकाल मंदिर में चाक चौंबद व्यवस्था की गई है।     दरअसल, भूतभावन बाबा महाकाल को कालों का काल कहा जाता है, इसलिए वे काल के अधिष्ठाता हैं, लिहाजा नया साल अच्छा बीते, इसी कामना के साथ लाखों भक्त बाबा महाकाल के दरबार से नए साल की शुरुआत करते दिखाई दिए। इस अवसर पर श्रद्धालुओ को नए साल का जश्न मनाने का मौका भी मिल गया। वैसे नववर्ष के अवसर पर महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों को चलित भस्म आरती के रूप में बाबा महाकाल के दर्शन करवाए गए।     गर्म जल से स्नान, फिर हुआ पंचामृत पूजन भगवान महाकाल के दरबार में नववर्ष की सुबह भस्म आरती से पहले भगवान महाकाल को गर्मजल से स्नान कराया गया। इसके बाद दूध, दही, शहद, शक्कर और फलों के रस से भगवान का पंचामृत पूजन हुआ। भगवान महाकाल के पूजन के बाद सूखे मेवे और भांग से सजाया गया। राजाधिराज भगवान महाकाल ने नववर्ष की सुबह आकर्षक स्वरूप में दर्शन दिए।

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 MadhyaBharat  1 January 2024

ujjain, Priests of Mahakal temple ,

उज्जैन। यूट्यूब पर लांच किए गए रैप सांग 'गलत काम करे..' पर श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी और पुजारी महासंघ ने आपत्ति जताई है। तीन मिनट के इस गाने में आपत्तिजनक शब्दों के साथ गालियां हैं। इसके बीच महादेव का नाम भी लिया गया है। अखिल भारतीय पुजारी महासंघ ने गाने में से महादेव का नाम तुरंत हटाने को कहा है। गाने पर बैन लगाने की मांग की है।     अखिल भारतीय पुजारी संघ के महासचिव और महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सनातन धर्म पर अश्लील टिप्पणियां की जा रही है। उन्होंने यह गाना लिखने वाले राइटर और सिंगर को चेतावनी देते हुए कहा है कि वे तुरंत माफी मांगे, वरना विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।     पुजारी महेश शर्मा ने इस तरह के गाने और सामग्रियों पर रोक लगाने और ऐसे मामलों में कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कानून बनाने की मांग की है। उनका कहना है कि सनातन धर्म का नाम अश्लीलता के साथ फिल्मों में दिखाने और भगवान का नाम अश्लील गानों में उपयोग करने पर उनका विरोध जारी रहेगा।     अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के प्रदेश सचिव रुपेश मेहता ने गाने पर बैन लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि बार-बार हिंदू धर्म के ऊपर अश्लील गाने और फिल्म की बातें सामने आती हैं। देवी-देवताओ के नाम पर फिल्म और गाने में अश्लीलता दिखाई जा रही है।     गौरतलब है कि 'रैप सॉन्ग गलत करम करे...' सॉन्ग यूट्यूब पर 10 नवंबर को रिलीज हुआ था। इसे अब तक तीन करोड़ से अधिक लोग देख चुके हैं। गाने में गालियों का इस्तेमाल किया गया है और बैकग्राउंड में त्रिशूल, डमरू और रुद्राक्ष की माला दिखाई गई है। इस गाने में अपशब्दों के साथ भोलेनाथ का नाम भी लिया गया है।

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 MadhyaBharat  29 December 2023

ujjain, Goa Health Minister , Lord Mahakal

भोपाल। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने शुक्रवार उज्जैन पहुंचकर विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के के दर्शन किए। इसके साथ ही वे भगवान महाकाल की भस्मारती में भी शामिल हुए। उन्होंने यहां नंदी हॉल में बैठकर करीब दो घंटे तक बाबा महाकाल की अराधना की। उन्होंने यहां पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की।     गोवा के स्वास्थ्य मंत्री शुक्रवार को अलसुबह उज्जैन पहुंचे थे। उन्होंने यहां महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर विधि विधान से पूजन-अभिषेक कर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया। वे बाबा महाकाल की भस्मारती में भी शामिल हुए। भगवान महाकाल के दर्शन करने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उनका सौभाग्य है कि वे बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। उन्होंने देश की जनता की तरक्की की कामना की है। उन्होंने देश में फिर से पैर पसार रहे कोरोना को लेकर कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार निश्चित रूप से उचित दिशा-निर्देशों का पालन करके इस स्थिति से निपटेंगे।

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 MadhyaBharat  22 December 2023

ujjain, BJP MP , Ravi Kishan ,Baba Mahakal

उज्जैन। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से भाजपा सांसद एवं अभिनेता रवि किशन सोमवार को बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शन किए। रवि किशन बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती में शामिल हुए। उन्होंने नंदी हॉल से भस्म आरती के दर्शन और पूजन अर्चन भी किया।     रवि किशन सोमवार सुबह तड़के चार बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। इस दौरान वे धोती- सोला पहनकर महाकाल की भक्ति में रमे नजर आए। रवि किशन करीब दो घंटे यहां रूके। उन्होंने महाकाल लोक भी देखा। बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद उन्होंने मंदिर समिति के सदस्यों को धन्यवाद दिया। मीडिया से बातचीत करते हुए रवि किशन ने कहा, 'मैं तो महाकाल का सेवक और उनके चरणों का दास हूं। महाकाल दर्शन कर धन्य हो गया। श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति और यहां सेवा कार्यों में लगे लोग अच्छा कार्य कर रहे हैं, बाबा महाकाल के दर्शन करने का मेरा अनुभव अच्छा रहा है। अपने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा मंदिर में की गई व्यवस्थाओं की जमकर तारीफ की और कहां की मैं उन्हें प्रणाम करता हूं।   बाबा महाकाल ने अपने विधायक को राजा बना दिया रवि किशन ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के दौरान श्री महाकालेश्वर मंदिर में कई कार्य किए गए। आज बाबा महाकाल ने अपने विधायक को राजा बना दिया। विश्व के राजा बाबा महाकाल ने मध्यप्रदेश का राजा डॉ. मोहन यादव को बनाया है। उन्होंने कहा कि मैं चुनाव में प्रचार के दौरान यहा आया था, तब मैंने बाबा महाकाल से कामना की थी कि मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बने। मेरे महाकाल ने मेरी बात सुनी और मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बना दी। हर हर महादेव, महाकाल महाराज की जय।

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 MadhyaBharat  18 December 2023

bhopal, Chief Minister Dr Yadav broke the myth

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने आखिरकार उस मिथक को तोड ही दिया, जिसके तहत यह कहा जाता है कि कोई भी मुख्यमंत्री उज्जैन में रात्रि विश्राम नहीं करता। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने शनिवार रात्रि उज्जैन स्थिति अपने निवास में बिताई। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बाद वे शनिवार रात उज्जैन में रूके। इसके बाद मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने रविवार सुबह उज्जैन के विकास के एजेंड को लेकर विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल भवन में बैठक ली। तैयारियों को लेकर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जिले में स्वीकृत, प्रचलित और प्रस्तावित योजनाओं का फोल्डर तैयार करवाया था। मुख्यमंत्री डाॅ यादव ने शनिवार रात ही उज्जैन में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि, 'इस मिथक को तत्कालीन राजा दौलत राव सिंधिया ने बनाया। तत्कालीन राजा महाद जी सिंधिया के निधन के बाद दौलत राव सिंधिया राजधानी को उज्जैन से ग्वालियर ले जाना चाहते थे। 1812 में वे राजधानी तो ले ही गए, धीरे से एक मंत्र फूंक गए कि यहां (उज्जैन) कोई राजा रात को नहीं रहेगा, जिससे कोई कब्जा करने नहीं आए। यह उनकी राजनीतिक रणनीति थी।' उन्होंने आगे कहा, 'अब हम भी कहते हैं कि राजा रात नहीं रहेगा। अरे, राजा तो बाबा महाकाल हैं, हम सब तो बेटे हैं उनके, क्यों रात नहीं रहेंगे? ब्रह्मांड में कहां कोई बच सकता है अगर महाकाल ने टेढ़ी निगाह कर ली तो? मुझसे मोदी जी ने कहा कि बनारस मैं संभालता हूं, मोहन जी आप उज्जैन संभालो। मुख्यमंत्री डॉ यादव का कहना है कि मैं उज्जैन का बेटा हूं और बाबा महाकाल मेरे पिता हैं। मैं महाकाल के मुख्य सेवक के रूप में काम कर रहा हूं, ना कि सीएम के रूप में। दरअसल ऐसा माना जाता है कि कोई भी शासक यानी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या उनके समकक्ष बाबा महाकाल की नगरी में रात्रि विश्राम नहीं करता। ऐसा इसलिए कि उज्जैन के राजा बाबा महाकाल हैं।सीएम डॉ. यादव उज्जैन के ही रहने वाले हैं। उनका घर शहर की गीता कॉलोनी में है। लेकिन मुख्यमंत्री डॉ यादव ने इस मिथको तोडते हुए उज्जैन में रात्रि विश्राम भी किया और रविवार सुबह मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार उज्जैन में कोई प्रशासनिक स्तर पर की बैठक की।

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 MadhyaBharat  17 December 2023

ujjain, Baba Mahakal, second royal ride

उज्जैन। श्री महाकालेश्वर भगवान की कार्तिक- मार्गशीर्ष (अगहन) माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में मार्गशीर्ष (अगहन) माह की दूसरी शाही सवारी सोमवार, 11 नवंबर को सायं 4 बजे नगर भ्रमण पर निकलेगी। भगवान श्री महाकालेश्वर श्री मनमहेश स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए शाही ठाट-बाट के साथ नगर भ्रमण पर निकलेंगे।   श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर स्थित सभामंडप में भगवान श्री मनमहेश का विधिवत पूजन-अर्चन होने के पश्चात रजत पालकी में विराजित होकर भगवान अपनी प्रजा का हॉल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे। श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल के जवानों के द्वारा पालकी में विराजित श्री मनमहेश को सलामी दी जायेगी।   उसके बाद राजाधिराज बाबा श्री महाकालेश्वर की शाही सवारी अपने परंपरागत मार्ग श्री महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंचेगी। वहॉ माँ क्षिप्रा के जल से भगवान श्री चन्द्रमौलीश्वर के अभिषेक उपरांत सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, कार्तिक चौक, सत्यनारायण मंदिर टंकी चौराहा, तेलीवाड़ा, कंठाल चौराहा, सती गेट, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।   भगवान श्री मनमहेश की शाही सवारी में आगे तोपची, कडाबीन, श्री महाकालेश्वर भगवान का ध्वज, पुलिस बैण्ड घुडसवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान नगर वासियों को बाबा के आगमन की सूचना देते चलेंगे व भजन मंडलियाँ ढोल, झांझ, मंजीरो के साथ बाबा का गुणगान करते श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी में सम्मिलित होंगे।

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 MadhyaBharat  10 December 2023

ujjain, Lord Mahakal ,silver palanquin

उज्जैन। कार्तिक अगहन मास में निकलने वाली सवारियों की क्रम में सोमवार शाम को विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की कार्तिक अगहन मास की तीसरी सवारी धूमधाम से निकाली गई। इस दौरान अवंतिकानाथ बाबा महाकाल ने चांदी की पालकी में सवार होकर नगर का भ्रमण किया और अपनी प्रजा का हाल जाना। सवारी में शामिल होकर हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप के दर्शन किए।   सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर परिसर स्थित सभामंडप में भगवान महाकालेश्वर के चन्द्रमौलेश्वर स्वरूप का विधिवत पूजन-अर्चन शासकीय पुजारी पंडित घनश्याम शर्मा ने किया। इसके बाद शाम चार बजे भगवान चन्द्रमौलेश्वर रजत पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकले। पालकी को मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा सलामी (गॉड ऑफ ऑनर) दी गई। बाबा महाकाल की सवारी में सबसे आगे महाकाल मंदिर का ध्वज था। पीछे पुलिस का अश्वरोही दस्ता, पुलिस बैंड सशस्त्र बल की टुकड़ी, शिव प्रिय वाद्य यंत्र झांझ डमरू का मंगल नाद करते भस्म रमैया भक्त मंडल के सदस्य शामिल हुए।   महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि सवारी मंदिर से अपने निर्धारित मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए शाम छह बजे शिप्रा स्थित रामघाट पहुंची। यहां जीवनदायिनी क्षिप्रा के जल से भगवान चन्द्रमौलेश्वर का अभिषेक किया गया और मां शिप्रा का पूजन किया गया। यहां से सवारी गणगौर दरवाजा, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।   सवारी में आगे तोपची, कडाबीन, पुलिस बैण्ड घुडसवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान चल रहे थे। शाही लाव-लश्कर के बाद भक्तों को रजत पालकी में विराजित भगवान महाकाल के चंद्रमौलेश्वर रूप के दर्शन हुए। अवंतिकानाथ की एक झलक पाने के लिए सवारी मार्ग पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। अनेक स्थानों पर पालकी का पूजन किया गया। अब आगामी 11 दिसंबर को कार्तिक-अगहन मास की शाही सवारी निकाली जाएगी।

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 MadhyaBharat  4 December 2023

ujjain, Mahakaleshwar , subjects

उज्जैन। श्रावण-भाद्रपद माह की तरह श्री महाकालेश्वर भगवान की कार्तिक-अगहन माह की दूसरी सवारी सोमवार को सभामंडप में विधिवत पूजन-अर्चन के बाद राजसी ठाट-बाट के साथ निकली।भगवान श्री महाकालेश्वर श्री मनमहेश के रूप में अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले।   श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी पुलिस बैण्ड, घुड़सवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार कहारवाडी होते हुए रामघाट क्षिप्रातट पहुंची। वहां मां क्षिप्रा के जल से पूजन-अर्चन के पश्चात भगवान महाकाल की सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोड की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंची। मराठा के समय की परंपरा का आज भी प्रभाव महाकाल मंदिर में मराठा परंपरा का विशेष तौर पर प्रभाव है। महाराष्ट्रीय परंपरा में शुक्ल पक्ष से माह का शुभारंभ माना जाता है। कार्तिक-अगहन मास में भी महाकाल की सवारी कार्तिक शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार से शुरू होती है। इसी वजह से इस बार 20 नवंबर से सवारी निकालने की शुरुआत हुई। इसी क्रम में श्री महाकालेश्वर भगवान की कार्तिक एवं अगहन (मार्गशीर्ष) माह में निकलने वाली श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारियां क्रमशः तृतीय सवारी 04 दिसम्बर को तथा शाही सवारी 11 दिसम्बर को निकाली जाएगी।

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 MadhyaBharat  27 November 2023

ujjain,Thousands of devotees , Hari-Har Milan

उज्जैन। बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर शनिवार आधी रात को भगवान महाकाल ने सृष्टि का कार्यभार भगवान विष्णु को सौंप दिया। इसके लिए भगवान महाकाल गोपाल मंदिर पहुंचे, जहां हजारों भक्त हरि और हर के इस मिलन के साक्षी बने। मान्यता है कि देवशयनी एकादशी से देवउठनी एकादशी तक भगवान विष्णु पाताल लोक में विश्राम करते हैं और सृष्टि का कार्यभार भगवान शिव के संभालते हैं। बैकुंठ चतुर्दशी पर भगवान महाकाल ने सृष्टि का कार्यभार वापस भगवान विष्णु को सौंप दिया। परंपरा के अनुसार शनिवार रात करीब 11:30 बजे महाकालेश्वर मंदिर पर पूजन के बाद बाबा की सवारी गोपाल मंदिर के लिए रवाना हुई। सवारी मार्ग पर जगह-जगह भूतभावन भगवान का जमकर स्वागत किया गया और जमकर आतिशबाजी भी की गई। बाबा महाकाल की सवारी रात 12 बजे गोपाल मंदिर पहुंची। यहां बाबा महाकाल और भगवान विष्णु की मालाएं बदलकर सत्ता हस्तांतरण की रस्म पूरी की गई। इस दौरान हजारों भक्त उपस्थित रहे, जो हरि और हर के इस मिलन के साक्षी बने।

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 MadhyaBharat  26 November 2023

ujjain, Prayed to Mahakal, tunnel

उज्जैन। उत्तरकाशी की सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए शुक्रवार को बाबा महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं और पुजारियों द्वारा विशेष पूजा-अर्चना की गई। बता दें 12 नवंबर को निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद से मजदूर 12 दिनों से सुरंग में फंसे हुए हैं। सुरंग में मशीन में तकनीकी दिक्कतों के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है।     महाकाल मंदिर के पुजारी संजय शर्मा के अनुसार सिल्क्यारा सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की है। भस्म आरती के दौरान प्रार्थना की गई जो हर दिन मंदिर में किया जाने वाला एक विशेष अनुष्ठान है। पूजा-अर्चना के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी किया गया। प्रमुख पुजारी दंडी स्वामी ने भी बचाव अभियान के सफल समापन के लिए प्रार्थना की। उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए प्रार्थना करने के लिए श्रद्धालु बाबा महाकाल मंदिर में एकत्र हुए थे। श्रद्धालुओं ने उम्मीद जताई कि बाबा महाकाल फंसे हुए मजदूरों को आशीर्वाद देंगे और उनका सुरक्षित बचाव सुनिश्चित करेंगे।

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 MadhyaBharat  24 November 2023

ujjain, Lord Mahakaleshwar,people

उज्जैन| श्रावण- भाद्रपद माह की तरह श्री महाकालेश्वर भगवान की कार्तिक माह की पहली सवारी सोमवार, 20 नवंबर को सायं 4 बजे राजसी ठाट-बाट के साथ नगर भ्रमण करेगी। शाही सवारी 11 दिसम्बर को निकलेगी।   महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने रविवार को बताया कि भगवान महाकालेश्वर मनमहेश के रूप में अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे। महाकालेश्वर भगवान की सवारी में पुलिस बैण्ड, घुड़सवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान आदि के साथ महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार कहारवाडी होते हुए रामघाट क्षिप्रातट पहुंचेगी, वहां मॉ क्षिप्रा के जल से पूजन-अर्चन पश्चात भगवान महाकाल की सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोड की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।   इसी क्रम में परंपरानुसार महाकालेश्वर भगवान की कार्तिक एवं अगहन(मार्गशीर्ष) माह में निकलने वाली श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारियॉ क्रमशः द्वितीय सवारी 27 नवम्बर, तृतीय सवारी 04 दिसम्बर तथा शाही सवारी 11 दिसम्बर 2023 को निकाली जावेगी। हरिहर मिलन की सवारी रविवार 25 नवम्बर 2023 को निकाली जाएगी।

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 MadhyaBharat  19 November 2023

ujjain, Ritual in Mahakal temple ,Team India

उज्जैन।भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज आईसीसी वर्ल्ड कप का अंतिम मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होने जा रहा है। इस मैच को देखने के लिए देश के हर कोने से ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों के लोग यहां आए हुए हैं। भारत में हर जगह एक उत्साह का माहौल है और हर कोई चाहता है कि भारत इस बार विश्व कप जीते। ऐसे में अब उसे उसके विजय अभियान में सफल बनाने के लिए भगवान के द्वार भी भक्त प्रार्थना करने पहुंच रहे हैं। इसी तारतम्य में रविवार सुबह विश्वप्रसिद्ध महाकाल मंदिर में भगवान महादेव के सामने टीम भारत की जीत के लिए विशेष प्रार्थना की गई है ।       मंदिर के पुजारियों और भक्तों ने महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में विशेष पूजन-अर्चन किया। महाकाल मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने कहा कि आज हमने वर्ल्ड कप फाइनल मैच में भारत की जीत के लिए महाकाल से प्रार्थना की है। भारत खेल में ही नहीं हर क्षेत्र में विश्वगुरु बने, यही कामना भगवान महाकाल से की गई है । इससे पहले मंदिर में शिवलिंग के पास खिलाड़ियों की फोटो रखकर विजय अनुष्ठान भी किया गया।       उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011 के बाद भारत की क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप फाइनल का मुकाबला खेलने के लिए आज मैदान में है । इस वर्ल्ड कप में अब तक भारतीय टीम अपराजेय रही है । उसने लगातार 10 मैच जीते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने भी फाइनल तक का सफर लगातार आठ जीतों के साथ पूरा किया है, लेकिन लीग मैच में उसे भारत और दक्षिण अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा था।     विकेट के लिहाज से भारत की सबसे छोटी जीत चार विकेट की है और रनों के लिहाज से 70 रन की एक बड़ी जीत भी उसकी हुई है। इसके साथ ही भारतीय टीम को मिली हर जीत में कई खिलाड़ियों का योगदान आपको सामूहिकता का अहसास करा देता है। भारतीय टीम की जीत के लिए उसके पास फिर टॉप ऑर्डर से लेकर मिडिल ऑर्डर तक हर बल्लेबाज है। कुछ ऐसी ही कहानी गेंदबाजों की भी है, जहां तेज गेंदबाजों को स्पिनर्स से पूरा सहयोग मिला है। भारत ने अब तक खेले 10 मैच में एक बार चार सौ का आंकड़ा भी पार किया है और दो बार विरोधी टीम को 100 रन के भीतर समेटा है। इसलिए ही भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा को फाइनल तक के सफर में किसी एक या दो खिलाड़ी के प्रदर्शन पर ही निर्भर नहीं रहना पड़ा है बल्कि पूरी टीम मिलकर अब तक मंजिल की तरफ बढ़ती दिखी है ।     टीम इंडिया की स्थिति ऑस्ट्रेलिया से बहुत बेहतर है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया को जहां एक मैच में ग्लेन मैक्सवेल के दोहरे शतक से जीत मिली तो सेमीफाइनल में पैट कमिंग्स और मिचेल स्टार्क को क्रीज पर डटकर संघर्ष करना पड़ा था, नहीं तो ये मैच वह हार ही जाता। दरअसल, ये आंकड़े इस बात को बता रहे हैं कि भारत की टीम आज आस्ट्रेलिया से कहीं बेहतर है।

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 MadhyaBharat  19 November 2023

ujjain, Collector worshiped Mahakal, Dhanteras

उज्जैन। धनतेरस पर्व पर श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुरोहित समिति द्वारा धनतेरस पर्व पर आरोग्य एवं सबके कल्याण और सुख समृद्धि की कामना के लिए मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम सपत्नीक पूजन में सम्मिलित हुए और भगवान श्री महाकालेश्वर का पूजन-अर्चन किया। इस दौरान पूजन में मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी भी सम्मिलित हुए । पूजन विधि श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुरोहित समिति के अध्यक्ष अशोक शर्मा सहित पुरोहितों सर्वश्री पं. लोकेन्द्र व्यास, पं. भूषण व्यास, पं. विश्वास करहाडकर, तिलक व्यास आदि द्वारा संपन्न कराया गया। कार्तिक मास में धनतेरस पर्व पर भगवान श्री धन्वंतरी के जन्म दिवस के अवसर पर पूजन किया जाता है। इसे धनवंतरी जयंती या धन त्रयोदशी भी कहा जाता है। दीवाली के पहले धनतेरस के दिन भगवान महाकाल का विधिवत पूजन किया गया। इसी दिन सुख समृद्धि व आरोग्य के लिए विधिवत पूजन-अर्चन विगत कई वर्षों से किया जा रहा है। भगवान धन्वंतरी का पूजन श्री महाकालेश्वर मंदिर के फेसिलिटी सेन्टर स्थित चिकित्सालय में भगवान श्री धन्वंतरी का पूजन-अर्चन किया गया। पूजा दोपहर 01.00 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी द्वारा किया गया। इस अवसर पर मंदिर की चिकित्सा इकाई के द्वारा जिला चिकित्सालय के सहयोग से रक्तदान सिविल भी लगाया गया। जिसके में मंदिर के चिकित्सा स्टाफ एवं अन्य लोगों के द्वारा रक्तदान किया गया और संपूर्ण विश्व के स्वास्थ्य के लिए कामना की गई।

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 MadhyaBharat  10 November 2023

ujjain, BJP gave priority ,CM Bhupendra Patel

उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा ने विकास को प्राथमिकता दी। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने सिर्फ वोट को प्राथमिकता दी। कांग्रेस ने गरीबों, दलितों, शोषितों को सिर्फ वोट बैंक समझा है, वहीं भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी इन लोगों को अपना परिवार मानकर उनका विकास कर रहे हैं। यही अंतर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की विचारधारा में है। कांग्रेस के लिए सत्ता ही सब कुछ है, जबकि भाजपा के लिए सत्ता सेवा का माध्यम है। यह बात गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल ने बुधवार को उज्जैन उत्तर विधानसभा में पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। सम्मेलन को पार्टी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया ने भी संबोधित किया। कांग्रेस को विकास कार्यो को लटकाने, अटकाने और भटकाने की आदत भूपेन्द्र भाई पटेल ने सम्मेलन में कहा कि मध्यप्रदेश में पांच दशक से अधिक समय तक कांग्रेस पार्टी ने शासन किया, लेकिन पांच ही मेडिकल कॉलेज खोल पाए थे। 2003 में भाजपा की सरकार बनी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगातार मेडिकल कॉलेज खोले। आज मध्यप्रदेश में 25 मेडिकल कॉलेज हो गए हैं। यह कार्य कांग्रेस पार्टी भी कर सकती थी, लेकिन कांग्रेस को विकास कार्यों को लटकाने, अटकाने और भटकाने की आदत है। आयुष्मान भारत योजना में मध्यप्रदेश के तीन करोड़ 70 लाख लोगों को पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिली है। गुजरात में भाजपा की सरकार बनाने में पन्ना प्रमुखों का बड़ा योगदान दिया है आज मध्यप्रदेश में भी पन्ना प्रमुखों के बल पर हम सरकार बनाएंगे आप की मेहनत से ही उत्तर विधानसभा में अनिल जैन कालूहेड़ा रिकॉर्ड मतों से विजयी होंगे। कांग्रेस ने एडी चोटी का जोर लगाया राम मंदिर न बने   पार्टी के वरिष्ठ नेता जयभान सिंह पवैया ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने राम मंदिर न बने इसके लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया। भाजपा के एक साधारण कार्यकर्ता नरेन्द्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने सारी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर भव्य राम मंदिर का निर्माण सुनिश्चित कराया। अब 22 जनवरी को अयोध्या में संसार के सबसे भव्य मंदिर में रामलला विराजमान होंगे। मंडल के सभी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को समझाएं कि भाजपा को वोट देकर नरेन्द्र मोदी के हाथ मजबूत करें। कांग्रेस के लोग मारीच जैसे पवैया ने कहा कि कांग्रेस के लोग कालमेघ व मारीच की तरह हैं। वे चुनाव में राम मंदिर के पोस्टर पर आपत्ति जताते हैं, तो क्या वे बाबरी मस्जिद के नाम पर वोट लेंगे? उन्होंने कहा कि कांग्रेस के खरगोन के विधानसभा प्रत्याशी ने हमास के आतंकवादियों के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की, जबकि पूरा देश हमास के खिलाफ है। हमास के लोग निरअपराध लोगों की हत्याएं कर रहे हैं। ऐसे लोगों को श्रद्धांजलि देकर कांग्रेस ने बता दिया कि वह एक वर्ग का तुष्टीकरण करना चाहती है।

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 MadhyaBharat  8 November 2023

ujjain,  Digvijay and Kamal Nath , Scindia

उज्जैन। दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की बड़े भाई छोटे भाई की जोड़ी ने मध्यप्रदेश को गड्ढे में डालकर छोड़ दिया था। भाजपा सरकार आने के बाद 20 सालों में प्रदेश को बीमारू राज्य से विकसित राज्य बनाने का काम भाजपा की सरकार ने किया। 15 महीने के शासन में कमलनाथ की सरकार ने प्रदेश में सिर्फ घोटालों को ही तवज्जो दी विकास को नहीं।     यह बात केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार शाम को उज्जैन जिले के घट्टिया विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी सतीश मालवीय के समर्थन में जनशभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भाजपा का मकसद गरीब कल्याण और विकास रहा है। कांग्रेस का विकास से कोई लेना-लेना देना नहीं।   सिंधिया ने कहा कि दुनिया में तीन भगवान हैं। एक जान दाता जिन्हें हम डॉक्टर कहते हैं, दूसरे अन्नदाता हमारे किसान जो अन्न हमें देते हैं। तीसरे भगवान मतदाता हैं जो देश के भविष्य का निर्माण करते हैं। इस बार 17 नवंबर को अब आपकी बारी है। प्रदेश की जनता को खुशहाल रखने की और लगातार विकास के पथ पर अग्रसर रखने की।   राहुल गांधी की गारंटी पूरी नहीं हुई उन्होंने कहा कि 2018 में कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऐलान किया था कि मध्यप्रदेश में सरकार आने के बाद किसानों का कर्जा माफ कर देंगे। राहुल गांधी ने कहा था कि 10 दिन में कर्जा माफ नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री बदल देंगे,लेकिन कर्जा माफ नहीं किया गया, बल्कि किसानों को डिफाल्टर बना दिया। कांग्रस की इस छोटे भाई और बड़े भाई की जोड़ी ने तब यह बात उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने नहीं रखी।   कांग्रेस ने गरीबों को हमेशा छला सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा गरीबों को छला है। बस उन्हें गरीब कहकर उनके वोटों को हासिल किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरी तरफ गरीबी को करीब से देखा और जब मौका आया तो गरीब कल्याण के लिए सारे रास्तों को खोल दिया। आज प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश में 45 लाख से ज्यादा आवास गरीबों को मिले हैं। देश में 80 करोड़ लोगों को अब आने वाले पांच सालों तक और मुफ्त में राशन मिलेगा। उन्होंने कहा कि उज्जैन सिंधिया साम्राज्य की राजधानी थी। उस दौरान भी कई विकास काम किए गए। इस क्षेत्र की धार्मिक चेतना और सांस्कृतिक विरासत को दोबारा संजोने का कार्य पहले परिवार ने किया था। भाजपा की राज्य और केंद्र सरकार हमारी सांस्कृतिक विरासत को सहजने का काम कर रही है।

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 MadhyaBharat  8 November 2023

ujjain, Baba Mahakal temple , lunar eclipse

उज्जैन। शनिवार रात को लगे चंद्र ग्रहण के समाप्त होने के बाद रविवार सुबह पुजारियों ने महाकाल मंदिर का पवित्र नदियों के जल से शुद्धिकरण किया। इसके बाद भस्म आरती हुई। बड़ी संख्या में भक्त महाकाल के दर्शन को पहुंचे। चंद्र ग्रहण खत्म होने के बाद महाकालेश्वर मंदिर के नंदीहाल शिखर और पूरे परिसर को पानी से धोया गया। शनिवार को चंद्र ग्रहण होने की वजह से देश भर के मंदिरों में कपाट बंद कर दिए गए थे लेकिन कालों के काल भगवान महाकाल के मंदिर के कपाट बंद नहीं किए गए थे। श्रद्धालुओं को भी दर्शन करने से नहीं रोका गया था। रविवार को सुबह भगवान महाकाल के पट खोलने से पहले मंदिर परिसर को धोया गया और इसके बाद बाबा महाकाल के दरबार के पट खोले गए और भगवान महाकाल को स्नान कराया गया और पंचामृत अभिषेक कर भगवान महाकाल विशेष श्रंगार कर श्रीगणेश के रूप में तैयार किया गया। इसके बाद महाकाल की भस्म आरती की गई।

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 MadhyaBharat  29 October 2023

ujjain, Uncontrollable car , 4 people killed

उज्जैन। शहर के भैरवगढ़ थाना क्षेत्र में बुधवार को उन्हेल मार्ग पर तेज रफ्तार कार ने दो अलग-अलग बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों बाइक पर सवार 4 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद कार सड़क से उतर कर पलट गई और उसका चालक घायल हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल पहुंचा कर मामले की जांच शुरू की। भैरवगढ़ थाना पुलिस के अनुसार, हादसा बुधवार दोपहर करीब 2.30 बजे उज्जैन जावरा स्टेट हाइवे पर स्थित टोल नाका से करीब दो किलोमीटर दूर चकरावदा में गोयला गांव के समीप हुआ। यहां तेज रफ्तार कार ने दो बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों बाइक हवा में उछल गई। एक बाइक पेड़ से टकरा गई, जिसके बाद उसमें आग लग गई। दोनों बाइक पर दो दम्पत्ति सवार थे। हादसे में बाइक सवार चारों लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दो महिलाएं और पुरुष शामिल हैं। भैरवगढ़ थाना प्रभारी जगदीश गोयल ने बताया कि विनोद पुत्र रघुनाथ निवासी ग्राम लेकोडा आंजना उन्हेल अपनी कार से शराब के नशे में भैरवगढ़ से उन्हेल जा रहा था। इस दौरान सामने से आ रही दो मोटरसाइकिलों को टक्कर मार दी। इसके बाद कार पलट कर खेत में जा गिरी। हादसे में मुंशी पुत्र मुनीर खान निवासी माकडोन और उसकी पत्नी जुबेदा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरी बाइक पर सवार जसवंत पुत्र ओम लखेरा और उसकी पत्नी निर्मला निवासी ग्राम कुंडला की भी मौत हो गई। दुर्घटना में जसवंत की बाइक जल कर खाक हो गई, जबकि कार चालक विनोद गंभीर रूप से घायल है। उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है और फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

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 MadhyaBharat  25 October 2023

ujjain,  massive fire broke out. warehouse of cotton

उज्जैन। शहर के थाना जीवजीगंज क्षेत्र अंतर्गत जूना सोमवारिया में शनिवार देर शाम एक रुई के गोदाम में भीषण आग लग गई। आग लगने से आसपास के क्षेत्र में अफरा तफरी मच गई। आग तेजी से फैली और पास में स्थित लकड़ी के गोदाम तक पहुंच गई। सूचना मिलते ही दमकल की 10-12 गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक दोनों गोदामों में रखा लाखों का माल जलकर खाक हो गया।       जानकारी के अनुसार, जीवाजीगंज थाना क्षेत्र में हेला जमात खाना के सामने इरफ़ान मंसूरी का रुई का गोदाम है, जहां शनिवार देर शाम आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पास के लकड़ी के गोदाम को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी भीषण थी कि रात के अंधेरे में लपटें दूर-दूर तक दिखाई दे रही थीं। इससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी फैल गई। आसपास के क्षेत्रवासियों ने आग को बुझाने का प्रयास किया। इसी बीच एक दर्जन से अधिक फायरफाइटर मौके पर पहुंच गई और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।   लकड़ी के गोदाम संचालक अफजल के भाई फारुख ने बताया कि लकड़ी और भंगार कुल तीन गोदाम रुई के गोदाम के पास है। आस पास कई मकान भी बने हैं। रुई के गोदाम में लगी आग बेकाबू होती गई और पास में लकड़ी गोदाम तक फैल गई। गनीमत रही कि आग लगी उस वक़्त कोई भी मजदूर गोदाम में नहीं था।   सीएसपी सुमित अग्रवाल ने बताया कि मौके पर पहुंची एक दर्जन से अधिक दमकल ने बमुश्किल आग पर काबू पाया। समय रहते आग नहीं बुझाई जाती तो आग भंगार के गोदाम और आस पास के मकानों तक पहुंच जाती। आगजनी का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है। आग से नुकसान का आंकलन भी नहीं हो पाया है।   उन्होंने बताया कि रुई का गोदाम इरफान मंसूरी और लकड़ी का गोदाम अफजल कुरैशी का और भंगार का गोदाम अफजल के बेटे सोहेल कुरैशी का है। अफजल के भाई फारूक ने बताया कि ''उनका लड़की का लगभग 10 लाख का नुकसान हुआ है। वहीं, रुई के गोदाम के नुकसान का आंकलन नहीं हो पाया है। आग लगने की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और भीड़ को कंट्रोल करने में जुटी रही। आग लगने से क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल था। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।

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 MadhyaBharat  15 October 2023

ujjain, Three arrested , fake notes

उज्जैन। शहर की नीलगंगा थाना पुलिस ने शुक्रवार को नकली नोट के मामले में तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से दो लाख पांच हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं। इनमें बंद हो चुके दो हजार रुपये के 101 नोट तथा पांच सौ रुपये के सात नोट शामिल हैं। इंदौर पुलिस ने छह दिन पूर्व नकली नोट छापने वाली गैंग को गिरफ्तार किया था। गैंग के ही एक सदस्य ने उज्जैन में अपने दोस्त को नकली नोट दिए थे।       पुलिस ने बताया कि मुखबिर ने सूचना दी थी कि इंदौर पुलिस ने नकली नोट छापने वाली जिस गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया है, उसमें शामिल एक बदमाश हिमांशु कौशल उज्जैन के गउघाट क्षेत्र में रहता है। उज्जैन में उसने अपने दोस्त लोकेश वर्मा निवासी गउघाट कालोनी को भी नकली नोट दिए हैं। इस पर पुलिस ने लोकेश को गिरफ्तार कर पूछताछ की और उसके घर से नकली नोट बरामद किए। पूछताछ में लोकेश ने अपने साथी प्रहलाद निवासी ग्राम आरोलिया जस्सा उन्हेल तथा सुरेश राठौर निवासी इलाहीपुरा के नाम भी पुलिस को बताए। पुलिस ने सुरेश व प्रहलाद को भी गिरफ्तार कर किया। आरोपितों ने पूछताछ में कबूला है कि वह करीब दो लाख रुपये के नकली नोट मार्केट में चला चुके हैं।   पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपितों को उनका दोस्त हिमांशु 40 हजार रुपये के असली नोटों के बदले में एक लाख रुपये के नकली नोट देता था, जिसे वह मार्केट में चला देते थे। तीनों आरोपित अब तक दो लाख रुपये के नकली नोट चला चुके हैं।   पुलिस ने बताया कि सुरेश निवासी इलाहीपुर भैरवगढ़ झांड़-फूंक का काम करता है। तांत्रिक होने के कारण लोकेश की सुरेश से पहचान हुई थी। लोकेश की पुत्री अक्सर बीमार रहती है। इस कारण वह उसे लेकर सुरेश के पास जाता था। वहीं प्रहलाद भी उसका दोस्त था। इस कारण तीनों मिलकर नकली नोट चला रहे थे।

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 MadhyaBharat  13 October 2023

ujjain, Bhasma Aarti , Mahakal temple

उज्जैन। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही सोमवार से आदर्श आचरण संहिता भी लागू हो गई। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में भी चुनाव आचार संहिता का पालन शुरू हो गया है। मंदिर प्रशासक ने राजनीतिक प्रोटोकाल का कोटा बंद कर दिया है। अब यहां नेता भी आम श्रद्धालुओं की तरह भगवान महाकाल की भस्मारती में शामिल होंगे और गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन और पूजन करेंगे।   महाकाल मंदिर प्रबंध संमिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लगते ही महाकालेश्वर मंदिर में प्रोटोकाल दर्शन व्यवस्था बंद कर दी गई है। राजनीतिक कोटे की करीब 200 भस्म आरती अनुमति को ऑनलाइन सामान्य कोटे में शिफ्ट किया गया है। नई सरकार का गठन होने तक विभिन्न राजनीतिक दल के नेता आम भक्तों की तरह मंदिर में दर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि राजनीतिक दल के नेताओं को अब सामान्य दर्शनार्थियों की तरह मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। अगर वे शीघ्र दर्शन करना चाहते हैं, तो अन्य भक्तों की तरह 250 रुपये का शीघ्र दर्शन टिकट खरीदकर गेट नंबर चार से मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं। राजनीतिक प्रोटोकाल के तहत सम्मान और भस्म आरती अनुमति भी नहीं होगी। इस कोटे की भस्म आरती सीट को ऑनलाइन सामान्य दर्शनार्थी कोटे में शिफ्ट कर दिया गया है। प्रशासक सोनी ने बताया कि महाकाल मंदिर में राजनीतिक प्रोटोकाल के अलावा प्रशासनिक प्रोटोकाल की भी व्यवस्था है। इसके तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दर्शन के लिए विशेष सुविधा प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि आचार संहिता में प्रशासनिक प्रोटोकाल चालू रहेगा या नहीं, इसका निर्णय कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के साथ बैठक के बाद लिया जाएगा।

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 MadhyaBharat  10 October 2023

ujjain,India , Madhya Pradesh ,Piyush Goyal

उज्जैन। केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री रविवार को मध्य प्रदेश के प्रवास के दौरान रतलाम और उज्जैन में आयोजित भाजपा के प्रबुद्धजन सम्मेलनों में शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में जहां केन्द्र सरकार की उपलब्धियां गिनाईं तो कांग्रेस पर निशाना भी साधा। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था और मध्यप्रदेश देश में तीसरा सबसे विकसित राज्य बनेगा।     गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से एक संकल्प लिया था कि वर्ष 2047 जब भारत की आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे, तब भारत को अति विकसित देश की श्रेणी में ले जाकर खड़ा करना है। उनके इस संकल्प को आप हम सबको मिलकर पूरा करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले पांच कमजोर अर्थव्यवस्था में भारत का नाम था, लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत उभरा है आज देश की पांच बड़ी अर्थव्यवस्था में भारत का नाम सर्वोच्च स्थान पर है। तीसरी बार भी मोदी सरकार आएगी तो तीसरी पायदान पर सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में भारत देश का नाम होगा।   गोयल ने उज्जैन में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन में कहा कि महाकाल की कृपा उज्जैन के रहवासियों पर सदा बरसती है। बाहर से लोग महाकाल बाबा के वैभव का दर्शन करने आते हैं, मैं भी आता हूं। वाकई बाबा का दर्शन करके मन मंत्रमुग्ध हो जाता है। पहले के काल में आपने देखा था जब फिल्में बनती थी तो उनका नाम होता था रोटी कपड़ा और मकान। लोगों के तन पर कपड़े नहीं होते थे, उनके पास मकान नहीं होते थे लेकिन जब 2014 में देश के ऐसे बेटे ने प्रधानमंत्री के शपथ ली, सबसे पहले स्वच्छता का नारा दिया। महिलाओं के सम्मान के लिए शौचालय बनवाए। मैं जब छोटा था तो अपनी नानी के यहां जाता था तो वह चूल्हे पर चाय बनती थी और खाना बनाती थीं। 400 सिगरेट जितना धुआं अंदर जाता था। चूल्हे से वह एक दिन दुनिया छोड़कर चली गईं। ऐसा देश की कई महिलाओ के साथ हुआ और उनके इस दर्द को किसी ने समझा, वह गरीब का बेटा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी था। उन्होंने उज्ज्वला गैस जैसी योजना चलाई और दूर गांव तक गैस की टंकी पहुंचाई।       केन्द्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि ऐसा प्रधानमंत्री जिसने गरीबी देखी, चाय बेची, देश की दुर्दशा देखी, अपने अनुभव से जो देखा था, वह सब अनुभव देश की विकास यात्रा में लगाया। 2014 से उनकी पहली प्राथमिकता स्वच्छता अभियान की योजना बनी। आधार कार्ड से भारत की जनता को अपनी पहचान निधि डिजिटल सुविधा दी। सबसे सस्ती भारत में संचार सेवा मिली। खबरें मोबाइल पर मिल जाती हैं, पैसे मोबाइल पर ट्रांसफर हो जाते हैं। जन-धन खाता खोले। आज देश में 50 करोड़ जन-धन खाते हैं। पहले देश में ऐसी स्थिति देखी। यदि बच्चा पैदा हो तो उसका प्रमाण पत्र बनाने के लिए रिश्वत देना पड़ती थी। मोदी ने जल जीवन मिशन तेजी से चलाया। 13 करोड़ घरों में जल नल से पहुंच रहा है। रेलवे स्टेशन बन रहे हैं, एयरपोर्ट बन रहे हैं। बंदरगाह बना रहे हैं। 5 लाख मेगावॉट बिजली बन रही है। ऊर्जा के नए स्रोत बन रहे हैं।       गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शिवराज सिंह चौहान ने जो मध्यप्रदेश में ईमानदार सरकार दी। उसने सवा 13 लाख करोड़ जीडीपी कर दी। कठोर परिश्रम कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह कर दिखाया। महिला बिल से अब महिलाओं की भागीदारी सरकार में भी होगी। शिक्षा स्वास्थ्य मूलभूत सुविधाओं में मोदी सरकार ने इजाफा किया है। कोविड जैसी महामारी के दौरान कोई भूखा नहीं सोया। 80 करोड लोगों को मुफ्त अनाज 28 माह तक निशुल्क दिया गया। 225 करोड़ वैक्सीन भारत में लोगों को लगाई गई। लाखों लोगों का जीवन बचाया।

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 MadhyaBharat  9 October 2023

ujjain, Industrialist Anil Ambani , Lord Mahakal

उज्जैन। देश के जाने-माने उद्योगपति अनिल अंबानी शनिवार को उज्जैन पहुंचे। परिवार के साथ उन्होंने विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजन-अर्चना की। गर्भगृह में आराधना के बाद उन्होंने काफी देर तक नंदी हॉल में बैठ कर जाप किया।     अनिल अंबानी शनिवार को पत्नी टीना अंबानी, बेटे अनमोल और बहू कुशा के साथ उज्जैन पहुंचे थे। उन्होंने यहां विधि-विधान के साथ बाबा महाकाल का पूजन और अभिषेक किया। मंदिर के पुजारी आशीष शर्मा ने अनिल और टीना अंबानी को मंत्रोच्चार के साथ पंचामृत और अभिषेक पूजन करवाया। अंबानी परिवार ने गर्भगृह से भगवान का आशीर्वाद लिया।     महाकालेश्वर मंदिर समिति के निर्णय अनुसार गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश पर प्रतिबंध है। केवल वीआईपी श्रद्धालुओं को ही गर्भगृह में प्रवेश दिया जाता है। शनिवार को अंबानी परिवार को महाकाल मंदिर में गर्भगृह से दर्शन कराए गए। शनिवार को ही उज्जैन कलेक्टर ने गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक की बात करते हुए बताया था कि रोजाना दो लाख श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं, ऐसे में गर्भगृह को दर्शन के लिए नहीं खोला जा सकता।  

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 MadhyaBharat  7 October 2023

bhopal, Chief Minister, Mahakal Mahalok

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज एक महासंकल्प पूरा हुआ है। वर्ष 2016 में सिहंस्थ के वैचारिक महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आये थे। वैचारिक महाकुंभ में श्री महाकाल महालोक के बारे में विचार किया गया था। बाबा महाकाल के आशीर्वाद और प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से श्री महाकाल महालोक निर्माण के पुनीत कार्य की शुरूआत हुई। मुझे हर्ष है कि हमने महाकाल लोक निर्माण के दोनों चरणों को पूरा कर लिया है।     मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार की रात उज्जैन में महाकाल महालोक के द्वितीय चरण के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ गुरुवार रात करीब 8 बजे उज्जैन पहुंचे और महाकाल महालोक के दूसरे चरण के 242 करोड़ 35 लाख रुपये के कार्यों का लोकार्पण किया।     इस अवसर पर उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण के लोकार्पण से अब महाकाल मंदिर का परिसर 2.87 हेक्टेयर से बढ़कर 47 हेक्टयर हो गया है। महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार योजना 856 करोड़ रुपये की है। परियोजना के प्रथम चरण में 351 करोड़ रुपये के कार्यों को रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है। 242 करोड़ 35 लाख रुपये लागत से दूसरे चरण के विकास कार्य किए गए। उन्होंने 284 करोड़ रुपये की लागत के यूनिटी मॉल और 250 करोड़ रुपये की लागत के मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन भी किया। उन्होंने बताया कि भगवान महाकाल की कृपा से उज्जैन में विकास कार्यों के लिये तीन हजार करोड़ रुपये अलग से आ रहा है।     मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व का कल्याण हो यह सनातन संस्कृति की देन है। हमारी सनातन संस्कृति में सब के सुखी, निरोगी और कल्याण की कामना की गई है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि सभी जीवों में एक ही चेतना है। सनातन का न कोई आदि है न अंत है। इसे कभी कोई समाप्त नहीं कर सकता। सनातन संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश में कई काम हो रहे हैं। अभी हाल ही में ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की एकात्मता प्रतिमा का अनावरण किया गया है। प्रदेश के चित्रकूट, ओरछा, सलकनपुर आदि स्थानों पर लोक एवं धाम निर्माण के कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक जीवन है, तब तक सनातन की सेवा करते रहें। जनता की सेवा ही भगवान की पूजा है। उन्होंने कहा कि उज्जैन पूरा बदल गया है, अर्थ-व्यवस्था बदल गई। यहां बड़ी संख्या में दर्शनार्थी आ रहे हैं। सबका जीवन सफल और सार्थक हो।     मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल महालोक के द्वितीय चरण में अद्भुत कार्य हुए हैं। इनमें गंगा पथ, नूतन घाट, रूद्रसागर का जीर्णोंधार, सिद्धि विनायक पथ, शक्ति पथ, प्रमुख सवारी मार्ग, सीसीटीवी लगाने का कार्य किया गया है।     मुख्यमंत्री चौहान को अखाड़ा परिषद की ओर से सनातन गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्होंने महाकाल महालोक परिसर का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री ने महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने परिसर में भ्रमण के दौरान पुजारियों के साथ मजीरा बजाया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर,सांसद अनिल फिरोजिया, मुख्यमंत्री चौहान की धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान, साधु-संत और पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने मंच पर पुष्प वर्षा कर साधु संतों का अभिनन्दन किया। कार्यक्रम में महाकाल महालोक पर आधारित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ने स्मार्ट सिटी पुस्तक का विमोचन किया।     महाकालेश्वर मंदिर अन्न क्षेत्र में 25 करोड़ रुपये की लागत से देश के सबसे बड़े अन्न क्षेत्र का निर्माण हुआ है, जिसमें अत्याधुनिक मशीनों द्वारा प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं को भोजन कराया जा सकेगा। एक साथ दो हजार श्रद्धालुओं को भोजन करा सकें, इतना बड़ा भोजन कक्ष है। अन्न क्षेत्र में अन्य सुविधाओं जैसे, दो विशाल आधुनिक रसोई, दो विशाल भोजन कक्ष, प्रतीक्षालय, वीआईपी भोजन कक्ष, दो लिफ्ट एवं शौचालय का निर्माण कराया गया है। 6.73 करोड़ रुपये की लागत से महाकाल मंदिर के पश्चिम भाग में आपातकालीन प्रवेश और निर्गम मार्ग का कार्य हुआ है। इस मार्ग का निर्माण महाकाल मंदिर के पश्चिमी द्वार से शुरू होकर धर्मशाला के प्रवेश तक जाएगा।     शिखर दर्शन एवं कोटि तीर्थ क्षेत्र का विकास कार्य 16 करोड़ 10लाख रुपये की लागत से पूर्ण हुआ है। अन्न क्षेत्र एवं प्रवचन हॉल को हटाकर वैदिक थीम आधारित लैंडस्केपिंग कर शिखर दर्शन को सुगम बनाया गया है। जिसका क्षेत्रफल लगभग 52 हजार वर्ग फीट है।     महाकाल मंदिर परिसर में 25 करोड़ रुपये की लागत से टनल का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ है, जिसमें दर्शनार्थियों की सुविधा एवं भीड़ प्रबंधन को दृष्टिगत रखते हुए एक अतिरिक्त मार्ग न्यू वेटिंग हॉल से गणेश मण्डपम तक अंडर ग्राउंड कवर्ड पाथवे का निर्माण किया गया है, जिसकी लम्बाई 300 फीट एवं चौड़ाई 30 फीट है।     द्वितीय चरण में नीलकंठ वन का विकास कार्य 6 करोड़ 95 लाख रुपये की लागत से किया गया है। इस स्थान पर हरित क्षेत्र विकास, विक्रय स्थल, लैंडस्केप प्लाजा, पथ, ग्रास लॉन एवं अत्याधुनिक जन-सुविधा केंद्रों का निर्माण किया गया है। महाकाल महालोक में पूर्व दिशा में प्रवेश मार्ग का निर्माण 22 करोड़ 36 लाख रुपये की लागत से किया गया है।     मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में यूनिटी मॉल बड़ा कदम है। एक जिला एक उत्पाद के प्रचार-प्रसार एवं विक्रय के लिए देश के सभी राज्यों में पांच हजार करोड़ रुपये की लागत से यूनिटी मॉल बनाए जा रहे हैं। यूनिटी मॉल परियोजना के तहत उज्जैन जिले में 284 करोड़ रुपये की लागत से यूनिटी मॉल बनाया जाएगा। इसके साथ ही एकात्म लोक कन्वेंशन सेंटर का भी निर्माण किया जाएगा। मॉल में गेम जोन, फूड जोन, रोस्तरां, मल्टीप्लेक्स, मिलेट लोक, डॉरमेट्री भी बनाई जाएगी।     उज्जैन मेडिकल कॉलेज लगभग 250 करोड़ रुपये लागत से 25 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा। 100 एमबीबीएस सीट प्रत्येक वर्ष में होंगी। महाकाल लोक परिसर के द्वितीय चरण का लोकार्पण वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दिव्यता एवं भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ।

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 MadhyaBharat  6 October 2023

nagda, Jitu Patwari , Home Minister

नागदा। काग्रेस की जन आक्रोश यात्रा पर उज्जैन जिले के औद्योगिक शहर नागदा में बतौर यात्रा संयोजक आए मप्र शासन के पूर्व कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी ने शनिवार को यहां एक आम सभा में क्षेत्र की जनता को अनूठा प्रलोभन दिया। संकेत यह थाकि इस क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार दिलीपसिंह गुर्जर की जीत पर उन्हें कांग्रेस की भावी सरकार में गृहमंत्री के पद से नवाजा जाएगा। अपने भाषण में उन्होने एक और भाजपा उम्मीदवार पर निशाना भी साधा। भाजपा के किसी उम्मीदवार का नाम लिए बगैर कहा उधोग के दलाल को जीताओंगे तो अपने क्षेत्र से गृहमंत्री का पद खो दोंगे। वे बोले इस क्षेत्र से जीत दर्ज करने वाला कांग्रेस उम्मीदवार ना मात्र एमएलए होगा बल्कि गृहमंत्री होगा। उन्होंने कहा इस क्षेत्र से एक और चंदा उगाने वाला उम्मीदवार होगा तो दूसरी तरफ कांग्रेस से गृहमंत्री का किरदार होगा। हालांकि अभी कांग्रेस और भाजपा दोनों दलो से कोई अधिकृत उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं हुई है। लेकिन कांग्रेस की और से वर्तमान विधायक श्री दिलीपसिंह गुर्जर का नाम लगभग तय है। वे क्षेत्र से अभी चौथी बार के विधायक है। उधर भाजपा खेमे से प्रत्याशी का नाम अधिकृत रूप से सामने नहीं आया है। पिछले चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के श्री गुर्जर एवं भाजपा के दिलीपसिंह शेखावत के बीच मुकाबला हुआ था। जीतू पटवारी ने अपने निर्धारित समय 10 बजे के बजाय लगभग 3 ांटे विलंब से पहुंचे थे। कन्याशाला चौराहे पर एक आमसभा को संबोधित किया। लाड़ली लक्ष्मी योजना के नाम प्रदेश में अपराध इस मौके पर जीतू पटवारी ने शिवराज सरकार की लाड़ली योजना के नाम पर महिलाओं के साथ हो रही बलात्कार की घटना पर चिंता जाहिर की। मप्र में इस प्रकार की घटनाओं से दर्ज प्रकरण का खुलासा भी किया। सभा में कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा ने कहा भाजपा ने महिलाओं ने अपना वोट बैक समझ रखा रखा है। शोभा ने भी दिलीपसिंह गुर्जर को कांग्र्रेस मंत्रिमंडल में मंत्री के पद से नवाजा जाने की बात भी कही। सभा में विधायक श्री गुर्जर ने कहा नागदा को जिला बनाने की मांग उन्होंने सबस पहले उठाई थी अब हर हालत में यह शहर जिला बनेगा।

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 MadhyaBharat  23 September 2023

ujjain, Chief Minister, performed Bhoomi Pujan

उज्जैन, 22 सितम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अदभुत, पावन और आध्यात्मिक नगरी है उज्जयिनी। यहां आकर अदभुत अनुभूति का अनुभव होता है। यह साधना का अदभुत केन्द्र है। हमारा उज्जैन तीन लोकों से प्यारा और वैभव से सम्पन्न होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को उज्जैन में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस का शुभारम्भ किया। साथ ही प्रदेशभर में एमएसएमई अन्तर्गत 2015 इकाईयों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने 2 हजार कक्ष के महाकालेश्वर मन्दिर भक्त निवास का भूमिपूजन किया। भक्त निवास की लागत 500 करोड़ रुपये है। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये 17 करोड़ रुपये से बनने वाले फेसिलिटी सेन्टर का भी भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 31.49 करोड़ रुपये से बने संभागीय आईटीआई भवन तथा 4 करोड़ रुपये से निर्मित महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के कार्यालय भवन का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने 11.09 करोड़ रुपये से निर्मित मेघदूत पार्किंग का भी लोकार्पण किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री चौहान ने 600 करोड़ रुपये की राशि से प्रदेशभर में शीघ्र ही बनाये जाने वाले 17 एमएसएमई क्लस्टर का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया।     मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन कर लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के जीवन में सुख और समृद्धि लाना उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य है। जब 15 दिन पहले पानी के अभाव में फसलें सूख रही थी, खेतों में दरारें पड़ रही थी, तब बाबा महाकालेश्वर की कृपा से प्रदेश में भरपूर वर्षा हुई। यदि बाबा की कृपा नहीं होती तो समूचे प्रदेश में हाहाकार मच जाता। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में लोकार्पण एवं भूमिपूजन के कार्यक्रम आगे भी चलते रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं शीघ्र ही उज्जैन में मेडिकल कॉलेज के भूमिपूजन एवं महाकाल मन्दिर में निर्मित अन्नक्षेत्र के लोकार्पण कार्यक्रम में आऊंगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि शासन के पास पैसों की कमी नहीं है, इसलिये हम जनता के हित में अनेक प्रकार की सुविधाएं विकसित कर रहे हैं। मध्य प्रदेश की धरती पर लघु एवं कुटीर उद्योग आ रहे हैं, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 552 औद्योगिक इकाईयों की स्थापना होगी। इसमें 1937 करोड़ का निवेश किया जायेगा। इससे लगभग 28300 युवाओं को रोजगार मिलेगा। राज्य स्तर पर 1708 इकाईयों का निर्माण 932 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इसमें लगभग 16375 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने राज्य स्तर पर 305 इकाईयों का भूमिपूजन किया है। इससे लगभग 6310 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि 300 करोड़ रुपये की लागत से उज्जैन में युनिटी मॉल बनाया जायेगा, जहां विभिन्न प्रदेशों की पूर्णत: स्वदेशी वस्तुएं विक्रय के लिये रखी जायेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन आध्यात्म की नगरी थी, अब उद्योग की नगरी बनने जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा सरकारी भर्तियों में एक लाख पदों की भर्ती की गई है। अगले वर्ष पुन: एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की जायेगी।     मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा महाकाल की कृपा से उज्जैन में प्रतिदिन डेढ़ लाख भक्त दर्शनों के लिये आ रहे हैं। सावन में माह में यह आंकड़ा सवा दो करोड़ तक पहुंच गया था। भक्तों के आगमन से उज्जैन जिले की अर्थव्यवस्था को बदल कर रख दिया है। प्रतिवर्ष तीन हजार करोड़ रुपये उज्जैन में आयेंगे। इससे जिले का आर्थिक विकास तीव्र गति से होगा। मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहना योजना की जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना बहनों की जिन्दगी बदलने वाली योजना है। प्रतिमाह मिलने वाले पैसों ने महिलाओं का मान-सम्मान बढ़ाया है। मुझे कई बहनें ऐसी मिली है, जिन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने लाड़ली बहना की राशि से छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू किये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं यही नहीं रूकने वाला हूं। उन्होंने कहा कि मैं 1250 रुपये की राशि को 3000 रुपये तक लेकर जाऊंगा। मेरे लिये बहन बहन है, बहन की कोई जाति या धर्म नहीं है। मेरी एक करोड़ 32 लाख बहनें हैं। मैं उनके सुख-दु:ख का साथी हूं।     मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने अपने स्तर पर एक सर्वे कराया था कि लाड़ली बहना योजना से महिलाओं के जीवन में क्या परिवर्तन आया है। सर्वे से मुझे पता चला कि इस योजना से मिलने वाली राशि से महिलाओं का घर में मान-सम्मान बढ़ा है, उनकी बुनियादी जरूरतें पूरी हुई हैं। यह उनके सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा संकल्प है कि जिस व्यक्ति के पास रहने के लिये जमीन का टुकड़ा नहीं है, उन्हें जमीन का मालिक बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना के तहत जमीन के पट्टे दिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने 23 हजार एकड़ जमीन माफियाओं के अतिक्रमण से मुक्त कराई है। इन जमीनों पर गरीबों के आशियाने बनाये जायेंगे। आयुष्मान भारत योजना एवं मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से गरीबों का इलाज किया जा रहा है।     मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि कक्षा 12वी में 75 प्रतिशत अंक लाने वाले मेधावी बच्चों को लेपटॉप के लिये 25 हजार रुपये की राशि दी गई थी। अब अगले सत्र में 60 प्रतिशत अंक लाने वाले बच्चों को भी लेपटॉप के लिये राशि दी जायेगी। पहले स्कूल में 12वी कक्षा में प्रथम आने वाले बच्चों को स्कूटी दी गई थी। अगले सत्र से स्कूल के तीन मेधावी बच्चों को स्कूटी दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के प्रोत्साहन से बच्चों का शैक्षणिक स्तर उत्तम रहेगा।     मुख्यमंत्री ने कहा कि सीखो कमाओ योजना के अन्तर्गत काम सीखने वाले युवाओं को आठ हजार रुपये मासिक दिया जा रहा है। नीट की परीक्षा पास करने वाले सरकारी एवं प्रायवेट स्कूल के बच्चों की अलग-अलग लिस्ट बनाई जा रही है। सरकारी स्कूल के बच्चों को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिये 5 प्रतिशत की छूट दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक जान है, तब तक मैं जनता की सेवा करता रहूंगा।     कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पांच हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के हितलाभ वितरित किये। इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री महाकालेश्वर मन्दिर भक्त निवास के नाम एवं ‘लोगो’ का विमोचन किया। इस अवसर पर महाकालेश्वर मन्दिर भक्त निवास एवं फेसिलिटी सेन्टर पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन हुआ। मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। जनप्रतिनिधियों ने विशाल पुष्पमाला पहनाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।     इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि हमारे उज्जैन की संस्कृति निराली है। उज्जैन पूरे देश ही नहीं बल्कि दुनिया में सर्वश्रेष्ठ शहर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। हमने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि उज्जैन शहर का इतनी तेज गति से विकास होगा। सन 2003 के पश्चात उज्जैन में क्रान्तिकारी परिवर्तन हुए हैं। महामृत्युंजय द्वार उज्जैन शहर की पहचान बना। इस द्वार पर उज्जैन का इतिहास अंकित किया गया है। उज्जैन शहर का न आदि है न अन्त है। यह महावीरों की धरती रही है। उज्जैन में निरन्तर विकास के कार्य किये जा रहे हैं। माधव नगर अस्पताल उज्जैन संभाग का सबसे सुविधाजनक शासकीय अस्पताल है। श्री महाकाल लोक के निर्माण के पश्चात उज्जैन का वैभव बढ़ा है। उज्जैन भविष्य की बड़ी संभावनाओं का केन्द्र बन रहा है।

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 MadhyaBharat  22 September 2023

ujjain,Young man hanged ,killing his wife

उज्जैन। शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक युवक ने गुरुवार सुबह अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चों की रस्सी और दुपट्टे से गला घाेंटकर हत्या कर दी, इसके बाद खुद भी फांसी लगा ली। बताया जा रहा है कि मृतक खिलौनों की दुकान लगाता था जिसके लिए उसने ब्याज पर कर्ज भी लिया था। सूचना के बाद मौके पर पहुंची जीवाजीगंज पुलिस ने चारों शवों का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पीएम रिपोर्ट और रिश्तेदारों के बयान के बाद ही पूरा घटनाक्रम स्पष्ट हो पाएगा। घटना के बाद से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। एसपी भी मौके पर पहुंचे है।     जानकारी अनुसार पूरा घटनाक्रम गढ़कालिका मार्ग पर जानकीनगर क्षेत्र का है। गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे पुलिस को एक मकान में चार लाशें होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही एसपी सचिन शर्मा, एएसपी, जीवाजीगंज टीआइ सहित पुलिस मौके पर पहुंची। घर का दरवाजा खोलने पर अंदर एक महिला और दो बच्चों के शव जमीन पर पड़े मिले जबकि एक पुरुष का शव फंदे पर लटका हुआ था। मृतकों की पहचान मनोज राठौर 40 वर्ष उसकी पत्नी ममता 35 वर्ष और 8 साल का पुत्र लक्की के साथ 6 साल की बेटी कनक के रुप में हुई हैं। प्रारंभिक जांच के अनुसार मृतक ने पहले पत्नी और बच्चों का रस्सी व दुपट्टे से गला घोंटने के बाद खुद फांसी लगा ली। आत्मघाती कदम उठाने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। मौके पर जांच के लिए एफएसएल अधिकारी को बुलाया गया है। बताया यह भी जा रहा है कि मृतक मनोज जयसिंहपुरा में रहता था। कुछ माह पहले ही किराये से रहने के लिए गढ़कालिका मार्ग पर बने जानकी नगर आया था। वह खिलौनों की दुकान लगाता था जिसके लिए उसने ब्याज पर कर्ज भी लिया था। पीएम रिपोर्ट और रिश्तेदारों के बयान के बाद ही पूरा घटनाक्रम स्पष्ट हो पाएगा।

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 MadhyaBharat  21 September 2023

ujjain, Yogi Adityanath ,Baba Mahakal

इंदौर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज (बुधवार को) उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन किये और गर्भगृह में पूजन अभिषेक किया। उन्होंने श्री महाकालेश्वर मंदिर में करीब 35 मिनट तक पूजा की। महाकालेश्वर की पूजा के बाद भर्तृहरि की गुफा पहुंचे।     मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दोपहर 12 बजे इंदौर पहुंचे। यहां वे एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर में बैठकर सीधे उज्जैन के लिए रवाना हुए। वे सबसे पहले महाकाल लोक पहुंचे और सोशल मीडिया पर लिखा- जय महाकाल। यहां उन्होंने गृभगृह में बाबा महाकाल ज्यार्तिलिंग का गाय के दूध, घी, दही, शहद, शक्कर, फल के रस से महाकाल का अभिषेक किया। रुद्राक्ष की माला, बिल्व पत्र, मखाने की माला, केसर, चंदन, इत्र अर्पित कर पंचामृत पूजन किया। इसके बाद उन्होंने नंदीहाल में पहुंचकर भोलेनाथ का ध्यान लगाया। पुजारी रूपम गुरु और नवनीत गुरु ने पूजा कराई। महाकालेश्वर की पूजा-अर्चना के दौरान उनके साथ वाल्मीकि धाम के उमेश नाथ महाराज, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, विधायक पारस जैन भी मौजूद रहे। इसके बाद वे इंदौर के लिए रवाना हो गए।

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 MadhyaBharat  13 September 2023

bhopal,  Chief Minister Pramod Sawant , Lord Mahakal

भोपाल। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोमवार को मध्य प्रदेश के एक दिवसीय प्रवास पर उज्जैन पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन किए। वे तड़के होने वाली बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। पूजन के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि "मैंने आज महाकालेश्वर की पूजा की और सभी की भलाई के लिए प्रार्थना की। जय महाकाल...।"     दरअसल, भाजपा द्वारा निकाली जा रही पांचों जन आशीर्वाद यात्राओं में शामिल होने के लिए केंद्रीय एवं राज्य सरकार के मंत्रियों के अलावा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी भी मध्य प्रदेश पहुंच रहे हैं। इसी सिलसिले में गोवा का मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत आज मप्र के प्रवास पर हैं। वे दोपहर में बड़वानी जिले में निकलने वाली इंदौर संभाग की जन आशीर्वाद यात्रा में शिरकत करेंगे।

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 MadhyaBharat  11 September 2023

ujjain, Akshay Kumar , Mahakal

उज्जैन। बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार अपने जन्मदिन पर श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। उनके साथ बेटे आरव, बहन अलका हीरानंदानी और भांजी सिमर ने भी महाकाल के दर्शन किए। अक्षय का परिवार शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात दो बजे नंदी हॉल पहुंचा और भस्म आरती में भगवान महाकाल के दर्शन किए। भस्म आरती में अक्षय कुमार और उनके बेटे आरव परंपरागत वेशभूषा में नजर आए। अक्षय ने धोती-सोला और आरव ने सफेद कुर्ता-पायजामा पहना हुआ था। नंदी हॉल में बैठकर सभी ने भगवान शिव का जाप किया। पुजारी आशीष शर्मा के माध्यम से महाकाल को जल अर्पित किया। पं. आशीष शर्मा ने बताया कि अक्षय कुमार ने भगवान महाकाल को लेकर कई जानकारियां ली। उन्होंने कहा कि जन्मदिन पर इससे बड़ा तोहफा क्या हो सकता है कि साक्षात भगवान महाकाल के दर्शन मिल जाएं।   अभिनेता अक्षय कुमार ने अपनी आने वाली मूवी 'मिशन रानीगंज' की सक्सेस के लिए भी प्रार्थना की। इससे पहले अक्षय कुमार फिल्म ओएमजी-2 की शूटिंग के लिए अक्टूबर 2021 को उज्जैन आए थे। फिल्म की शूटिंग उज्जैन में एक हफ्ते तक चली थी।

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 MadhyaBharat  9 September 2023

ujjain,  ninth ride , Mahakaleshwar

उज्जैन। महाकालेश्वर भगवान की श्रावण/भादौ मास की नौवीं और इस भादौ मास की पहली सवारी सोमवार को निकलेगी| भगवान चंद्रेश्वर स्वरूप में दर्शन देंगे। महाकालेश्वर भगवान की नौवीं सवारी में पालकी में चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव,नन्दी रथ पर उमा-महेश,रथ पर होलकरों का मुघोटा, घटाटोप, जटाशंकर, रुद्रेश्वर के अलावा नौवें स्वरूप चंद्रेश्वर स्वरूप में रथ में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे।     महाकालेश्वर भगवान की सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान चन्द्रमौलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। उसके पश्चात भगवान चन्द्रमौलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी। उसके बाद सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। जहॉ क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यीनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।

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 MadhyaBharat  3 September 2023

ujjain, Chief Minister , Lord Mahakal

उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान श्रावण मास के अंतिम सोमवार को उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान के साथ ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मन्दिर पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन किए और पूजन-अर्चन किया। उन्होंने पवित्र श्रावण मास के अंतिम सोमवार के पावन अवसर पर बाबा महाकाल के दर्शन व पूजन कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। पूजन-अर्चन पं.प्रदीप गुरू आदि ने सम्पन्न कराया।       मुख्यमंत्री चौहान एवं उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान सोमवार को दोपहर में उज्जैन पहुंचे। यहां हेलीपेड पर मुख्यमंत्री प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने उनका आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर आईजी संतोष कुमार सिंह, डीआईजी अनिल कुशवाह, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने उनकी अगवानी की। विधायक बहादुर सिंह चौहान, महापौर मुकेश टटवाल, सभापति कलावती यादव, विवेक जोशी, बहादुर सिंह बोरमुंडला, पूर्व सांसद चिन्तामणि मालवीय, पूर्व विधायक सतीश मालवीय, रोड़मल राठौर, राजेन्द्र भारती, मुकेश पण्ड्या, अनिल जैन कालूहेड़ा, प्रकाश प्रजापत, वीरेंद्र कावड़िया, ओम जैन, जगदीश अग्रवाल, मुकेश यादव, पूर्व नगर निगम सभापति सोनू गेहलोत, राजपाल सिंह सिसौदिया आदि ने मुख्यमंत्री चौहान का आत्मीय स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री चौहान सपत्निक हेलीपेड से सीधे महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान महाकाल का पूजन-अर्चन कर दर्शन किये।       पूजन के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पवित्र श्रावण मास के अंतिम सोमवार के पावन अवसर पर महाकाल की नगरी उज्जैन में देवाधिदेव महादेव के दर्शन एवं पूजन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। बाबा महाकाल से यही प्रार्थना है कि अपने सभी भक्तों पर अविराम कृपा की वर्षा करते रहें। सबके जीवन में सुख, समृद्धि एवं ऋद्धि-सिद्धि आये।

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 MadhyaBharat  28 August 2023

ujjain, Crowd of faith, Mahakal temple

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के मंदिर में सावन महीने के सातवें सोमवार को भी आस्था का जनसैलाब उमड़ा। तड़के 2:30 बजे कपाट खुलने के बाद मंदिर परिसर भगवान शिव के जयकारों से गूंज उठा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भस्मारती में शामिल हुए। इसके बाद से दर्शन का सिलसिला जारी है। शाम चार बजे भगवान महाकाल की सातवीं सवारी धूमधाम से निकाली जाएगी। इस दौरान अवंतिकानाथ सात स्वरूपों में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। नगर भ्रमण का प्रजा का हाल जानेंगे। इस बार श्रावण मास के सातवें सोमवार को नागपंचमी का सुयोग बना है। महाकालेश्वर मंदिर के तृतीय तल पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के कपाट साल में एक बार नागपंचमी पर 24 घंटे के लिए खुलते हैं। इस मंदिर के पट रविवार रात 12ः01 बजे खोले गए। भगवान नागचंद्रेश्वर का विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद यहां श्रद्धालुओं के दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर रात तक चलेगा। यहां रात नौ बजे से ही श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लग गई थीं। महाकालेश्वर मंदिर के पट तड़के 2ः30 बजे खोले गए। मंदिर के महेश पुजारी ने बताया कि सुबह भस्म आरती में भगवान महाकाल पहला पूजन किया गया। गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का जलाभिषेक कर दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से बने पंचामृत से भगवान महाकाल पूजन किया। हरि ओम जल चढ़ाकर कपूर आरती के बाद भांग, चंदन, अबीर के साथ महाकाल ने मस्तक पर चंद्र और आभूषण अर्पित कर राजा स्वरूप में शृं गार किया गया। इसके बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढक कर भस्मी रमाई गई। भस्म आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। महाकालेश्वर भगवान की श्रावण/भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में शाम चार बजे सातवीं सवारी निकलेगी। इस दौरान भगवान महाकालेश्वर सात स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। सवारी में अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरुड़ पर शिवतांडव, नंदी पर उमा महेश, डोल रथ पर होलकर तथा अन्य रथों पर घटाटोप व सप्तधान रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने के लिए निकलेंगे। सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान चन्द्रमौलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। उसके बाद भगवान चन्द्रमौलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे।इसके बाद मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी। उसके बाद सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी, जहां क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी परम्परागत मार्ग से पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी। मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि भक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता की गई है। जिला और पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त कर्मचारियों और पुलिस अधिकारियों को तैनात किया है। भक्तों की भीड़ को देखते हुए उन्हें 40 मिनट में दर्शन मिल सकें, इसके इंतजाम किए गए हैं। सुबह जिन श्रद्धालुओं को भस्म आरती में अनुमति नहीं मिली, उन्हें चलित भस्म आरती से दर्शन कराए गए।

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 MadhyaBharat  21 August 2023

ujjain, Shri Ram ,Tiranga Yatra

उज्जैन। जिले के नागदा में तिरंगा यात्रा के दौरान श्रीराम के जयकारे लगाने पर छात्रों की डंडों से पिटाई कर दी गई। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूल की ओर से तिरंगा यात्रा निकाली गई थी। इस दौरान तिरंगा यात्रा में बच्चों ने श्रीराम के जयकारे लगाए। इस पर इन बच्चों को स्कूल की डायरेक्टर मारिया शेखवात व शिक्षक विश्वजीत जायसवाल ने स्कूल में डंडों से पिटाई लगा दी। मंगलवार देर शाम छात्र ने परिजन के साथ थाने पहुंचकर शिकायत की। पुलिस ने स्कूल की डायरेक्टर और टीचर के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया है। बच्चों की मेडिकल जांच भी कराई गई।   नागदा थाना प्रभारी निलिन बुधौलिया ने बताया कि मामला मदर मेरी हायर सेकेंडरी स्कूल का है। पिटाई में बच्चों को चोट आई है। मामले में मारिया शेखवात और विश्वजीत जायसवाल के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया है। मामले में धारा 323, 294, 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।   पुलिस के अनुसार, लगभग 10 बच्चों की पिटाई की सूचना है। स्कूल मैनेजमेंट का कहना है कि अनुशासनहीनता करने पर सजा दी गई। डायरेक्टर मारिया शेखवात का कहना है कि कुछ बच्चे अधिक अनुशासनहीनता कर रहे थे। तिरंगा यात्रा में लड़कियों पर कमेंट्स किए थे। बाद में टीचर को धमकाया। बच्चों को भारत माता की जय और वंदे मातरम के लिए कहा गया था। स्कूल में हर जाति-धर्म के बच्चे हैं।   वहीं, विद्यार्थियों ने बताया कि शिक्षक का कहना है कि तिरंगा यात्रा में श्रीराम के जयकारे की क्या जरूरत है। हिंदू-मुस्लिम कर रहे हो, आतंकवाद फैला रहे हो। विद्यार्थियों ने बताया कि प्रतिदिन प्रार्थना में राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान के बाद जय मेरियंस बुलवाया जाता है।

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 MadhyaBharat  16 August 2023

ujjain, Baba Mahakal, great fanfare

उज्जैन। श्रावण-भादौ मास में निकाली जाने वाली सवारियों के क्रम में आज श्रावण मास के पांचवें सोमवार पर भगवान महाकालेश्वर की सवारी धूमधाम से निकाली गई। इस दौरान बाबा महाकाल ने पांच स्वरूपों में श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव और नन्दी रथ पर उमा-महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद विराजित होकर अवंतिकानाथ ने नगर भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जाना। भगवान महाकाल की सवारी में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। लाखों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के विभिन्न स्वरूपों के दर्शन कर पूजन-अर्चन का लाभ लिया।       सोमवार दोपहर साढ़े तीन बजे महाकालेश्वर मंदिर से सवारी के निकलने के पूर्व सभामंडप में सर्व प्रथम भगवान चन्द्रमौलेश्वर का षोडशोपचार से पूजन-अर्चन किया गया। इसके पश्चात भगवान की आरती की गई। मुख्य पुजारी पं. घनश्याम शर्मा ने पूजा-अर्चना संपन्न कराई। सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर परिसर के सभामंडप में कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कुमार पुरुषोत्तम, पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी महाराज, महापौर मुकेश टटवाल, विधायक पारसचंद्र जैन, नगर निगम अध्यक्ष कलावती यादव, नगर निगम आयुक्त रोशन सिंह, अपर कलेक्टर एवं प्रशासक संदीप सोनी, मंदिर प्रबंध समिति सदस्य पुजारी प्रदीप गुरु, राजेंद्र शर्मा 'गुरु', राम पुजारी आदि ने भगवान श्री महाकालेश्वर का पूजन -अर्चन किया और आरती में सम्मिलित हुए। इस दौरान सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, प्रतीक द्विवेदी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी आदि उपस्थित थे।     पूजन के पश्चात भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर पालकी में सवार होकर अपनी प्रजा का हाल जानने और भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। पालकी जैसे ही श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में सवार श्री चन्द्रमौलेश्वर को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई। सवारी मार्ग में स्थान-स्थान पर खडे श्रद्धालुओं ने जय श्री महाकाल के घोष के साथ उज्जैन नगरी के राजा भगवान श्री महाकालेश्वर पर पुष्पवर्षा की। सवारी कोटमोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंची। यहां शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक, पूजन किया गया। पूजन के पश्चात सवारी पुनः निर्धारित मार्ग से महाकालेश्वर मंदिर के लिए रवाना हुई।

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 MadhyaBharat  8 August 2023

ujjain,  fourth ride ,Lord Mahakal

उज्जैन। श्रावण माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में चौथे सोमवार को सायं 04 बजे परम्परानुसार ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की सवारी धूमधाम से निकली। इस दौरान महाकालेश्वर मंदिर का सभामंडप भोलेनाथ के जयकारों से गूंज उठा। लाखों की संख्या में श्रद्धालु सवारी में शामिल हुए। भगवान महाकालेश्वर ने सवारी में चार विभिन्न स्वरूपों में भक्तों को दर्शन दिये। जिसमें पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वनर, हाथी पर मनमहेश, बैलगाड़ी में गरूड़ पर शिव तांडव एवं बैलगाड़ी में नंदी पर उमा-महेश के स्वरूप में विराजमान होकर अवंतिकानाथ ने अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकले।       श्री महाकालेश्व।र भगवान की सवारी निकलने के पूर्व मध्य प्रदेश तीर्थ स्थान एवं मेला विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष माखन सिंह चौहान, मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय, कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कुमार पुरुषोत्तम, आचार्य शेखर महाराज ने महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान चन्द्रमौलेश्वर का पूजन-अर्चन किया गया। पूजन शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा द्वारा संपन्न कराया गया।       महाकालेश्वर मंदिर परिसर के सभामंडप में पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरि महाराज, महापौर मुकेश टटवाल, उज्जैन उत्तर विधायक पारसचंद्र जैन, नगर पालिक निगम अध्यक्ष कलावती यादव, नगर पालिक निगम आयुक्त रोशन सिंह, प्रशासक संदीप सोनी, मंदिर प्रबंध समिति सदस्य पुजारी प्रदीप गुरु, राजेंद्र शर्मा 'गुरु', राम पुजारी आदि ने भगवान महाकालेश्वर का पूजन-अर्चन किया और आरती में सम्मिलित हुए। इस दौरान सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, प्रतीक द्विवेदी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी आदि उपस्थित थे। सभी गणमान्यों ने पालकी को कंधा देकर नगर भ्रमण हेतु रवाना किया।       कहारों द्वारा पालकी जैसे ही मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, वहां सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई। उसके पश्चात भगवान चन्द्रमौलेश्वर की पालकी परंपरानुसार अपने निर्धारित मार्ग से होते हुए रामघाट पहुंची, जहॉ क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद सवारी अपने परम्परागत मार्ग से पुनः महाकालेश्वर मंदिर के लिए रवाना हुई।

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 MadhyaBharat  31 July 2023

ujjain, Lord Mahakal, third ride

उज्जैन। श्रावण के तीसरे सोमवार को भगवान महाकालेश्वर की तीसरी सवारी धूमधाम से निकाली गई। सवारी निकलने के पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ विधि-विधान से भगवान चंद्रमौलेश्वर की पूजा-अर्चना की एवं सवारी को आगे बढ़ाया। इसके बाद मुख्यमंत्री चौहान सपरिवार सवारी में शामिल हुए। पालकी में सवार होकर उज्जैन के राजाधिराज भगवान महाकाल प्रजा का हाल जानने निकले। इस दौरान बाबा महाकाल ने शिव तांडव के रूप में भक्तों को दर्शन दिए। भगवान महाकाल चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर और हाथी पर सवार मनमहेश के रूप में सवारी में शामिल रहे। सवारी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। जगह-जगह बाबा महाकाल का फूल बरसाकर स्वागत किया गया।मुख्यमंत्री चौहान परिवार के साथ मंत्री मोहन यादव और महापौर मुकेश टटवाल भी मौजूद रहे। इससे पहले सीएम शिवराज सिंह ने बाबा महाकाल के दर्शन कर अभिषेक किया। इसके बाद बाबा की पालकी की पूजा-अर्चना की। सवारी सभा मण्डप से होकर महाकाल चौराहा एवं गुदरी चौराहा, रामानुजकोट होते हुए रामघाट पहुंची। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह और दोनों पुत्र सवारी मार्ग में सवारी के साथ पैदल चलकर रामघाट तक पहुंचे। मार्ग में अन्य भक्तों के साथ मुख्यमंत्री भी शिवभक्ति में लीन नजर आए। उन्होंने भजन मण्डलियों का साथ झांझ बजाकर दिया एवं जय महाकाल के नारे लगाए।   मार्ग में बड़ी संख्या में बाबा महाकाल की पालकी के दर्शन हेतु खड़े दर्शनार्थियों का एवं मार्ग के मकानों में रहने वाले स्थाई निवासियों का अभिवादन मुख्यमंत्री चौहान ने हाथ हिला कर किया। शाम करीब साढ़े पांच बजे बाबा महाकाल की पालकी रामघाट पहुंची। यहां पर भगवान चंद्रमौलेश्वर के मां शिप्रा के जल से अभिषेक एवं इसके बाद पूजन-अर्चन किया गया। रामघाट पर पूजन-अर्चन के बाद सवारी अपने निर्धारित मार्ग से वापस महाकाल मंदिर के लिए रवाना हुई।   मुख्यमंत्री ने सभी के कल्याण की कामना के लिए किया भगवान महाकाल का पूजन-अभिषेक   इससे पहले उज्जैन पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रावण माह के तृतीय सोमवार अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह, पुत्र कार्तिकेय सिंह एवं कुणाल सिंह के साथ महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल भगवान का अभिषेक किया। मुख्यमंत्री ने सबके कल्याण, स्वास्थ्य, सुखमय जीवन के लिए संपूर्ण सृष्टि के कल्याण के साथ-साथ जीव चराचर के कल्याण की भी कामना की। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी अभिषेक शर्मा (बाला गुरु), पुरोहित सुभाष शर्मा ने विधि-विधान से पूजन-अभिषेक कराया।

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 MadhyaBharat  24 July 2023

ujjain, Chief Minister, Shri Mahakaleshwar

उज्जैन। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी धर्मपत्नि साधना सिंह एवं पुत्र कार्तिकेय एवं कुणाल के साथ श्रावण माह के तृतीय सोमवार 24 जुलाई को अपने उज्जैन प्रवास के समय श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान श्री महाकालेश्वर का अभिषेक कर सबके कल्याण, स्वास्थ्य, सभी सुखमय रहे इस हेतु से संपूर्ण सृष्टि के कल्याण के साथ-साथ जीव चराचर के कल्याण की भी कामना की।   पूजन श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी अभिषेक शर्मा(बाला गुरु), पुरोहित सुभाष शर्मा ने संपन्न करवाई।

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 MadhyaBharat  24 July 2023

  मुख्यमंत्री  चौहान ने सभी के कल्याण  के लिए भगवान महाकालेश्वर का पूजन-अभिषेक किया

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने धर्मपत्नि  साधना सिंह, पुत्र कार्तिकेय सिंह एवं कुणाल सिंह के साथ श्रावण माह के तृतीय सोमवार 24 जुलाई को उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल भगवान का अभिषेक किया। मुख्यमंत्री ने सबके कल्याण, स्वास्थ्य, सुखमय जीवन के लिए संपूर्ण सृष्टि के कल्याण के साथ-साथ जीव चराचर के कल्याण की भी कामना की। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी  अभिषेक शर्मा(बाला गुरु), पुरोहित सुभाष शर्मा ने विधि-विधान से पूजन-अभिषेक कराया।  

MadhyaBharat

 MadhyaBharat  24 July 2023

bhopal, Chief Minister , Nagda a district

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मालवा सहित प्रदेश के हर क्षेत्र का तेज गति से विकास किया जा रहा है। निरंतर जन-कल्याण के कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश में सड़क, बिजली, पानी, सिंचाई जैसी बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ किया गया है। विकास पर्व में प्रदेश के सभी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में विकास कार्यों का लोकार्पण/शिलान्यास किया जा रहा है। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि नागदा क्षेत्र की बहु-प्रतीक्षित मांग पूरी करते हुए इसे जिला बनाया जाएगा। इसके लिये तत्परता से कार्यवाही होगी। उज्जैन जिले की जो तहसीलें नागदा में स्वेच्छा से मिलना चाहें, उन्हें ही नागदा में सम्मिलित किया जाएगा। उन्हेल को तहसील बनाया जाएगा और यहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खोला जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार को नागदा में विकास पर्व के दौरान विशाल जन-समुदाय को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर261 करोड़ 14 लाख रुपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन/लोकार्पण किया। इनमें 92 करोड़ 15 लाख रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और 168 करोड़ 42 लाख रुपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन शामिल है। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा का पानी क्षिप्रा के साथ ही गंभीर और कालीसिंध नदियों में पहुंचाया जाएगा। पूरी मालवा भूमि को हरा-भरा बनाया जाएगा। नर्मदा नदी का पानी नागदा भी पहुंचाया जाएगा। आज यहाँ नागदा की जनता द्वारा दिए गए प्यार और आशीर्वाद को मैं कभी नहीं भूलूंगा। उन्होंने जन-समुदाय से कहा कि मैं बहनों का भाई, बच्चों का मामा और बुजुर्गों का बेटा हूँ। मैं मुख्यमंत्री और आप जनता नहीं है। मैं आपके परिवार का सदस्य हूँ और मुझे हमेशा आपकी चिंता रहती है। प्रदेश में बहनों की जिंदगी बदलने का अभियान चल रहा है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में बहनों को दी जाने वाली राशि वस्तुत: पैसे नहीं, उनका आत्म-सम्मान है, उनका अधिकार है। यह भाई का अपनी बहनों के लिये उपहार है। इस राशि को बढ़ाकर आगामी समय में 3000 रुपये तक किया जाएगा। आजीविका मिशन द्वारा हर बहन की आमदनी कम से कम 10 हजार रुपये प्रतिमाह किये जाने के लिये कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले की सरकार ने जन-कल्याण की बहुत सारी योजनाएँ बंद कर दीं। विशेष पिछड़ी जनजातियों का पोषण-आहार भत्ता, संबल योजना, मेधावी बच्चों को लेपटॉप प्रदाय, बुजुर्गों की तीर्थ-दर्शन योजना, किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण आदि बंद कर दिये गये। हमारी सरकार ने इन सारी योजनाओं को पुन: प्रारंभ किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, पानी, बिजली, सिंचाई जैसी बुनियादी सेवाओं को सुदृढ़ बनाया जा रहा है। आज प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण सड़कें हैं, निरंतर बिजली आपूर्ति है और हर घर नल से जल पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। सिंचाई के रकबे को 7 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 45 लाख हेक्टेयर तक पहुंचा दिया गया है, जिसे आगामी समय में 65 लाख हेक्टेयर किये जाने का लक्ष्य है। पहले 2800 मेगावॉट बिजली बनती थी, अब 28 हजार मेगावॉट बिजली उत्पादन है। जन-कल्याण के लिये नि:शुल्क राशन, सबके लिये आवास, उज्ज्वला गैस, आयुष्मान कार्ड जैसी योजनाएँ संचालित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटे-बेटियों की चिंता मामा करता है। बच्चों को पढ़ाई के लिये हर आवश्यक सुविधा दी जा रही है। उच्च गुणवत्ता के विद्यालय, शिक्षण शुल्क, किताबें, गणवेश, मध्यान्ह भोजन आदि सभी सुविधाएँ दी जा रही हैं। सीएम राईज विद्यालय सभी आधुनिक शैक्षणिक सुविधाओं से युक्त हैं। दूसरे गाँव में पढ़ाई के लिये जाने पर साइकिल, मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप, टॉप करने वाले विद्यार्थियों को स्कूटी दी जा रही है। उच्च शिक्षा की महंगी फीस भी मामा भरवा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोजगार के बड़े अवसर सृजित किये गये हैं। एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है और आगामी समय में 50 हजार से अधिक और पदों पर भर्ती होगी। स्व-रोजगार के लिये सरकार अपनी गारंटी पर ऋण दिलवाती है। अब 12वीं पास युवाओं के लिये मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना प्रारंभ की गई है। स्व-सहायता समूह की महिलाएँ अब टोल नाके भी चलाएंगी। दो करोड़ तक की वार्षिक आय वाले टोल नाके उन्हें संचालन के लिये दिये जाएंगे, जिनमें एक लाख की आय पर बहनों को 30 हजार रुपये मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने की ये घोषणाएँ - नागदा को जिला बनाया जायेगा। - उन्हेल बनेगी तहसील, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खुलेगा। - नागदा, खाचरोद, आलोट में खोले जाएंगे सीएम राईज स्कूल। - नागदा कन्या महाविद्यालय में कामर्स कक्षाएँ शुरू होंगी। - नागदा में पहुँचेगा नर्मदा का पानी।

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 MadhyaBharat  20 July 2023

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उज्जैन। सावन के दूसरे सोमवार को शहर में निकली भगवान महाकाल की सवारी के दौरान घर की छत से श्रद्धालुओं पर थूकने वालों के घर के अवैध निर्माण को बुधवार सुबह जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ढहा दिया। सुबह प्रशासन और पुलिस की टीम ढोल-नगाड़ों के साथ बुलडोजर लेकर कार्रवाई करने पहुंची। इस दौरान पूरे क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में आरोपितों के घरों के अवैध हिस्से को जमींदोज कर दिया गया। दरअसल, सावन के दूसरे सोमवार को नगर में भगवान महाकाल की सवारी निकाली जा रही थी। इस दौरान शाम 6.30 बजे टंकी चौक मार्ग स्थित बिल्डिंग से‎ वर्ग विशेष के तीन युवकों ने पानी का कुल्ला कर सवारी में शामिल श्रद्धालुओं पर थूका था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ‎बजरंग दल के जिला संयोजक अंकित चौबे और इंदौर के वार्ड 19 के भाजपा पार्षद मासूम जायसवाल समेत कई कार्यकर्ता रात 9 बजे खाराकुआं थाने पहुंचे और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और रात में एक बालिग समेत‎ तीन युवकों को गिरफ्तार किया। आरोपितों के खिलाफ‎ धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने‎ और सद्भाव बिगाड़ने समेत अन्य‎ धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को आरोपित अदनान मंसूरी को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया जबकि घटना से जुड़े दो नाबालिग आरोपितों को बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है। इस दौरान पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने उनके मकानों की जांच की। इनके बाद बुधवार को उनके मकानों के अवैध निर्माण पर कार्रवाई की गई। सुबह 10 बजे नगर निगम और पुलिस का अमला ढोल और डीजे लेकर आरोपितों के मकानों के अवैध हिस्से को गिराने के लिए पहुंचा। कार्रवाई होने तक शहर के टंकी चौक इलाके की दुकानों को खुलने नहीं दिया गया। टीम ने सबसे पहले आरोपित अदनान मंसूरी के घर को खाली करवाया और फिर डीजे पर गाने और ढोल बजवाकर मकान तोड़ा गया। कार्रवाई के दौरान एडिशनल एसपी आकाश भूरिया सहित तीन थानों का पुलिस बल मौजूद रहा। एडिशनल एसपी भूरिया ने बताया कि मुनादी करवाने का नियम है। इसी के तहत डीजे को लेकर आए थे। सौहार्द्र बिगाड़ने वाले के मकान के अवैध हिस्से को तोड़ा गया है।

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 MadhyaBharat  19 July 2023

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उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में सावन के प्रथम सोमवार को श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। सूरज की रोशनी पृथ्वी पर पड़ने से पूर्व ही अर्ध रात्रि से मंदिर प्रांगण और परिसर के बाहर भक्तों की लम्बी कतारें लग गई थीं। सभी को इंतजार था तो सिर्फ यही कि एक झलक अपने आराध्य की उन्हें मिल जाए। सावन महीने में सोमवार के दिन का महत्व भी है, वह इसलिए कि यह दिन चंद्रमा से जुड़ा है, सोम मन का कारक है और यह भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान है। ऐसे में जो शिव आराधना करते हैं उनकी इच्छाएं वे स्वयं पूरी करते हैं ।       सोमवार तड़के भगवान महाकालेश्वर की भस्म आरती में श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल हुए और अपने आराध्य के बड़ी संख्या के दर्शन किए। सावन के पहले सोमवार अर्धरात्रि में ढाई बजे भगवान महाकाल के मंदिर के कपाट खोल दिए गए। उसके बाद पुजारियों द्वारा उन्हें विविध रस सामग्री से स्थान कराने का क्रम आरंभ हुआ, जिसमें सबसे पहले जल स्थान के बाद दूध, दही, शहद, शक्कर, फलों के रस और फिर पंचामृत से स्नान कराया गया। फिर उनके शृंगार करने की विधि प्रारंभ हुई । भगवान महाकाल को भांग, फूल, सूखे मेवे, चंदन सजाया गया। फिर तय समय पर महंत विनीत गिरी महाराज ने भस्म आरती की।         मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि सावन के महीने का यह पहला सोमवार है । इस विशेष दिन देश भर से ही नहीं दुनिया के कई देशों के लोग भगवान महाकाल के दर्शन के लिए यहां आए हुए हैं । इसे देखते हुए मंदिर में प्रवेश व्यवस्था में बदलाव किया गया है। सावन के पूरे महीने महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में किसी भी श्रद्धालु प्रवेश नहीं दिया जाएगा। आज सभी श्रद्धालुओं को चारधाम पार्किंग की ओर से महाकाल लोक होते हुए मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर से मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। सभी को निर्माल्य द्वार वाले निर्गम द्वार से बाहर निकाला जा रहा है ।         उन्होंने बताया कि आज शाम भगवान महाकाल की पहली सवारी निकलेगी, जिसमें कि हर साल की तरह ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहेगी। इसके साथ ही महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी का कहना यह भी था कि मंदिर में एक हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, कहीं किसी भक्त को कोई परेशानी न आए इसकी पूरी चिंता हो, इसकी भी व्यवस्था बनाने का हमारा प्रयास रहा है।       उल्लेखनीय है कि आज के सोमवार को पूजा करने एवं अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने संबंधी कई योग भी बन रहे हैं । आचार्य भरत दुबे ने बताया कि सुबह से ही भगवान महादेव की आराधना एवं पूजा करने का शुभ मुहूर्त है। सावन के पहले सोमवार पर रुद्राभिषेक का शुभ मुहूर्त प्रात: काल से आरंभ होकर शाम छह बजकर 43 मिनट तक है। गजकेसरी योग बुध, शुक्र योग, लक्ष्मी नारायण योग, सूर्य और बुध की युती से बुधादित्य जैसे राजयोग भी आज बने हैं । इसलिए ज्योतिष की गणना के अनुसार आज के दिन का महत्व कई गुणा बढ़ गया है। किंतु यदि विशेष महूर्त की बात करें तो वह शाम को पांच बजकर 38 मिनट से आरंभ हो रहा है जोकि सात बजकर 22 मिनट तक रहेगा। विशेष मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इस समय में पूजा की जा सकती है।

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 MadhyaBharat  10 July 2023

ujjain,  prominent saints ,Mahakal temple

उज्जैन। सावन माह के पहले दिन से ही महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 11 सितंबर तक के लिए सभी दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस बार वीआईपी को भी नंदी हॉल से ही दर्शन की अनुमति है। गुरुवार को मंदिर प्रबंध समिति ने इस व्यवथा में संशोधन किया है। अब सिर्फ विशिष्ट साधु संतों को मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष सह कलेक्टर की विशेष अनुमति से प्रवेश दिया जाएगा।   महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने पहली बार सख्त निर्णय लिया है कि सावन माह में किसी भी दर्शनार्थी को गर्भगृह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 4 जुलाई से यह निर्णय लागू भी कर दिया गया है। लेकिन दो दिन में ही मंदिर प्रबंध समिति को इस निर्णय से एक कदम पीछे हटना पड़ा है। बड़े साधु संतों को ही प्रवेश देने के लिए यह व्यवस्था तय की गई है। गुरुवार को उत्तम स्वामी और उनके साथ कावड़ यात्रा में आए महामंडलेश्वर को गर्भगृह में प्रवेश देने के साथ इसकी शुरुआत की गई है।   प्रधानमंत्री को लिखा है पत्र महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के पूर्व सदस्य और अभा पुजारी महासंघ के अध्यक्ष पंडित महेश पुजारी ने कहा कि अतिविशिष्ट साधु संतों को गर्भगृह में प्रवेश देने पर कोई आपत्ति नहीं, यह मंदिर समिति का निर्णय है लेकिन देश के प्रमुख मंदिरों के पुजारियों को भी गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति पर विचार होना चाहिए। इसको लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है। महाकाल मंदिर परिसर में स्थित 3 महादेव मंदिर के दर्शनार्थी परेशान सावन माह में उज्जैन में चौरासी महादेव मंदिर के दर्शन का महत्व है। इस कारण कई दर्शनार्थी इन मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंच रहे, लेकिन महाकाल मंदिर परिसर में स्थित चौरासी महादेव मंदिरों के दर्शन में दिक्कतें आ रही हैं। महाकाल परिसर में चौरासी महादेव में से 3 महादेव के मंदिर हैं। जोकि 5वें क्रम के अनादिकल्पेश्वर, 7वें त्रिविष्टिपेश्वर, 72 वें चन्द्रादित्येश्वर महादेव मंदिर हैं। महादेव मंदिर के दर्शनार्थियों को प्रवेश के लिए अलग से कोई व्यवस्था तय नहीं है। चार और पांच नंबर गेट से ही प्रवेश दिया जा रहा। इस कारण दर्शनार्थियों को दिक्कतें आ रही हैं। इस कारण 11 जुलाई से उज्जैनवासियों के लिए शुरू होने वाले गेट से प्रवेश देने पर विचार चल रहा है। वीआईपी को भी गर्भगृह में प्रवेश नहीं महाकाल मंदिर में सावन माह में देश भर से हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। इस कारण वीआईपी दर्शनार्थी भी नंदी हॉल से ही निर्धारित स्थान से दर्शन कर पा रहे हैं। महाराष्ट्र के पाली से विधायक पंकजा मुंडे ने भी बुधवार को नंदी हॉल से दर्शन किए। अन्य वीआईपी को भी नंदी हॉल तक ही प्रवेश दिया जा रहा है। इनका कहना है महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष सह कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने चर्चा करने पर कहा कि महाकाल मंदिर के गर्भगृह में अतिविशिष्ट साधु संतों के प्रवेश देने का प्रस्ताव प्रबंध समिति की बैठक में था। इस कारण केवल अतिविशिष्ट संतों या महामंडलेश्वर को विशेष अनुमति से प्रवेश दिया जाएगा।

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 MadhyaBharat  6 July 2023

ujjain, Cricketer Umesh Yadav , Lord Mahakal

उज्जैन। भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने गुरु पूर्णिमा के मौके पर उज्जैन पहुंच कर भगवान महाकाल के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान उनकी पत्नी तान्या भी उनके साथ थीं। उन्होंने यहां भगवान महाकाल का पूजन और अभिषेक किया और वे भस्म आरती में भी शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने यहां नंद हाल में बैठकर जाप किया।   क्रिकेट उमेश यादव, गुरु पूर्णिमा के मौके पर पत्नी तान्या के साथ सोमवार को उज्जैन पहुंचे। उन्होंने यहां तड़के 4.00 बजे महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्म आरती में हिस्सा लिया। भस्म आरती के दौरान उमेश धोती सोला पहने नजर आए। इसके बाद उन्होंने भगवान महाकाल का पूजन-अर्चन व जल से अभिषेक कर आशीर्वाद लिया। तत्पश्चात यादव दंपति ने नंदी हॉल में बैठकर मंत्रों का जाप किया। उमेश यादव ने भगवान महाकाल के दर्शन की तस्वीरें ट्वीट के माध्यम से साझा की हैं। उन्होंने शिव मंत्र भी पोस्ट किया है।

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 MadhyaBharat  3 July 2023

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उज्जैन। ज्येष्ठ पूर्णिमा पर रविवार को बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में शिप्रा नदी के रामघाट-दत्त अखाड़ा क्षेत्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने तीर्थ स्नान लाभ लिया।   शहर और अंचलों तथा बाहर से आए श्रद्धालुओं का अल सुबह से दोपहर तक स्नान हेतु तांता लगा रहा। पुलिस प्रशासन द्वारा यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए गए हैं जिससे श्रद्धालुओं किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

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 MadhyaBharat  4 June 2023

indore, Nepal

इंदौर। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड' ने शुक्रवार को दोपहर में उज्जैन पहुंचकर विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के दर्शन किए। उन्होंने यहां भगवान महाकाल का पूजन-अभिषेक भी किया। उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर में नेपाल से लाए 100 रुद्राक्ष एवं 51 हजार रुपये नकद भेंट स्वरूप चढ़ाए। इस मौके पर उनकी बेटी गंगा दाहाल एवं नेपाल से आए अन्य अतिथियों ने भी भगवान महाकाल के दर्शन किए। इस दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री समेत सभी अतिथि शंख, झांझ, डमरू की मंगल ध्वनि सुन अभिभूत नजर आए। महानिर्वाणी अखाड़े में महंत विनीत गिरि महाराज ने मंदिर पहुंचने पर उनका सम्मान किया। नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड 31 मई से भारत के चार दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान प्रचंड मध्य प्रदेश के दो दिवसीय प्रवास पर यहां आए हैं। वे पूर्वाह्न 11 बजे इंदौर पहुंचे। यहां एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और जनप्रतिनिधियों ने पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत कर अगवानी की। यहां स्थानीय कलाकारों ने निमाड़ी लोक नृत्य से उनका स्वागत किया। कुछ देर बाद वे यहां से उज्जैन रवाना हो गए। राज्यपाल मंगुभाई पटेल और प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने उज्जैन पहुंचने पर उनकी अगवानी की। उनके स्वागत के लिए महाकालेश्वर मंदिर को विशेष तौर पर सजाया गया था। प्रचंड के साथ उनकी पुत्री गंगा दहल, नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद, वित्त मंत्री डॉ. प्रकाश शरन महत, ऊर्जा जल संसाधन मंत्री शक्ति बहादुर बासनेत, भौतिक एवं परिवहन मंत्री प्रकाश ज्वाला, वाणिज्य एवं आपूर्ति मंत्री रमेश रिजल, प्रधानमंत्री के सलाहकार हरिबोल प्रसाद, मुख्य सचिव शंकरदास बैरागी और नेपाल के विदेश सचिव भरतराज पौड्याल भी आए हैं। सभी अतिथियों ने भगवान महाकाल के दर्शन कर मंदिर में उपस्थित संत, महात्माओं, महंत और आचार्यों से आशीर्वाद प्राप्त किया।

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 MadhyaBharat  2 June 2023

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उज्जैन।फिल्म अभिनेत्री सारा अली खान मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात करीब 2 बजे इंदौर से कार द्वारा सीधे महाकाल मंदिर पहुंची। भस्मार्ती में शामिल होने के बाद उन्होंने कोटि तीर्थ पर ध्यान लगाया। इस दौरान पूरे समय वे साड़ी पहने रही। पूर्व में दो बार सारा जब बाबा महाकाल के दर्शन करने आई तो सलवार सूट में थी। बुधवार को वह चटक गुलाबी रंग की साड़ी में महाकाल मंदिर पहुंची। वह इतनी अभिभूत थीं कि भस्मार्ती में पूरे समय ध्यान मग्न रहीं। इसके बाद भोग आरती में शामिल हुई। पश्चात कोटि तीर्थ पर उन्होंने ध्यान लगाया। दरअसल, सारा फिल्म- जरा अटके,जरा बचके... की शूटिंग के लिए इंदौर आई हुई हैं। इंदौर बेस्ड कहानी वाली इस फिल्म की शूटिंग से समय निकालकर सारा महाकाल मंदिर के पं.संजय गुरू के सान्निध्य में दर्शन, पूजन करने पहुंची। इसके पूर्व सारा दिसंबर,21 और जनवरी,22 में महाकाल दर्शन करने आई थीं। दोनों बार उन्होंने सलवार सूट पहना था। सलवार सूट पहनने के चलते वह सोश्यल मीडिया पर जमकर ट्रोल हुई थीं। इसलिए इस बार वह साड़ी पहनकर आई।

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 MadhyaBharat  31 May 2023

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उज्जैन। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ विवादित बयान देकर माफी मांगने वाले पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने एक बार फिर विवादित बयान दे दिया। उन्होंने उज्जैन में बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा को तमाशा बताया है।   दरअसल, महाकाल लोक में आंधी से सप्तऋषियों की मूर्तियों के गिरने के बाद मंगलवार को कांग्रेस का सात सदस्यीय दल उज्जैन पहुंचा था। इसमें कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा भी शामिल थे। यहां मीडिया से बातचीत उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री और प्रदीप मिश्रा के बयान पर माफी मांगने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भाव और भावार्थ समझने में बड़ी चूक हुई है। ये संत जो जीवन भर का ज्ञान अर्जित करते हैं, वह हम लोगों के बीच बांट देते हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या आप भी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा करवाएंगे। इस पर उन्होंने कहा कि मेरी पन्ना में बड़ी सभा थी। कमलनाथ जी ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री जी ने बुलाया है। मिलते हुए चलें क्या? तो मैने तुरंत कहा कि चलो साब अपन भी घुसकर तमाशा देखते हैं।   गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक सज्जनसिंह वर्मा ने कुछ दिन पहले भागवत कथा के मंच से प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा और बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि धर्म की भी अब दुकानें खुल गई हैं। पहले छोटी दुकानें होती थी, अब बड़ा जनरल स्टोर खुल गया। धीरेंद्र शास्त्री बाबा बागेश्वर धाम वाला, एक सीहोर वाला प्रदीप मिश्रा ने बड़ी दुकान खोल ली हैं। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने वीडियो जारी कर माफी मांगी थी।   महाकाल लोक पहुंचे कांग्रेस नेताओं ने कहा- सरकार बनी तो करेंगे कार्रवाई बमहाकाल महालोक में लगी सप्तऋषि की मूर्तियां बीते रविवार को आंधी तूफान के साथ हुई जोरदार बारिश में क्षतिग्रस्त हो गई थी। कांग्रेस ने इस मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। इसकी जांच के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस नेताओं की सात सदस्यीय समिति बनाई थी। इस समिति में शामिल सदस्य पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, कांग्रेस विधायक रामलाल मालवीय, दिलीपसिंह गुर्जर, शोभा ओझा, महेश परमार, मुरली मोरवाल और केके मिश्रा मंगलवार को श्री महाकाल महालोक पहुंचे। ये अपने साथ मूर्तियों के एस्क्सपर्ट को भी उज्जैन लाए थे। कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा ने इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि महाकाल महालोक की मूर्तियों को बनाने में जिस धातु का प्रयोग किया जाना था वो नहीं किया गया। सरकार आने पर इस भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों पर कार्रवाई करेंगे। जांच समिति अपनी रिपोर्ट प्रदेश हाईकमान और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक हफ्ते के अंदर सौपेंगी।

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 MadhyaBharat  31 May 2023

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उज्जैन। शुक्रवार सुबह न्यायालय का काम काज शुरू भी नहीं हुआ था कि बुलेट पर सवार एक युवक जिला न्यायालय परिसर में दाखिल हुआ और जोर-जोर से चिल्लाने लगा- मैंने मर्डर किया, जज के सामने सरेंडर करना है। यह कहते हुए युवक ने खुद को द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी के कक्ष में बंद कर लिया। इस घटना से न्यायालय में हड़कंप मच गया। पुलिस ने किसी तरह दरवाजा खुलवाकर युवक को गिरफ्तार कर लिया। माधव नगर थाना प्रभारी मनीष लोधा ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे मैंने मर्डर किया है, मुझे सरेंडर करना है..... यह चिल्लाते हुए एक युवक बुलेट वाहन पर जिला न्यायालय परिसर में दाखिल हुआ। साइकिल स्टैंड पर लगे बैरिकेड्स को गिराते हुए बुलेट को भवन के मुख्य द्वार की चैनल तक ले गया। रेम्प से बुलेट ले जाने के प्रयास में वह गिर पड़ा। इसके बाद दौड़ लगाते हुए भवन के प्रथम तल स्थित द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम के कक्ष में चला गया और भीतर से दरवाजा लगा लिया। इस बीच मुख्य द्वार पर तैनात मप्र पुलिस के संतरी जयपाल विश्वकर्मा ने पुलिस कंट्रोल रूम और माधव नगर थाना पुलिस को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक से दरवाजा खोलने को कहा लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं था। उसका कहना था कि वह सरेंडर करने आया है न्यायाधीश मेडम को बुलाओ। काफी देर बाद पुलिस ने एक महिला के माध्यम से कहलवाया मैं न्यायाधीश मेडम हूं, तुम क्या चाहते हो यह बताने के लिए कक्ष से बाहर आना होगा। इस पर युवक ने जैसे ही कक्ष का दरवाजा खोला पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। माधव नगर थाना प्रभारी मनीष लोधा ने बताया कि गिरफ्तार युवक अरबाज पुत्र मोहम्मद साजिद निवासी लोहे का पुल, उज्जैन है। कुछ दिनों से इंदिरा नगर में रहता है। उसके परिजनों से पूछताछ की तो पता चला कि अरबाज एक दिन पूर्व पानबिहार, घट्टिया गया था। वहां से किसी की बुलेट उठा लाया है। युवक ने इस तरह की हरकत क्यों कि इसका पता लगाया जा रहा है।

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 MadhyaBharat  19 May 2023

लड़की से बातें करने में ध्यान भटकने से बस भिंड़ गई ट्राले से

मध्यप्रदेश के शाजापुर में मक्सी-उज्जैन रोड पर दुर्घटनाग्रस्त हुई बस के यात्री का दावा है कि हादसे का कारण ड्राइवर का ध्यान भटकना है। उसने रात में एक लड़की को अपने पास केबिन में बैठाया। वह उससे हंसी-मजाक कर रहा था। बस 100 से ज्यादा की स्पीड में थी। लड़की से बात करते हुए ड्राइवर का ध्यान भटका और बस सीधे सामने आ रहे ट्राले से जा भिड़ी।  इस हादसे में 5 की मौत हो गई। 3 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि घायल मां-बेटी ने उज्जैन अस्पताल में दम तोड़ दिया। 13 घायलों को उज्जैन लाया गया। बस माधवगढ़ (जालौन, उत्तर प्रदेश) से अहमदाबाद जा रही थी। मृतक UP के रहने वाले थे। जान गंवाने वालों में दो महिलाएं एक ही परिवार की हैं। अहमदाबाद शादी में जा रही थीं। बस में दो ड्राइवर- अमित और गोपाल थे। दुर्घटना के समय बस गोपाल चला रहा था। अमित सो रहा था।हादसे में ड्राइवर गोपाल भी बुरी तरह घायल हुआ है। उसके दोनों पैर में फ्रैक्चर है। उसका कहना है कि पता नहीं, कैसे हादसा हो गया। लड़की को केबिन में बैठाने की बात पर उसने बताया कि केबिन में कई यात्री बैठते हैं। इसके बाद ड्राइवर कुछ ज्यादा नहीं बोल सका।    

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 MadhyaBharat  18 May 2023

ujjain, Late night fire, cotton cake factory

उज्जैन। आगर रोड के दाल मिल चौराहे पर स्थित कपास की खली बनाने वाली फैक्ट्री में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात भीषण आग लग गई। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग इतनी भीषण थी की फैक्ट्री की दीवार तोड़कर आग पर काबू पाया गया। दुर्घटना में 60 लाख से अधिक का नुकसान होने की बात सामने आई है।   प्राप्त जानकारी के अनुसार चिमनगंज मंडी थाना क्षेत्र में आगर रोड पर इंदिरा नगर के पास दाल मिल फैक्ट्री में कपास की खली बनाने का काम किया जाता है। सोमवार देर रात करीब 1:30 बजे प्रदीप इंटरप्राइजेस नामक मिल में शॉर्ट सर्किट के कारण अचानक आग लग गई। मिल के कर्मचारी ने चिमनगंज थाने पर सूचना दी और इसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग बुझाने का काम शुरू किया लेकिन अंधेरा होने के कारण आग पर काबू पाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आग इतनी भीषण थी कि दमकल की 13 गाड़ियों को बुलाना पड़ा। आग की बड़ी बड़ी लपटों के कारण उस पर काबू पाने में तीन से चार घंटे का वक्त लगा। आग बुझाने के लिए फैक्ट्री के शेड और दीवार को जेसीबी से तोड़ना पड़ा। फैक्ट्री के संचालक प्रदीप राजानी का कहना है कि रात को आग लगने की सूचना मिली। फैक्ट्री में खली बनाने के काम आने वाला केमिकल और कपास के बोरे रखे हुए थे, जिसके कारण आग ने विकराल रूप ले लिया। करीब 60 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है।

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 MadhyaBharat  9 May 2023

ujjain,Elder brother, killed younger

उज्जैन। चाय के विवाद में बड़े भाई ने सोते हुए छोटे भाई की कनपटी पर लकड़ी से हमला कर उसे गंभीर रूप घायल कर दिया। दूसरा भाई अस्पताल ले गया तो वहां झूठ बोला कि छत से गिर गया। मृत्यु के बाद पुलिस ने जांच की तो पता चला कि युवक की हत्या की गई है।   महिदपुर रोड थाना पुलिस ने बताया कि दिलीप सिंह उर्फ भीम सिंह पिता करण सिंह 25 वर्ष निवासी चिवड़ी थाना महिदपुर रोड को 22 अप्रैल की सुबह 5.30 बजे उसका भाई मांगू घायल हालत में अस्पताल लेकर पहुंचा था। डॉक्टर द्वारा दिलीप के घायल होने का कारण पूछा तो मांगू ने कहा कि छत से गिरने पर घायल हुआ है जिसकी सूचना अस्पताल कर्मियों ने पुलिस को दी। इधर, दिलीप सिंह की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। पुलिस ने जांच शुरू की और मृतक के घर पहुंचे, जहां परिजनों के बयान लिये तो दिलीप की भाभी ने बताया कि रूगनाथ घर में चाय बना रहा था, उस दौरान दिलीप ने उसे चाय बनाने से रोका और कहा कि भाभी चाय बना देंगी।   इस पर दोनों के बीच विवाद हुआ और रूगनाथ घर से चला गया। रात में वह घर वापस लौटा तब दिलीप सो रहा था। रूगनाथ ने लकड़ी से दिलीप की कनपटी पर वार कर उसे गंभीर घायल कर दिया जिसकी अस्पताल में मृत्यु हो गई। पुलिस ने बताया कि दिलीप, रूगनाथ, मांगू व एक अन्य कुल चार भाई हैं। मामले में पुलिस ने मंगलवार को हत्या का केस दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है।

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 MadhyaBharat  25 April 2023

ujjain, Digvijay Singh ,issue of China

उज्जैन। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह शुक्रवार को उज्जैन में थे। यहां मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने चीन का मुद्दा उठाया और सवालिया लहजे में कहा कि सरकार ओंकारेश्वर में स्थापित होने वाली शंकराचार्यजी की प्रतिमा चीन में क्यों बनवा रही है? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जम्मू में हुए आतंकवादी हमले में चीन मार्किंग के बुलेट मिले हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि चीन भारत में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा हो? हालांकि दिग्विजय सिंह उज्जैन में आगामी विधानसभा चुनाव में जाने के लिए कार्यकर्ताओं की बैठक लेने और मार्गदर्शन करने आये थे, लेकिन उन्होंने यहां मीडिया के साथ बातचीत के दौरान एक नए मुद्दे को हवा दे दी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ऐसे उम्मीदवार को टिकट देगी, जो टिकाऊ हो- बिकाऊ नहीं। विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस की नब्ज टटोलने और तैयारियों के सिलसिले में उज्जैन आए दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि जम्मू सबसे शांत इलाका था लेकिन वहां भी आतंकवाद पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने दावा किया था कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद आतंकवाद कम होगा लेकिन पिछले तीन वर्षों में आतंकवाद बढ़ा है। जम्मू में हुए आतंकवादी हमले में चीन मार्किंग के कारतूस मिलना इस बात का संकेत है कि चीन आतंकवाद को प्रश्रय दे रहा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में सूबे के ठेकेदार कोई ठेका नहीं ले पाते। वे केवल पेटी कॉन्ट्रेक्ट ले सकते हैं। गुजरात के ही ठेकेदार काम करते हैं। ओंकारेश्वर में स्थापित करने के लिए बन रही शंकराचार्यजी की प्रतिमा के लिए तीन लोग चीन भेजे गए हैं, जबकि चीन के माल का विरोध किया जाता है। दिग्गी का तंज, अब तो सिर्फ चुप रहो… दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार पर तंज कसा कि अब तो केवल चुप रहिए। कुछ बोलेंगे या विरोध करेंगे तो पुराने मुकदमे निकालकर सजा दिलवा दी जाएगी। पुलवामा घटना के बाद सत्यपाल मालिक ने माना था कि विफलता हुई लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने चुप करा दिया। अब चुप रहने की आदत बढ़ती जा रही है। रक्षामंत्री कहते हैं चीन ने हमारी धरती पर कब्जा किया लेकिन प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कोई कब्जा नहीं हुआ। पत्रकार वार्ता को संबोधित करने के बाद दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस पार्टी के उज्जैन उत्तर और दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के मंडल, सेक्टर और अन्य कार्यकर्ताओं की बैठक ली।

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 MadhyaBharat  21 April 2023

ujjain, Usha Raj, accused of embezzlement

उज्जैन। केन्द्रीय जेल, भैरवगढ़ में 15 करोड़ रुपये के गबन को अंजाम देने वाली पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज को कोर्ट के आदेश पर इंदौर की सेन्ट्रल से जिला जेल शिफ्ट किया गया। वह स्वास्थ्य कारणों के चलते पलंग की डिमांड कर रही थीं। क इंदौर की जेल अधीक्ष अलका सोनकर ने रविवार को बताया कि गबन कांड में गिरफ्तारी के बाद उषा राज ने इंदौर सेन्ट्रल जेल भेजने की मांग कोर्ट के समक्ष की थी। उसी के चलते उषा राज को यहां रखा गया था। सेन्ट्रल जेल में दो महिला बैरक हैं, जिनमें क्षमता से अधिक महिला बंदी पहले से हैं। उषा राज ने कोर्ट के समक्ष स्वास्थ्य कारण बताते हुए जमीन पर बैठने और लेटने मेें परेशानी की बात कही थी। कोर्ट के निर्देश पर ही उषा राज को सेन्ट्रल से जिला जेल में शिफ्ट किया गया है, जहां महिला बैरक में सीमेंटेड चबूतरा भी बना है। उषा राज को अब पलंग की तरह जिला जेल में सीमेंटेड चबुतरे की सुविधा मिल सकेगी। गबन कांड की जांच पर पुलिस की चुप्पी इधर जेल गबन कांड की जांच कर रही एसआईटी ने मामले में पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज, उनकी बेटी, प्रहरियों सहित अन्य 10 आरोपितों की गिरफ्तारी और रिमाण्ड पर लेने और पूछताछ के बाद चार करोड़ की रिकवरी की थी, उसके बाद आगे की कार्रवाई पर पुलिस ने चुप्पी साध ली है। इस संबंध में सीएसपी अनिल मौर्य का कहना है कि जांच जारी है। मामला गंभीर होने के कारण अलग-अलग स्तर पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है। साथ ही फरार आरोपितों को भी पुलिस तलाश रही है।

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 MadhyaBharat  16 April 2023

beta nhi psida krne par patni ko pita

उज्जैन के नागदा में रहने वाला रज्जाक, जोअपनी पत्नी को छुरी लेकर दौड़ा और उसे धक्का देकर नाली में गिरा दिया। पति उसे लात-घूंसे मारता रहा। वह कह रहा था कि तूने बेटियां पैदा की। मुझे बेटा चाहिए। मुझे दूसरा निकाह करना है, तू तलाक ले ले। शुक्रवार को हुए इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो शनिवार को सामने आया है। पुलिस ने पति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।सलमा उर्फ सन्नो ने बताया कि मेरी शादी 2004 में अब्दुल रजाक से हुई थी। वह फल विक्रेता है। शादी के बाद ससुराल में सबकुछ अच्छा था। कुछ समय बाद मैंने एक बेटी को जन्म दिया। उसके करीब डेढ़ साल बाद दूसरी बिटिया को जन्म दिया। अब बड़ी बेटी 16 साल की है। छोटी वाली 15 साल की है। करीब चार साल पहले पति और ससुराल वालों ने एक और बच्चे के लिए कहा। फिर बेटे की चाहत को लेकर रोज विवाद होने लगा। मेरी दोनों बेटियां ऑपरेशन से हुई थी। ऐसे में तीसरा बच्चा होने पर जान का खतरा हो सकता था।पति अब्दुल रजाक मुझसे विवाद करने लगा। बेटे के लिए मुझसे मारपीट करने लगा। करीब चार साल पहले मैंने उसके खिलाफ थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कुछ कार्रवाई नहीं की। मैं तीन साल से किराए के मकान में अपनी दोनों बेटियों के साथ रह रही हूं। पति अपनी मां यानी मेरी सास व अन्य लोगों के साथ रहते हैं।हम तीनों ससुराल के पास ही किराए के मकान में रहते हैं। कमाई का कोई जरिया नहीं है। मोहल्ले के लोग और खाचरोद से मेरे मायके वाले मदद करते हैं। वे हमारे खाने-पीने और किराए सहित अन्य जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। अब्दुल कभी भी आकर विवाद करने लगता है। वो मुझसे तलाक चाहता है। मैं उसे तलाक नहीं दूंगी। क्योंकि तलाक दिया तो मेरी दोनों बेटियों का क्या होगा। उनका भविष्य अंधकार में चला जाएगा।सलमा ने कहा कि शुक्रवार को अब्दुल रजाक ने उसके और दोनों बेटियों के साथ मारपीट की। उसने कहा कि मुझे लड़का चाहिए, जो तू मुझे नहीं दे सकती। तू मुझसे तलाक ले ले। जब सलमा ने तलाक देने से मना कर दिया, तो उसने जमकर पीटा।

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 MadhyaBharat  15 April 2023

ujjain,Actress Jayaprada ,visited Lord Mahakal

उज्जैन। फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा रविवार को उज्जैन पहुंची। उन्होंने यहां विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के दर्शन कर विधि विधान से पूजन किया। इस दौरान उन्होंने श्री महाकाल लोक के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।   अभिनेत्री जया प्रदा लगातार भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए उज्जैन आ रही हैं। दो माह पहले भी उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन किए थे। रविवार को भी जया प्रदा ने भगवान महाकाल का रुद्राभिषेक किया। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में पुजारियों ने पूजन और पंचामृत अभिषेक करवाया। मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने उन्हें भगवान महाकाल की तस्वीर और प्रसाद भेंट किया। इसके बाद उन्होंने नंदीहाल में बैठकर भगवान शिव की आराधना की।   इसके बाद वे हरसिद्धि मंदिर पहुंची और देवी दर्शन किए। उन्होंने बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन आकर वे खुद को धन्य मानती हैं। उन्होंने परिसर में बने श्री महाकाल महालोक की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि इसके जरिए भावी पीढ़ी को यहां के बारे में जानकारी मिल सकेगी।   जयाप्रदा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस मंदिर में आकर भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने श्री महाकाल महालोक निर्माण कराया। महाकाल लोक के निर्माण के बाद मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और सुविधा दोनों में बढ़ोतरी हुई है। देश के अन्य मंदिरों में भी इसी प्रकार के विकास कार्य हो रहे हैं।   अभिनेत्री जया प्रदा से पत्रकारों ने राजनीतिक सवाल पर जवाब जानने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली। उन्होंने कहा कि वे यहां धार्मिक यात्रा पर आई हैं, इसलिए राजनीतिक सवालों का जवाब नहीं मिलेगा। जया प्रदा के साथ मंदिर में पंडित पुरोहित और समिति के कर्मचारियों ने फोटो और सेल्फी भी ली। इसके बाद वे इंदौर के लिए रवाना हो गई।

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 MadhyaBharat  26 March 2023

ujjain,Actress Jayaprada ,visited Lord Mahakal

उज्जैन। फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा रविवार को उज्जैन पहुंची। उन्होंने यहां विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के दर्शन कर विधि विधान से पूजन किया। इस दौरान उन्होंने श्री महाकाल लोक के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।   अभिनेत्री जया प्रदा लगातार भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए उज्जैन आ रही हैं। दो माह पहले भी उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन किए थे। रविवार को भी जया प्रदा ने भगवान महाकाल का रुद्राभिषेक किया। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में पुजारियों ने पूजन और पंचामृत अभिषेक करवाया। मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने उन्हें भगवान महाकाल की तस्वीर और प्रसाद भेंट किया। इसके बाद उन्होंने नंदीहाल में बैठकर भगवान शिव की आराधना की।   इसके बाद वे हरसिद्धि मंदिर पहुंची और देवी दर्शन किए। उन्होंने बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन आकर वे खुद को धन्य मानती हैं। उन्होंने परिसर में बने श्री महाकाल महालोक की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि इसके जरिए भावी पीढ़ी को यहां के बारे में जानकारी मिल सकेगी।   जयाप्रदा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस मंदिर में आकर भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने श्री महाकाल महालोक निर्माण कराया। महाकाल लोक के निर्माण के बाद मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और सुविधा दोनों में बढ़ोतरी हुई है। देश के अन्य मंदिरों में भी इसी प्रकार के विकास कार्य हो रहे हैं।   अभिनेत्री जया प्रदा से पत्रकारों ने राजनीतिक सवाल पर जवाब जानने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली। उन्होंने कहा कि वे यहां धार्मिक यात्रा पर आई हैं, इसलिए राजनीतिक सवालों का जवाब नहीं मिलेगा। जया प्रदा के साथ मंदिर में पंडित पुरोहित और समिति के कर्मचारियों ने फोटो और सेल्फी भी ली। इसके बाद वे इंदौर के लिए रवाना हो गई।

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 MadhyaBharat  26 March 2023

ujjain, Passenger bus , turned uncontrolled

उज्जैन। जिले के भूखीमाता-मुल्लापुरा बायपास पर शनिवार देर रात एक यात्री बस अनियंत्रित होकर पलट गई। घटना में बस सवार करीब 30 यात्रियों के घायल होने की खबर है। हायलों में 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची महाकाल थाना पुलिस ने‎ सभी घायलों को जिला अस्पताल‎ भिजवाया, जहां उनका उपचार जारी है। बस एसएन ट्रेवल्स की बताई जा रही है और इंदौर से राजकोट जा रही थी।   जानकारी अनुसार एसएन ट्रैवल्स की वीडियोकोच बस शनिवार रात को इंदौर से राजकोट के लिए रवाना हुई थी। उज्जैन में देवासगेट पर बस रात करीब 9 बजे पहुंची थी। यहां से यात्री बस में सवार हुए थे। इसके बाद बस राजकोट के लिए रवाना हुई थी। इस दौरान रात करीब 11 बजे चिंतामन ब्रिज उतरने के बाद बस मुल्लापुरा बायपास के समीप तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर अंधे मोड़ के कारण पलट गई। बस पलटते ही बस का इंजन ही टूट कर अलग हो गया। घटना के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। सूचना मिलने पर महाकाल पुलिस बल मौके पर पहुंचा और बचाव कार्य शुरू किया। हादसे में करीब 30 यात्री घायल हो गए। इनमें कुछ की हालत गंभीर है। घायलों को तत्काल बाहर निकालकर उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया।हादसे की खबर लगते‎ कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और‎ एएसपी अभिषेक आनंद भी‎ अस्पताल पहुंचे। आनन-फानन सभी डॉक्टरों को बुलवाया गया और इलाज शुरू करवाया गया। एसआई जयंत डामोर ने बताया कि मार्ग पर अंधेरा था व स्पीड भी अधिक होने की वजह से हादसे की संभावना है। घायलों के बयान लेकर जांच की जाएगी।

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 MadhyaBharat  19 March 2023

ujjain, Central Jail Superintendent, Usha Raj

उज्जैन। शहर के भैरवगढ़ स्थित केंद्रीय जेल के 100 कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों से 15 करोड़ रुपये की राशि गबन के मामले में शनिवार को पुलिस ने जेल अधीक्षक उषा राज को हिरासत में ले लिया। पुलिस मामले में उनसे पूछताछ करेगी।। हिरासत में लिए जाने के बाद वह पुलिस पर भड़क गईं। उन्होंने कहा कि मुझे हाथ मत लगाना। मैं कोई कैदी या अपराधी नहीं हूं, जो फरार हो जाऊंगी। जेल अधीक्षक खुद को बेकसूर बताती रहीं।   15 करोड़ के पीएफ घोटाले के मामले में एक दिन पहले यानी शुक्रवार को ही उषा राज को भोपाल जेल मुख्यालय ट्रांसफर किया गया था। इसके बाद शनिवार दोपहर यहां पटाखे फोड़कर जश्न भी मनाया गया। जेल कर्मचारियों ने जेल परिसर में ढोल बजाए और पटाखे फोड़े। डीआईजी मंशाराम पटेल की जांच रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।   दरअसल, केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों से जेल के सहायक लेखा अधिकारी रिपुदमनसिंह व शैलेंद्रसिंह सिकरवार ने 13 करोड़ रुपये से अधिक की राशि निकाल ली थी। आरोपितों ने जेल के लैंडलाइन नंबर खातों में जोड़ दिए थे। इससे गड़बड़ी का पता नहीं चले। करीब तीन साल से गबन किया जा रहा था। मामला सामने आने के बाद कोषालय के अधिकारियों ने रिपुदमनसिंह के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। जेल डीजी अरविंद कुमार के निर्देश पर हुई जांच के बाद शुक्रवार को जेल अधीक्षक उषा राज को हटाकर भोपाल मुख्यालय अटैच कर दिया और उनकी जगह देवास जेल अधीक्षक हिमानी मनवारे को उज्जैन जेल का प्रभार सौंपा गया है। शनिवार को हिमानी उज्जैन पहुंची और उन्होंने जेल का प्रभार ग्रहण कर लिया।   तीन नोटिस का जवाब नहीं, कार्यालय से ले गई पुलिस बताया गया है कि जेल अधीक्षक उषा राज की आईडी व पासवर्ड का उपयोग कर ही गबन कांड को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने जेल अधीक्षक उषा राज को बयान दर्ज करवाने के लिए तीन बार नोटिस जारी किए थे, मगर एक भी नोटिस का जवाब नहीं दिया और न ही अपने बयान दर्ज करवाए थे। पुलिस कार्रवाई में सहयोग नहीं करने पर पुलिस ने शनिवार सुबह उषा राज को जेल परिसर में बने कार्यालय से उन्हें हिरासत में लिया और उन्हें थाने ले गई। जहां पुलिस ने उनके बयान दर्ज किए। इस पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी करवाई गई है। बताया गया है कि जेल अधीक्षक उषा राज शनिवार सुबह जेल परिसर में बने कार्यालय पहुंच गई थी, जहां उन्होंने जमकर हंगामा मचाया। कर्मचारियों पर आरोप लगाए कि उनके कारण ही ट्रांसफर हुआ है। इससे वे काफी नाराज हैं। जेल अधीक्षक उषा राज को जब पुलिस गिरफ्तार कर लेकर जा रही थी, तब उन्होंने पुलिसकर्मियों पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि वे कोई अपराधी नहीं हैं और न ही फरार हो रही हैं। वे खुद लड़ रही हैं। कानून सबके लिए है। महिला पुलिसकर्मियों ने जब उनका हाथ पकड़ा तो उन्होंने उसे झटकते हुए कहा कि हाथ मत पकड़ो।

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 MadhyaBharat  19 March 2023

bhopal, Holika Dahan , Lord Mahakal

भोपाल। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवार तड़के चार बजे से रंगपर्व का आगाज हो गया है। भस्म आरती में पुजारियों ने भगवान महाकाल के साथ फूलों से होली खेली। वहीं, शाम को संध्या आरती में भगवान को हर्बल गुलाल अर्पित कर होली मनाई गई। आरती के उपरांत पुजारी परिवार की महिलाओं ने परिसर में होलिका का पूजन किया। इसके बाद पुजारियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ होलिका दहन किया। दरअसल, देश में सभी त्योहार सबसे पहले महाकालेश्वर मंदिर में मनाए जाते हैं। भगवान महाकाल के आंगन में इसी परम्परा के मुताबिक देश में सबसे पहले होलिका दहन हुआ। यहां मंगलवार तड़के भस्म आरती में धुलेंडी मनाई जाएगी। पुजारी भगवान महाकाल को फूलों से निर्मित हर्बल गुलाल अर्पित करेंगे। दर्शनार्थियों पर भी भक्ति का गुलाल उड़ाया जाएगा। उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में सोमवार शाम होलिका दहन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। महाकाल मंदिर परिसर में बिना मुहूर्त होलिका दहन की परंपरा है। शाम को भगवान महाकाल की आरती के बाद होली जलाई जाती है। इससे पहले भक्तों ने भगवान महाकाल के साथ जमकर होली खेली। मंदिर में जमकर रंग-गुलाल उड़ाया गया। सुबह 40 क्विंटल फूल अर्पित कर होली खेली गई। इसके अलावा इंदौर में राजबाड़ा और ग्वालियर में सनातन धर्म मंदिर पर होली जलाई गई। भोपाल, जबलपुर में मंगलवार को होलिका दहन किया जाएगा। रंग 8 मार्च को खेला जाएगा। इंदौर में सरकारी होलिका का दहन राजबाड़ा पर किया गया। होलकर राजवंश के श्रीमंत शिवाजी राव ( रिचर्ड) होलकर द्वितीय ने शाम 6.30 बजे होलिका का पूजन किया। जिसके बाद शाम 7 बजे होलिका दहन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग यहां मौजूद रहे। होलिका दहन के बाद महिलाओं ने भी होलिका का पूजन किया। राजबाड़ा में स्थित मल्हारी मार्तंड मंदिर के पुजारी पं. लीलाधर वारकर ने बताया कि राजबाड़ा पर सरकारी होलिका दहन की परंपरा कई सालों पुरानी है, जो लगातार जारी है। इस साल भी इस परंपरा का निर्वहन किया गया। परंपरानुसार होलकर राजवंश के महाराज ने होलिका का पूजन और फिर होलिका दहन किया। इसके बाद उन्होंने मल्हारी मार्तंड मंदिर में भगवान का पूजन-अर्चन कर चांदी की पिचकारी से देवी अहिल्या बाई होलकर की गादी पर रंग गुलाल डाला। उज्जैन में सबसे पहले होली का त्योहार मनाया जाता है। सोमवार को संध्या कालीन आरती के बाद पुजारियों ने बाबा महाकाल के साथ गुलाल और फूलों से होली खेली। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी भगवान के साथ होली खेलने पहुंचे थे। आरती के दौरान पूरा मंदिर परिसर गुलाल और रंगों से रंग गया। इस नजारे को देखने के लिए श्रद्धालु प्रति वर्ष उज्जैन पंहुचते हैं। शाम को होलिका दहन भी किया गया। महाकाल मंदिर में सोमवार शाम सांध्य आरती के दौरान पुजारियों और श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के साथ होली खेली। बड़े उत्साह के साथ भक्तों ने होली खेली और एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली पर्व की शुभकामनाएं दी। आरती में मंदिर परिसर बाबा महाकाल के जयकारों से गूंज उठा। ग्वालियर के इंदरगंज स्थित सनातन धर्म मंदिर में सोमवार शाम 7 बजे हुआ होलिका दहन हुआ। मंदिर के पुजारी रमाकांत शास्त्री का कहना है कि 6 फरवरी को पूर्णिमा के दिन होलिका दहन होता है, क्योंकि सोमवार को ही पूर्णिमा है इसलिए होलिका दहन शाम 6:30 से 9:00 के बीच होना चाहिए था, इसलिए मंदिर पर होलिका दहन कार्यक्रम शाम 7 बजे किया गया। उसके बाद भद्रा आ जाएगी। इस कारण होलिका दहन नहीं हो पाएगा।

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 MadhyaBharat  7 March 2023

ujjain, Anushka Virat,Baba Mahakal

उज्जैन। बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा पति विराट कोहली संग शुक्रवार को बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना कर बाबा का आशीर्वाद लिया। जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं।   बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा और पति विराट कोहली कड़ी सुरक्षा के बीच महाकाल मंदिर पहुंचे जहां भस्म आरती में शामिल होकर बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना की। पूजा के दौरान अनुष्का साड़ी और माथे पर भस्म लगाए शिवलिंग की पूजा करती दिखाई दे रही हैं। वीडियो में दिख रहा है कि अनुष्का ने हल्की गुलाबी रंग की साड़ी पहनी है, जबकि विराट ने सफेद धोती। इस वीडियो को फैन्स काफी पसंद कर रहे हैं।

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 MadhyaBharat  4 March 2023

ujjain,Municipal officer , taking bribe

उज्जैन। नगर निगम उज्जैन झोन क्रमांक 5 के सहायक संपत्ति कर अधिकारी रमेश चंद्र रघुवंशी को लोकायुक्त, उज्जैन ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। अधिकारी ने नामांतरण की नकल का आवेदन दिया था। बदले में उससे रिश्वत मांगी थी। जानकारी के लिए बता दें कि आवेदक आशिफ हुसैन खान एडवोकेट ने आवेदन प्रस्तुत कर लोकायुक्त उज्जैन संभाग के पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा को बताया की नगर निगम जोन क्रमांक 5 मे सूचना के अधिकार के अंतर्गत नामांतरण प्रकरण की नकल के लिए आवेदन दिया तो रमेश चंद रघुवंशी संपत्ति कर अधिकारी द्वारा 2000 की रिश्वत के रूप में मांग की गई है। मैं उन्हें रिश्वत नहीं देना चाहता हूं तथा रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ वाना चाहता हूं । इस पर से ट्रैप दल का गठन किया जाकर नगर निगम जोन 5 अंतर्गत अपने कार्यालय में रमेश चंद्र रघुवंशी को 2000 लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।

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 MadhyaBharat  2 March 2023

ujjain, Kumar Vishwas, program canceled

उज्जैन। विक्रमोत्सव के अन्तर्गत उज्जैन में 21 से 23 फरवरी तक कुमार विश्वास द्वारा राम कथा के तहत प्रवचन दिए जाने थे, लेकिन मंगलवार की रात उन्होंने अपने प्रवचन में जो कहा, उसे लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों से लेकर समग्र हिंदू समाज ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इधर सूत्रों का दावा है कि कुमार विश्वास का 22 और 23 फरवरी को होने वाला कार्यक्रम रद्द हो गया है। बताया गया है कि उनकी तबियत नासाज है?   उज्जैन में विक्रमोत्सव को लेकर एक माह से अधिक समय तक चलने वाले कार्यक्रमों का आगाज प्रारंभ में ही बिगड़ गया। कुमार विश्वास को लेकर आयोजक सीधी टिप्पणी करने से बच रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि उनके साथ तो अविश्वास हो गया। कुमार विश्वास ने कम्युनिस्टों और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर जो टिप्पणी की, उसके बाद मुख्य कर्ताधर्ता श्रीराम तिवारी ने तो अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया है। वहीं हिंदू समाज के बीच से उठे तीखे आक्रोश के बाद जिला पुलिस एवं प्रशासन सतर्क हो गया है।   विक्रमादित्य शोध संस्थान के सूत्रों का दावा है कि उक्त कार्यक्रम बुधवार शाम को नहीं होगा। गुरुवार को भी रद्द रहेगा। पुलिस एवं प्रशासन को आशंका है कि कुमार विश्वास यदि मंच पर पहुंचे तो उनके साथ दुर्व्यवहार हो सकता है। उनका घेराव हो सकता है। उनसे माफी मांगने की मांग को लेकर हंगामा मच सकता है। ऐसे में उक्त आयोजन को ही निरस्त कर दिया गया है। हालांकि, समाचार लिखे जाने तक अधिकृत पुष्टी नहीं की गई, किंतु संकेत दिए गए और कहा गया कि अब कार्यक्रम कैसे हो सकता है? आप ही विचार कर लें। ज्ञात रहे मंगलवार को राम कथा के दौरान कुमार विश्वास ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक को अनपढ़ ओर कम्युनिस्टों को कुपढ़ कहा। इसका वीडियो वायरल होने के बाद बुधवार सुबह से चारों ओर हलचल मच गई। हिंदूवादी संगठनों ने तीखा विरोध किया। सूत्रों का कहना है कि हिंदू समाज की एक बैठक भी हुई ओर उसमें तय किया गया कि देशभर में इस बात का विरोध किया जाएगा। कुमार विश्वास अपनी कही बात पर माफी मांगे। माफी मांगने के बाद वे यह न सोचें कि वे बुधवार को राम कथा सुना देंगे। अब उन्हे उज्जैन से वापस लौटना होगा। इधर पुलिस के खुफिया सूत्रों का कहना है कि यदि बुधवार शाम को आयोजकों द्वारा यह आयोजन करवाया जाता है तो बखेड़ा हो सकता है। सूत्र बताते हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान तक उक्त बातें पहुंची है और अफसरशाही ने उन्हे सलाह दी है कि उक्त कार्यक्रम अब रद्द कर देना चाहिए। शाम तक सारे हालात स्पष्ट हो जाएंगे।

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 MadhyaBharat  22 February 2023

ujjain,Devotees , Shipra and Somkund ,Somvati Amavasya

उज्जैन। फाल्गुन मास की सोमवती अमावस्या पर सोमवार को मोक्षदायिनी शिप्रा और सोमकुंड में हजारों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाकर दान-पुण्य किया। यहां सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। स्नान, दान-पुण्य के बाद श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर दर्शन लाभ भी ले रहे हैं। शिप्रा के सभी घाटों पर जिला प्रशासन ने स्नान पर्व पर विशेष व्यवस्थाएं की हैं। सोमकुंड में स्नान के लिए फव्वारे लगाए गए हैं।     सोमवार को सुबह से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिप्रा के घाटों पर पहुंच रहे हैं और तीर्थ स्नान के बाद दान पुण्य कर रहे हैं। मंदिरों में भी दर्शनार्थियों की भीड़ लगी हुई है। घाटों पर सुरक्षा के लिए इंतजाम भी किए गए हैं। यहां पुलिस और होमगार्ड के जवानों के भी तैनात हैं।     ज्योतिषाचार्यो के अनुसार, स्कंद पुराण के अवंती खंड में सोमेश्वर तीर्थ की पारंपरिक मान्यता है। सोमवार के दिन अमावस्या आने पर यहां पर सोमेश्वर का पूजन किया जाता है। स्नान की परंपरा तथा दान की मान्यता यहां पर बताई गई है। बच्चों की जन्म कुंडली में चंद्रमा का कमजोर होने से वायव्य प्रभाव परिलक्षित होता है, इस दोष को दूर करने के लिए चंद्रमा की वस्तुओं का दान या सफेद वस्तुओं का दान जैसे कच्चा दूध, आटा, साबूदाना, शक्कर आदि का यथा विधि दान करने से एवं सोम तीर्थ पर पूजन अभिषेक करने से अनुकूलता प्राप्त होती है।

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 MadhyaBharat  20 February 2023

ujjain, Baba Mahakal, Bhasmarti

उज्जैन। रविवार दोपहर महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व के दूसरे दिन वर्ष में एक बार दोपहर मे होने वाली भस्मार्ती सम्पन्न हुई। इसके बाद भगवान को भोग लगाया गया। इसी के साथ शिवनवरात्रि का समापन हो गया। एक वर्ष के लिए पुन: परंपरागत रूप से प्रतिदिन होनेवाली आरती आदि प्रारंभ हो गई।   मंदिर के सहायक प्रशासक आर के तिवारी ने बताया कि वर्ष में एक बार होने वाली भस्मार्ती रविवार को दोपहर 12 बजे सम्पन्न हुई। दोपहर की भस्म आरती के आधे घंटे बाद भोग आरती हुई। भगवान को भोग लगाया गया। शनि प्रदोष के कारण आम श्रद्धालु के साथ भगवान ने भी उपवास किया था। अत: भोग आरती के साथ भगवान ने भी नैवेद्य ग्रहण किया। इसके बाद ब्राह्मण भोज का आयोजन मंदिर प्रबंध समिति द्वारा किया गया।   तिवारी ने बताया कि अब 21 फरवरी को चंद्र दर्शन दूज पर भगवान महाकालेश्वर के पञ्चानन दर्शन होंगे। दर्शन अपरांह 3 बजे से रात्रि 10 बजे तक, शयन आरती के पूर्व तक होंगे। उन्होंने बताया कि 19 फरवरी की शाम से भगवान महाकाल का पूजन क्रम नित्य अनुसार प्रारंभ हो जाएगा।

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 MadhyaBharat  19 February 2023

ujjain, Mahashivratri,Lord Mahakal

उज्जैन। देशभर में शनिवार को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में इस मौके पर अलसुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।   यहां दोपहर तक हजारों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजन-अर्चन का लाभ ले चुके हैं और यह सिलसिला रविवार देर रात सतत 44 घंटे जारी रहेगा। जिला प्रशासन और मंदिर प्रबंधन समिति ने यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। लोगों को दर्शन में परेशानी न हो, इसके लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं।       महाशिवरात्रि महापर्व पर शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी देर रात 2:30 बजे महाकालेश्वर मंदिर के पट खोल दिए गए थे। इसके बाद भगवान महाकाल की भस्म आरती की गई। शनिवार तड़के 4.00 बजे से आम भक्तों को मंदिर में प्रवेश शुरू हुआ। यहां रविवार की रात 11 बजे मंदिर के पट बंद होने तक सतत 44 घंटे दर्शन का सिलसिला चलेगा। इस दौरान चार प्रहर भगवान महाकाल की पूजा अर्चना की जाएगी। पट खुलने से पहले ही रात से दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की कतार लग गई थी। जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, दर्शनों के लिए भक्तों की कतार भी लगातार बढ़ती जा रही है।   यहां कर्कराज मंदिर पार्किंग के सामने गंगोत्री गार्डन से मंदिर में प्रवेश के लिए द्वार निर्धारित है। यहां से श्रद्धालुओं को चारधाम मंदिर के सामने जिगजेग से त्रिवेणी संग्रहालय, महाकाल महालोक होते हुए मान सरोवर गेट से मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है और फैसिलिटी एक से परिसर में होते हुए कार्तिकेय व गणेश मंडपम् से भगवान महाकाल के दर्शन करते हुए निर्गम द्वार और पांच नंबर गेट से बाहर निकालने की व्यवस्था की गई है।   महाशिवरात्रि पर ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के महादर्शन का सिलसिला जारी है। शनि प्रदोष पर महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर विशेष परंपराओं का निर्वहन किया जा रहा है। भगवान महाकाल का लगातार जल धाराओं से अभिषेक हो रहा है। इसके अलावा दूध, दही, शहद, शक्कर सहित पंचामृत से पूजन भी जारी है। भगवान पर सुगंधित इत्र और फलों के रस से भी अभिषेक हो रहा है।   महाकालेश्वर मंदिर के संजय पुजारी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिर में भस्मारती से लेकर अगले दिन दोपहर में होने वाली भस्मारती तक विशेष रूप से दर्शन का महत्व शनि प्रदोष की वजह से महाशिवरात्रि पर्व का महत्व और भी कई गुना बढ़ गया है। भगवान महाकाल के दर्शन करने मात्र से मनोकामना पूरी होती है। इसके अलावा अकाल मृत्यु के भय से भी मुक्ति मिलती है।   उन्होंने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में पंडित और पुरोहित परिवार महाशिवरात्रि पर्व को लेकर कई दिनों पहले से तैयारियां करते हैं। भगवान महाकाल का रात्रि में सेहरा सजाया जाएगा। रविवार सुबह सेहरे के दर्शन और आरती होगी। इसके बाद दोपहर में भस्म आरती की जाएगी। दोपहर में होने वाली भस्म आरती के बाद महाशिवरात्रि पर्व का समापन होगा।

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 MadhyaBharat  18 February 2023

ujjain, Shipra beach ,Mahashivratri

उज्जैन। महाशिवरात्रि पर्व पर होने वाले दीपोत्सव जिसे शिव ज्योति अर्पणम् नाम दिया गया है, की तैयारियों को लेकर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने गुरुवार को जनप्रतिनिधि और समाजसेवियों की बैठक ली। बैठक में तय किया गया कि जनभागीदारी से होनेवाले इस आयोजन को अनूठा बनाया जाए।   बैठक में तय किया गया कि इस आयोजन में उज्जैन शहर का हर व्यक्ति सहभागिता करे और भावनात्मक रूप से जुड़े,इसके लिए हर तबके के पास जाना होगा। बैठक में महापौर मुकेश टटवाल ने कहा कि कार्यक्रम आयोजन के लिये अलग-अलग समितियां बनाई जायें। समितियों की बैठकें अलग से हो। वार्डवार बैठक भी आयोजित की जाये। शिव ज्योति अर्पणम् कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये।   20 हजार स्वयंसेवक लगेंगे दीपोत्सव में बैठक में सीईओ स्मार्ट सिटी आशीष पाठक ने बताया कि दीप प्रज्वलित करने के लिये 20 हजार स्वयंसेवकों की आवश्यकता होगी। इन्हे प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे। घाटों का नाम भी प्रवेश पत्र पर दर्ज होगा,जहां उन्हे भागीदारी करना है। इस बार का आयोजन जीरो वेस्ट होगा। हर स्पॉट पर हेल्पडेस्क और मेडिकल टीम रहेगी। इसे गिनीज बुक ऑफ विश्व रिकार्ड में दर्ज किया जायेगा। बैठक में शिव ज्योति अर्पणम् कार्यक्रम का लोगो भी लोकापिर्तत किया गया।

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 MadhyaBharat  9 February 2023

ujjain,eye hospital ,built , place of temple

उज्जैन/भोपाल। उज्जैन शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर ग्राम हासामपुरा में स्वामी नारायण आश्रम द्वारा लोगों की मांग पर मंदिर की जगह आंखों का अस्पताल बनवाया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को दिल्ली से इसका वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित भी किया। गृह मंत्री शाह ने कहा कि उज्जैन धाम करोड़ों भक्तों की आस्था का केन्द्र है। भगवान महाकाल का मंदिर वेदों के समय से ही देश की कालगणना में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उज्जैन में श्री महाकाल लोक का निर्माण भी उज्जैन की भव्यता को नई गति दे रहा है। उन्होंने कहा कि आज स्वामी नारायण संस्थान विशाल वटवृक्ष बनकर भारत में ध्रुव तारे की भांति विद्यमान है। स्वामी नारायण ने विश्व कल्याण के लिए अनेकों कार्य किए। शिक्षा और व्यसन मुक्ति के क्षेत्र में स्वामी नारायण संस्थान अभूतपूर्व कार्य कर रहा है। आश्रम के संत स्वामी आनंद जीवनदास महाराज ने बताया कि अस्पताल में मरीजों का न्यूनतम दरों पर उपचार किया जाएगा। श्री स्वामी नारायण आश्रम के श्री लक्ष्मीनारायण देव मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन द्वारा चैरिटेबल शिवज्ञान मोतीलाल आई अस्पताल का निर्माण हासामपुरा में करवाया है। अस्पताल शुरू होने से उज्जैन तथा आसपास के लोगों को इलाज करवाने के लिए काफी सुविधा होगी। अस्पताल में अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं। इस 50 बिस्तर के अस्पताल में दो मोड्यूलर सहित तीन आपरेशन थियेटर, लिफ्ट, लैब, कैंटिन, मेडिकल, पार्किंग, चिकित्सक व सहयोगी स्टाफ के लिए रूम की सुविधा है। विशेषज्ञ चिकित्सक अस्पताल में सेवाएं देंगे। पहले बना रहे थे मंदिर, भक्तों की सलाह पर बना अस्पताल   उन्होंने बताया कि स्वामीनारायण संप्रदाय वडताल के संतों ने सिंहस्थ 2016 में उज्जैन में शिविर लगाया था। सिंहस्थ के बाद ही संतों ने उज्जैन में भव्य मंदिर बनाने का निर्णय लिया था, लेकिन भक्तों से पता चला कि उज्जैन में अस्पताल की जरूरत ज्यादा है। इसके बाद टीम से सर्वे करवाया गया था। इसमें पता चला है कि उज्जैन में आंखों के उपचार के लिए अस्पताल की अधिक जरूरत है। इसके बाद संप्रदाय ने इस अस्पताल को बनवाने का निर्णय लिया।

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 MadhyaBharat  30 January 2023

bhopal, Chief Minister Chouhan, targeted Kamal Nath

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को सोशल मीडिया कान्क्लेव में भाग लेने उज्जैन पहुंचे। कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद मुख्यमंत्री चौहान महाकाल मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे। दर्शन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कमलनाथ और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।   मुख्यमंत्री चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के संदर्भ में कहा कि कांग्रेस ने फिर से झूठे वादे करना प्रारंभ कर दिया। उन्होंने वचन पत्र में जो वचन दिए थे एक भी पूरे नहीं किए। इन्होंने गेंहू, चना, सरसों, चावल सहित कई फसलों का नाम लेकर कहा था कि बोनस देंगे। क्या सवा साल में कमल नाथ जी ने एक भी बोनस दिया? आखिर झूठ की भी हद होती है। मेरा उनसे सवाल पूछने का सिलसिला अब प्रारंभ होगा।     इस अवसर पर नर्मदा जयंती को लेकर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज नर्मदा जयंती है। मैं नर्मदा मैया को प्रणाम करते हुए सभी प्रदेशवासियों को बधाई देता हूँ। नर्मदा मैया से यही प्रार्थना है कि वो मध्यप्रदेश पर कृपा तथा आशीर्वाद की वर्षा करें। उनकी कृपा से हमें सिंचाई और पीने का पानी मिलता है, बिजली मिलती है। उन्होंने कहा कि आज से दो साल पहले मैंने नर्मदा जयंती पर रोज पेड़ लगाने का संकल्प लिया था। आज उस संकल्प का तीसरा वर्ष प्रारंभ हो गया है। मुझे प्रसन्नता है कि मैंने लोगों से जन्मदिन पर पेड़ लगाने का आव्हान किया, लगभग 67 लाख लोग इसमें पेड़ लगा चुके हैं। यह एक अभियान बन गया है।

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 MadhyaBharat  28 January 2023

टीम इंडिया के क्रिक्रेटर ऋषभ पंत के लिए प्रार्थना करने महाकाल पहुंचे

सूर्य कुमार यादव, कुलदीप यादव और वॉशिंगटन सुंदर भस्म आरती में शामिल हुए। महाकाल का पंचामृत पूजन किया। तीनों ने अपने साथी क्रिकेटर ऋषभ पंत के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की।भारत और न्यूजीलैंड के बीच 24 जनवरी को इंदौर के होलकर स्टेडियम में वनडे मैच खेला जाना है। मैच के लिए दोनों टीमें इंदौर पहुंच चुकी हैं। तीनों प्लेयर्स इंदौर से ही तड़के उज्जैन आए।क्रिकेटर्स ने गर्भगृह में जाकर धोती-सोला पहनकर महाकाल का पंचामृत अभिषेक किया। उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया भी साथ थे। महाकाल मंदिर में तीनों क्रिकेटर्स आम भक्तों की तरह भस्म आरती में शामिल हुए। नंदी हॉल में भक्तों के बीच बैठे। आसपास बैठे कई भक्त उन्हें पहचान नहीं पाए। इसके बाद तीनों ने साधारण भक्तों की तरह गर्भगृह में दर्शन किए।महाकाल के दर्शन के बाद सूर्य कुमार ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, 'महाकाल दर्शन कर बहुत अच्छा लगा। शुरू से अंत तक आरती देखी। मन शांत हो गया। सबसे जरूरी ऋषभ पंत के स्वस्थ होने की कामना की। वे रिकवर हो जाएं, बस यही जरूरी है हम सबके लिए।'

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 MadhyaBharat  23 January 2023

ujjain, Indian cricket team ,players visited ,Baba Mahakal

उज्जैन। भारत और न्यूजीलैंड के बीच चल रहे अंतराष्ट्रीय एक दिवसीय मैच का तीसरा और आखिरी मुकाबला मंगलवार को इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला जाना है। मैच से इससे पहले भारतीय टीम के कुछ खिलाडिय़ों ने उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दर्शन किये और भस्मारती में शामिल होकर भगवान महाकाल का आर्शीवाद लिया।   सोमवार सुबह तड़के तीन बजे भारतीय क्रिकेट टीम के सूर्य कुमार यादव, कुलदीप यादव और वाशिंगटन सुंदर बाबा महाकाल की शरण में पहुंचे। रविवार रात को मंदिर समिति को खिलाडिय़ों के आने की सूचना मिली थी। इस पर तैयारियां की गईं। सुबह मंदिर पहुंचने पर सभी को नंदी हॉल में बैठाया गया। खिलाडिय़ों ने तडक़े भस्म आरती में दर्शन के बाद अभिषेक और पूजन किया। आरती के बाद सोला पहनकर गर्भगृह में बाबा का जल से अभिषेक किया। सूर्यकुमार पहले भस्म आरती में शामिल हुए बाद में गर्भगृह में अभिषेक किया। पंडित भरत गुरु और ओम गुरु ने पूजा करवाई। बताया जा रहा है कि सूर्य कुमार ने इंदौर में होने वाले न्यूजीलैंड के साथ मैच में जीत और ऋषभ पंथ के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। मंदिर पहुंचे खिलाडिय़ों का स्वागत उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया ने किया। वहीं मंदिर प्रबंध समिति की ओर से उनका स्वागत किया गया।

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 MadhyaBharat  23 January 2023

ujjain,Governor performed, Bhoomi Pujan , Archaeological Museum

उज्जैन। प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने बुधवार को उज्जैन में देवास मार्ग पर स्थित विक्रम कीर्ति मन्दिर परिसर स्थित पुरातत्व संग्रहालय के नवीन भवन सहित नई विथिकाओं के लिये भूमि पूजन किया। संग्रहालय का वर्तमान भवन जीर्णशीर्ण होने से स्मार्ट सिटी द्वारा संग्रहालय के जीर्णोद्धार तथा उन्नयन का कार्य किया जायेगा। संग्रहालय में शहर के समृद्ध इतिहास के कुछ संग्रह, जिसमें लगभग सभी अवधियों-शासकों की कलाकृतियां हैं। प्रागैतिहासिक युग की 650 कलाकृतियां और 30 हजार दुर्लभ पाण्डुलिपियों का संग्रह भी है। उक्त प्रस्तावित कार्य में 1200 वर्गमीटर के नये भवन का निर्माण तथा 4500 वर्गमीटर के मौजूदा ढांचे का उन्नयन/नवीनीकरण, कलाकृतियों को प्रदर्शित करने के लिये नई गैलरी स्थापित करना, वातानुकूलन एवं आधुनिक भण्डारण, प्रदर्शन, प्रकाश व्यवस्था और ऑडियो डिजिटल माध्यम से कलाकृतियों एवं पाण्डुलिपियों के बारे में जानकारी देना आदि शामिल है। भूमि पूजन के बाद राज्यपाल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने पुरातत्व संग्रहालय का निरीक्षण किया। डॉ.मोहन यादव ने राज्यपाल को जानकारी दी कि विक्रम विश्वविद्यालय के पुरातत्व संग्रहालय के स्वरूप को बदलने का कार्य किया जायेगा। भवन निर्माण सहित नई विथिकाएं 14 करोड़ रुपये लागत से बनाई जायेगी। पुरातत्व संग्रहालय में पांच लाख साल पुराना विश्व प्रसिद्ध हाथी का मस्तक, गेंडे का सिंग, दरियाई घोड़ेे का दांत, जंगली भैंसे का जबड़ा एवं अन्य 200 जीवाश्म को विथिकाओं में प्रदर्शित किया जायेगा। संग्रहालय में भीम बैटका के पुरातात्विक उत्खनन में डॉ.विष्णु श्रीधर वाकणकर द्वारा एकत्रित आदि मानव के द्वारा निर्मित प्रस्तर औजारों को भी प्रदर्शित किया जायेगा। उज्जैन के राजा चंडप्रद्योग के काल में निर्मित लकड़ी की दीवार,बंदरगाह के अवशेष के रूप में गढ़कालिका क्षेत्र स्थित शिप्रा नदी के तट से प्राप्त 10 लट्ठे जो कि 2600 वर्ष पूर्व के हैं, भी संग्रहालय में प्रदर्शित किये जायेंगे। संग्रहालय में दुर्लभ प्रस्तर 472 प्रतिमाएं जो कि मौर्यकाल से लेकर मराठाकाल तक की है। इन्हें भी नवनिर्मित विथिकाओं में प्रदर्शित कर संग्रहालय को भव्य बनाने की योजना बनाई गई है।

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 MadhyaBharat  18 January 2023

ujjain, Industrialist Anil Ambani ,visited Lord Mahakal

उज्जैन। देश के प्रसिद्ध उद्योगपति अनिल अंबानी मंगलवार सुबह उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजन-अभिषेक किया। इस मौके पर उनकी पत्नी टीना अम्बानी भी उनके साथ थीं।   दरअसल, अनिल अम्बानी पत्नी टीना अम्बानी के साथ इंदौर आए हैं। वे यहां कोकिला बेन धीरूबाई अंबानी अस्पताल के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन भी शिरकत करेंगे। कार्यक्रम शाम चार बजे शुरू होकर करीब डेढ़ घंटे चलेगा। शाम चार बजे अमिताभ बच्चन अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल मुंबई के सीईओ डा. संतोष शेट्टी स्वागत भाषण देंगे। चेयरपर्सन टीना अंबानी अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा यात्रा की जानकारी देंगी। इसके बाद महानायक अमिताभ बच्चन संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी वर्चुअली जुड़कर संबोधन देंगे।

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 MadhyaBharat  17 January 2023

ujjain,  Makar Sankranti, Lord Mahakal

उज्जैन। भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में रविवार को शास्त्रीय मान्यता अनुसार मकर संक्रांति पर्व मनाया जा रहा है। शुरुआत ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से हुई। तड़के चार बजे भस्म आरती में भगवान महाकाल को तिल के उबटन से स्नान कराया गया। तेज ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में श्रद्धालु भस्म आरती में शामिल हुए।   तिल के उबटन से स्नान के बाद भांग व सूखे मेवे से दिव्य श्रृंगार कर नवीन वस्त्र व सोने चांदी के आभूषण धारण कराए गए। तिल से बने पकवानों का भोग लगाकर आरती की गई। इधर, मकर संक्रांति पर्व पर मोक्षदायिनी शिप्रा में भी पर्व स्नान चल रहा है। सुबह छह बजे से मोक्षदायिनी शिप्रा में पर्व स्नान की शुरुआत हो गई। देशभर से आने वाले श्रद्धालु शिप्रा नर्मदा के जल से स्नान कर दान-पुण्य कर रहे हैं। शहर के प्रमुख मंदिरों में दर्शनार्थियों की भीड़ रहेगी। चिंतामन गणेश, बड़ा गणेश आदि मंदिरों में भी मकर संक्रांति मनाई जा रही है।

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 MadhyaBharat  15 January 2023

ujjain, External Affairs Minister, S Jaishankar, Lord Mahakal

उज्जैन। देश के सबसे स्वच्छतम शहर इंदौर में आयोजित तीन दिवसीय 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में शामिल होने आए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को उज्जैन पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।     विदेश मंत्री एस. जयशंकर मंगलवार सुबह इंदौर से उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजा-अर्चना और अभिषेक किया। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी साझा करते हुए लिखा कि महाकाल के दर्शन का सौभाग्य मिला। राष्ट्र की प्रगति और विश्व के कल्याण की कामना की।     भगवान महाकाल के दर्शन के बाद विदेश मंत्री ने श्री महाकाल लोक पहुंचकर भ्रमण किया। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से लिखा कि श्री महाकाल लोक कॉरिडोर वास्तव में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, जिसकी सभी भक्त सराहना करेंगे।

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 MadhyaBharat  10 January 2023

ujjain, Pravasi Indians ,visited Mahakal

उज्जैन। इंदौर में चल रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन अन्तर्गत विदेश से आए प्रवासी भारतीयों का उज्जैन आगमन जारी है। बीती रात आए प्रतिनिधि मण्डल ने जहां भस्मार्ती दर्शन किए वहीं रविवार सुबह से दोपहर तक आनेवालों का सिलसिला जारी रहा। सूरीनाम के राष्ट्रपति चंदिका प्रसाद संतोखी ने सपत्निक महाकाल का अभिषेक किया और ई-कार्ट में बैठकर महाकाल लोक की गाथा सुनी। शनिवार-रविवार की दरमियानी रात संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, जिम्बाब्वे, कतर, तंजानिया, मलेशिया से प्रवासी भारतीय आए तथा भस्मार्ती दर्शन किए। इनके आगमन पर महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के द्वारा स्वागत किया गया। वापसी में शाल ओढ़ाकर महाकाल की प्रसादी भेंट की गई। इधर रविवार सुबह सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी एवं उनकी पत्नि तथा सूरीनाम का प्रतिनिधि मण्डल उज्जैन आया और महाकाल मंदिर पहुंचा। यहां कलेक्टर आशीषसिंह एवं एसपी सत्येंद्र शुक्ल ने श्री संतोखी का सपत्निक स्वागत किया। इसके बाद वेद विद्यार्थियों द्वारा स्वस्ति वाचन डॉ.पियूष त्रिपाठी के नेतृत्व में किया गया। श्री संतोखी सहित पूरे प्रतिनिधि मण्डल ने ई-कार्ट में बैठकर महाकाल लोक देखा तथा साथ बैठे गाइड से महाकाल लोक देखा एवं शिव की गाथा सुनी। महाकाल मंदिर परिसर में प्रवासी भारतीयों के सहयोग हेतु काउंटर एवं स्वागत कक्ष बनाया गया है। वहीं उनके लिए गाइड की व्यवस्था की गई है। इनके वाहन की पार्किंग से लेकर आगमन तथा निर्गम के लिए सहयोगियों की व्यवस्था है। परिसर में सशस्त्र अर्धसैनिक बल को तैनात किया गया है, ताकि किसी अनहोनी को रोका जा सके।

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 MadhyaBharat  8 January 2023

mahakaal lok hawai adda

  उज्जैन में बनेगा हवाई अड्डा, महाकाल महालोक के पास हवाई सेवाओं का 187.70 करोड़ रुपये से होगा विस्तार मध्‍य प्रदेश की हवाई पट्टियों का विस्तार कर उन्हें जेट प्लेन उतारने योग्य बनाया जा रहा है। सरकार भी नया स्टेट जेट प्लेन खरीदेगी। मध्य प्रदेश सरकार नया स्टेट जेट प्लेन खरीदने जा रही है, पिछले एक वर्ष से इसकी प्रक्रिया चल रही है। प्रदेश के चुनिंदा शहरों को छोड़कर कहीं भी जेट प्लेन उतारे जाने योग्य हवाई पट्टी नहीं है। ऐसे में प्रदेशभर की हवाई पट्टियों का विस्तार कर उन्हें जेट प्लेन उतारने योग्य बनाया जा रहा है। उज्जैन में अब हवाई अड्डा बनेगा महाकाल महालोक के पास हवाई सेवाओं का 187.70 करोड़ रुपये से विस्तार होगा , मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी हैं उज्जैन जिसमे अब पर्यटकों की सुबिधा के लिए हवाई अड्डा बनाया जाएगा। महाकाल महालोक के पास दताना हवाई पट्टी का विस्तार करके इसे हवाई अड्डे का स्वरूप दिया जाएगा। इसके लिए भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा हवाई पट्टी की लंबाई-चौड़ाई बढ़ाई जाएगी साथ ही बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया जाएगा। उज्जैन के ही वाकणकर पुल के पास स्थाई हेलीपेड का निर्माण भी किया जाएगा और डीआरपी लाइन स्थित हेलीपेड के पास लाउंज बनाया जाएगा। इन सभी निर्माण कार्यों के लिए 187 करोड़ 70 लाख 77 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। 

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 MadhyaBharat  4 January 2023

"श्री महाकाल लोक" : संस्कृति और आध्यात्म का स्वर्णिम संयोजन

  बढ़ी पर्यटन और रोजगार की संभावनाएँ   शिव सर्वगत अचल आत्मा है, शिव की आराधना शक्ति की आराधना है। शिव अव्यक्त है, उनके सहस्त्रों रूप है। भारत की विशिष्ट सांस्कृतिक विरासत को "श्री महाकाल लोक" में जिस सुंदर ढंग से प्रदर्शित किया गया है वह अतुलनीय है। यहाँ शांति और निश्चिन्तता के साकार रूप शिव ही शिव है। "श्री महाकाल लोक" सनातन संस्कृति की पौराणिकता,ऐतिहासिकता और गौरवशाली परम्परा का अद्भुत संगम और अद्वितीय नूतन रूप है। इसे जिस भव्यता और सुंदरता से प्रदर्शित किया गया है, वह चमत्कृत कर देता है।     दरअसल प्राचीन पुण्य सलिला माँ क्षिप्रा के तट पर बसी प्राचीनतम नगरी उज्जैन का "श्री महाकाल लोक" भगवान शिव के भक्तों के स्वागत के लिए तैयार है। महाकाल मंदिर के नवनिर्मित कॉरिडोर को 108 स्तंभ पर बनाया गया है, 910 मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका होगा। महाकवि कालिदास के महाकाव्य मेघदूत में महाकाल वन की परिकल्पना को जिस सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया था, सैकड़ों वर्षों के बाद उसे साकार रूप दे दिया गया है। दुनिया भर से उज्जैन आने वाले शिव भक्तों के लिए यह शिव महिमा का सम्पूर्ण अनुभव देने का अनूठा और अद्भुत प्रयास है।     "श्री महाकाल लोक" आधुनिक व्यवस्थाओं और संसाधनों से भी परिपूर्ण बनाया गया है। इसकी व्यवस्था इतनी उत्कृष्ट है कि भक्तों और पर्यटकों को अभिभूत कर देगी। मंदिरों के साथ ही पूजा सामग्री और हार-फूल की दुकानों को भी विशिष्ट तरीके से लाल पत्थर से बनाया गया है,जिन पर सुंदर नक्काशी की गई है। "श्री महाकाल लोक" के निर्माण से भगवान शिव की जिन कथाओं का महाभारत, वेदों तथा स्कंद पुराण के अवंती खंड में उल्लेख है, उनका जीवंत अनुभव शिव भक्त धर्मनगरी उज्जैन में कर पाएंगे। महाकाल ज्योतिर्लिंग एक मात्र ज्योतिर्लिंग है जो दक्षिणमुखी है। सनातन धर्म में महाकाल के दर्शन जीवन का एक महत्वपूर्ण और आवश्यक भाग माना जाता है, जिससे शांति मिलती है। इसलिए लाखों भक्त नित्य इस देव स्थान पर आते हैं। "श्री महाकाल लोक" के जरिए शिव के सभी स्वरूप एक स्थान पर लाना मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार का ऐसा दुर्लभ कार्य है जिसकी और कोई मिसाल नहीं हो सकती।   शिव मंगल, शुभ और सौभाग्यसूचक देव है, वे सदाशिव है, जो ब्रह्मा से सृष्टि रचवाते है, विष्णु से उसका पालन करवाते है तथा रूद्र से उसका नाश करवाते है। "श्री महाकाल लोक" में शिव, शम्भू, शशिशेखर के सहस्त्रों रूप और उनकी महिमा को सुंदर ढंग से उकेरा गया है। शिवलिंग सार्वभौमिक रूप से सृजन का प्रतीक है और "श्री महाकाल लोक" भारतीय सांस्कृतिक विरासत को साक्षात् प्रतिबिम्बित कर रहा है। यहाँ शिव का मृत्युंजय रूप भी है, जिसकी उपासना से मृत्यु को भी मात दी जा सकती है। यहाँ महादेव भी है जिसकी उपासना से हर ग्रह नियंत्रित रहता है।   मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं शिव भक्त है, वे सावन माह की शाही सवारी में कई वर्षों से शामिल होते रहे है। उनके कार्यकाल में वर्ष 2016 में उज्जैन में ऐतिहासिक सिंहस्थ सम्पन्न हुआ था। व्यवस्थाओं और संसाधनों की दृष्टि से इसे भारत का अब तक का सबसे सफलतम धार्मिक आयोजन माना जाता है। वे उज्जैन को धार्मिक पर्यटन नगरी के रूप में उभारने को लेकर प्रतिबद्ध रहे और इसी के दृष्टिगत सिंहस्थ के ठीक बाद वर्ष 2017 में "श्री महाकाल लोक" की योजना बनी। यह करोड़ों भारतीयों का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी शिव भक्त है और उनके नेतृत्व में देश भर में आध्यात्मिक और धार्मिक स्थानों का निरंतर कायाकल्प हो रहा है। इस प्रकार प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता तथा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की कार्यकुशलता से ही "श्री महाकाल लोक" का सपना साकार हो सका है।   हम सभी जानते हैं कि महाकाल दर्शन का बड़ा धार्मिक महत्व है। इसे मोक्ष प्रदान करने वाला स्थल माना जाता है। स्कंदपुराण के अनुसार इसे मंगल ग्रह की उत्पत्ति का स्थान माना जाता है। उज्जैन का इतिहास अनादि काल से माना जाता है और राजनीतिक, आध्यात्मिक और साहित्यिक दृष्टि से भी इसे उत्कृष्ट स्थान माना जाता है। भारत की पौराणिक और धार्मिक महत्व की सात प्रसिद्ध पुरियों या नगरियों में उज्जैन प्रमुख स्थान रखता है बल्कि यहाँ साक्षात दैवीय शक्तियों का आज भी वास है। उज्जयिनी को विशाला, प्रतिकल्पा, कुमुदवती, स्वर्णश्रंगा और अमरावती के नाम से भी जाना जाता है तथा यहाँ स्थित महाकालेश्वर मंदिर भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। पुराणों, महाभारत और कालिदास जैसे महाकवियों की रचनाओं में इस मंदिर का मनोहर वर्णन मिलता है।   उज्जैन में "श्री महाकाल लोक" के निर्माण का फायदा न केवल शिव भक्तों को मिलेगा बल्कि रोजगार और पर्यटन की दृष्टि से भी यह फलदायी होगा। "श्री महाकाल लोक" में लाखों लोग एक साथ भ्रमण कर सकते हैं और रुकने की दृष्टि से भी इसे सर्व सुविधायुक्त बनाया गया है। अब शिव भक्त यहाँ महाकाल के दर्शन के लिए आएंगे भी और आराम से वे रुक भी सकेंगे। ऐसे में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उज्जैन के पास मंदसौर का प्रसिद्ध पशुपतिनाथ का मंदिर, मांडू और ओंकारेश्वर भी है। अत: मध्य प्रदेश में मालवा का यह सम्पूर्ण क्षेत्र धार्मिक कॉरिडोर के रूप में पहचान बनाने में निश्चित ही सफल होगा। मालवा के क्षेत्र को शांत और मौसम के लिहाज से उत्कृष्ट माना जाता है, अब "श्री महाकाल लोक" की लोकप्रियता और आकर्षण से इस क्षेत्र में नये-नये उद्योग भी बढ़ेंगे। बहरहाल उज्जैन में नवनिर्मित "श्री महाकाल लोक" भारत के धार्मिक और आध्यात्मिक स्थानों के लिए उत्कृष्ट उदाहरण बनने जा रहा है। सांस्कृतिक विरासत,रोजगार और पर्यटन के अदभुत केंद्र के रूप में दुनिया भर में अपना विशिष्ट स्थान बनाने में यह सफल होगा, इसकी स्वर्णिम संभावनाएं है।

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 MadhyaBharat  9 October 2022

प्रदेश के लिये ऐतिहासिक होगा श्री महाकाल लोक का लोकार्पण

भारत के श्रद्धालुओं के लिये आकर्षण का केन्द्र बनेगा श्री महाकाल लोक   11 अक्टूबर का दिन मध्यप्रदेश के इतिहास में ऐतिहासिक होने जा रहा है। इस दिन प्राचीन काल-गणना नगरी उज्जयनी सहित प्रदेश के सभी मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर दीपोत्सव मनाया जाएगा। यह अवसर होगा, प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा महाकाल की नगरी उज्जैन में नव-निर्मित श्री महाकाल लोक का लोकार्पण। शिव लीलाओं की अदभुत छटा के साथ विकसित किया गया श्री महाकाल लोक न केवल प्रदेशवासियों वरन पूरे भारत के श्रद्धालुओं के लिये आकर्षण का केन्द्र बनेगा। मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान की विशेष रूचि ने उज्जैन नगरी को श्रद्धालुओं के लिये ऐसा विकसित कर दिया है कि पर्यटक एवं श्रद्धालु स्वयं ही खिंचे चले आयेंगे। यहाँ पौराणिक कथाओं पर केन्द्रित शिव लीलाओं के साथ ऐसी अधो-संरचनाएँ निर्मित की गई हैं, जिन्हें देख कर लोगों को पृथ्वी पर शिव लोक के दर्शन होंगे। श्री महाकाल लोक के लोकार्पण समारोह को सुखद और आनंदित बनाने के लिये सभी आवश्यक तैयारियाँ पूर्ण की जा चुकी हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महाकाल लोक का लोकार्पण अद्भुत समारोह होगा, इसमें जन-जन को जोड़ने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री चौहान स्वयं प्रदेशवासियों को विभिन्न संचार माध्यमों से समारोह में आमंत्रित कर रहे हैं। साथ ही उनके द्वारा यह आहवान भी किया जा रहा है कि प्रदेश के सभी मंदिरों में 11 अक्टूबर को दीप जला कर भजन-कीर्तन किये जाये। यहाँ उज्जैन के मुख्य कार्यक्रम का लाइव प्रसारण करने की व्यवस्था भी की जाएगी, जिससे क्षेत्रवासी समारोह का आनंद उठा कर साक्षी बन सकें। मुख्यमंत्री चौहान का मानना है कि समारोह जरूर उज्जैन में हो रहा है, लेकिन इसकी छटा पूरे प्रदेश में बिखरे और दिखे। मुख्यमंत्री की इस मंशा को पूरा करने सभी जिलों में स्थानीय प्रशासन द्वारा जन-भागीदारी से लोकार्पण समारोह की तैयारियाँ की जा रही हैं। प्रदेश के देव स्थानों में दीपमालाएँ जला कर रोशनी की जाएगी। सभी जिलों के बड़े शिव मंदिरों में 10 एवं 11 अक्टूबर को 2 दिन अभिषेक-पूजन आदि होंगे और मंदिरों में रोशनी की जायेगी। श्री महाकाल लोक की अवधारणा वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मन में आई थी। इस पर विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं, संतों और विषय-विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श कर योजना तैयार की गई थी जिस पर गंभीरता से अमल करते हुए योजना का प्रथम चरण पूर्ण किया जा चुका है। "श्री महाकाल लोक" के लोकार्पण के अलावा प्रधानमंत्री मोदी उज्जैन में एक विशाल धर्म सभा को भी संबोधित करेंगे।

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 MadhyaBharat  8 October 2022

श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद पर्यटक और श्रद्धालु बिताएंगे परिसर में अधिक समय

प्रथम चरण के कार्य पूर्ण कर सरकार ने दिया प्रतिबद्धता का परिचय   पौराणिक नगरी उज्जैन में 4 साल की अवधि में श्री महाकाल लोक के प्रथम चरण के कार्य पूरे हो गए। यह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की आमजन और प्रदेश के प्रति प्रतिबद्धता का परिचायक भी है। वर्ष 2019 में जरूर इन कार्यों की रफ्तार मंद हो गई थी लेकिन मार्च 2020 में मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान पुनः इस दायित्व को निभाने के लिए सक्रिय हुए। श्री महाकाल लोक के प्रथम चरण के कार्यों को समय पर पूरा होने में देर नहीं लगी। इन कार्यों की मुख्यमंत्री चौहान द्वारा निरंतर समीक्षा की गई।   श्री महाकाल लोक में गुजार सकेंगे पर्यटक अधिक समय   जैसा स्वयं मुख्यमंत्री चौहान का मानना है कि उज्जैन आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक भगवान महाकाल के दर्शन के बाद कुछ समय गुजार कर वापसी के लिए निकल जाते थे। अब उन्हें बेहतर परिवेश में एक विकसित प्रांगण में ज्यादा समय बिताने का अवसर मिलेगा। यहाँ रूद्र सागर के पुनरूद्धार और आकर्षक भित्ति चित्रों, शिव लीला पर आधारित मूर्तियों आदि के अवलोकन और अन्य विकसित स्थलों को कई घंटे देखने का संतोष और आनंद प्राप्त होगा। ज्यादा ज्यादा समय बिता कर वे अपनी यात्रा को सार्थक बना सकेंगे।   श्रद्धालु नवीन विकसित सुविधाओं का लाभ लेते हुए यात्रा को यादगार बना सकेंगे   श्री महाकाल लोक परिसर में यात्रियों के लिए अनेक सुविधाएँ विकसित की गई हैं। यहाँ आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक और श्रद्धालु नवीन विकसित सुविधाओं का लाभ लेते हुए अपनी यात्रा को यादगार बना सकेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने 5 अक्टूबर को जब उज्जैन प्रवास में प्रथम चरण के पूर्ण कार्यों को देखा तो वे भी इस बात से संतुष्ट थे कि निर्धारित मानकों के साथ गुणवत्तापूर्ण कार्य हुए हैं। उज्जैन में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु ज्यादा सुख का अनुभव करेंगे। प्रति 12 वर्ष में सिंहस्थ के अवसर पर एक छोटे परिसर में दर्शन के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं को भी अब विशाल परिसर में बेहतर ढंग से करना आसान हो जाएगा।   मालवा क्षेत्र की अर्थ-व्यवस्था में आएंगे सकारात्मक परिवर्तन   श्री महाकाल लोक के विकास का लाभ उज्जैन नगर के साथ संपूर्ण मालवा क्षेत्र को मिलेगा। उज्जैन नगर और मालवा अंचल पर्यटक और श्रद्धालु संख्या बढ़ने से आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि का लाभ ले सकेगा, जो उल्लेखनीय सकारात्मक परिवर्तन होगा। साथ ही पड़ोसी महानगर इंदौर से उज्जैन का बेहतर संबंध स्थापित होगा। इसके अलावा उज्जैन की हवाई पट्टी के विस्तार और इंदौर एयरपोर्ट पर विमानों के आने-जाने की संख्या में वृद्धि से संपूर्ण मालवा क्षेत्र के आर्थिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व में काफी वृद्धि होगी।

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 MadhyaBharat  7 October 2022

11  अक्टूबर को उज्जैन में "श्री महाकाल लोक" लोकार्पण कार्यक्रम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे लोकार्पण    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करकमलों से 11 अक्टूबर को उज्जैन में "श्री महाकाल लोक" के लोकार्पण कार्यक्रम में सभी प्रदेशवासियों से भाग लेने की अपील की है। मुख्यमंत्री  चौहान ने निवास कार्यालय से मीडिया को दिए संदेश में कहा कि बारह ज्योर्तिलिंग में से एक महाकाल महाराज उज्जैन में विराजमान हैं। मध्यप्रदेश और देश पर सदैव उनकी कृपा बरसती है। वो हम सब के अराध्य हैं। देश और दुनिया से लाखों लोग उनके दर्शन करने पधारते हैं। महाकाल महाराज की कृपा से ही उनके परिसर का विस्तार शिव लीलाओं के साथ किया गया है। यहाँ एक अद्भुत रचना हुई है, जिसका नाम "श्री महाकाल लोक" रखा गया है। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि उज्जैन में "श्री महाकाल लोक" का लोर्कापण करने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन आयेंगे। लोकार्पण कार्यक्रम शाम को 6 बजे होगा। ये भारत के सांस्कृतिक पुनरोत्थान का युग है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पहले केदारनाथ, फिर काशी विश्वनाथ और अब महाकाल लोक का लोकार्पण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री  चौहान ने प्रदेशवासियों से इस पल का साक्षी बनने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अगर उज्जैन न आ सके, तो प्रदेशवासी अपने गाँव और शहर के मंदिर में दीप प्रज्ज्‍वलित करें, साज सज्जा करें, भजन-कीर्तन हों, अभिषेक हो, आरती हो और सभी शहर और गाँव अपने मंदिर प्रांगण में बैठ कर ही श्री महाकाल लोक के लोकार्पण का कार्यक्रम देखें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह हम सबके लिए प्रसन्नता और आनंद का पल होगा।

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 MadhyaBharat  30 September 2022

महाकाल प्रोजेक्ट का लोकार्पण जन-जन का कार्यक्रम है

5 से 11 अक्टूबर तक होंगी गतिविधियाँ   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महाकाल परिसर विस्तारीकरण के प्रोजेक्ट का लोकार्पण प्रदेश के जन-जन का कार्यक्रम है। प्रदेशवासी और विशेष कर उज्जैनवासी ही इस आयोजन की बागडोर संभालेंगे। लोकार्पण अवसर पर 5 अक्टूबर से गतिविधियाँ आरंभ होंगी, जो प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा महाकाल प्रोजेक्ट के लोकार्पण के साथ पूर्ण होंगी। उज्जैन निवासी हर घर और दुकान में रंगोली और साज-सज्जा करेंगे। बाहर से आने वाले अतिथियों को उज्जैन की सीमा शुरू होते ही उत्साह, उल्लास के साथ भक्ति से परिपूर्ण शिवमय वातावरण का अनुभव होगा। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा भोजन, भंडारे आदि का आयोजन किया जाएगा। आगंतुकों के लिए पेयजल, पार्किंग, ठहरने और आकस्मिक स्थिति में उपचार आदि की व्यवस्था के लिए स्वयंसेवी संस्थाएँ अपनी सेवाएँ देंगी। उज्जैन में विभिन्न स्थानों पर देश के अलग-अलग अंचलों के नृतक दल अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे। मुख्यमंत्री  चौहान ने महाकाल मंदिर परिसर विस्तारीकरण के लोकार्पण की तैयारियों की संबंध में सुबह 7 बजे ली गई बैठक में यह बात कही। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में हुई बैठक में वाणिज्यिक कर एवं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री  ऊषा ठाकुर तथा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूर्ण गरिमा और भव्यता के साथ महाकाल की सवारी निकाली जाएगी, देवस्थानों में कीर्तन, भजन और सुंदरकांड का पाठ होगा। पंडित सुखदेव चतुर्वेदी द्वारा श्लोकों की प्रस्तुति की जाएगी। साथ ही क्षिप्रा आरती, संत-समागम और संतों के सम्मान के लिए कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। विश्वविद्यालयों में धर्म संस्कृति के विभिन्न आयामों पर परिसंवाद भी होंगे।

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 MadhyaBharat  27 September 2022

महाकाल की अध्यक्षता में कैबिनेट  बैठक

  शिवराज कैबिनेट  में भगवान महाकाल   उज्जैन में मध्यप्रदेश केबिनेट की बैठक भगवान महाकाल  की अध्यक्षता  में हुई। जिस जगह मुख्यमंत्री बैठते हैं वहां भगवान महाकाल की तस्वीर लगाई और उसके एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और एक तरफ मुख्यसचिव इकबाल सिंह बैठे।  कैबिनेट के साथियों को  संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा  महाकाल कॉरिडोर अब महाकाल लोक  के नाम से जाना जाएगा। मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता बाबा महाकाल ने की। बैठक से पहले सीएम शिवराज सहित सभी मंत्रियों ने महाकाल को नमन किया। इसमें फैसला लिया गया कि नवनिर्मित प्रांगण को महाकाल लोक के नाम से जाना जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को इसका लोकार्पण करेंगे। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि उज्जैन में हवाई पट्टी का विकास किया जाएगा, इसके लिए 41 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।  उज्जैन में पुलिस बैंड में 36 कर्मचारी शामिल होंगे, इसका आकार बड़ा किया जाएगा।  शिप्रा नदी कलकल और प्रवाहमान रहे इसलिए रिवर लेक फ्रंट की तर्ज पर घाटों का विस्तार होगा। कैबिनेट की बैठक से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा महाकाल महाराज ही सरकार हैं, यहाँ के राजा हैं, इसलिए आज महाकाल महाराज की धरती पर हम सभी सेवक बैठक कर रहे हैं। यह ऐतिहासिक पल है हम सभी के लिए। हमने कल्पना की थी कि महाकाल महाराज के परिसर का विस्तार किया जाएगा। महाकाल लोक  के दो चरण तय किये, प्रथम चरण 351 करोड़ रुपये का था, फिर हमने द्वितीय चरण के लिए 310 करोड़ रुपये स्वीकृत किये।  कई विकास के काम हमने किये हैं। रुद्रसागर को हमने पुनर्जीवित किया है।  इसमें क्षिप्रा नदी का पानी रहेगा। ये सभी कार्य महाकाल महाराज ही करवा रहे हैं।  हमारे लिए गर्व का विषय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी 11 अक्टूबर को प्रथम चरण का उद्घाटन करेंगे।

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 MadhyaBharat  27 September 2022

उज्जैन जिलाध्यक्ष अमय शर्मा , ग्रामीण जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह हटाए गए

  महाकालेश्वर मंदिर में  दुर्व्यवहार के मामले में बीजेपी ने की कार्रवाई  उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भाजयुमों के हंगामे और दुर्व्यवहार के मामले में भाजपा ने सख्त कदम उठाया है। अनुशासनहीनता करने वाले भाजयुमो के नेताओ और कार्यकर्ताओं पर निष्काशन कार्रवाई की गई है। उज्जैन नगर के जिलाध्यक्ष अमय शर्मा और उज्जैन ग्रामीण के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह जलवा को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। दो अध्यक्ष समेत 18 पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को सभी दायित्व से मुक्त किया गया है । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की कड़ी नाराजगी के बाद वैभव पवार ने बड़ा फैसला लिया। आपको बता दें  भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे। इसी दौरन भाजयुमो के कुछ कार्यकर्ताओं ने नंदी हाल में घुसने के लिए हंगामा कर दिया।  मदिर में अनुशानहीनता की गई। भाजयुमों अपना चेहरा दिखाने के लिए बलपूर्वक अंदर घुस गए। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों से विवाद भी किया। जिसका वीडियो वायरल हुआ था।   

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 MadhyaBharat  13 August 2022

उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने आग लगा देने की धमकी दी

  जनपद अध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित विंध्या पवार का कब्जा    उज्जैन में जनपद अध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित विंध्या पवार का कब्जा हुआ।  और इसके बाद शुरू हुई सियासत और तड़फोड़ । हार से गुस्साए भाजपाइयों ने जमकर तोड़फोड़ कर दी। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने एडीएम को खरीखोटी सुनाते हुए आग लगा देने तक की धमकी दे डाली। विवाद  प्रॉक्सी वोट डालने को लेकर हुआ था । कांग्रेस ने कहा कि प्रॉक्सी वोट परिवार का सदस्य ही डाल सकता है। इसी बात को लेकर भाजपा और कांग्रेस मेें विवाद हो गया। कलेक्टर आशीष सिंह पहुंचे तो कांग्रेस विधायक महेश परमार और उनके बीच विवाद हो गया। पुलिस को बीच बचाव करना पड़ा। वहीं दतिया के नयाखेड़ा में नवनिर्वाचित गिरधर लोधी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। शाजापुर जनपद कार्यालय के बाहर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हाथापाई हुई। वहीं भोपाल. राजधानी से सटी फंदा जनपद पंचायत में भाजपा ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा को जिम्मा दिया था। इसके बाद 18 जुलाई को कुल 17 सदस्यों को लेकर भाजपा की एक टीम पहले तिरुपति, फिर दिल्ली, मथुरा, जयपुर समेत 8 स्थानों पर घुमती रही।

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 MadhyaBharat  28 July 2022

पीसीसी चीफ ने किया ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में पूजन

   कमलनाथ ने प्रत्याशियों के जीत की प्रार्थना की  पीसीसी चीफ एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मंगलवार सुबह ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में पूजन किया। उन्होंने  नगरीय निकाय चुनाव में खड़े पार्टी के प्रत्यशियों की जीत के लिए प्रार्थना की। उनके साथ महापौर प्रत्याशी महेश परमार, घट्टिया के विधायक रामलाल मालवीय, पार्षद प्रत्याशी माया राजेश त्रिवेदी साथ थीं। वे लगभग 12 बजे शहीद पार्क पर रखी कांग्रेस की संकल्प सभा में सम्मिलित होंगे और पार्टी के महापौर व पार्षद प्रत्यशियों के समर्थन में जनता से वोट मांगेंगे। वे कांग्रेस का विजन और भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सरकार की कमियां बताएंगे। कमलनाथ लगातार प्रत्याशियों के चयन से लेकर चुनाव प्रचार और अब उनके जीत के लिए प्रयास कर रहे हैं।  उन्होंने शिवराज सरकार पर नीतियों को लेकर कई सवाल खड़े  किये हैं।      

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 MadhyaBharat  28 June 2022

महापौर का पद उज्जैन में अनुसूचित जाति के लिए

नगरीय निकाय चुनाव  कार्यक्रम घोषित राज्य निर्वाचन आयोग ने  नगरीय निकाय चुनाव का कार्यक्रम घोषित कर दिया।  6 जुलाई को सुबह 7 से शाम 5 बजे तक 568 मतदान केंद्रों पर होगा। इसी के साथ शहर में चुनाव आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई। जारी पत्र के अनुसार उज्जैन नगर निगम के महापौर और 54 पार्षदों का चुनाव मतगणना और चुनाव परिणामों की घोषणा 11 दिन बाद 17 जुलाई को होगी। चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की नामजद सूची का प्रकाशन 22 जून को ही होगा। इसके पहले निर्वाचन की सूचना का प्रकाशन 11 जून को होगा। इसी तारीख से महापौर और पार्षद पद के दावेदार अपना नाम निर्देशन पत्र यानी नामांकन जमा कर सकेंगे। नामांकन जमा करने की आखिरी तारीख 18 जून और नाम वापसी की तारीख 22 जून निर्धारित की गई है।उज्जैन नगर निगम चुनाव में नगर सरकार 4 लाख 61,103 मतदाता चुनेंगे। इनमें महिलाओं की संख्या दो लाख 30177, पुरुषों की संख्या दो लाख 30879 और थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 47 सम्मिलित है। 25 अप्रैल को प्रकाशित फोटोयुक्त अंतिम मतदाता सूची के अनुसार 18-19 वर्ष की आयु वाले 4316 युवाओं ने पहली बार वोटिंग का अधिकार पाया है।उज्जैन नगर निगम क्षेत्र के 54 में से 30 वार्डों में महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। महापौर का पद उज्जैन में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।

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 MadhyaBharat  2 June 2022

राष्ट्रपति कोविन्द महाकाल की नगरी उज्जैन पहुंचे

आयुर्वेद में गुणवत्‍ता, शोध ,अनुसंधान का समय देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द मध्यप्रदेश के उज्जैन पहुंचे। जहां उन्‍होंने कालिदास अकादमी के पंडित सूर्यनारायण व्यास संकुल में अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के 59वें अधिवेशन का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति महाकालेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन करने पहुंचे। जहां उन्हाेंने पत्नी के साथ  विधिविधान से भाेलेनाथ की पूजा अर्चना की।  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारतीय संस्‍कृति की अमूल्‍य धरोहर इस संस्‍था को लोकप्रिय बनाने में अनेक विभूतियों ने अपना योगदान दिया है। सभी लोगों को मध्‍य प्रदेश को आयुर्वेद का स्‍थाप‍ित केन्‍द्र बनाने के लिए प्रयास करना चाहिये। आयुर्वेद का अर्थ है आयु का विज्ञान। इसमें स्‍वास्‍थ्‍य रक्षा के साथ ही रोग निवारण पर भी बल दिया जाता है। कोविंद ने कहा आज गुणवत्‍ता, शोध और अनुसंधान का समय है। हमारे सामने अनेक चुनौतियां हैं उम्‍मीद है सब मिलकर इसे स्‍वीकारेंगे और प्र‍गति करेंगे। आहार, दिनचर्या ओर रितुचर्या के बारे में आयुर्वेद में ही बताया जाता है।इस क्षेत्र के लोगों से अपेक्षा है कि जन सामान्‍य में आयुर्वेद के प्रति जागरुकता बढ़ाई जाए। ऐसे लोग तैयार करें तो उपचार में योगदान दे सकें। लोगों को उपचार के लिए अनुसंधान निरंतर जारी रहे। सुखी जीवन का परम ध्‍येय बेतहर स्‍वास्‍थ्‍य है इसे सर्वोपरि रखना चाहिये। कार्यक्रम के दौरान आयुष मंत्री का संदेश भी प्रसा‍रित किया गया। समारोह में आयुर्वेद विशेषज्ञों को सम्‍मानित किया गया। राष्‍ट्रपति कोविंद ने शासकीय आयुर्वेदिक कालेज के नए भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं महाकाल की पवित्र धरती पर राज्‍य की जनता की ओर से राष्‍ट्रपति जी का स्‍वागत करता हूं। शिवराज ने राज्‍यपाल का भी स्‍वागत किया। यहां त्रिवेणी संगम है और महामहिम पवित्र कार्य के लिए पधारे हैं। यह अनादि काल से ज्ञान, वैराग्‍य की धरती है और यहां से लोक सेवा की प्रेरणा मिलती है। राष्ट्रपति के आगमन पर राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने भी उनका स्वागत किया।  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद महाकाल के दर्शन करने जायेंगे।

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 MadhyaBharat  29 May 2022

उज्जैन में अवैध रेत खनन

जिला प्रशासन अवैध उत्खनन पर है सख्त  उज्जैन में अवैध रेत खनन के खिलाफ प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है।  अवैध रेत खनन से सरकार को चूना तो लगाया ही जा रहा साथ ही पर्यावरण को भी नुक्सान पहुँच रहा है। गंभीर नदी से लगातार रेत खनन की सूचनाएं मिल रही थीं।  अवैध रेत खनन करने पर बड़नगर एसडीएम निधि सिंह ने कार्रवाई की है। नलवा गांव नदी क्षेत्र में कुछ लोगों द्वारा नाव चलाकर अवैध खनन किया जा रहा था। जिसपर प्रशासन ने करवाई की।  नाव को मौके पर ही जेसीबी से नष्ट करवा दिया गया । अवैध उत्खनन रोकने के कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश के बाद राजस्व और खनिज विभाग का अमला लगातार शिप्रा, गंभीर नदी पर निगाह रखे हैं। इसके बाद भी अवैध रेत खनन बंद होने का नाम नहीं ले रहा।   नदी क्षेत्र में अवैध रेत खनन जारी है। पिछले माह भी रेत खनन करने पर दो नाव गंभीर नदी से जब्त की थी। आपको बता दें की रेत खनन से नदी की संरचना बिगड़ती है। पर्यावरण खराब होता है।  काली मिट्टी, रेत की सतह छंटने से नदी में जमा पानी तेजी से जमीन में उरतना है। जिसे  सीपेज का बढ़ना कहा जाता है। गंभीर बांध के अपस्ट्रीम में पानी तेजी से घटने एक यह एक प्रमुख कारण है। बताया जाता है   पानी की चोरी भी होती  हैं। पानी चोरी रोकने के लिए प्रशासन ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का अमला भी लगा रखा है, जो हर साल 10-12 मोटर पंप जब्त कर कार्रवाई दिखाता भी है।  प्रशासन ने गंभीर और शिप्रा का पानी सिर्फ घरेलू इस्तेमाल के लिए संरक्षित घोषित कर रखा है।  लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अमला हर  साल 10-12 मोटर पंप जब्त करता है।  उल्लेखनीय है कि प्रशासन ने गंभीर और शिप्रा का पानी सिर्फ घरेलू इस्तेमाल के लिए संरक्षित घोषित कर रखा है। लेकिन उसके  रेत माफिया अपनी से बाज नहीं आ रहे।  आये दिन रेत चोरी की घटनाएं सामने आती हैं।  

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 MadhyaBharat  21 May 2022

ujjain, Film actress, Tanushree Dutta,car brake fails

उज्जैन। फिल्म अभिनेत्री तनुश्री दत्ता मंगलवार को भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन पहुंची थी। उज्जैन जाते समय उनकी कार के ब्रेक फेल होने से वह दुर्घटना का शिकार हो गईं। हालांकि, उन्हें पैर में मामूली चोट आई हैं। इसके बाद उन्होंने भगवान महाकाल के दर्शन भी किए। उन्होंने खुद सोशल मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी शेयर की है।   तनुश्री दत्ता ने इंस्टाग्राम पर अपने फोटो पोस्ट शेयर किए हैं, साथ ही एक वीडियो भी पोस्ट किया है, जिसमें वे महाकाल के दर्शन कर बाहर आ रही हैं। तनुश्री ने अपने पोस्ट में लिखा है कि दुर्घटना से पैर में कुछ टांके आए हैं। जय श्री महाकाल। उन्होंने वीडियो के साथ लिखा कि यह मेरे जीवन की पहली दुर्घटना थी, जिसने मेरे संकल्प और विश्वास को और मजबूत बना दिया है। मैं उतनी खुशकिस्मत नहीं हूं, जितना मैं खुद को मानती हूं।   तनुश्री दत्ता ने इंस्टाग्राम पर जो फोटो शेयर किए हैं, उनके एक फोटो पैर का है, जिसमें उन्हें चोट लगी है। उन्होंने फोटो के साथ लिखा कि 'आज का दिन बहुत एडवेंचरस था। महाकालेश्वर के दर्शन हो गए, मंदिर जाते वक्त गाड़ी के ब्रेक फेल हो गए। बस कुछ टांके लगे हैं, जय श्री महाकाल।

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 MadhyaBharat  3 May 2022

ujjain,sant murari bapu , darshan of baba mahakal

उज्जैन। संत मुरारी बापू शुक्रवार को उज्जैन आए। वे महाकाल मंदिर में दर्शन पूजन पश्चात कुछ परिचित भक्त परिवारों के यहां भी गए। मुरारी बापू ने बाबा महाकाल का पूजन किया। पश्चात वे समाजसेवी पं.सुखनंदन जोशी के दशहरा मैदान स्थित निवास पहुंचे। वे गुरुवार को ओंकारेश्वर दर्शन करने गए थे। मुरारी बापू ने चर्चा में कहा कि वे ओंकारेश्वर एवं महाकालेश्वर के दर्शन करने आए थे।

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 MadhyaBharat  29 April 2022

ujjain, Lemon prices fell ,Rs 250 per kg

उज्जैन। शहर में नींबू के भाव रिकार्ड 450 रुपये प्रति किग्रा तक पहुंच गए थे। इस अचानक बढ़े भाव को लेकर शहरवासी चौंक गए थे। इधर दो दिनों से भाव 250 रुपये प्रति किग्रा पर आ गए हैं। हालांकि मध्यमवर्गीय परिवार ने अभी भी इससे दूरी बनाकर रखी हुई है। इस समय शहर में थोक में नींबू का भाव 200 से 220 रुपये किग्रा तक है। वहीं खुदरा भाव 250 रुपये प्रति किग्रा है। इस बीच नग के हिसाब से अभी भी यह 10 रुपये में छोटे आकार का और 15 रुपये में बढ़े आकार का,इस रूप में मिल रहा है। थोक विक्रेताओं के अनुसार अब नींबू के भाव बारिश पूर्व कम नहीं होंगे। इधर गर्मियों में जिनके व्यवसाय नींबू पर कुछ हद तक टिका रहता है,वे हैरान और परेशान है। उनके अनुसार उनके धंधे पर सीधी चोंट हुई है। इनका कहना है सोड़ा और शिकंजी बेचने वाले रोजनदार अशोक सोलंकी के अनुसार उनकी दुकान पर अमूमन रोजाना 12 से 15 किग्रा नींबू की खपत हो जाती है। इस बार बढ़े हुए भाव के कारण ग्राहक से अधिक राशि मांगने पर वह प्रतिप्रश्न करने लगता है। शिकंजी और सोड़ा के भाव बढ़ाने के पिछे नींबू ही मुख्य कारण रहा लेकिन भाव बढ़ाने से व्यवसाय आधा ही रह गया है।   गन्ने के रस की दुकान संचालित करने वाले निहालसिंह चौहान के अनुसार बगैर नींबू के गन्ने के रस में मजा नहीं आता। भाव अधिक होने से हम खरीद नहीं रहे हैं। ऐसे में ग्राहक नींबू डालने की जीद करता है तो मना करना पड़ता है। नींबू डालने पर 10 रुपये अधिक मांगने पर वह स्वयं चला जाता है। ग्राहक यह समझने को तैयार नहीं है कि नींबू के भाव बढऩे के कारण हम कम भाव में रस कैसे पिला सकते हैं?

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 MadhyaBharat  22 April 2022

ujjain,  Galantika will climb, Lord Mahakal

उज्जैन। भगवान महाकाल को रविवार, 17 अप्रैल से गलंतिका चढ़ेगी। हर वर्ष वैशाख कृष्ण प्रतिपदा से बाबा महाकाल को शिवलिंग पर 11 मिट्टी के कलशों से सतत जलधारा प्रवाहित कर जलाभिषेक प्रारंभ होता है। ऐसा बाबा को तीक्ष्ण गर्मी से बचाने के लिए किया जाता है। यह परंपरा सालों से चली आ रही है। इसका समय भी तय रहता है। महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि वैशाख कृष्ण प्रतिपदा से ज्येष्ठ पूर्णिमा तक लगातार दो माह तक गलंतिका बांधी जाती है। यह दो माह तीक्ष्ण गर्मी के माने जाते हैं। भीषण गर्मी से बाबा महाकाल को शीतलता प्रदइान करने हेतु मिट्टी के 11 कलश शिवलिंग के उपर बांधे जाते हैं,जिनमें छिद्र होते हैं। इन कलशों से प्रतिदिन दो माह तक प्रात: भस्मार्ती के पश्चात 6 बजे से सायं 5 बजे तक शीतल जलधारा शिवलिंग पर प्रवाहित होती है। गलंतिका बांधने के पीछे का रहस्य पं. हरिहर पण्ड्या के अनुसार धार्मिक मान्यता के अनुसार समुद्र मंथन के समय भगवान शिव ने गरल (विष) पान किया था। गरल की अग्नि शमन के लिए ही शिव का जलाभिषेक किया जाता है। गर्मी के दिनों में विष की उष्णता और अधिक बढ़ जाती है। इसलिए वैशाख व ज्येष्ठ मास में भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए मिट्टी के कलश से ठंडे पानी की जलधारा प्रवाहित की जाती है। इसी को गलंतिका कहते हैं।   धर्म सिंन्धु पुस्तक के अनुसार अत्र मासे प्रपादान देवे गलंतिका बंधन व्यजनच्छत्रोपान वंदनादिदान महाफलम् अर्थात इस मास में प्रपाका दान, देवके गलंतिका (कंठी) बांधना और बीजना(बोवाई) छत्र चन्दन, धान्य आदि के दान का महान फल होता है। वैशाख एवं ज्येष्ठ माह तपन के माह होते है। भगवान शिव का रूद्र एवं नीलकंठ स्वरूप को देखते हुए सतत शीतल जल के माध्यम से जलधारा प्रवाहित करने से भगवान शिव प्रसन्न एवं तृप्त होते है तथा प्रजा एवं राष्ट्र को भी सुख समृद्धि प्रदान करते है। गलंतिका केवल महाकालेश्वर मंदिर में ही नहीं अपितु 84 महादेव को भी लगायी जाती है।

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 MadhyaBharat  16 April 2022

ujjain, Uttarakhand ,Chief Minister Dhami, Lord Mahakal

उज्जैन। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को एक दिवसीय प्रवास पर उज्जैन पहुंचे हैं। यहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री धामी का उज्जैन हेलीपेड पर जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वागत किया। कलेक्टर आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने उनकी आगवानी की। इन्हीं के साथ विवेक जोशी, विशाल राजौरिया, संजय अग्रवाल, दिनेश जाटवा, उमेश सेंगर, मुकेश यादव आदि ने मुख्यमंत्री धामी का हेलीपेड पर स्वागत किया। मुख्यमंत्री धामी हेलीपेड से सीधे महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचे। यहां पर उन्होंने भगवान महाकाल के दर्शन कर विधिवत पूजा-अर्चना की। पूजा-अर्चना प्रदीप गुरू आदि ने सम्पन्न करवाई। इस अवसर पर सांसद अनिल फिरोजिया एवं विशाल राजौरिया ने मुख्यमंत्री धामी को भगवान महाकाल मन्दिर की प्रतिमा भेंट कर सम्मानित किया।

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 MadhyaBharat  13 April 2022

ujjain,Murder of three people, same family

उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां अज्ञात बदमाशों ने एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि परिवार के दो सदस्यों की लाश इंगोरिया थाना क्षेत्र से मिली है, जबकि महिला की लाश घर पर ही एक पेटी में बंद मिली। फिलहाल मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पीएम के लिए भेज दिया है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। वहीं, इलाके में हत्या की खबर आग की तरह फैल गई, जिसके बाद मोहल्ले के लोग भी घटना स्थल के पास जमा हो गए।   मिली जानकारी के अनुसार ट्रिपल मर्डर का मामला हरि नगर इलाके का है। बुरावदा गांव में सोमवार की रात दो शव मिले थे। जिनकी पहचान राजेश नागर (45 साल) और उनके बेटे पार्थ (21 साल) के रूप में हुई। पहचान पत्र के आधार पर पुलिस मंगलवार सुबह हरी नगर स्थित उनके घर पहुंची। मकान पर ताला लगा मिला। पड़ोस के लोगों से पता चला कि 5 दिन से किसी ने भी घरवालों को नहीं देखा। इसके बाद एफएसएल की टीम को बुलाया गया। एक-एक कर मकान के तीन ताले तोड़े गए। अंदर से बदबू आ रही थी। जब पलंग पेटी को खोला गया तो रजाई से ढकी बुजुर्ग मां सरोज नागर (74 साल) की लाश मिली। तीनों हत्याएं धारदार हथियार से की गई हैं। महिला के हाथ और पैर बंधे थे। सभी शव तीन से पांच दिन पुराने बताए गए हैं। पुलिस ने इसे हत्या का मामला बताया है और जांच में जुट गई है।   एडीशनल एसपी आकाश भूरिया, सीएसपी अश्विन नेगी और फॉरेन्सिक टीम ने घटनास्थल पर जांच की। पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि परिवार में तीनों सदस्य का ज्यादा किसी से मेलजोल नहीं था और न ही किसी से बातचीत करते थे। राजेश की पत्नी भी उसके साथ नहीं रहती थी। मृतक परिवार ब्याज से रुपये देने का काम भी करते थे। पुलिस हत्या के कारण का पता लगा रही है।

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 MadhyaBharat  12 April 2022

ujjain, Continued strict action ,against mafia and miscreants,Shivraj

उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के समस्त संभाग के कमिश्नर एवं सभी जिलों के कलेक्टर से रूबरू चर्चा की। उन्होंने प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए विभिन्न जिलों में माफियाओं एवं दुराचारियों के खिलाफ की जा रही सख्त कार्यवाही की सराहना की और समस्त कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिये कि वे लगातार माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही करते रहे। दुराचारियों की कमर तोड़ने का कार्य करते रहें। माफियाओं-दुराचारियों को नेस्तनाबूत करते रहें। उन्होंने कहा कि समाज में सुख एवं शान्ति का वातावरण लाना ही राजधर्म है और हमें राजधर्म का पालन करते रहना है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि वे अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को चिन्हित करें एवं नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें। हाल ही के दिनों में सभी जिलों में सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिये जो कार्रवाई की गई, उसकी प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी कलेक्टर मुक्त कराई गई जमीन की स्थिति की जानकारी मंत्रालय भिजवाएं। उन्होंने कहा कि माफियाओं से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के लिये घर बनाये जायेंगे। साथ ही उद्योगों की स्थापना इन्हीं जमीनों पर की जायेगी। नागदा के अली शाह को असली हीरो का प्रमाण-पत्र मुख्यमंत्री ने कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में सहयोग करने वाले एवं अपराधियों की धरपकड़ करवाने वालों के लिये असली हीरो का प्रमाण-पत्र देने के निर्देश दिये थे। इसी कड़ी में नागदा के अली शाह को मुख्यमंत्री की ओर से असली हीरो का प्रमाण-पत्र दिया गया। प्रमाण-पत्र पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल एवं कलेक्टर आशीष सिंह ने दिया। अली शाह ने एक महिला के गले से चैन छीनने वाले दो आरोपितों का पीछा कर उनसे चैन बरामद किया और महिला को सौंपा। उज्जैन में 300 हेक्टेयर जमीन मुक्त कराई गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि जिले में लगातार भू-माफियाओं के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। जमीन पर अतिक्रमण करने वाले भू-माफियाओं से जमीन मुक्त कराई जा रही है। अब तक 300 हेक्टेयर जमीन मुक्त कराई गई है, जिनका बाजार मूल्य लगभग एक हजार करोड़ से लेकर बारह सौ करोड़ रुपये तक है। उन्होंने बताया कि जिले में सेलिंग का एक पूरा रैकेट चलता था। जमीन मुक्त कराकर नगर निगम को दी गई है। जमीन प्रधानमंत्री आवास के लिये उपयोगी सिद्ध होगी।   उन्होंने बताया कि एक अन्य जमीन भी अतिक्रमण से मुक्त कराई गई है। इस जमीन पर वाहन पार्किंग का एरिया बनाया जायेगा। मेडिकल कॉलेज एवं उद्योगों के लिये भी जमीन चिन्हित की गई है। फिनटेक सिटी के लिये भी जमीन चिन्हित की गई है। 52 एकड़ जमीन प्रक्रियाधीन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अपने आप में बहुत बड़ी घटना है। 300 हेक्टेयर जमीन में बहुत से निर्माण कार्य किये जा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर आशीष सिंह की प्रशंसा की मुख्यमंत्री चौहान ने कलेक्टर आशीष सिंह की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी टीम बहुत अच्छा कार्य कर रही है। हाल ही में महाशिवरात्रि पर्व पर लाखों दीये प्रज्वलित कर एक विश्व रिकार्ड बनाया गया। जनता ने इसे एक उत्सव के रूप में लेकर अपनी सहभागिता निभाई। उज्जैन में गुड़ी पड़वा के दिन गौरव दिवस का आयोजन भी अभूतपूर्व था। इसमें भी जनता ने अपनी अभूतपूर्व भागीदारी निभाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक जिले में सामंजस्य बनाकर बेहतरीन कार्य कर रहे हैं।   ई-स्मार्ट सिटी चैलेंज में उज्जैन को मिला स्थान देश में ई-स्मार्ट सिटी चैलेंज का आयोजन किया गया था। इसके अन्तर्गत उन शहरों को शामिल किया गया था, जहां खाद्य वस्तुएं स्वच्छ एवं शुद्ध रहती है। ताजे खाने-पीने का सामान अच्छी गुणवत्ता के साथ मिलता है। उज्जैन सहित सागर, जबलपुर एवं इन्दौर को भी इन मानकों में खरा उतरने पर ई-स्मार्ट सिटी चैलेंज का सर्टिफिकेट दिया जायेगा। इसके अन्तर्गत 50 लाख रुपये का अवार्ड भी प्राप्त होगा। जुलाई-2020 में बर्मिंघम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर भी प्राप्त होगा।

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 MadhyaBharat  9 April 2022

bhopal, Home Minister ,Narottam Mishra ,visited Baba Mahakal

भोपाल/उज्जैन। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने गुुरुवार को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के दिव्य ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने बाबा महाकाल से प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार सुबह 7 बजे महाकाल मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने गर्भ गृह में 20 मिनिट तक पूजा अर्चना करने के बाद भोग आरती में शामिल हुए। नरोत्तम मिश्रा 1 घंटे तक मंदिर में रहे और इस दौरान उन्होंने मिश्रा महा निर्वाणी अखाड़े के संतों से मुलाकात की। नरोत्तम मिश्रा ने श्रीमहाकालेश्वर मंदिर परिसर में श्रीमद्भागवत् के विख्यात कथाकार श्रीदेवकी नंदन ठाकुर जी से सौजन्य भेंट कर उनसे धर्म और अध्यात्म के विषयों पर चर्चा की। पूजा करने के बाद मीडिया से बाचतीत करते हुए मंत्री मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कहा कि कांग्रेस का सूर्य अस्त होने की ओर है, भाजपा को कोई टक्कर नहीं दे सकता। अगले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शिवराज सिंह ही अगले मुख्यमंत्री होंगे। वहीं मध्यप्रदेश में सिमी के स्लीपर सेल, अन्य संगठनों और आतंकियों को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी आतंकी का सिर उठने नहीं दिया जाएगा। जागृत हो या स्लीपर हो, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

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 MadhyaBharat  7 April 2022

ujjain, Gautam Gambhir, visited Baba Mahakal

उज्जैन। पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर सोमवार सुबह महाकाल मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल की भस्मार्ती के दर्शन लाभ लिए। गौतम गंभीर रविवार रात ही उज्जैन आ गए थे। उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया के साथ सोमवार सुबह बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने नंदी हॉल से भी दर्शन किए। गौतम गंभीर सुबह 4 बजे महाकाल मंदिर पहुंचे और वहां उन्होंने नंदी हॉल से बाबा महाकाल की भस्मार्ती के दर्शन किए। भस्म आरती के बाद बाबा का गर्भ गृह में पूजन अभिषेक किया और आशीर्वाद लिया। पुजारी महेश गुरू ने पूजन कार्य करवाया। गंभीर ने मंदिर परिसर में करीब ढाई घंटा बिताया और वह सुबह 6.30 बजे तक मंदिर में रहे। इसके बाद वह सांसद अनिल फिरोजिया संग निकल गए। दर्शन के बाद मीडिया से बात करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि उन्होंने बाबा महाकाल से प्रार्थना की कि सब खुश रहें और देश आगे बढ़े और हम मजबूत बने। इस दौरान उन्होंने पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत और खालिस्तानियों को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी एक ट्वीट किया था कि आम आदमी पार्टी अलगाववादी और खालिस्तानियों पर नजर रखे क्योंकि बहुत कुर्बानियां गई हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार को अगर खालिस्तानियों का सपोर्ट मिलेगा तो उससे बुरा देश के लिए कुछ भी नहीं हो सकता, क्योंकि पंजाब एक बॉर्डर स्टेट है। वहीं फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी तक उन्होंने द कश्मीर फाइल्स नहीं देखी है। ऐसे में वह फिल्म को लेकर कुछ नहीं सकते।

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 MadhyaBharat  21 March 2022

ujjain,BJP President Nadda, visited Mahakal

इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मंगलवार को एक दिवसीय प्रवास पर आए। यहां उनका पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इसके बाद वे यहां से सीधे उज्जैन रवाना हो गए। उन्होंने सबसे पहले महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे।   भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा चार्टर्ड विमान से मंगलवार पूर्वान्ह 11.45 बजे इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सांसद शंकर लालवानी, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ ही भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने स्वागत करते हुए उनकी अगवानी की। एयरपोर्ट से वे रैली के लिए ओपन जीप में सवार होकर निकले। इस दौरान जगह-जगह उनका जोरदार स्वागत हुआ। उनके स्वागत के लिए करीब 300 जगह मंच लगाए गए थे। सुबह से ही उनकी अगवानी के लिए हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता पार्टी का झंडा लेकर देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर जमा हो गए थे।   इंदौर में स्वागत के बाद वे उज्जैन रवाना हुए, जहां उन्होंने भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। इसके बाद वे देवास के लिए रवाना हो गए। यहां वे राज्य सरकार के पोषण आहार एवं सहायता वितरण कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद शाम को नड्डा देवास से इंदौर आएंगे और भाजपा के संगठन महामंत्री सुहास भगत के यहां जाएंगे और उनकी माताजी के निधन पर शोक जताएंगे। वहां से भाजपा कार्यालय जाएंगे और प्रदेश पदाधिकारी, मोर्चा अध्यक्ष और प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में शामिल होंगे। भाजपा अध्यक्ष नड्डा शाम सात बजे वे एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे।

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 MadhyaBharat  8 March 2022

 dance in mahakal temple

पुलिस ने किया महिला  के खिलाफ केस दर्ज इंदौर की मनीषा  है मंदिर में डांस करने वाली महिला   उज्जैन के महाकाल मंदिर में एक महिला ने फ़िल्मी गाने पर डांस कर अपना वीडियो बनवाया | इस मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने इंदौर की रहने वाली महिला मनीषा रोशन के खिलाफ  केस दर्ज कर लिया है  | अब ये महिला अपनी गलती पर माफ़ी मांगती नजर आ रही है  |  महाकाल मंदिर में डांस कर वीडियो बनवाने वाली इंदौर की मनीषा रोशन के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है |  धारा 188 के तहत मनीषा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है  |  मनीषा रोशन इंदौर की रहने वाली है  | महाकाल मंदिर आपने पर उसने अपना वीडियो बनवाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया  | इस मामले के सामने आने के बाद महाकाल मंदिर के पुजारियों और हिन्दू संगठनों ने इस पर सख्त ऐतराज जाहिर किया | तब पुलिस ने इस महिला का पता लगाकर  उसके खिलाफ  केस दर्ज कर लिया  |  मामले  को बढ़ता देख मनीषा के भी होश ठिकाने आ गए और एक वीडियो जारी कर उन्होंने अपने कृत्य के लिए  माफी   मांगी  |  मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि महिला इंदौर की है  |  उन्होंने घटना के लिए खेद जताया है | मंदिर प्रशासन के मुताबिक, वीडियो में महिला यह कहती नजर आ रही है कि उसका इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था  | अगर इस कृत्य से पंडे, पुजारी, धार्मिक या राजनीतिक संगठनों को किसी भी तरह से ठेस पहुंची है, तो वह इसके लिए माफी मांगती हैं   महाकाल मंदिर के  अधिकारियों का कहना है कि भक्तों को खुद मंदिर की गरिमा और धार्मिकता का ध्यान रखना चाहिए  |  इस घटना  से लोगों को प्रेरणा मिलेगी और वे धार्मिक परंपराओं का ध्यान रखेंगे   | गृह मंत्री  डॉ नरोत्तम मिश्रा  ने महाकाल मंदिर में महिला के डांस पर कहा की  | यह गंभीर और आपत्तिजनक विषय है  | अब इस तरह कुछ हुआ तो बहुत सख्ती की जाएगी |    

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 MadhyaBharat  11 October 2021

 Jyotirlinga Mahakal

महाकाल से की गई कोरोना समाप्त करने की प्रार्थना   कोरोना महामारी के निवारण के लिए ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में  एकादश अतिरुद्र अभिषेकात्मक महामृत्युंजय अनुष्ठान शुरू हुआ  | मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आयोजित दिव्य अनुष्ठान में 11 दिन तक 76 ब्राह्मण रुद्र पाठ करेंगे  | 19 अप्रैल को अनुष्ठान की पूर्णाहुति पर महायज्ञ होगा  |  कोरोना के भयावह स्वरूप के सामने आने के बाद  बाबा महाकाल से प्रार्थना की जा रही है  | विश्व कल्याण के लिए  अतिरुद्र अनुष्ठान में महाकाल मंदिर के पुजारी  | पुरोहित काल के अधिपति देव महाकाल से कोरोना संक्रमण समाप्त करने की प्रार्थना कर रहे हैं |  एक दिन में 11 लघु रुद्र किए जाएंगे  | 11 लघु रुद्र करने पर एक महारुद्र अनुष्ठान पूर्ण होता है  | वहीं 11 महारुद्र अनुष्ठान पूर्ण होने पर अतिरुद्र अनुष्ठान की पूर्णाहुति होती है |  इस प्रकार 11 दिन तक एक-एक महारुद्र होगा  |  11 वें दिन अतिरुद्र की पूर्णाहुति पर यज्ञ किया जाएगा |  महाकाल के आँगन में व्याधि निवारण के लिए वेद मंत्रों से जड़ी, बूटियों की आहुति दी जा रही हैं |  अनुष्ठान के दौरान भगवान महाकाल की प्रसन्नता के लिए सहस्त्र कमल, बिल्व पत्र, गुलाब आदि अर्पित किए  जा रहे हैं | 

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 MadhyaBharat  9 April 2021

 Geological movement

त्रिवेणी क्षेत्र में शिप्रा नदी के किनारे धमाके 10 फिट उछला पानी ,आग और धुआँ छाया   महाकाल की नगरी  उज्जैन  से पांच किमी दूर शिप्रा नदी के त्रिवेणी क्षेत्र में एक के बाद कई बार पानी में धामाका हुआ |  यहां पहले तेज रोशनी हुई इसके बाद पानी में धमाके हुए | धमाकों से पानी कई फ़ीट ऊपर उछाला और आग के साथ धुआँ निकलने लगा |  उज्जैन में शिप्रा नदी पर अद्भुत नजारा देखने को मिला | शिप्रा नदी के त्रिवेणी क्षेत्र में एक के बाद कई बार पानी में धामाका हुआ | प्रत्यक्षदर्शियों  ने बताया कि यहां पहले एक चमकदार रोशनी दिखाई दी |  इसके बाद धमाकों के साथ पानी ऊपर उछला और आग के साथ धुआं निकलने लगा | मौके पर मौजूद लोगों ने इसका वीडियो भी बनाया |  यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है |  कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया की  घटनास्थल का मुआयना किया गया है | भूगर्भीय वैज्ञानिकों की टीम भी जांच के लिए यहां पहुंचेगी | यहां से पानी के सैंपल  लिए गए |  जिसकी पीएचई प्रयोगशाला में जांच की जाएगी  | गौरतलब है की 13 मार्च को शनिश्चरी अमावस्या है  | इस मौके पर त्रिवेणी संगम पर  स्नान के लिए हजारों श्रद्धालु आते हैं |  हालांकि जहां धमाके हुए  वह जगह नदी में पुराने स्नान घाट से दूर है | स्टॉपडेम के आसपास धमाके होने से स्टॉपडेम में भी खतरे की आशंका जताई जा रही है |  फिलहाल क्षेत्र के आसपास जाने को लेकर प्रतिबंध लगा दिया गया है  |   

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 MadhyaBharat  9 March 2021

 Somersault is expensive

दिया जलाने की बजाये जला लिया मुँह   अब बात वीडियो वायरल की |  उज्जैन में एक युवक हो हीरोगिरी करना महँगा पड़ गया  | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से दिये जलाने का निवेदन किया था लेकिन एक युवक मुँह में ज्वलनशील पदार्थ लेकर तमाशा करने लगा  |  इस तमाशेबाजी में उसका मुँह जल गया  | लोगों ने जैसे तैसे उसे बचाया  |  ढाबा रोड क्षेत्र में रविवार रात एक युवक मुंह में ज्वलनशील पदार्थ भरकर आग निकालने  का तमाशा  कर रहा था  | इसी दौरान उसका चेहरा आग की चपेट में आ गया |  घटना देख आस पड़ोस के लोग दौड़े और युवक को बचाया  | अब घटना का वीडियो  खूब  वायरल  हो रहा है  | रात नौ बजे क्षेत्र में  लोग  दीया जला रहे थे |  इस दौरान गेबी हनुमान मंदिर के पास रहना वाला एक युवक रोड पर निकला और कलाबाजी करने लगा  |  पहले  उसने  ज्वलनशील पदार्थ मुंह में भरा |  इसके बाद मुंह से आग निकालने की कलाबाजी दिखाने लगा  |  इसी दौरान उसके चेहरा आग की चपेट में आ गया घटना देख लोगों में हड़कंप मच गया | लोगों ने उसके मुँह से आग बुझाई और  पानी डालकर उसे बचाया  |   

MadhyaBharat

 MadhyaBharat  7 April 2020

 Great carelessness of administration

अपने सिस्टम को तत्काल ठीक करें अस्पताल में ताला और मरीज की मौत   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी बीमार  सिस्टम को तत्काल ठीक कीजिये  | व्यवस्था ऐसी तो हो की इस विषम परिस्थिति में  अस्पतालों के दरवाजे मरीजों के लिए खुले रहें  | हालात इतने खराब हैं कि गंभीर अवस्था में मरीज अगर अस्पताल पहुँचता है तो पहले वहां ताला तोड़ा जाता है |  भले ही इस दौरान  मरीज दम तोड़ दे  |  ऐसी ही भयावह तस्वीर सामने आई है उज्जैन से  | जो मानवता को शर्मसार करती है  |  ये खबर हुक्मरानों के दिमाग की बत्ती गुल कर सकती है  | एक तरफ कोरोना के संक्रमण काल में स्वास्थ्य अमला देवदूत बना हुआ है वहीं कुछ जगह हालात इतने बदत्तर हैं कि अगर कोई गंभीर बीमार अस्पताल पहुँच जाए तो उनकी सुनने वाला कोई नहीं है | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आप बहुत संजीदा संजीदा इंसान हैं |  इसलिए समय रहते एक्शन लीजिये और ये ताकीद कीजिये कि भविष्य में ऐसी शर्मसार कर देने वाली  घटना की पुनरावृत्ति मध्यप्रदेश में तो न हो | ये वीडियो दिखाना हमारी मज़बूरी है  | ताकि सरकार की आँखें खुल जाएँ   | जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही ये महिला एम्बुलेंस से अपने घर से अस्पताल तक तो आ गई लेकिन ये क्या  | अस्पताल में ताला लगा है | ऐंबुलेंस और कुछ कर्मचारी जब ताला तोड़ने की मशक्कत कर रहे थे तब महिला वाहन में तड़प रही थी |  एक स्वास्थ्य कर्मी ने महिला को गले लगाकर उनका ढांढ़स बनाये रखने का काम किया लेकिन महिला की सांसे उखड रही थीं  | तो दूसरी तरफ अस्पताल के सन्नाटे में ताला तोड़े जाने की आवाजें सरकार के वादे और दावों की पोल खोल रही थीं |  अस्पताल की  लापरवाही उजागर  की इससे ज्यादा खतरनाक तस्वीर कोई हो ही नहीं सकती  | दानीगेट निवासी 58 साल की महिला को गुरुवार देर रात   माधवनगर अस्पताल में भेजा गया  | यहां से उसे आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज भर्ती के लिए रैफर किया गया, मगर यहां वार्ड के ताले की चाबी ही नहीं मिली   कुछ कर्मचारी ताला तोड़ते रहे  | इस दौरान महिला बाहर एंबुलेंस में  अंतिम सांसे ले रही थी  |  करीब 45 मिनट बाद जब ताला टूटा और उसे वार्ड में भर्ती कराया गया | तब तक बहुत देर हो चुकी थी | महिला इलाज के आभाव में दुनिया को अलविदा कह चुकी थीं  |   

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 MadhyaBharat  7 April 2020

 Great carelessness of administration

अपने सिस्टम को तत्काल ठीक करें अस्पताल में ताला और मरीज की मौत   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी बीमार  सिस्टम को तत्काल ठीक कीजिये  | व्यवस्था ऐसी तो हो की इस विषम परिस्थिति में  अस्पतालों के दरवाजे मरीजों के लिए खुले रहें  | हालात इतने खराब हैं कि गंभीर अवस्था में मरीज अगर अस्पताल पहुँचता है तो पहले वहां ताला तोड़ा जाता है |  भले ही इस दौरान  मरीज दम तोड़ दे  |  ऐसी ही भयावह तस्वीर सामने आई है उज्जैन से  | जो मानवता को शर्मसार करती है  |  ये खबर हुक्मरानों के दिमाग की बत्ती गुल कर सकती है  | एक तरफ कोरोना के संक्रमण काल में स्वास्थ्य अमला देवदूत बना हुआ है वहीं कुछ जगह हालात इतने बदत्तर हैं कि अगर कोई गंभीर बीमार अस्पताल पहुँच जाए तो उनकी सुनने वाला कोई नहीं है | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आप बहुत संजीदा संजीदा इंसान हैं |  इसलिए समय रहते एक्शन लीजिये और ये ताकीद कीजिये कि भविष्य में ऐसी शर्मसार कर देने वाली  घटना की पुनरावृत्ति मध्यप्रदेश में तो न हो | ये वीडियो दिखाना हमारी मज़बूरी है  | ताकि सरकार की आँखें खुल जाएँ   | जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही ये महिला एम्बुलेंस से अपने घर से अस्पताल तक तो आ गई लेकिन ये क्या  | अस्पताल में ताला लगा है | ऐंबुलेंस और कुछ कर्मचारी जब ताला तोड़ने की मशक्कत कर रहे थे तब महिला वाहन में तड़प रही थी |  एक स्वास्थ्य कर्मी ने महिला को गले लगाकर उनका ढांढ़स बनाये रखने का काम किया लेकिन महिला की सांसे उखड रही थीं  | तो दूसरी तरफ अस्पताल के सन्नाटे में ताला तोड़े जाने की आवाजें सरकार के वादे और दावों की पोल खोल रही थीं |  अस्पताल की  लापरवाही उजागर  की इससे ज्यादा खतरनाक तस्वीर कोई हो ही नहीं सकती  | दानीगेट निवासी 58 साल की महिला को गुरुवार देर रात   माधवनगर अस्पताल में भेजा गया  | यहां से उसे आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज भर्ती के लिए रैफर किया गया, मगर यहां वार्ड के ताले की चाबी ही नहीं मिली   कुछ कर्मचारी ताला तोड़ते रहे  | इस दौरान महिला बाहर एंबुलेंस में  अंतिम सांसे ले रही थी  |  करीब 45 मिनट बाद जब ताला टूटा और उसे वार्ड में भर्ती कराया गया | तब तक बहुत देर हो चुकी थी | महिला इलाज के आभाव में दुनिया को अलविदा कह चुकी थीं  |   

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 MadhyaBharat  6 April 2020

 Mahakal Temple Corona Virus

महाकाल मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं   उज्जैन में कोरोना वायरस से फैलने वाली महामारी से सुरक्षा के चलते  |  महाकाल मंदिर की भस्म आरती में पूरा मंदिर खाली दिखाई दिया  |  जिस परिसर में  खड़े रहने के लिए जगह नहीं मिलती थी |  वंही पूरे मंदिर परिसर में  एक भी श्रद्धालु को प्रवेश नहीं दिया गया  |  महाकाल मंदिर समिति और मंदिर के पंडे पुजारियों ने कोरोना वायरस ना फैले इसके चलते निर्णय यह लिया था की  |  भस्म आरती में आगामी आदेश तक श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जाए    12 ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं उज्जैन के माहाकाल |  माहाकाल की भस्म आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालु देश-विदेश से रोजाना महाकाल मंदिर पहुंचते हैं  | और बड़ी संख्या में लाइन लगाकर 1700 से अधिक श्रद्धालु एक बार में मंदिर परिसर में बैठकर भस्म आरती में  भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेते हैं    लेकिन कल महाकाल मंदिर समिति और पंडे पुजारियों ने निर्णय लिया था |  कि भीड़ को इकट्ठा ना होने दें और इसी के चलते भस्मारती में  वीआईपी और सामान्य  श्रद्धालु के लिए प्रवेश निषेध कर दिया गया था |  रोज महाकाल मंदिर में भस्म आरती  में प्रवेश के लिए देर रात 3:00 बजे से ही श्रद्धालु मंदिर के तीन नंबर गेट पर पहुंचते हैं |  जहां से लाइन में नीचे गर्भ ग्रह तक पहुंचते हैं  | लेकिन कोरोना वायरस के चलते पूरा मंदिर विरान दिखाई दिया  | किसी भी श्रद्धालु को मंदिर में अनुमति नहीं मिली और अब तक इतिहास में शायद पहली बार ऐसा हुआ हो  |  कि भस्मारती बिना श्रद्धालुओं के हुई  |  वहीं कुछ श्रद्धालु मंदिर परिसर के बाहर ही आरती के समय दिखाई दिए और उन्होंने बाहर एलईडी स्क्रीन पर की आरती और माहाकाल बाबा के दर्शन के दर्शन किये  | श्रद्धालुओं ने इस निर्णय को अच्छा बताया और कहा कि श्रद्धालुओं के हित में ही यह निर्णय लिया गया है और भगवान महाकाल सब की रक्षा करेंगे  |   

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 MadhyaBharat  18 March 2020

 MAHAKAAL

महाशिवरात्रि मानेगी शिवनवरात्रि के रूप में   ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर लगातार 44 घंटे मंदिर के पट खुले रहेंगे  |  महापर्व पर राजाधिराज महाकाल आम दिनों की अपेक्षा डेढ़ घंटे पहले जागेंगे  |   20 फरवरी को रात 2.30 बजे मंदिर के पट खुलेंगे  | पश्चात भस्मारती होगी  |  इसके बाद आम दर्शन का सिलसिला शुरू होगा, जो निरंतर 22 फरवरी की रात 11 बजे शयन आरती तक चलेगा  |  बारह ज्योतिर्लिंगों में से एकमात्र दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि, शिवनवरात्रि के रूप में मनाई जाती है  |  इस बार भी 13 फरवरी से शिवनवरात्रि की शुरुआत होगी  भूतभावन भगवान् महाकाल के दरबार में शिवनवरात्रि  से प्रतिदिन भगवान का अलग-अलग रूप में आकर्षक श्रृंगार होगा  | उसके बाद  21 फरवरी को महाशिवरात्रि के लिए 20 फरवरी की रात 2.30 बजे मंदिर के पट खुलेंगे तथा भस्मारती होगी |  सुबह 5 बजे से आम दर्शन की शुरुआत होगी |  दोपहर 12 बजे तहसील की ओर से भगवान महाकाल की पूजा अर्चना की जाएगी | शाम 4 बजे होल्कर व सिंधिया स्टेट की ओर से पूजन किया जाएगा |  इसके बाद रात्रि 11 बजे से रात्रि पर्यंत महापूजा होगी   | पूजन उपरांत 22 फरवरी को तड़के 4 बजे भगवान महाकाल का सप्तधान रूप में श्रृंगार कर उनके शीशसवामन फूल व फलों का सेहरा सजाया जाएगा | सुबह 10 बजे तक भक्तों को सेहरे के दर्शन होंगे  | सेहरा उतारने के बाद दोपहर 12 बजे साल में एक बार दोपहर में होने वाली भस्मारती होगी   | रात 11 बजे 44 घंटे बाद मंदिर के पट बंद होंगे | ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शिवनवरात्रि के दौरान प्रतिदिन सुबह 9.30 से दोपहर एक बजे तक विशेष पूजा अर्चना होगी  |  शाम को दोपहर 3 बजे से संध्या पूजन तथा इसके बाद भगवान का विशेष श्रृंगार होगा |   विशेष अभिषेक-पूजन के समय गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश निषेध रहता है  |    

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 MadhyaBharat  6 February 2020

 Gujarati community election

तीन सालों से लगातार महाकाल पैनल का कब्ज़ा महाकाल पैनल सहित तीन पैनल हुए थे शामिल    दामोदर वंशीय जूना गुजराती समाज के  | अखिल भारतीय टेकचंद जी महाराज रजिस्टर्ड ट्रस्ट कड़छा के |  त्रिवार्षिक चुनाव  गुरुधाम कड़छा में संपन्न हुए  |  समाज के इस त्रिवर्षीय चुनाव में तीन पैनल शामिल हुए थे | यह चुनाव 11 पदों के लिए किया गया था   |  जिसमे तीन सालों से लगातार जीतते आ रहे महाकाल पैनल ने एक बार फिर जीत हांसिल की  |  दामोदर वंशी जूना गुजराती अपने समाज के लोगो को जोड़े रखने के लिए लगातार प्रयासरत रहता हैं  | होना गुजरती समाज में हर तीन सालों में एक बार चुनाव होते हैं  |  जिसमे समाज के ही अलग - अलग पैनल हिस्सा लेते हैं  | और समाज के लोग वोट करते हैं  |  समाज का यह चुनाव पुरे नियम कायदे से होता हैं  | जिसमे निर्वाचन अधिकारी पूरी चुनाव प्रक्रिया को सपन्न करता हैं   | इस बार चुनाव में जूना गुजरती समाज के तीन पैनल शामिल हुए थे |  जिसमे महाँकाल पैनल ने लगातार तीसरी बार ऐतिहासिक जीत दर्ज की  | गुरुधाम कड़छा में संपन्न चुनाव में महाकाल पेनल ने अध्यक्ष सहित सभी 11 पदों पर जीत हांसिल की हैं |  चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए महाँकाल पैनल के वर्तमान अध्यक्ष मोहनलाल चौहान ने कड़े मुकाबले में भंवर लाल जाधव को 86 मत से पराजित किया  |  चौहान को 1675मत व जाधव को 1589 मत प्राप्त हुए  | वही अध्यक्ष पद के अन्य प्रत्याशि नरेंद्र परमार को 45 मत  | बंसीलाल परमार को 304 मत |  मनोरमा देवी गोयल को 41 मत प्राप्त हुए  |  सचिव पद के लिए मुकाबले  में महाँकाल पैनल के नरेंद्र पडिहार ने मोहनलाल मकवाना को 368 मतों से पराजित किया |  पड़िहार को 2003 मत व मकवाना को 1635 मत प्राप्त हुए थे |  कोषाध्यक्ष पद के लिए महाँकाल पैनल के मनीष सोलंकी ने |  बालकृष्ण गेहलोत को 265 मतों से पराजित किया  | सोलंकी को 1869 मत व गेहलोत को 1604 मत प्राप्त  हुए थे  |   जबकि ट्रस्टी के 8 पदों के लिए महाँकाल पैनल के रमेश चंद्र डाबी1781मत  |  धनराज माहेश्वरी1725 मत  |  रूप किशोर सोलंकी1723 मत  |   गोपाल परमार1669 मत  |  हेमराज सोलंकी1648 मत|  महेश चौहान1633 मत  |  शांतिलाल पंवार1597 मत व सुभाष गोयल1569 मत प्राप्त कर विजय हुवे  |  कड़छा ट्रस्ट के चुनाव के  लगातार तीसरी बार बने निर्वाचन अधिकारी  | सोहनलाल परमार ने मतगणना के पश्चात विजय उम्मीदवार की घोषणा की  | परिणामों की घोषणा होते ही महांकाल पैनल के समर्थकों ने विजेता प्रत्याशियों को फूल माला पहना कर बधाई दी और जमकर आतिशबाजी कर जीत का जश्न मनाया  |  शांतिपूर्वक मतदान के लिये पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था भी की गई है।      

MadhyaBharat

 MadhyaBharat  4 February 2020

 Mahakal Eclipse

महाकाल मंदिर में पुजारियों ने किया जाप   सूर्यग्रहण से पहले जहां देश के सभी मंदिरों के पट बंद कर दिए गए वहां महाकाल मंदिर के पट सूर्यग्रहण में भी खुले रहे  | सुबह विधिवत भस्म आरती भी हुई और उसके बाद पुजारियों ने मंदिर में जाप किया  |  सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के दौरान वैष्णव मंदिरों के पट बंद कर दिए जाते हैं लेकिन शैव मंदिरों के पट खुले रहते हैं  | आज सूर्य ग्रहण के दौरान महाकाल मंदिर के गर्भगृह में पुजारी बैठकर जाप करते रहे  | इस दौरान वे शिवलिंग को स्पर्श नहीं करते हैं, ग्रहण पूर्ण होने के बाद  ही पुजारी मंदिर से बाहर निकले   इस दौरान उज्जैन शहर में बाकी मंदिरों के पट बंद रहे  |  ग्रहण समाप्त होने के बाद मंदिर में शुद्धिकरण जरूर  किया गया |  इसके बाबा महाकाल की पूजा अर्चना की  गई  | महाकाल मंदिर में रोज की तरह भस्म आरती भी गई  | वर्ष के अंत में छुट्टियों के दौरान यहां दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है  | बुधवार को ही एक दिन में करीब 26 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए  |  ग्रहण से पहले महाकाल मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भस्म आरती में भाग लिया और भगवान महाकाल को हरिहर का जल चढ़ाया  | सूर्य  ग्रहण के बाद पर्व स्नान की वजह से शिप्रा नदी के तटों पर भी श्रद्धालुओं  की खासी भीड़ रही  |  पर्व स्नान के बाद श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन को पहुंचे  |  ऐसे में बाकी दिनों के मुकाबले मंदिर में   और ज्यादा भीड़ रही |  प्रशासन की ओर से भी श्रद्धालुओं के स्नान के लिए पूरी व्यवस्था की गई है  | तटों पर स्नान के लिए फव्वारे भी लगाए गए हैं | लेकिन उज्जैन में हर पर्व महाकाल के बिना अधूरा है  | इसलिए महाकाल मंदिर में रोज से कहीं ज्यादा भीड़ रही और पूरा उज्जैन जय महाकाल की ध्वनि से गूंजता रहा  | 

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 MadhyaBharat  26 December 2019

 Mahakal Eclipse

महाकाल मंदिर में पुजारियों ने किया जाप   सूर्यग्रहण से पहले जहां देश के सभी मंदिरों के पट बंद कर दिए गए वहां महाकाल मंदिर के पट सूर्यग्रहण में भी खुले रहे | सुबह विधिवत भस्म आरती भी हुई और उसके बाद पुजारियों ने मंदिर में जाप किया  |  सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के दौरान वैष्णव मंदिरों के पट बंद कर दिए जाते हैं लेकिन शैव मंदिरों के पट खुले रहते हैं  | आज सूर्य ग्रहण के दौरान महाकाल मंदिर के गर्भगृह में पुजारी बैठकर जाप करते रहे  | इस दौरान वे शिवलिंग को स्पर्श नहीं करते हैं, ग्रहण पूर्ण होने के बाद  ही पुजारी मंदिर से बाहर निकले    इस दौरान उज्जैन शहर में बाकी मंदिरों के पट बंद रहे  |  ग्रहण समाप्त होने के बाद मंदिर में शुद्धिकरण जरूर  किया गया  |   इसके बाबा महाकाल की पूजा अर्चना की  गई  | महाकाल मंदिर में रोज की तरह भस्म आरती भी गई  | वर्ष के अंत में छुट्टियों के दौरान यहां दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है  | बुधवार को ही एक दिन में करीब 26 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए  | ग्रहण से पहले महाकाल मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भस्म आरती में भाग लिया और भगवान महाकाल को हरिहर का जल चढ़ाया  | सूर्य  ग्रहण के बाद पर्व स्नान की वजह से शिप्रा नदी के तटों पर भी श्रद्धालुओं  की खासी भीड़ रही  | पर्व स्नान के बाद श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन को पहुंचे  | ऐसे में बाकी दिनों के मुकाबले मंदिर में   और ज्यादा भीड़ रही  | प्रशासन की ओर से भी श्रद्धालुओं के स्नान के लिए पूरी व्यवस्था की गई है |  तटों पर स्नान के लिए फव्वारे भी लगाए गए हैं  | लेकिन उज्जैन में हर पर्व महाकाल के बिना अधूरा है | इसलिए महाकाल मंदिर में रोज से कहीं ज्यादा भीड़ रही और पूरा उज्जैन जय महाकाल की ध्वनि से गूंजता रहा  |   

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 MadhyaBharat  26 December 2019

 DURGHATNA

ओवरटेक के चक्कर में हुआ हादसा   इंदौर रोड पर एक बड़ा सड़क हादसा हो गया  |  इंदौर रोड़ पर सुबह सड़क किनारे खड़े ट्रक में   बस पीछे से जा घुसी  | दुर्घटना में आधा दर्जन यात्री घायल हो गये  | यात्रियों का कहना है  कि बस ड्राइवर की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है  |  ट्रक को ओवरटेक करने के चक्कर में बस ट्रक के अंदर जा घुसी  |  इंदौर रोड़ पर सुबह सड़क किनारे खड़े ट्रक में  शुक्ला ब्रदर्स की बस पीछे से जा घुसी  |  जिसके बाद दर्जन भर यात्री घायल हो गए  | बताय जा रहा है की  बस यात्रियों को बैठाकर उज्जैन से इंदौर के लिये रवाना हुई थी  |  बस  निनौरा टोल नाके के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक में पीछे से जा घुसी  |  दुर्घटना में  आधा दर्जन यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए  | जिन्हें  उपचार के लिये अस्पताल भिजवाया गया  |  इनमें तीन लोग उज्जैन दर्शन के बाद इंदौर लौट रहे थे, जबकि कुछ यात्रियों को मामूली चोंटे भी आईं है  | बस में सवार यात्रियों ने बताया कि बस का ड्राइवर लापरवाही पूर्वक तेज गति से बस चला रहा था  |  ओव्हरटेक करने के दौरान उसका संतुलन बिगड़ा और बस ट्रक में जा घुसी |  दुर्घटना के बाद बस का चालक बस में ही फंस गया और उसका पैर बुरी तरह  जख्मी हो गया  | पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सड़क पर लगे जाम को खुलवाया  |       

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 MadhyaBharat  14 September 2019

 JYOTI RAJ SCINDIA

गोविन्द राजपूत से नाखुश है ज्योतिरादित्य    इन दिनों मध्यप्रदेश में जमकर उठापटक चल रही है  |  कांग्रेसी  दिग्गज ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अपने समर्थक मंत्री गोविन्द राजपूत से खासे नाराज चाल रहे हैं  | अपने दौरे के दौरान सिंधिया ने न गोविन्द राजपूत को भाव दिया और न अपने पास फटकने दिया  |  कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया  अपने  समर्थक रहे गोविंद सिंह राजपूत से नाराज़ हैं.| इस सप्ताह के आरम्भ में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया  उज्जैन आए तो उन्होंने  राजपूत से बात करना तो दूर उन्हें देखा तक नहीं |  जबकि उनके दूसरे समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट पूरे दौरे में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ रहे |  सिंधिया समर्थक परिवहन और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत  ऐसा होने से इंकार कर रहे हैं लेकिन तस्वीरों को देखें तो पता चलता है अब सिंधिया और राजपूत के रिश्तों में पहले जैसी बात नहीं है  |  इस दौर में सिंधिया ने न सिर्फ गोविन्द राजपूत से दूरी बनाई  | बल्कि एक तर से उनको इग्नोर भी किया  | जबकि उनके दूसरे समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट पूरी यात्रा के दौरान सिंधिया के साथ रहे | सिंधिया जब कार्यकर्ताओं के साथ मंदिर की गैलरी में पहुंचे तो गेट लगा दिया गया |  गोविंद सिंह राजपूत 10 मिनट तक बाहर इंतजार करते रहे,लेकिन गेट नहीं खोला गया |   इस दौरान गोविंद सिंह राजपूत अलग-थलग दिखाई दिए |  इस घटना के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया जब लौटे तो गोविंद राजपूत उन्हें छोड़ने एयरपोर्ट नहीं गए |   यहां भी तुलसी सिलावट ही उनके साथ थे |  इससे ज़ाहिर हो गया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और गोविंद राजपूत के बीच सब कुछ ठीक नहीं है |   सिंधिया की नाराज़गी जैसे ही सुर्खियां बनीं तो गोविंद सिंह राजपूत  सफाई देते नजर आये   | उन्होंने कहा सिंधिया हमारे नेता हैं |   मीडिया के पास नाराजगी नापने का कौन सा यंत्र है वो यंत्र हमें जरूर दिखाएं |  कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि मंत्री गोविन्द राजपूत की कार्यप्रणाली पर इस समय कांग्रेस के आला नेता नजर बनाये हुए हैं और गोविन्द राजपूत के कुछ बायान और कार्यप्रणाली से कांग्रेस नेता खुश नहीं हैं  |  इस मामले में आला नेताओं ने सिंधिया तक से बात की  | इसके बाद से ज्योतिरादित्य सिंधिया गोविन्द राजपूत से नाखुश बताए जा रहे हैं |

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 MadhyaBharat  29 August 2019

 COMPUTER BABA

कंप्यूटर:विधायक बीजेपी से तंग आ चुके हैं    उज्जैन में नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा ने दावा किया है कि प्रदेश भाजपा के 4 विधायक उनके संपर्क में हैं   वे भाजपा से तंग आ चुके हैं और कांग्रेस में आने के लिए छटापटा रहे हैं  कंप्यूटर बाबा ने कहा आने वाले वक्त में उन्हें सीएम कमलनाथ के सामने पेश कर दूंगा    कंप्यूटर बाबा का कहना है बीजेपी विधायक  पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और भाजपा से परेशान हैं   मेरे संपर्क में बीजेपी के चार कद्दावर विधायक हैं उन विधायकों को कमलनाथ पर पूरा भरोसा है    वो विकास के लिए समर्थन देंगे  शिवराज और भाजपा का भरोसा नहीं है  इसलिए मैं किसी का नाम नहीं बताऊंगा, मुझे काफी परेशान किया था   बाबा ने कहा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ जब भी कहेंगे, विधायकों को उनके  समक्ष प्रस्तुत कर दूंगा  कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि शिप्रा सदानीरा और स्वच्छ बनी रही, इसके लिए सरकार काम कर रही है  अभी नदी में नाले मिल रहे हैं मगर नवंबर तक ये गंदा पानी नदी में मिलना बंद हो जाएगा   कम्प्यूटर बाबा ने शिप्रा नदी पर डैम बनाने की भी पैरवी की  उनका कहना था कि कमलनाथ की सरकार 5 साल नहीं बल्कि 25 साल तक चलेगी    उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में सबसे अधिक अवैध उत्खनन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के कार्यकाल में हुआ हैं   नर्मदा से लेकर अन्य नदियों में भाजपा से जुड़े लोग अवैध उत्खनन कर खूब पैसा बना चुके हैं            

MadhyaBharat

 MadhyaBharat  27 July 2019

Avedh Hotal

सोसायटियों की आवासीय जमीन पर बगैर भूमि डायवर्शन के नक्शा स्वीकृत कराये होटल बनाना होटल मालिक को महंगा पड़ गया | हाईकोर्ट ने  6 मंजिला होटल को ढहाने का आदेश दिया था | इंदौर रोड पर अवैध रूप से बनी 20 करोड़ रुपए की होटल शांति क्लार्क इन सुईट्स की इमारत बुधवार को बारूद लगाकर ध्वस्त कर दिया गया। होटल के दो हिस्सों को 34 किलो विस्फोटक लगाकर उड़ाया गया। इसका शेष हिस्सा कल तोड़ा जाएगा।   बता दें कि इस होटल का निर्माण विभिन्न सोसायटियों की आवासीय जमीन पर बगैर भूमि डायवर्शन के नक्शा स्वीकृत कराकर किया गया था। हाईकोर्ट ने इस 6 मंजिला होटल को ढहाने का आदेश दिया था। गौरतलब है कि इस होटल निर्माण 3 हिस्सों में हुआ था। इस इमारत को ध्वस्त करने के लिए कवायद कुछ दिनों से चल रही थी।जेसीबी, पोकलेन से दीवारें तोड़ी थी जिसके बाद कुल 101 पिलर सामने आए। फिर इन पिलरों में बारूद भरा गया। इंदौर के विस्फोटक एक्सपर्ट शरद सरवटे के निर्देशन में इस होटल को ध्वस्त किया गया। पलक झपकते ही 20 करोड़ की लागत वाली ये होटल जबर्दस्त धमाके के साथ जमींदोज हो गई। विस्फोट के दौरान धुल का गुबार निकला और होटल के दो हिस्से जमींदोज हो गए। इमारत में विस्फोट के पहले जनसामान्य की सुरक्षा के लिहाज से नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल के निर्देश पर पास की होटल विक्रमादित्य को खाली करा लिया गया था। इसके अलावा हरिफाटक ब्रिज और महामृत्युंज द्वार से ट्रैफिक डायवर्ट करने और अनाधिकृत व्यक्तियों को कार्रवाई स्थल से दूर रखा गया। विस्फोटक से उड़ाने का खर्च होटल मालिस से वसूला जाएगा होटल को पहले ही दे दिए थे निर्देश  नगर निगम आयुक्त एवं प्रभारी कलेक्टर प्रतिभा पाल ने गुरुवार को होटल का मुआयना किया। उनके साथ इंदौर से आए विस्फोटक एक्सपर्ट शरद सरवटे थे। इसके बाद वैधानिक अनुमति जारी कर दी। वहीं होटल मालिक को 24 घंटे में अपना सामान बाहर करने और होटल में समस्त प्रकार की बुकिंग बंद करने के निर्देश दिए गए थे। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज की इंदौर हाईकोर्ट की डबल बेंच के फैसले को चुनौती देते हुए होटल मालिक चंद्रशेखर श्रीवास ने सुप्रीम कोर्ट ने याचिका लगाई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। हाईकोर्ट ने 10 दिन पहले 18 जून को होटल शांति क्लार्क इन सुइट्स की समस्त परमिशन रद्द करते हुए तोड़ने का आदेश दिया था।  

MadhyaBharat

 MadhyaBharat  3 July 2019

आनन्दीबेन पटेल

राज्यपाल  पटेल द्वारा उज्जैन में संस्कृत विश्वविद्यालय में विभिन्न कार्यों का शुभारंभ मध्यप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने उज्जैन में महर्षि पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित महर्षि पतंजलि छात्रावास एवं संस्कृत शिक्षण-प्रशिक्षण, ज्ञान-विज्ञान संवर्द्धन-योग केन्द्र का शुभारम्भ किया। राज्यपाल ने कहा कि महर्षि पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय के बटुक एक दिन महान राजनीतिज्ञ चाणक्य बनकर राष्ट्र को नई दिशा देंगे। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि आज यहां विश्वविद्यालय परिसर में शिक्षा प्राप्त करने वाले बेटे-बेटियों ने मिलकर 1111 पौधे रोपकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाकर विश्वविद्यालय को गौरव प्रदान किया है। यह देशवासियों के लिये एक अनुकरणीय उदाहरण है। राज्यपाल ने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ, संतुलित तथा स्वस्थ बनाये रखने की दिशा में ऐसे प्रयास निरन्तर होते रहने चाहिये। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि हमारी संस्कृति संस्कृत के बिना संभव नहीं है। इसमें मां-बेटी का सम्बन्ध है। संस्कृत मां है और उसकी बेटी संस्कृति है। राज्यपाल ने कहा कि संस्कृत केवल मातृभाषा ही नहीं है, एक विचार भी है। संस्कृत एक संस्कृति है, संस्कार है, सभ्यता भी है और वह आचार संहिता भी है। विश्व का सबसे उत्कृष्ट ज्ञान और विज्ञान है। संस्कृत सबका मूल है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपति से कहा कि विश्वविद्यालय में सौर ऊर्जा का प्लांट लगाया जाये। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री का कहना है कि सौर ऊर्जा क्षमता में वृद्धि का लाभ किसानों और आम लोगों तक पहुँचाना चाहिये। विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य जाँच शिविर लगाये जायें और उसमें छात्राओं के स्वास्थ्य जांच पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये। कार्यक्रम को विधायक डॉ.मोहन यादव ने भी संबोधित किया। शुरूआत में कुलपति प्रो.रमेशचंद्र पांडा ने विश्वविद्यालय के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में राज्यपाल एवं अन्य अतिथियों ने कात्यायन शुल्बसूत्र, व्यक्तित्व का मनोविज्ञान एवं दर्शन आदि नाम की पुस्तकों का विमोचन किया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की मीनाक्षी सेन को एमपीपीएससी में संस्कृत में सहायक अध्यापक का चयन होने पर सम्मानित किया। वहीं विश्वविद्यालय के एवं संबद्धता वाले महाविद्यालयों के संस्कृत में प्रथम आने पर छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने रूद्राक्ष का पौधा रोपा। अन्य अतिथियों और सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने विद्यालय परिसर और विद्यालय के समीप की पहाड़ी पर एकसाथ पौध-रोपण किया। अंत में कुलसचिव श्री मनोज कुमार तिवारी ने आभार माना।  

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 MadhyaBharat  24 August 2018

shivraj singh

शासकीय कर्मचारियों द्वारा मुख्यमंत्री का सम्मान एवं आभार एमपी के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शासकीय कर्मचारी प्रशासन का दिल, अंतर्रात्मा और दोनों हाथ हैं। सरकार द्वारा कर्मचारियों के हितों के लिये निरंतर कार्य किये गये हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने कर्मचारियों को अपने परिवार की तरह ही समझा है। भविष्य में भी निरंतर कर्मचारियों के कल्याण के कार्य किये जायेंगे। शासकीय कर्मचारी और सरकार मिलकर प्रदेश को समृद्ध और विकसित बनायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान शनिवार को उज्जैन में प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों द्वारा सम्मान एवं आभार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों के विभिन्न 45 संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का शासकीय कर्मचारियों को सातवाँ वेतनमान दिये जाने, केन्द्रीय कर्मचारियों के समान महँगाई भत्ता, अध्यापक संवर्ग को शिक्षा विभाग में सम्मिलित करने तथा सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष किये जाने पर आभार व्यक्त किया है। मध्यप्रदेश शासकीय तृतीय वर्ग कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष श्री रमेशचन्द्र शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी वर्गों का समान रूप से ध्यान रखा है और उनके हितों की रक्षा की है। मुख्यमंत्री द्वारा आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिये भी कारगर कदम उठाये गये हैं

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 MadhyaBharat  16 July 2018

patidae anandi ben

उज्जैन में हुआ म.प्र पाटीदार समाज महिला संगठन का प्रांतीय आधिवेशन राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज उज्जैन में म.प्र पाटीदार समाज महिला संगठन के प्रान्तीय महाधिवेशन में कहा कि समाज में अच्छे काम कभी भी निरर्थक नहीं होते हैं। माताएं अपने स्वास्थ्य का खयाल रखें। अपनी बेटियों को पौष्टिक आहार दें एवं वर्ष में एक बार उनका हीमोग्लोबिन परीक्षण अवश्य करवायें, ताकि आने वाली पीढ़ी कुपोषण की शिकार नहीं हो। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हर परिवार में बेटा-बेटी के साथ एक-समान व्यवहार होना चाहिये। बेटों की तरह बेटियों को भी खूब पढ़ायें और बेटे के समान ही ध्यान भी रखें। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। माताएं अपने बच्चों को आठ वर्ष की आयु तक अच्छे संस्कार दें। विवाह समारोह में अनावश्यक धनराशि व्यय नहीं करें। बचत राशि से बेटे-बेटियों को पढ़ाई और काम-धंधे में लगायें ताकि परिवार और समाज का समुचित विकास हो सके। उन्होंने कहा कि समाज में घूंघट प्रथा बन्द होना चाहिये। महिलाएं अपने अधिकार को पहचानें। लड़कों के मुकाबले और लड़कियों की संख्या का अनुपात कम हो रहा है। श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने कहा कि बाल विवाह जैसी कुरीति से बचना चाहिये। वयस्क होने पर ही बालक-बालिका का विवाह सम्पन्न कराया जाना चाहिये। उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने स्वयं अपने भतीजे की कम उम्र में होने वाली शादी को रूकवाया था। अच्छे काम में थोड़ी तकलीफ जरूर आती है, परन्तु अच्छे काम करते रहना चाहिये। समाज में सुख-समृद्धि के लिये सबको मिलकर, संकल्प लेकर अच्छे काम के लिये आगे बढ़ते रहना चाहिये। म.प्र.पाटीदार समाज महिला संगठन की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा पाटीदार ने कहा कि समाज में फैली कुप्रथाओं को दूर करने के लिये महाधिवेशन बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी अनेकों योजनाएं द्वारा महिलाओं सशक्तिकरण के लिये कार्य कर रहा है। सभी को इन योजनाओं का लाभ लेना चाहिये। कार्यक्रम में जिला पंचायत रतलाम की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती निर्मला शंकर पाटीदार, गुजरात प्रान्त की साबरमती अहमदाबाद की पूर्व विधायक श्रीमती गीताबेन पटेल तथा पूर्व प्रान्ताध्यक्ष और जिला पंचायत इन्दौर की अध्यक्ष सुश्री कविता पाटीदार ने भी विचार व्यक्त किये। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने इस अवसर पर महिला संगठन द्वारा प्रकाशित पुस्तक 'कल्याणी' का विमोचन किया गया। जिला पंचायत बुरहानपुर की अध्यक्ष श्रीमती गायत्री पाटीदार, इन्दौर की समाजसेवी एवं शक्ति पम्प इंडिया की संचालिका श्रीमती इंदिरा पाटीदार, कृषि उपज मंडी भोपाल की अध्यक्ष श्रीमती श्यामा भागीरथ पाटीदार, बुरहानपुर की पूर्व महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल, अहमदाबाद गुजरात के ओमिया कैम्पस की प्रोफेसर श्रीमती रूपलबेन पटेल, मां-बेटी सम्मेलन की प्रणेता श्रीमती जागृतिबेन पटेल, बदनावर की समाजसेवी श्रीमती श्यामगिरी पाटीदार और दूर-दराज से आये पाटीदार समाज के महिला-पुरूष उपस्थित थे।  

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 MadhyaBharat  7 May 2018

गुरुकुल सम्मेलन 28 अप्रैल से, मोहन भागवत करेंगे उद्धाटन

  महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन में 28 से 30 अप्रैल तक तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय विराट गुरुकुल सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में देश-विदेश के गुरुकुल के तीन हजार प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। सम्मेलन के समापन पर सब की सहमति से 'गुरुकुल का घोषणा-पत्र" भी तैयार किया जाएगा। सम्मेलन का उद्धाटन आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत करेंगे। संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय गुरुकुल सम्मेलन की तैयारी नेपाल, म्यांमार और बेंगलुरु में आयोजित सम्मेलनों में की जा चुकी है। सम्मेलन में नेपाल, म्यांमार, इंडोनेशिया, मॉरीशस, त्रिनिनाद के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। साथ ही विभिन्न् विश्वविद्यालयों के 70-80 कुलपति, शिक्षा क्षेत्र के शोधार्थी, सामाजिक कार्यकर्ता और उद्योगपति भी मौजूद रहेंगे। सम्मेलन में आधुनिक शिक्षा पद्धति में गुरुकुल शिक्षा पद्धति के तत्व शामिल करने के मुद्दे पर चर्चा होगी। सम्मेलन के उद्धाटन सत्र में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. प्रकाश जावड़ेकर, राज्यमंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्वामी संवित सोमगिरी, आचार्य गोविन्द देवगिरी, स्वामी राजकुमार दास भाग लेंगे। वहीं समापन सत्र में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी और अन्य संत उपस्थित होंगे। समापन भाषण सुरेश सोनी देंगे।

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 MadhyaBharat  16 April 2018

उज्जैन में तीन दिवसीय शैव महोत्सव

भगवान शिव ही भारत के आदि देव हैं शुद्ध भाव से हर-हर महादेव कहने से शिव की उपासना पूरी होती है : शंकराचार्य श्री दिव्यानन्द तीर्थ  उज्जैन में तीन दिवसीय शैव महोत्सव का शुभारंभ  भानपुरा पीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री दिव्यानन्द तीर्थ ने कहा है कि भगवान शिव भारत के आदि देव हैं। शुद्धभाव से हर-हर महादेव कहने से ही शिव की उपासना पूर्ण होती है। महाकाल की नगरी में आयोजित शैव महोत्सव प्रशंसनीय एवं अनुकरणीय है। यह विश्व को एक नई दिशा प्रदान करेगा। शंकराचार्य स्वामी दिव्यानन्द तीर्थ तीन दिवसीय शैव महोत्सव का शुभारंभ कर रहे थे। स्वामी दिव्यानन्द तीर्थ ने कहा कि भारत जैसा कोई दूसरा देश नहीं है, जहाँ के लोगों को गीता का अमृत उपदेश मिला। इसके पूर्व भानपुरा पीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री दिव्यानन्द तीर्थ, डॉ.मोहनराव भागवत, मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान, आचार्य महामण्डलेश्वर विश्वात्मानन्द, महामण्डलेश्वर विशोकानन्दजी, महामण्डलेश्वर श्री भवानीनन्दन यतिजी, महामण्डलेश्वर सबिदानन्दजी, महामण्डलेश्वर ब्रम्हयोगानन्दजी एवं महामण्डलेश्वर पुण्यानन्दजी महाराज ने दीप जला कर महोत्सव का शुभारंभ किया। महोत्सव आयोजन की स्वागत समिति के अध्यक्ष एवं केन्द्रीय सिंहस्थ समिति के अध्यक्ष श्री माखनसिंह भी मौजूद थे। हमारी संस्कृति के पदचिन्ह दुनिया में मिलते हैं : डॉ. मोहन भागवत उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि हमारी संस्कृति के पदचिन्ह दुनियाभर में मिलते हैं। विष पीकर अमर होने वाला देश भारत ही हो सकता है। हमारा कर्त्तव्य बनता है कि दुनिया को राह दिखाने का काम करें। शिव का पहला नाम रूद्र है, रूद्र का अर्थ है शक्ति। बिना शक्ति के शिव होने का कोई मतलब नहीं है। दुनिया की सारी दुष्ट शक्तियों को भस्म करने वाले रूद्र ही शिव हैं। हम लोगों को शक्ति की उपासना करना पड़ेगी। शारीरिक ताकत ही सबकुछ नहीं होती, उसके साथ आन्तरिक ताकत भी होना आवश्यक है। हमको भौतिक बल से साथ आध्यात्मिक बल-सम्पन्न संवेदनशील समाज बनाना पड़ेगा। दक्षिण में शिव की भभूति लगाकर बिना स्नान के भी चल सकता है। मन में कोई विकार नहीं है तो शिव का प्रतीक भस्म लगाने से तन और मन पवित्र हो जाता है। शिव भगवान अत्यन्त शातिपूर्वक बर्फीले टीले पर बैठकर आराधना पूरी करते हैं और वहीं से दुनिया को देखते हैं। शिव के समान आन्तरिक एवं बाह्य पवित्रता का वरण करने वाले को ही रूद्र की शक्ति प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय और व्यक्तिगत चरित्र शिव के समान होना चाहिये। शांति के लिए युद्ध नहीं करना पड़ता है। इसके लिये सम्पूर्ण स्वार्थ का त्याग करना होता है। हम लोगों का दायित्व है कि हम शिव को समझें। सम्राट विक्रमादित्य ने 2100 वर्ष पूर्व शैव महोत्सव प्रारंभ किया था। आज से आयोजित शैव महोत्सव आम जन में शिवत्व की प्रेरणा जगाएगा। डॉ. भागवत ने कहा कि भगवान राम ने उत्तर से दक्षिण को, भगवान कृष्ण ने पूर्व से पश्चिम को जोड़ने का काम किया किन्तु भगवान शिव सम्पूर्ण भारत के कण-कण में विद्यमान है। हिमालय के दोनों ओर सागर तट तक फैली हुई भूमि में शिव का पूजन किया जाता है। सम्पूर्ण दुनिया को जीवन जीने की कला सिखाने वाली भारतीय संस्कृति विश्वव्यापी है। उन्होंने कहा कि कई वर्षो पूर्व जब वे केन्या गए थे तब वहां उन्होंने भगवान शिव के स्वयंभू लिंग के दर्शन किए। इसी तरह तंजानिया और केन्या के बीच फैले विक्टोरिया सरोवर के किनारे भी शिव के दर्शन हुए। विश्व को शान्ति मार्ग भारत ही दिखायेगा – चौहान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दुनिया के विकसित देशों में जब सभ्यता का विकास ही नहीं हुआ था, तब हमारे भारत में वेदों की ऋचाएँ रच ली गई थीं। विश्व को शान्ति का मार्ग भारत ही दिखायेगा। उन्होंने कहा कि भगवान शिव भारत ही नहीं सृष्टि के कण-कण में विराजित हैं। शैव महोत्सव की प्राचीन परम्परा जारी रहना चाहिये। उज्जैन से प्रारम्भ हुआ शैव महोत्सव द्वादश ज्योतिर्लिंगों तक जायेगा। थोड़ी-सी पूजा में प्रसन्न होने वाले भगवान शंकर ही हैं। उनका श्रृंगार भस्म से हो जाता है और भोग में भांग व धतूरा चलता है। श्री चौहान ने कहा कि भगवान शंकर ऐसे व्यक्तियों को स्वीकार करते हैं, जिनको दुनिया ठुकरा देती है। समुद्र मंथन में निकले विष को धारण करने वाले देव नीलकंठ कहलाये। सबको साथ लेकर चलने वाले, सबको प्रेम करने वाले एकमात्र भगवान शंकर हैं। भगवान शंकर सामाजिक समरसता का सन्देश देने वाले हैं। शैव महोत्सव सामाजिक समरसता का सन्देश देने का कार्य करेगा। दुनिया को अगर बचाना है तो भारतीय संस्कृति को बचाना होगा। एकात्म यात्रा हो या शैव महोत्सव, दोनों का सन्देश यही है कि सारे भेद मिटाते हुए समाज को जोड़ा जाये। विश्व में आज जिस तरह का टकराव सामने आ रहा है, इस समस्या को दूर करने का उपाय भारतीय संस्कृति करेगी। सभी सुख से रहें और सभी निरोगी रहें, हमारी संस्कृति की यही मूल भावना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनसे जब अमेरिका में प्रश्न पूछा गया कि 'भारत देश का विचार क्या है? तो उन्होंने जवाब दिया 'सत्यमेव जयते' एवं 'वसुधैव कुटुम्बकम' देश का विचार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का काम विकास करना तो है ही लोगों की जिन्दगी भी बनाना आवश्यक है, इसलिये नर्मदा सेवा, एकात्म यात्रा एवं शैव महोत्सव जैसे आयोजन करना आवश्यक है। डाक टिकिट का विमोचन भारतीय डाकतार विभाग द्वारा शैव महोत्सव-2018 विषय पर डाक टिकिट जारी किया गया। डाक टिकिट का विमोचन अतिथियों की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर भारतीय डाकतार विभाग के श्री राकेश कुमार, सुश्री प्रीति अग्रवाल एवं श्री बीएस तोमर मौजूद थे। डाकतार विभाग द्वारा विशेष कवर, जिसमें महाकाल शिखर का चित्र है, भी जारी किया गया। द्वादश ज्योतिर्लिंग पर विशेष 12 पोस्टकार्ड भी जारी किये गये एवं सम्राट विक्रमादित्य द्वारा आयोजित प्रथम शैव उत्सव की स्मृति के रूप में प्राप्त हुई मुद्रा, जिसमें ब्राह्मी लिपि में शैव महोत्सव का विवरण अंकित है, के डाक टिकिट का भी विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। श्री मुले को महाकालेश्वर वेद अलंकरण सम्मान वर्ष 2017 के लिये महाकालेश्वर वेद अलंकरण महाराष्ट्र के वेदमूर्ति श्री दुर्गादास अम्बादास मुले को दिया गया। अलंकरण में श्री मुले को डॉ.मोहन भागवत एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने एक लाख रूपये का चेक, रजत पत्र एवं प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य श्री विभाष उपाध्याय ने श्री मुले का प्रशस्ति-वाचन करते हुए बताया कि महाराष्ट्र में जन्मे श्री मुले को पूर्व में आदर्श वैदिक धनपाठी एवं अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इन्होंने 1200 से अधिक विद्यार्थियों को अपनी संस्था में विद्याध्यन कराया है। इनके द्वारा 1985 से अनवरत वेद पाठशाला एवं वेद विद्या का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, स्वागत समिति के अध्यक्ष श्री माखनसिंह चौहान, श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के सदस्य श्री विभाष उपाध्याय, श्री प्रदीप पुजारी, श्री जगदीश शुक्ला एवं प्रशासक श्री अवधेश शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर विधायक डॉ.मोहन यादव, यूडीए अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल, श्री श्याम बंसल, प्रशासनिक अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे। संचालन श्री मयंक शुक्ला ने किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महोत्सव में आये स्थानीय साधु-सन्तों एवं द्वादश ज्योतिर्लिंग से आये अतिथियों का स्वागत पुष्पहार एवं श्रीफल भेंट कर किया।  

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 MadhyaBharat  6 January 2018

उज्जैन में एकात्म यात्रा

उज्जैन में एकात्म यात्रा का शुभारम्भ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ओंकारेश्वर वेदान्त दर्शन के अदभुत केन्द्र के रूप में स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर में आदिशंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित कर उनके योगदान को चिरस्मरणीय बनाया जायेगा। समाज ठीक दिशा में चले, इसलिये सन्तों के नेतृत्व में आदिशंकराचार्य के अद्वैतवाद का प्रचार-प्रसार किया जायेगा। आज सनातन धर्म बचा है तो वह शंकराचार्य की देन है। वे न होते तो भारत का यह स्वरूप ही न होता। उन्होंने उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम को जोड़ा। सांस्कृतिक रूप से देश को एक किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह बात आज उज्जैन में एकात्म यात्रा का शुभारंभ करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक अदभुत बात है कि बद्रीनाथ मन्दिर में केरल के नंबुरिपाद ब्राह्मण पुजारी हैं। द्वादश ज्योतिर्लिंग की कल्पना भी शंकराचार्यजी ने की। दुनिया के सामने आज जितने संकट हैं, उन सबका समाधान अद्वैत वेदान्त में है। शंकराचार्य सर्वज्ञ थे। ओंकारेश्वर में गुरू से ज्ञान प्राप्त कर वे भारत भ्रमण पर निकल गये और स्थान-स्थान पर शास्त्रार्थ कर अपनी विद्वता स्थापित की। वे सभी रूढ़ियों को समाप्त करने वाले सन्यासी थे। ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के दर्शन के माध्यम से सारी दुनिया को एक ही परिवार के रूप में मानना, प्राणियों को भी अपने समान दर्जा देना उनकी विशेषता थी। आदि शंकराचार्य ने कहा कि धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो। प्राणियों में सद्भावना हो। उन्होंने विश्व कल्याण का आव्हान किया और कहा कि एक ही चेतना सभी में है। कोई भी छोटा-बड़ा नहीं है। पशु, पक्षी, पेड़, पौधों सभी को उन्होंने एक समान माना। मुख्यमंत्री ने कहा कि एकात्म यात्रा में अद्वैत वेदान्त का प्रचार-प्रसार तो होगा ही, माता, बहनों, बेटियों का सम्मान करने की शिक्षा भी दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने बच्चियों के साथ दुराचार करने वालों को मृत्युदण्ड देने का प्रावधान किया है। एकात्म यात्रा के माध्यम से पर्यावरण बचाने, भेदभाव मिटाने का सन्देश भी दिया जायेगा। इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, स्वामी परमात्मानन्द सरस्वती, स्वामी विश्वेरानन्द, सन्त रामेश्वरदासजी, स्वामी अतुलेश्वरानन्द सरस्वती एवं अन्य गणमान्य सन्तों द्वारा आदिशंकराचार्य के चित्र के संमुख दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इसके बाद पादुका पूजन किया एवं एकात्म यात्रा का ध्वज यात्रा के लिये सौंपा गया। कार्यक्रम में सभी सन्तों की ओर से स्वामी परमात्मानन्द एवं स्वामी विश्वेरानन्द द्वारा मुख्यमंत्री को रूद्राक्ष की माला पहनाकर आशीर्वाद दिया गया। आचार्य परिषद के सचिव सन्त परमात्मानन्द सरस्वतीजी ने कहा कि भारतीय संस्कृति वेद पर आधारित है और निरन्तर है। विश्व में कई संस्कृतियां खड़ी हुईं और नष्ट हो गईं, लेकिन भारतीय संस्कृति आज भी जीवित है। हमें इस संस्कृति का संवर्धन कर इसकी रक्षा करना होगी। हिन्दू धर्म ऐसा धर्म और संस्कृति है, जो सर्वग्राही है। द्वैत होने पर भी अद्वैत का दर्शन कराने वाली हमारी संस्कृति है। शंकराचार्य ने हमारे पारम्परिक व सामाजिक मूल्य को समृद्ध किया। मातृ देवो भव:, अतिथि देवो भव: के सिद्धान्त का पालन करते हुए शंकराचार्य ने सन्यास लेने के बाद भी परम्पराओं को तोड़ते हुए अपनी मां का अन्तिम संस्कार किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने एकात्म यात्रा के माध्यम से आन्तरिक विकास करने का बीज स्थापित कर दिया है। सन्त विश्वेश्वरानन्दजी ने कहा कि आदि शंकराचार्य ने अदभुत कार्य किया। वे सैकड़ों वर्ष पूर्व दक्षिण में जन्मे और ओंकारेश्वर में आकर उन्होंने सन्यास ग्रहण किया। तत्कालीन समय में हमारा देश विभक्त हो रहा था, उसको जोड़ने का काम उन्होंने किया। आदिशंकराचार्य की देन हमारे देश के तीर्थ हैं। जब हम बद्रीनाथ और रामेश्वरम जाते हैं तो उन्हें स्मरण करते हैं। सभी तीर्थों की पृष्ठभूमि में कोई है तो वह आचार्य शंकर हैं। उन्होंने देश की तीन बार पदयात्रा की। शास्त्रार्थ करके वैदिक धर्म की पुनर्स्थापना करने में उनका महती योगदान है। वे हमारे धर्म, संस्कृति के आधार स्तंभ हैं। चारों दिशाओं में स्थापित चारों मठों की सुरक्षा करने का दायित्व हमारा है। बत्तीस वर्ष की आयु में उन्होंने शरीर त्याग दिया। शंकराचार्य ने समाज को एक किया और समरसता प्रदान की है। एकात्म यात्रा के उज्जैन प्रखण्ड के प्रभारी श्री राघवेन्द्र गौतम ने बताया कि ओंकारेश्वर में 108 फीट ऊंची शंकराचार्य जी की मूर्ति की स्थापना होगी और इसके लिये धातु संग्रहण करने के लिये एकात्म यात्रा निकाली जा रही है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मौजूद सभी सन्तगणों का पुष्पहारों से नमन कर स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आदिशंकराचार्य के जीवन पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता देव परमार, आध्या द्विवेदी एवं सिद्धार्थ वर्मा को प्रमाण-पत्र एवं पुरस्कार वितरित किया। इमली चौराहा अब शंकराचार्य चौराहा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घोषणा की कि उज्जैन के इमली चौराहे का नामकरण अब शंकराचार्य चौराहा किया जायेगा। साथ ही यहां शंकराचार्य की आदमकद प्रतिमा भी स्थापित की जायेगी। मुख्यमंत्री ने ध्वज थामा कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने एकात्म यात्रा का ध्वज थामा। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह ने मंगल कलश थामा। कार्यक्रम के अध्यक्ष स्वामी विश्वेश्वरानन्दजी ने शंकराचार्यजी की चरण पादुकाएं थामी तथा भगवान आदि शंकराचार्य की एकात्म यात्रा का नेतृत्व किया। कार्यक्रम में सन्त श्री रामेश्वरदास, श्री अतुलेश्वरानन्द सरस्वती, श्री रामेश्वरदास तराना, श्री उमेशनाथजी महाराज, श्री रंगनाथजी महाराज, ब्रह्मकुमारी उषा दीदी, श्री दिग्विजयदास, श्री विष्णुदास, श्री कृष्णदास महाराज, श्री शेषानन्दजी महाराज, श्री राधेबाबा, श्री राघवदास महाराज, नित्यऋषि, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान, ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, विधायक डॉ.मोहन यादव, श्री दिलीपसिंह शेखावत, श्री बहादुरसिंह चौहान, श्री मुकेश पण्ड्या, मेला प्राधिकरण अध्यक्ष श्री विजय दुबे, यूडीए अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल, मप्र पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक, एकात्म यात्रा ग्रामीण प्रभारी श्री किशोर मेहता उपस्थित थे।  

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 MadhyaBharat  20 December 2017

ऊर्जा मंत्री पारसचंद्र जैन

  मध्यप्रदेश में बिजली बिलों को लेकर लगातार आ रही शिकायतों से नाराज ऊर्जा मंत्री पारसचंद्र जैन अगले महीने से गांवों में बिजली पंचायत लगाएंगे। मंत्री खुद ज्यादा बिल और रीडिंग के मामले सुनेंगे और उन्हें मौके पर ही निपटाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नाराजगी के बाद विभाग को यह कदम उठाना पड़ रहा है। प्रदेश में एक करोड़ 30 लाख से ज्यादा उपभोक्ता हैं। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बिजली बिल मुद्दा न बनें। इसलिए सरकार नई पद्धति से मीटर रीडिंग व बिल जनरेट करने की कोशिश में लगी है। उधर, बिलों में गड़बड़ियों को भी दुरस्त करने की कोशिशें चल रही हैं। इसी कड़ी में ऊर्जा विभाग ग्राम पंचायत स्तर पर बिजली पंचायत लगाने की तैयारी कर रहा है। इनमें से चुनिंदा पंचायतों में आयोजित शिविरों में विभाग के मंत्री जैन खुद पहुंचेंगे। शिविर में मंत्री और वरिष्ठ अफसर उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनेंगे और उनका मौके पर ही निराकरण करेंगे। विभाग ने जून में भी शिविर लगाया था, जिसमें एक लाख 10 हजार शिकायतें आई थीं, इनमें से सिर्फ 40 हजार का निराकरण हो पाया था। सूत्र बताते हैं कि बिजली बिलों को लेकर बढ़ती शिकायतों से मुख्यमंत्री नाराज हैं। उनका कहना है कि सरकार 24 में से 20 व 22 घंटे नियमित बिजली दे रही है, फिर भी जनता खुश नहीं है। संगठन की ओर से भी ऐसा ही फीडबैक आ रहा है। इसी कड़ी में पंचायत स्तर पर बिजली पंचायत लगाने की तैयारी है। बिजली बिलों में गड़बड़ी का मामला विधानसभा में भी उठ चुका है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को सदन में घेरने की कोशिश की थी। वहीं सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक भी लगातार गलत रीडिंग और बिजली बिल की शिकायतें करते रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि प्रदेश में गलत रीडिंग और बिजली के बिल ज्यादा आने की पांच लाख से ज्यादा शिकायतें हैं। इसमें सभी तरह की शिकायतें बताई जा रही हैं। ऊर्जा मंत्री पारसचंद जैन ने कहा कि हम वृहद स्तर पर शिविर लगाकर उपभोक्ताओं की समस्या सुनेंगे और उनका मौके पर ही निराकरण करेंगे। कुछ जगह मैं भी जाऊंगा।       

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 MadhyaBharat  15 August 2017

ग्रीन गणेश

     पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) भोपाल की टीम ने आज उज्जैन के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महाराजवाड़ा में उज्जैन संभाग के मास्टर-ट्रेनर्स, विद्यार्थी, मूर्तिकार और प्रतिभागियों को मिट्टी से गणेश बनाने का प्रशिक्षण दिया। एप्को के अधिकारियों और स्थानीय पर्यावरणविद श्री राजेन्द्र सिंह और श्री राजीव पाहवा ने लोगों को पीओपी प्रतिमा विसर्जन से होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराया। एप्को भोपाल के सर्वश्री जे.पी. नामदेव, राजेश रायकवार, राजमणि वाजपेयी, एम.डी. मिश्रा, दिलीप चक्रवर्ती, मूर्तिकार द्वय श्री प्रशांत एवं श्रीमती अंजलि गोटीवाले, सुश्री अलका सहस्रबुद्धे ने गणेश प्रतिमा के लिये मिट्टी तैयार करना, प्रतिमा बनाना और प्राकृतिक रंगों से रंगने की कला का प्रशिक्षण दिया। प्रतिभागियों को बताया गया कि पीओपी प्रतिमा के रंगों से विषाक्त हुए जल के उपयोग से किडनी और फेफड़े प्रभावित होने की आशंका बनी रहती है। एप्को टीम ने प्रतिभागियों को मिट्टी की गणेश प्रतिमा घर में ही या नगरीय निकायों द्वारा चिन्हित स्थलों पर ही विसर्जित करने की सलाह दी। अगले चरण में टीम उज्जैन के चार विद्यालयों और दो सार्वजनिक स्थलों पर मिट्टी से गणेश प्रतिमा निर्माण शिविर का आयोजन करेगी।  

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 MadhyaBharat  3 August 2017

महाकाल की सवारी

  मुख्यमंत्री चौहान सपत्नीक पूजन-अर्चन में शामिल हुए श्रावण मास के तीसरे सोमवार पर भगवान श्री महाकाल की सवारी पुलिस बैण्ड एवं घुड़सवार दल के साथ से क्षिप्रा तट पर पहुँची। यहाँ पर क्षिप्रा के पवित्र जल से भगवान महाकाल का पूजन-अर्चन हुआ। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ पूजन में शामिल हुए। इस अवसर पर विधायक डॉ. मोहन यादव, श्री अनिल फिरोजिया, श्री इकबालसिंह गांधी सहित गणमान्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। भगवान महाकालेश्वर की पालकी ने जैसे ही रामघाट पर प्रवेश किया, कड़ाबीन के धमाकों से रामघाट गुंजायमान हो गया। रामघाट एवं दत्त अखाड़ा घाट पर खड़े हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल की पालकी का जय महाकाल के नारे से स्वागत किया। श्रावण की फुहारों ने वातावरण में भक्तिरस घोल दिया। रामघाट पर पालकी को विश्राम देकर पालकी में विराजित चंद्रमौलेश्वर की मूर्ति का पूजन-अर्चन करने के बाद पुरोहितों द्वारा आरती की गई। लगभग 45 मिनिट तक चले इस क्रम के बाद पालकी पुन: निर्धारित मार्ग पर भ्रमण के लिये रवाना हुई।  

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 MadhyaBharat  25 July 2017

rano dog

  उज्जैन में महाकाल मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही बम स्क्वॉड की डॉग रानो को एक माह तक आहार में मांस-मछली देना बंद कर दिया गया है। सावन माह को देखते हुए उसकी डाइट में परिवर्तन किया गया है। अब उसे मटन की जगह डिब्बाबंद फूड खिलाया जा रहा है। दरअसल, रानो सावन मास में मंदिर में रोज तैनात रहती है, वहीं सवारी के दौरान भी वह जांच करती है। इस कारण यह निर्णय लिया गया है। स्क्वॉड के पास वर्तमान में चार डॉग हैं। इनमें रानो सहित जैक, देवा नामक लेब्राडोर डॉग व टॉमी नामक जर्मन शेफर्ड नस्ल का श्वान शामिल है। चारों की जिम्मेदारी शहर के महत्वपूर्ण स्थलों की जांच कर विस्फोटक पकड़ने की है। महाकाल मंदिर में सावन व सवारी निकलने के दौरान रानो को जांच के लिए लाया जाता है। इसके जिम्मेदारी आरक्षक सुनील परिहार के पास है। सुनील के अनुसार रानो 2013 से मंदिर की सुरक्षा संभाल रही है। उसकी रोजाना की डाइट में 750 एमएल दूध, 400 ग्राम चावल अथवा 500 ग्राम आटे की रोटियां सहित 400 ग्राम मटन शामिल रहता है। हालांकि सावन में मांस देना बंद कर दिया जाता है। इसके लिए पशु चिकित्सक से अनुमति ली जाती है। उसे फिलहाल डिब्बाबंद आहार दिया जा रहा है। श्रावण मास के बाद रानो की डाइट में मांस शामिल कर दिया जाएगा।

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 MadhyaBharat  12 July 2017

माया सिंह

नगरीय विकास मंत्री  माया सिंह ने कहा है कि उज्जैन शहर को परम्परा के साथ आधुनिक तकनीक से जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना और आवास गारंटी में उज्जैन में लगभग 200 करोड़ रूपये के कार्य किये जायेंगे। श्रीमती सिंह उज्जैन में 3 करोड़ 67 लाख की लागत के बुधवारिया हाट बाजार निर्माण का भूमि-पूजन कर रही थीं। ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन भी उपस्थित थे। नगरीय विकास मंत्री ने कहा कि नागरिकों की बुनियादी जरूरतों की पूर्ति, सुविधाओं के निर्माण और विकास के लिये राशि की कोई कमी नहीं है। उज्जैन को स्मार्ट सिटी के लिये चुना गया है। इसके कंसल्टेंट की नियुक्ति की जा रही है। स्मार्ट सिटी में वाटर सप्लाई, पार्क निर्माण, स्मार्ट परिवहन, आकर्षक लाइटिंग, सायक्लिंग झोन व्यवस्था जैसे कई कार्य किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि वेब आधारित प्रणाली से प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को जोड़ा गया है। इससे पारदर्शिता के साथ विकास होगा। श्रीमती माया सिंह ने कहा कि उज्जैन दीनदयाल अन्त्योदय रसोई योजना के क्रियान्वयन में प्रदेश में उज्जैन सबसे आगे निकला है। यहाँ तीन स्थान पर रसोई केन्द्र शुरू किया जाना बड़ी बात है। आर्थिक रूप से सम्पन्न व्यक्ति इस योजना में मदद के लिये आगे आ रहे हैं।

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 MadhyaBharat  21 April 2017

जयभान सिंह पवैया उज्जैन

जयभान सिंह पवैया उज्जैन में विक्रमोत्सव में  उच्च शिक्षा मंत्री  जयभान सिंह पवैया ने कहा है कि हमारे जीवन को शक्ति इतिहास से मिलती है। इतिहास को पढ़ो, वर्तमान को गढ़ो और आगे बढ़ो। श्री पवैया उज्जैन में विक्रमोत्सव को संबोधित कर रहे थे। श्री पवैया ने कहा कि हिन्दू नव-संवत्सर चैतन्य होकर सूर्य को अर्ध्य देकर मनाया जाता है। ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने नववर्ष की शुभकामना देते हुए कहा कि हिन्दू धर्म में गुड़ी पड़वा के रूप में नववर्ष मनाया जाता है। विधायक डॉ. मोहन यादव ने बताया कि सात-दिवसीय विक्रमोत्सव में सिक्कों की प्रदर्शनी, महानाट्य का मंचन, सुगम-संगीत आदि होंगे। इस अवसर पर प्रसिद्ध गायक श्री सुदेश भोंसले को विक्रम सुगम-संगीत अलंकरण प्रदान किया गया। डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित द्वारा रचित ग्रंथ श्री विशाला का लोकार्पण किया गया। अलंकरण के पहले श्री भोंसले क्षिप्रा नदी में नाव में सवार होकर भजन गाते हुए मंच पर पहुँचे।  

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 MadhyaBharat  29 March 2017

nuri khan

  उज्जैन में क्षिप्रा को प्रदूषण मुक्त करने की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस की पूर्व प्रवक्ता नूरी खान ने आज अनूठा प्रदर्शन किया। उन्होंने ट्यूब और बांस से क्षिप्रा के बीच में एक मंच बनाया और अकेले ही अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गई। पुलिस और प्रशासन ने दोपहर में उन्हें मनाने का प्रयास किया, लेकिन वे अब तक बीच नदी में बैठी हुई हैं। नूरी खान आज तड़के चार बजे राम घाट पर अपने साथियों के साथ पहुंची और वे बीच नदी में जाकर अकेले ही भूख हड़ताल पर बैठ गई। नूरी खान ने इसके लिए अपने सामाजिक संगठन के माध्यम से यह आंदोलन शुरू किया है। नूरी खान ने प्रदेश टुडे को भेजे कुछ फोटो के माध्यम से यह बताया कि क्षिप्रा नदी में कई गंदे नाले मिल रहे हैं। शहर की सारी गंदगी पवित्र क्षिप्रा नदी में मिल रही है। उधर दोपहर में पुलिस की टीम बोट से नूरी खान तक पहुंची। उनके मंच का चारों तरफ चक्कर लगाने के बाद पुलिस अफसरों ने उनसे भूख हड़ताल समाप्त करने का कहा, फिलहाल नूरी खान का बीच नदी में अनशन जारी है।

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 MadhyaBharat  25 February 2017

पीओएस मशीन को वेट एवं एंट्री टैक्स से छूट

पीओएस मशीन को वेट एवं एंट्री टैक्स से छूट मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में सिंहस्थ 2016 में संलग्न रहे अधिकारी-कर्मचारियों को 5 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्रति शासकीय सेवक के मान से देने की मंजूरी दी गई। मंत्रि-परिषद ने पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन को मध्यप्रदेश वेट अधिनियम 2002 के अंतर्गत 14 प्रतिशत वेट और 2 प्रतिशत एंट्री टैक्स कुल 16 प्रतिशत टैक्स से छूट देने की स्वीकृति दी । मंत्रि-परिषद ने वित्तीय वर्ष 2016-17 में पारेषण प्रणाली सुदृढ़ीकरण की पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड की 354 करोड़ 78 लाख की राशि तथा तीनों विद्युत वितरण कंपनियों की वितरण प्रणाली सुदृढ़ीकरण की 880 करोड़ 28 लाख की राशि की योजनाओं का अनुमोदन किया । मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश श्रम न्यायिक संस्थान के पीठासीन अधिकारियों के हित लाभ के संबंध में बनाये गये नियम ' मध्यप्रदेश श्रम न्यायिक सेवा (वेतन, पेंशन एवं अन्य सेवानिवृत्ति नियमों का पुनरीक्षण) नियम 2016' स्वीकृत किया। इसके अनुसार प्रदेश की न्यायिक सेवा के सदस्यों के ही समान श्रम न्यायाधीशों को भी वेतन, पेंशन एवं अन्य सेवानिवृत्ति लाभ समान रुप से प्राप्त हो सकेंगे ।  

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 MadhyaBharat  10 January 2017

 बाल हृदय रोगी

मुख्यमंत्री ने बच्चों से मिलकर बाँटी खुशियाँ  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश का कोई भी गरीब इलाज से वंचित नहीं रहेगा। पूरे प्रदेश में चिकित्सा शिविर लगाये जा रहे हैं। इन शिविरों में बाल हृदय रोगियों, श्रवण-बाधितों को कॉक्लियर इम्प्लांट, कैंसर और किडनी रोग के मरीजों की पहचान कर उनका नि:शुल्क उपचार किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज उज्जैन में पुलिस कम्युनिटी हॉल में जिले के रोगमुक्त हुए बाल हृदय रोगी बच्चों एवं कॉक्लियर इम्प्लांट से लाभान्वित श्रवण-बाधित बच्चों से मिलकर उनकी खुशियों में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने बालक मयंक व्यास का जन्म-दिन मनाया तथा केक काटकर सभी बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रोगमुक्त हुए बच्चों से मिलकर उन्हें आत्मिक संतुष्टि हो रही है। उन्होंने जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना में बड़ी संख्या में नि:शुल्क ऑपरेशन करवाने पर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने ऐसे बच्चों, जो जीवन में कभी सुन नहीं पाते, को 6 लाख 50 हजार रूपये की लागत के कॉक्लियर इम्प्लांट कर उनको सुनने योग्य बनाने पर भी बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के और बच्चों को चिन्हित करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने इन सभी बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने की शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री ने श्रवण-बाधित बच्चों को श्रवण यंत्र भी वितरित किये। सफलता की कहानी का विमोचन मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना में जिले में अब तक 51 बच्चों का सफल ऑपरेशन किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन ऑपरेशनों पर आधारित सफलता की कहानी पुस्तक का विमोचन किया। शाइना बी को आशीर्वाद दिया मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हाल ही में मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना में निकाह करने वाले नव-दम्पत्ति शाइना बी एवं इरफान को आशीर्वाद दिया एवं उपहार भेंट किये। उल्लेखनीय है कि शाइना बी का निकाह मुख्यमंत्री के निर्देश पर विगत दिसम्बर माह में धूमधाम से किया गया था। बच्चों को रोटरी क्लब की ओर से खिलौने भेंट संवाद-शुभाशीष कार्यक्रम में बाल हृदय उपचार योजना से लाभान्वित 51 बच्चों, कॉक्लियर इम्प्लांट करवा चुके 05 बच्चों तथा श्रवण-बाधित 37 बच्चों को खिलौने भेंट किये गये। खिलौने और उपहार रोटरी क्लब द्वारा प्रदान किये गये थे। एक करोड़ सात लाख रूपये व्यय मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना में 51 बच्चों के हृदय के ऑपरेशन पर 68 लाख 20 हजार रूपये तथा 05 बच्चों के कॉक्लियर इम्प्लांट करने पर 32 लाख 50 हजार रूपये का व्यय जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया है। कॉक्लियर इम्प्लांट पर प्रति बच्चे व्यय 6 लाख 50 हजार रूपये है। संवाद शुभाषीश कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, सांसद डॉ. चिन्तामणि मालवीय, विधायक डॉ. मोहन यादव, श्री अनिल फिरोजिया, श्री बहादुर सिंह चौहान, उज्जैन विकास प्राधिकरण अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल, सिंहस्थ मेला प्राधिकरण अध्यक्ष श्री दिवाकर नातू भी उपस्थित थे।  

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 MadhyaBharat  5 January 2017

rajypal solanki

राज्यपाल सोलंकी द्वारा कालिदास समारोह का समापन  हरियाणा के राज्यपाल श्री कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा है कि कालिदास पूरे देश का गौरव हैं। उज्जैन नगरी से पूरे विश्व को संस्कृति का सन्देश मिलता है। उज्जैन की महिमा का वर्णन नहीं किया जा सकता। यह पवित्र नगरी तो है ही, लेकिन देश-विदेश की संस्कृति की परिचायक भी है। राज्यपाल श्री सोलंकी  उज्जैन में कालिदास समारोह के समापन अवसर पर बोल रहे थे। राज्यपाल श्री सोलंकी ने कहा कि संस्कृति के दर्शन करना हो, तो उज्जैन आकर रहें। कालिदास ने महाकाव्य रघुवंशम् लिखा। यह आज भी सटीक है। राज्य और प्रजा के सम्बन्ध कैसे होते हैं, इसके बारे में लिखते हुए महाकवि कालिदास कहते हैं कि आदर्श राजा के लिये प्रजा सन्तान जैसी होती है, वह उसका पूरा ध्यान रखता है। किसी राजा के राज्य में यदि प्रजा दु:खी होती है तो वह राजा दण्ड का भागी होता है। आज हम जिस गुड गवर्नेंस की बात कहते हैं, उसका विषद चित्रण कालिदास ने अपने महाकाव्य में किया है। राज्यपाल ने कहा कि महाकवि कालिदास को प्रासंगिक बनाने के लिये और उनके विचारों का क्रियान्वयन करने के लिये कालिदास समारोह का आयोजन कर निश्चित रूप से प्रशंसा का कार्य किया जा रहा है। संस्कृत विद्वान श्री कमलेशदत्त त्रिपाठी ने कहा कि महाकवि कालिदास राष्ट्रकवि थे तथा कालिदास समारोह राष्ट्रीय पर्व है। समारोह के राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्वरूप को पुन: स्थापित किया जाना चाहिये। कालिदास के साहित्य में सांस्कृतिक एकता, विश्व बंधुत्व तथा विश्व एकात्मता का सन्देश मिलता है। कालिदास समारोह के माध्यम से इसे समूचे विश्व में पहुँचाया जाना चाहिये। स्वागत भाषण प्रभारी कुलपति श्री एच.पी.सिंह ने दिया। कार्यक्रम में विधायक डॉ.मोहन यादव,  बहादुरसिंह चौहान,  अनिल फिरोजिया और कालिदास संस्कृत अकादमी के निदेशक  पी.के.झा उपस्थित थे। पुरस्कार वितरण समापन समारोह में हरियाणा के राज्यपाल श्री कप्तानसिंह सोलंकी ने चित्रकला एवं मूर्तिकला प्रतियोगिता के विजेताओं को 51-51 हजार रूपये के चेक एवं प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया। सम्मान पाने वालों में चित्रकला में अहमदाबाद के श्री प्रशांत एम.पटेल, आष्टा की श्रीमती अलका पाठक, उज्जैन के श्री जगदीश नागर श्रीमती प्रतिभा सिंह शामिल हैं। मूर्तिकला में श्री नीतेश विश्वकर्मा को पुरस्कृत किया गया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अन्तर्महाविद्यालयीन वाद-विवाद और भाषण प्रतियोगिता तथा स्कूली विद्यार्थियों की प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया। आभार संस्कृति आयुक्त  राजेश मिश्रा ने माना। हरियाणा के राज्यपाल ने किये महाकाल के दर्शन हरियाणा के राज्यपाल  कप्तानसिंह सोलंकी ने अखिल भारतीय कालिदास समारोह के समापन कार्यक्रम के बाद श्री महाकालेश्वर मन्दिर में सदाशिव भगवान महाकाल के दर्शन किये। उन्होंने भगवान महाकाल से देश के विकास एवं देशवासियों की सुख-समृद्धि एवं मंगलमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर विधायक डॉ.मोहन यादव, श्री रूप पमनानी, पूर्व महापौर श्री मदनलाल ललावत, श्रीपाद जोशी तथा प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। दर्शन के बाद नन्दी सभा मण्डप में राज्यपाल श्री सोलंकी को श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री रजनीश कसेरा ने भगवान महाकाल का चित्र, प्रसाद, शाल भेंटकर सम्मानित किया।      

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 MadhyaBharat  17 November 2016

स्‍मार्ट सिटी  में उज्जैन और ग्‍वालियर

देश में स्‍मार्ट सिटी के लिए तीसरी लिस्‍ट मंगलवार को दिल्ली में जारी हो गई। केंद्रीय मंत्री वैकेंया नायडू ने  मीडिया के सामने उन शहरों के नाम घोषित किए जिन्‍हें स्‍मार्ट सिटी बनाया जाएगा। इस लिस्‍ट में मध्‍य प्रदेश के दो शहर उज्‍जैन और ग्‍वालियर को शामिल किया गया है। पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वित्‍त वर्ष में 27 बची हुई स्‍मार्ट सिटी की जगहों को भरने के लिए कुल 63 नाम आए थे जिनमें से 27 का चयन कर लिया गया है। यह 27 शहर देश के 12 राज्‍यों से चुने गए हैं। तीसरी लिस्‍ट में सबसे ज्‍यादा 5 शहर महाराष्ट्र के हैं वहीं 4-4 शहर तमिलनाडु और कर्नाटक के हैं, 3 शहर यूपी के जबकि 2-2 शहर मध्‍य प्रदेश और राजस्‍थान के हैं। इनके अलावा आंध्र प्रदेश, गुजरात, उड़ीसा, नागालैंड और सिक्‍कीम के एक-एक शहर को शामिल किया गया है।नायडू ने आगे बताया कि इस घोषणा के साथ ही 60 शहरों को स्‍मार्ट सिटी बनाने के लिए 1,44,742 कराेड़ रुपए का प्रावधान भी कर दिया गया है। यह हैं 27 श्‍हारों के नाम आगरा ,अजमेर,अमृतसर, औरंगाबाद,ग्‍वालियर, हुबली-धरवाड, जलंधर,कल्‍याण-डोंबिवली ,कानपुर,कोहिमा,कोटा,मदुरै,मैंगलुरु,नागपुर ,नामची, नासिक, राउरकेला, सलेम,शिवमोगा ,ठाणे ,तंजावुर,तिरुपती,तुमकुर,उज्जैन,वड़ोदरा,वाराणसी,वैल्‍लोर।   

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 MadhyaBharat  20 September 2016

cm ujjain

  मुख्यमंत्री उज्जैनवासियों के प्रति किया आभार प्रकट        मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सिंहस्थ कुंभ महापर्व को सफल बनाने में उज्जैन शहर के नागरिकों के द्वारा सहृदयता एवं आत्मीयता के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। उज्जैन वासियों ने ‘अति‍थि देवो भव:’ सूक्तिवाक्य को चरितार्थ किया। शहरवासियों के इसी अपार स्नेह, प्रेम और व्यवहार ने सम्पूर्ण विश्व में सिंहस्थ की प्रतिष्ठा को और अधिक बढ़ाया और अपनी विश्वव्यापी पहचान कायम की। श्री चौहान आज उज्जैन में नागरिकों के प्रति आभार रैली को संबोधित कर रहे थे।   श्री चौहान  सपत्नीक उज्जैन पहुँचे। उन्होंने महाकाल मन्दिर पहुँचकर भूतभावन भगवान महाकाल के दर्शन कर महाकाल मन्दिर से आभार रैली प्रारम्भ की। रैली महाकाल मन्दिर परिसर से प्रारम्भ होकर गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मन्दिर, ढाबा रोड, दानीगेट, गणगौर दरवाजा और रामानुजकोट होती हुई रामघाट पर समाप्त हुई। मुख्यमंत्री ने रामघाट पर माँ क्षिप्रा का पूजन-अर्चन किया। बड़ी संख्या में शहरवासी रैली मार्ग पर उपस्थित थे। जगह-जगह पर सामाजिक संस्थानों, व्यापारी संघ, कर्मचारी संघ, अजाक्स, पंचक्रोशी उप समिति ने भी मुख्यमंत्री का स्वागत-सम्मान करते हुए अभिनन्दन किया।   इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री  पारस जैन, सिंहस्थ केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष  माखनसिंह, सांसद डॉ. चिन्तामणि मालवीय, राज्य सभा सांसद डॉ.सत्यनारायण जटिया, विधायक डॉ.मोहन यादव, अनिल फिरोजिया,  बहादुरसिंह चौहान, जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष  प्रदीप पाण्डेय,  इकबालसिंह गांधी, राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष  बाबूलाल जैन,  रूप पमनानी और जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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 MadhyaBharat  30 May 2016

cm shivraj

    स्वतंत्रता दिवस पर मेडल से होंगे सम्मानित       सिंहस्थ में पुलिस जवानों ने नींव के पत्थर की भूमिका निभाई। उनकी कर्त्तव्य परायणता से ही सिंहस्थ निर्विघ्न सम्पन्न हुआ। यह बात बुधवार को सपत्नीक उज्जैन पहुँचे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने डीआरपी लाइन पुलिस ग्राउण्ड में पुलिस सहभोज में कही। उन्होंने सिंहस्थ में आत्मीयता और अनुपम व्यवहार के साथ सेवा देने वाले पुलिसकर्मियों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जवानों के हौसले बुलन्द थे। कइयों ने तो श्रवण कुमार की भूमिका भी निभाई। पुलिस के व्यवहार की चहुँओर सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें पुलिस फोर्स पर गर्व है। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस जैन, सिंहस्थ केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष श्री माखनसिंह और पुलिस महानिदेशक श्री सुरेंद्रसिंह भी उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री ने कहा कि सफल सिंहस्थ में सराहनीय सेवा देने वाले पुलिस के जवानों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मेडल और प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया जायेगा। उनके खाते में पाँच हजार की धनराशि पहुँचेगी। इसे मेहनताना न मानें, यह सम्मान-निधि है।   इसके बाद मुख्यमंत्री श्री चौहान 32वी बटालियन के परिसर में पहुँचे। वहाँ वे सीआरपीएफ, बीएसएफ, पैरामिलेट्री फोर्स और होमगार्ड के सहभोज कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष  प्रदीप पाण्डेय, उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल, संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पसतोर, एडीजी  व्ही.मधुकुमार, डीआईजी  राकेश गुप्ता, कलेक्टर  कवीन्द्र कियावत, एसपी  एम.एस.वर्मा उपस्थित थे।   

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 MadhyaBharat  26 May 2016

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        मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के नव-निर्माण के अभियान में साधु-संतों का आशीर्वाद सदैव बना रहे। साधु-संतों का आशीर्वाद पाकर मैं अभिभूत हूँ, गदगद हूँ। मध्यप्रदेश की धरा पर महाकाल की नगरी में ऐसे संत विराजे हैं, मन करता है कि वे मध्यप्रदेश छोड़कर कभी नहीं जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज उज्जैन में सिंहस्थ के सफल आयोजन के बाद सिंहस्थ में आये सभी तेरह अखाड़ों के साधु-संतों, श्री-महंतों का अभिनंदन कर आभार व्यक्त कर रहे थे।    निरंजनी अखाड़े की छावनी में इस समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि मंच पर विराजे श्रेष्ठ संतजन, योगियों का सारा जीवन सनातन धर्म की रक्षा एवं धर्मध्वजा को धारण करने के लिये समर्पित है। उनके चरणों में प्रणाम। उन्होंने कहा कि वे तपस्या के भाव से काम कर रहें हैं, सिंहस्थ सानन्द सम्पन्न हुआ है। बाबा महाकाल की कृपा और संतों के आशीर्वाद से प्रदेश के विकास की कामना के साथ अन्तरात्मा से श्रेष्ठतम करने का प्रयास किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा के दोनों तट पर फलदार पेड़ लगाने का अभियान चलाया जायेगा। क्षिप्रा के दोनों तट पर भी फलदार पेड़ लगाने का व्यापक वृक्षारोपण कार्यक्रम होगा। इस कार्य में साधु-संतों की भी भागीदारी होगी। उन्होंने साधु-सन्तों से इस अभियान में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया।   अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्रगिरिजी ने कहा कि श्री शिवराजसिंह चौहान ने सन्तों की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी। पूरे विश्व को सिंहस्थ के माध्यम से यह सन्देश गया कि यहाँ सम्प्रदाय के नाम पर लड़ाई नहीं होती, इसीलिये सभी अखाड़ों ने मिलकर एकसाथ स्नान किया है। भारत की अखंडता एवं एकता के प्रदर्शन में सिंहस्थ की अहम भूमिका रही है। उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार, जनता और सभी अधिकारी-कर्मचारियों का आभार जताया कि उन्होंने साधु-सन्तों की खूब सेवा की।   मुख्यमंत्री  चौहान ने सभी तेरह अखाड़ों के पदाधिकारियों, श्री-महन्तों, महन्तों को शाल, श्रीफल एवं स्मृति-चिन्ह भेंटकर उनका अभिनन्दन किया, आशीर्वाद लिया और सिंहस्थ की सफलता में दिये गये योगदान के लिये आभार जताया। श्री नरेंद्रगिरिजी, महामंत्री श्री हरिगिरिजी एवं सभी अखाड़ा के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री श्री चौहान का पुष्पहार पहनाकर, शाल-श्रीफल भेंटकर सम्मान किया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने सिंहस्थ में सेवाएँ देने वाले प्रभारी मंत्री  भूपेन्द्रसिंह, मंत्री  पारस जैन, केन्द्रीय सिंहस्थ समिति अध्यक्ष  माखनसिंह, महापौर  मीना जोनवाल, संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पस्तोर, एडीजीपी  व्ही.मधुकुमार, डीआईजी  राकेश गुप्ता, कलेक्टर  कवीन्द्र कियावत, पुलिस अधीक्षक  मनोहरसिंह वर्मा, मेला अधिकारी  अविनाश लवानिया, जिला पंचायत सीईओ  रूचिका चौहान, आयुक्त इन्दौर नगर निगम  मनीष सिंह, अपर आयुक्त  आशीष सिंह सहित सभी झोनल मजिस्ट्रेट, पुलिस झोनल अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों को पुष्पहार पहनाकर एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।   साधु-सन्तों को चाँदी की थाली में मुख्यमंत्री ने परोसे पकवान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार द्वारा आयोजित साधु-सन्तों के विदाई समारोह में सभी अखाड़ों के साधु-सन्तों, श्री-महन्तों को आत्मीय भावभीनी बिदाई देने के बाद सहभोज में चाँदी की थाली में भोजन परोसा। मुख्यमंत्री ने धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह एवं दोनों पुत्रों के साथ सहभोज में शामिल होकर भोजन प्रसादी ग्रहण की। प्रभारी मंत्री भूपेन्द्रसिंह ने भी सपत्नीक सहभोज में भाग लिया। सहभोज में सभी तेरह अखाड़ों के पदाधिकारी, श्री-महन्त एवं साधु-सन्त भी शामिल हुए।     Attachments area          

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 MadhyaBharat  25 May 2016

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  मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा अभूतपूर्व और अलौकिक रहा सिंहस्थ    मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने आस्था और अध्यात्म के महाकुम्भ सिंहस्थ 2016 के सानंद संपन्न होने एवं अभूतपूर्व रूप से इसे सफल बनाने के लिए करोड़ों श्रद्धालु, संत समुदाय, महामंडलेश्वरों, अखाड़ा प्रमुखों, मुनियों, अखाड़ा परिषद और सभी धर्मों के गुरुओं को सहयोग, समर्थन, मार्गदर्शन और भागीदारी के लिए सादर नमन प्रेषित करते हुए उन्हें अन्तःकरण से धन्यवाद दिया है।    श्री चौहान ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के बाद श्रद्धालुओं ने धैर्य का परिचय दिया और प्रशासन, जन सहयोग, स्वयं-सेवकों और स्थानीय नागरिकों की मदद से व्यवस्था को चंद घंटों में पुनः स्थापित कर दिया गया। सिंहस्थ को अबाध रूप से जारी रखने में सभी सम्बंधित लोगों ने जो तत्परता दिखाई वह अत्यंत सराहनीय और अविस्मरणीय है।   श्री चौहान ने महाकुम्भ के  सफल आयोजन में से जुड़े विभाग एवं अधिकारी- कर्मचारी, सफाईकर्मियों और उज्जैनवासियों को भी धन्यवाद दिया है जिन्होंने रात-दिन के अथक परिश्रम से श्रद्धालुओं की सुविधाओँ का ख्याल  रखा और समर्पण भाव से अपनी सेवाएँ दी।   श्री चौहान ने कहा कि करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन देना, सूचना देना, मदद करना, बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों को स्नान घाट तक पहुँचाना चुनौतीपूर्ण कार्य था लेकिन पूरी दक्षता के साथ इसे पूरा किया गया।   होमगार्ड से लेकर सभी  पुलिस बल ने अपनी सतर्कता से किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं होने दी। अखाड़ा परिषद और सभी अखाड़ों, देशी और विदेशी मीडिया, विद्वानों, स्वयंसेवी और सामाजिक संगठनों, धार्मिक संस्थाओं को कोटिश: धन्यवाद जिनका पूरा सहयोग सरकार को मिला। इससे आस्था और विश्वास का यह यह अदभुत महापर्व सानंद सम्पन्न हुआ।     Attachments area          

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 MadhyaBharat  22 May 2016

sadhvi pragya

  अमित बागलीकर  मालेगांव ब्लास्ट में आरोपी  साध्वी प्रज्ञा भारती ने न्यायालय में सिंहस्थ में आने की अपील करी थी जिसे न्यायालय ने स्वीकार करा जिस पर वे 18 मई को उज्जैन सिंहस्थ मेला प्रांगण के जयवंदे मातरम आश्रम पर आई जहां पत्रकारों के समक्ष उन्होनें अपनी आप बीती तो सुनाई साथ ही म.प्र. सरकार की आलोचना की और कहा   मैं बहुत पीडि़त और तकलीफ में हूं हर पल मैं बीमार रहती हूँ मेरी स्थिती ऐसी नहीं थी की मैं आमरण अनशन कर सकूं मुझे मजबूर किया गया जिस पर मुझे आमरण अनशन पर बैठना पड़ा इसका परिणाम  शिवराज सिंह चौहान को भुगतना पड़ेगा। जो पूर्ण रूप से हिन्दू  है और जिनका शुद्ध रक्त हिन्दू है वो मेरा समर्थन करेंगे, अन्यथा जिनमें मिलावट है समर्थन नहीं करेंगे।  साध्वी प्रज्ञा ने कहा गली कूचों की राजनीति सन्यासी नहीं करते ,सन्यासी तो दण्डनीति करते हैं। जो अब वे कर रही हैं। मोदी राष्ट्रवादी नेता हैं, जिन लोगों की वजह से लगातार 8 वर्ष का कारावास मुझे भुगतना पड़ा है मुझे  निरप्राध दंड दिया है ,जिन्होंने यह सब किया है उन्हें मैं बाहर निकलकर दंड दिलवाऊंगी। मैं मीडिया का सम्मान करती हूँ , जिन्होनें मेरा अभी तक समर्थन किया वो है मीडिया चौथा स्तंभ है, जो बहुत महत्वपूर्ण है। सिंहस्थ में चल रहे आयोजन को देखूंगी लोग मुझे देखेंगे मैं लोगों को देखूंगी।    देश के बड़े अपराध से जूझ रही साध्वी प्रज्ञा भारती ने मीडिया से   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की आलोचना कर कहा की मुझे शिवराज ने मजबूर किया जिसके कारण मुझे अनशन पर बैठना पड़ा शिवराज को भुगतना पड़ेगा। न्यायालय का सम्मान करती हूं व नियमों का पालन करूंगी। सरकार ने मदद नहीं की सरकार को कोर्ट ने आदेश दिया की मुझे सिंहस्थ में लेकर जाया जाये जिस पर मैं सिंहस्थ दर्शन करने आई हूं। मेरा विरोध कानून तोडऩे वालों से है। इस प्रकार से अपनी बातों को साफ कर साध्वी प्रज्ञा भारती ने अपनी और से विरोध किया।    साध्वी प्रज्ञा भारती के उज्जैन आने की खबर जैसे ही पुलिस विभाग को लगी उनके समस्त आला अधिकारी सिंहस्थ की व्यवस्था को छोड़ साध्वी की सेवा में लग गये जिसमें 9 पुलिस अधीक्षक, 1 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 4 नगर पुलिस अधीक्षक, 2 थाना प्रभारी, के साथ भारी पुलिस बल तैनात था जिसको लेकर पुलिस विभाग की सक्रियता दिखाई दी। पुलिस बल के साथ एम्बुलेंस व अन्य प्रशासनीक व्यवस्थाओं का अमला मौजूद स्नान घाट तक मौजूद था।  शिव कटघरे में....     भगवान शिव महांकाल की पावन नगरी में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को साध्वी ने आरोपियों के कटघरे में लेते हुए कह ही दिया की शिव की नगरी में शिवराज को भुगतना पड़ेगा जिसने मुझ प्रताडि़ता को अनशन करने पर मजूबर किया। दंड दिलवाऊंगी.....      मैंने जो सहा है वो निरप्राध दंड था जिसे मुझे मिली सजा होने के बाद लोग नहीं भूले नहीं है। मेरे ठाकुर जी ने फल दे ही दिया है और जो इस दंड के असल हकदार हैं उन्हें दंड मैं बाहर आकर दिलवाऊंगी।     सिंहस्थ को लेकर यातायात व्यवस्था आंरभ में चरमरा गई थी जिसके फलस्वरूप सिंहस्थ को मात्र दो ही दिन बीते थे की पुन: भोपाल में यातायात व्यवस्था की बैठक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ली थी उसके बावजूद जब मंगलवार को साध्वी जब मेला स्थल पर पंहुची तो यातायात व्यवस्था की लचीली प्रणाली में खुद साध्वी काफी देर तक फंसी रही स्नान करने के लिये घाट तक जाम लगने से देर शाम उन्हें हो गई। जिस पर साध्वी ने अपना गुस्सा कुछ पी लिया मगर लचर प्रणाली की आलोचना करने से इनके साथ आये लोग भी नहीं चुके।      Attachments area          

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 MadhyaBharat  21 May 2016

 मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान

      मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बेटी है तो सृष्टि है। बेटियों को मान-सम्मान दें। श्री चौहान मंगलवार रात को उज्जैन में सिंहस्थ मेला क्षेत्र में दाती महाराज के आश्रम में उनसे आशीर्वाद लेने पहुँचे थे।    श्री चौहान ने कहा कि आज बेटियों का कोई मुकाबला नहीं है। हर क्षेत्र में बेटियाँ नाम रोशन कर रही हैं। समाज में लिंग अनुपात बराबर न होने से असमानता बढ़ रही है। बेटियों की सुरक्षा जरूरी है। उन्‍होंने कहा कि बेटियों के जन्‍म को वरदान बनाने के लिए प्रदेश में लाड़ली लक्ष्‍मी योजना प्रारंभ की है। बेटी जब 21 वर्ष की हो जायेगी तो उसे 1 लाख 18 हजार रुपये मिलेंगे। बेटियों की शिक्षा के लिए नि:शुल्‍क किताबें, साईकिल, गणवेश दिया जाता है, ताकि वे आगे बढ़ सके।  सरकार ने निर्धन परिवार की बेटियों के विवाह के लिए मुख्‍यमंत्री कन्‍यादान योजना प्रारंभ की है। बेटियों को नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। उन्‍हें उद्योग स्‍थापित करने के लिए पाँच प्रतिशत की अलग से छूट दी जाती है। निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया है। इसी का परिणाम है कि आज पंचायत एवं स्‍थानीय निकाय में महिलाओं का प्रतिनिधित्‍व लगभग 56 प्रतिशत है। उन्‍होंने कहा कि जिन परिवारों में बेटियाँ नहीं हैं उन्‍हें बेटी गोद लेनी चाहिए। मुख्‍यमंत्री ने सभी उपस्थितों को हाथ उठाकर बेटियों के मान-सम्‍मान, सुरक्षा एवं उनके जन्‍म के लिए संकल्‍प दिलवाया।   मुख्‍यमंत्री श्री चौहान ने शिवानी, सुमित्रा, मनीषा सहित दस बेटियों को सोलर फेन, सोलर लाईट एवं स्‍कूल बेग वितरित किये। उन्‍होंने संतोष बाई, राव बाई, चन्‍द्रकला , गंगा बाई , कला बाई , शिवा बाई, मन्‍नू बाई, श्‍याम बाई,भूरी बाई, कांता बाई, सुंदर बाई, अनिता एवं चन्‍दा बाई को सिलाई मशीन वितरित की।   दाती महाराज ने कहा कि वे बेटियों की सुरक्षा एवं उनके भविष्‍य निर्माण के लिए सुमंगला योजना संचालित कर रहे हैं। उनके आश्रम में तीन हजार बेटियाँ रहकर पढ़ रही हैं। उन्‍होंने घोषणा की कि उज्‍जैन के सभी विकासखंडों में 12वीं कक्षा में मेरिट में आने वाली बेटियों को 21-21 हजार रुपये और प्रदेश स्‍तर में मेरिट में आने वाली बेटियों को दो पहिया वाहन प्रदान करेंगे। उन्‍होंने कहा कि मध्‍यप्रदेश सरकार की सहायता से मध्‍यप्रदेश में भी वे बेटियों की सुरक्षा एवं उनके भविष्‍य निर्माण के लिए उनकी नौकरी एवं पढ़ाई के लिए काम करेंगे। मुख्‍यमंत्री ने दाती महाराज से प्रदेश की उन्‍नति एवं विकास के लिए भी आशीर्वाद लिया।

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 MadhyaBharat  19 May 2016

 मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान

      मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बेटी है तो सृष्टि है। बेटियों को मान-सम्मान दें। श्री चौहान मंगलवार रात को उज्जैन में सिंहस्थ मेला क्षेत्र में दाती महाराज के आश्रम में उनसे आशीर्वाद लेने पहुँचे थे।    श्री चौहान ने कहा कि आज बेटियों का कोई मुकाबला नहीं है। हर क्षेत्र में बेटियाँ नाम रोशन कर रही हैं। समाज में लिंग अनुपात बराबर न होने से असमानता बढ़ रही है। बेटियों की सुरक्षा जरूरी है। उन्‍होंने कहा कि बेटियों के जन्‍म को वरदान बनाने के लिए प्रदेश में लाड़ली लक्ष्‍मी योजना प्रारंभ की है। बेटी जब 21 वर्ष की हो जायेगी तो उसे 1 लाख 18 हजार रुपये मिलेंगे। बेटियों की शिक्षा के लिए नि:शुल्‍क किताबें, साईकिल, गणवेश दिया जाता है, ताकि वे आगे बढ़ सके।  सरकार ने निर्धन परिवार की बेटियों के विवाह के लिए मुख्‍यमंत्री कन्‍यादान योजना प्रारंभ की है। बेटियों को नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। उन्‍हें उद्योग स्‍थापित करने के लिए पाँच प्रतिशत की अलग से छूट दी जाती है। निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया है। इसी का परिणाम है कि आज पंचायत एवं स्‍थानीय निकाय में महिलाओं का प्रतिनिधित्‍व लगभग 56 प्रतिशत है। उन्‍होंने कहा कि जिन परिवारों में बेटियाँ नहीं हैं उन्‍हें बेटी गोद लेनी चाहिए। मुख्‍यमंत्री ने सभी उपस्थितों को हाथ उठाकर बेटियों के मान-सम्‍मान, सुरक्षा एवं उनके जन्‍म के लिए संकल्‍प दिलवाया।   मुख्‍यमंत्री श्री चौहान ने शिवानी, सुमित्रा, मनीषा सहित दस बेटियों को सोलर फेन, सोलर लाईट एवं स्‍कूल बेग वितरित किये। उन्‍होंने संतोष बाई, राव बाई, चन्‍द्रकला , गंगा बाई , कला बाई , शिवा बाई, मन्‍नू बाई, श्‍याम बाई,भूरी बाई, कांता बाई, सुंदर बाई, अनिता एवं चन्‍दा बाई को सिलाई मशीन वितरित की।   दाती महाराज ने कहा कि वे बेटियों की सुरक्षा एवं उनके भविष्‍य निर्माण के लिए सुमंगला योजना संचालित कर रहे हैं। उनके आश्रम में तीन हजार बेटियाँ रहकर पढ़ रही हैं। उन्‍होंने घोषणा की कि उज्‍जैन के सभी विकासखंडों में 12वीं कक्षा में मेरिट में आने वाली बेटियों को 21-21 हजार रुपये और प्रदेश स्‍तर में मेरिट में आने वाली बेटियों को दो पहिया वाहन प्रदान करेंगे। उन्‍होंने कहा कि मध्‍यप्रदेश सरकार की सहायता से मध्‍यप्रदेश में भी वे बेटियों की सुरक्षा एवं उनके भविष्‍य निर्माण के लिए उनकी नौकरी एवं पढ़ाई के लिए काम करेंगे। मुख्‍यमंत्री ने दाती महाराज से प्रदेश की उन्‍नति एवं विकास के लिए भी आशीर्वाद लिया।

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 MadhyaBharat  19 May 2016

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  कुम्भ मेला क्षेत्र में संचालित है अंतराष्ट्रीय शोध शिविर        भारत में नीदरलेंड के राजदूत  एचई अलफॉन्सस ने कहा है कि विश्व में एक अवसर पर एक स्थान पर इतनी अधिक भीड़ एक-साथ कहीं एकत्र नहीं होती जितनी कि सिंहस्थ पर्व पर उज्जैन में होती है। इसलिए उज्जैन को भीड़ प्रबंधन के अध्ययन के लिए चुना गया है। इस अध्ययन, विश्लेषण तथा शोध के बाद क्राउड मेनेजमेंट सिस्टम पर सॉफ्टवेयर विकसित किया जायेगा।    राजदूत  अलफॉन्सस ने यह जानकारी  उज्जैन में दी। उन्होंने बताया कि नीदरलेण्ड, रशिया तथा सिंगापुर के विश्वविद्यालय और भारत सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ साईंस, आई.आई.टी. कॉनपुर और भारतीय औद्योगिक घरानों और स्टार्टअप कम्पनी द्वारा संयुक्त रूप से भीड़ नियंत्रण अध्ययन का प्रोजेक्ट आरम्भ किया गया है। भारत, नीदरलेण्ड संयुक्त शोध शिविर दत्त अखाड़ा क्षेत्र में स्थापित किया गया है। भीड़ के मनोविज्ञान, व्यवहार सहित गतिशीलता और ठहराव के कारण सुरक्षा भावना, व्यवस्था से सहयोग आदि विषय पर डाटा एकत्र किया जा रहा है। इस अध्ययन में जीपीएस, ड्रोन, लोकेट सेन्सर, श्रेष्ठतम केमरों आदि तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।   अध्ययन का उद्देश्य आपदा प्रबंधन के लिए ऐसी गाईडलाइन तथा सॉफ्टवेयर विकसित करना है जिसका उपयोग संपूर्ण विश्व में अलग-अलग प्रयोजनों जैसे ओलम्पिक, बड़े सांस्कृतिक आयोजनों और संकट के समय भीड़ प्रबंधन के लिए किया जा सकता है।   उज्जैन सिंहस्थ के संबंध में अपने अनुभव साझा करते हुए  अलफॉन्सस ने कहा कि अधोसंरचना विकास, साफ-सफाई व्यवस्था, आई.टी. का उपयोग और लोगों का व्यवहार स्मार्ट सिटी की अवधारणा के रोल मॉडल को प्रस्तुत करता है।   मेला अधिकारी  अविनाश लवानिया ने बताया कि अध्ययन में सिंहस्थ में आ रहे लोगों की प्रकृति, विविधता, समूह व्यवहार का अध्ययन भी किया जा रहा है। संवाद और सर्वे के माध्यम से लोगों के मनोविज्ञान और भावनाओं को जानना भी इस प्रक्रिया में शामिल है।

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 MadhyaBharat  16 May 2016

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   पीएम नरेंद्र मोदी उज्जैन में आयोजित वैचारिक महाकुंभ में शिरकत करेंगे। वे 14 मई को इंदौर आएंगे और फिर हेलिकॉप्टर से दोपहर 12.30 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। यहां पर उनके लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं। लेकिन पीएम के लिए यहां पर जो छोटा सा घर तैयार किया गया है। इस घर में पीएम की प्रोटोकॉल को भी ध्यान में रखा गया है और उज्जैन के कुंभ सी गरिमा भी। पढ़ें, क्या है इस कुटिया की खासियत...वैचारिक महाकुंभ के आयोजन का पूरा दारोमदार राज्यसभा सदस्य अनिल माधव दवे पर है।- आयोजन के लिए 87 हेक्टेयर जमीन पर मंच, डोम और कॉटेज बनाए जा रहे हैं।- यहां पर दो कुटिया भी तैयार की गई हैं। इनका नामकरण भी हो चुका है। एक का नाम चित्रकूट तो दूसरी का पंचवटी रखा गया है।पीएम मोदी के लिए बनी पंचवटी का साइज 20 बॉय 25 वर्गफीट है। इसे दूर से देखेंगे तो लगेगा कि आप किसी गांव में आ गए हैं।- ईंट और मिट्टी से तैयार की इस कुटिया को अंदर-बाहर और नीचे (फर्श) गोबर से लीपा गया है।- बाहर माधव कॉलेज फाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों ने चित्रकारी की है। उसे मालवा में मांडना कहते हैं।- अंदर सोफा है, टेबल-कुर्सी है, पलंग है, एसी है और एक अलमारी है। छत पर घास लगाई है।ऐसे तैयार हुई पीएम की कुटियाकुटिया को लेकर जब सांसद अनिल माधव दवे से पूछा गया कि शहर में चर्चा है कि इस कुटिया को बनाने में लाखों रुपए खर्च हुए हैं। इस पर दवे ने यहां मौजूद विशाल राजौरिया की ओर इशारा किया और पंचवटी और चित्रकूट दिखाने का कहा। इस पर राजौरिया ने पूरा हिसाब बताते हुए कहा कि पांच हजार रुपए में गोबर लिपाई का ठेका दिया। 10 हजार ईंट 30 हजार रुपए में खरीदी। झोपड़ी बनवाने में मजदूरी 20 हजार रुपए, 6 हजार में तखत खरीदे गए। 1500 रुपए में कुर्सी खरीदी गई। बिजली का काम थोड़ा जोखिम भरा होता है, इसलिए इस पर ज्यादा ध्यान दिया। बिजली के तार, फिटिंग और उपकरण पर 20 हजार रुपए खर्च हुए। 1.5 टन के दो एसी लगाए हैं। अब सोच लीजिए इस पूरी व्यवस्था पर कितना खर्च हुआ होगा। बमुश्किल एक लाख रुपये में ये बनकर तैयार हुई है। उन्होंने बताया कि यह जो दरवाजे और खिड़की आप देख रहे हैं। अनिल के पुराने मकान के हैं। उन्होंने बताया पंचवटी के निर्माण पर कोई फिजूल खर्च नहीं हुआ है।

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 MadhyaBharat  9 May 2016

नर्मदा के तट पर अमृत का मेला  सरकारी इंतजाम अली खा पी गए सिंहस्थ को

मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं।

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 MadhyaBharat  23 April 2016

अन्तर्राष्ट्रीय विचार महाकुंभ

मुख्यमंत्री चौहान ने की समीक्षा अंतर्राष्ट्रीय विचार महाकुंभ के तहत सिंहस्थ के सार्वभौम संदेश पर उज्जैन जिले के ग्राम निनोरा में होने वाली अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की व्यापक तैयारियाँ जारी हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज संगोष्ठी की तैयारियों की समीक्षा की। आगामी 12 से 14 मई तक इस संगोष्ठी के उदघाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक श्री मोहन भागवत और समापन सत्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। संगोष्ठी में चार विषय कृषि, कुटीर उद्योग, महिला सशक्तिकरण और स्वच्छता एवं सरिता पर विचार-विमर्श होगा।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संगोष्ठी के गरिमामय आयोजन की सभी तैयारियाँ समय से पूर्ण करने के निर्देश दिये। बताया गया कि संगोष्ठी में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न विषय के विद्वान शामिल होंगे। आमंत्रितों के आवास और परिवहन की व्यवस्था की जा रही है। आयोजन संबंधी दायित्व इंदौर प्रशासन को सौंपा गया है। कार्यक्रम स्थल के संबंध में समन्वय जन-अभियान परिषद करेगी। संगोष्ठी की वेबसाइट तैयार की गयी है। कार्यक्रम स्थल पर प्राचीन भारतीय संस्कृति के विकास तथा मध्यप्रदेश के विकास पर केन्द्रित प्रदर्शनियाँ लगाई जायेगी।बैठक में पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा, सांसद अनिल दवे, इंडिया फाउन्डेशन के डायरेक्टर राम माधव, मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति बी.के. कुठियाला, अपर मुख्य सचिव एस. आर.मोहंती, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस.के.मिश्रा सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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 MadhyaBharat  23 April 2016

अन्तर्राष्ट्रीय विचार महाकुंभ

मुख्यमंत्री चौहान ने की समीक्षा अंतर्राष्ट्रीय विचार महाकुंभ के तहत सिंहस्थ के सार्वभौम संदेश पर उज्जैन जिले के ग्राम निनोरा में होने वाली अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की व्यापक तैयारियाँ जारी हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज संगोष्ठी की तैयारियों की समीक्षा की। आगामी 12 से 14 मई तक इस संगोष्ठी के उदघाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक श्री मोहन भागवत और समापन सत्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। संगोष्ठी में चार विषय कृषि, कुटीर उद्योग, महिला सशक्तिकरण और स्वच्छता एवं सरिता पर विचार-विमर्श होगा।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संगोष्ठी के गरिमामय आयोजन की सभी तैयारियाँ समय से पूर्ण करने के निर्देश दिये। बताया गया कि संगोष्ठी में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न विषय के विद्वान शामिल होंगे। आमंत्रितों के आवास और परिवहन की व्यवस्था की जा रही है। आयोजन संबंधी दायित्व इंदौर प्रशासन को सौंपा गया है। कार्यक्रम स्थल के संबंध में समन्वय जन-अभियान परिषद करेगी। संगोष्ठी की वेबसाइट तैयार की गयी है। कार्यक्रम स्थल पर प्राचीन भारतीय संस्कृति के विकास तथा मध्यप्रदेश के विकास पर केन्द्रित प्रदर्शनियाँ लगाई जायेगी।बैठक में पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा, सांसद अनिल दवे, इंडिया फाउन्डेशन के डायरेक्टर राम माधव, मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति बी.के. कुठियाला, अपर मुख्य सचिव एस. आर.मोहंती, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस.के.मिश्रा सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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शिवराज ने किया जय महाकाल

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मानवता के कल्याण और सिंहस्थ महापर्व निर्विघ्न सम्पन्न होने के उद्देश्य से सपरिवार उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मन्दिर में देव-दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ महापर्व सब मिल-जुल कर मनायें। मुख्यमंत्री ने दर्शन के बाद श्री ओंकारेश्वर, श्री सिद्धिविनायक तथा साक्षी गोपाल के दर्शन भी किये।मुख्यमंत्री ने सपरिवार महन्त श्री प्रकाशपुरी जी से आशीर्वाद प्राप्त कर प्रसादी ग्रहण की। उन्होंने महन्तश्री से कहा कि आपकी कृपा बनी रहे। महन्त प्रकाशपुरी ने कहा कि राज्य सरकार ने सिंहस्थ महापर्व के सफल आयोजन के लिये बहुत अच्छी व्यवस्थाएँ और विकास के बहुत काम किये हैं। महाकाल ही सिंहस्थ को निर्विघ्न सम्पन्न करवायेंगे, ऐसी ईश्वर से कामना है। महन्तश्री ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे 18 अप्रैल को महानिर्वाणी अखाड़े की पेशवाई में समय निकालकर अवश्य आयें। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ प्रभारी मंत्री भूपेन्द्रसिंह, स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन, विधायक सतीश मालवीय, उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल आदि उपस्थित थे।मुख्यमंत्री ने आव्हान अखाड़े के भवन को कर-मुक्त करवाने की घोषणा कीमुख्यमंत्री सन्तों से सपत्नीक आशीर्वाद लिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन के ग्राम सदावल स्थित श्री पंचदशनाम आव्हान अखाड़ा के नव-निर्मित भवन को नगर निगम कर से मुक्त करवाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री से अखाड़े के साधु-समाज ने नव-निर्मित भवन को टेक्स मुक्त करवाने का आग्रह किया था। मुख्यमंत्री ने आग्रह को स्वीकार करते हुए मौके पर ही भवन को कर-मुक्त करवाने की घोषणा की। इस पर साधु-समाज ने हर्ष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री को तहेदिल से आशीर्वाद दिया। इसके पूर्व साधु-सन्तों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पुष्पहारों से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर आव्‍हान अखाड़े के सभापति श्रीमहन्त अमर शब्दानंदपुरी, महामंत्री सत्यगिरि, महन्त जय-विजय भारती सहित बड़ी संख्या में सन्त और महन्त उपस्थित थे।आव्हान अखाड़े के बाद मुख्यमंत्री श्री पंच अग्नि अखाड़ा स्थल पहुँचे, जहाँ सन्त-समाज ने अखाड़े में अब तक हुए विकास व निर्माण कार्यों के लिये मुख्यमंत्री को साधुवाद दिया। इस दौरान अग्नि अखाड़े के सभापति श्रीमहन्त ब्रह्मचारी गोपालानंद, महामंत्री गोविंदानंद ब्रह्मचारी, श्रीमहन्त लालबाबा, स्वामी मुक्तानंद सहित काफी संख्या में अखाड़े के साधु-सन्त उपस्थित थे। श्री चौहान ने दोनों अखाड़ों के सन्त-महन्त एवं साधुओं से सपत्नीक आशीर्वाद प्राप्त किया। अखाड़ों के भ्रमण के दौरान प्रभारी मंत्री श्री भूपेन्द्रसिंह, अखिल भारती अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्रगिरि और अधिकारी मौजूद थे।

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कुम्भ में बैंगनी ड्रेस में मुस्तैदी से तैनात हैं सफाईकर्मी

उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई तक होने वाले सिंहस्थ में मेला क्षेत्र में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की योजना तैयार की गयी है। मेला क्षेत्र में बैंगनी कलर की ड्रेस में सफाईकर्मी नियमित रूप से सफाई कार्य को अंजाम दे रहे हैं। सिंहस्थ के दौरान शाही स्नान के दिनों में एक करोड़ श्रद्धालु प्रतिदिन तथा सामान्य दिनों में 20 से 25 लाख श्रद्धालु मेला क्षेत्र में रहेंगे। लगभग 1000 से 1200 मीट्रिक टन कचरा प्रति सामान्य दिनों में उठाया जायेगा। कचरे की यह मात्रा शाही स्नान के दिनों में लगभग दुगनी हो जायेगी। उज्जैन नगर निगम ने शाही स्नान के दिनों में प्रतिदिन 2500 मीट्रिक टन कचरा उठाने की योजना बनायी है। इसी दौरान उज्जैन के शहरी क्षेत्र में भी प्रतिदिन 300 मीट्रिक टन कचरा उठाया जायेगा। कचरा निपटान की दृष्टि से मेला क्षेत्र को पैकेज-ए तथा पैकेज-बी में बाँटा गया है। पैकेज-ए में दत्त अखाड़ा और महाकाल जोन शामिल हैं। कांट्रेक्टर द्वारा पैकेज-ए के क्षेत्र में 3000 सफाईकर्मी तैनात किये जायेंगे। पैकेज-बी में कालभैरव और मंगलनाथ जोन को शामिल किया गया है। मेले के दौरान इन क्षेत्रों में 2000 सफाईकर्मी की तैनाती रहेगी। घाटों तथा घाट क्षेत्र में, विशेषतौर पर सफाई के लिये मेन्युअल के साथ मेकेनिकल व्यवस्था की जायेगी। जेट मशीन का इस्तेमाल घाटों की सफाई के लिये किया जायेगा। क्षिप्रा नदी में बहते कचरे को इकट्ठा करने के लिये नेट का इस्तेमाल भी किया जायेगा। मेला क्षेत्र में सकरे रास्तों पर 45 छोटे वाहन नियमित रूप से कचरा इकट्ठा करेंगे। करीब 20 ट्वीन डंपर प्लेसर ट्रक भी इस्तेमाल होंगे। सफाई कार्य में 10 काम्पेक्टर व्हीकल, 8 कैरिंग मूवेबल काम्पेक्टर व्हीकल, 40 टीपर वाहन और 40 डम्पर प्लेसर व्हीकल-सह-कंटेनर उपयोग में लाये जायेंगे।सिंहस्थ के दौरान मेला क्षेत्र में करीब 400 किलोमीटर लम्बाई में विभिन्न सड़कों की सफाई रोड स्वीपिंग मशीन द्वारा की जायेगी। इसके लिये 4 मशीन प्रतिदिन काम करेंगी। इन मशीनों की स्पीड 15 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है। सिंहस्थ में विभिन्न जोन क्षेत्र में अलग-अलग सड़क पर सफाईकर्मी तैनात रहेंगे। अस्सी फीट सड़क पर प्रत्येक 50 मीटर पर एक सफाईकर्मी, 60 फीट रोड पर प्रत्येक 100 मीटर पर एक सफाईकर्मी तैनात रहेगा। मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था की निगरानी के लिये विशेष निगरानी दस्ते लगातार कार्य करते रहेंगे।

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सिंहस्थ से पहले रामघाट पर क्षिप्रा आरती

उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई तक होने वाले सिंहस्थ के लिये उज्जैन नगर सँवर गया है। सिंहस्थ की सौगातों के अवलोकन के लिये शहर के नागरिक वाहनों को त्याग कर पदयात्रा पर निकल पड़े। चारों दिशाओं से शाम 6.30 बजे बड़ी संख्या में श्रद्धालु क्षिप्रा तट पर रामघाट और दत्त अखाड़ा पहुँचे। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में माँ क्षिप्रा का अभिनंदन किया गया। एलईडी लाइट की रोशनी से नहाया हुआ रामघाट और दत्त अखाड़ा लोगों को सुखद अनुभूति करवा रहा था। इस अद्भुत नजारे को ड्रोन केमरे से भी शूट किया गया। खाद्य एवं आपूर्ति उप समिति की बैठक में समीक्षासिंहस्थ के दौरान खाद्य पदार्थों की आपूर्ति के लिये उप समिति गठित की गयी है। उप समिति की बैठक में बताया गया कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग मेला क्षेत्र में अस्थाई राशन-कार्ड जारी करेगा। इसके साथ ही 17 रसोई गैस एजेंसी को गैस की आपूर्ति की जवाबदारी दी गयी है। मेला क्षेत्र में दूध की आपूर्ति के लिये 145 अस्थाई सेंटर होंगे। समिति की बैठक में खाद्य पदार्थों के परिवहन की व्यवस्था पर भी चर्चा की गयी। बैठक में यह भी तय हुआ कि जोन एवं सेक्टर कार्यालयों में उचित मूल्य दुकान, दुग्ध-पार्लर, नाप-तौल और खाद्य निरीक्षकों के मोबाइल नम्बर भी प्रदर्शित किये जायेंगे।सिंहस्थ को पॉलिथीन-मुक्त बनाने के लिये चलेगा अभियानसिंहस्थ को पॉलिथीन-मुक्त बनाने के लिये लगातार अभियान चलाया जायेगा। इसके लिये गठित उप समिति जन-भागीदारी के साथ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को पॉलिथीन का उपयोग न करने की समझाइश देंगे। मेला क्षेत्र में इसके लिये पर्याप्त मात्रा में दोना-पत्तल और स्टील के बर्तन की आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी।

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तीर्थ हैं क्षिप्रा के तट जहाँ से मिलती है मुक्ति

अनादि नगरी उज्जयिनी 'भौमतीर्थ'' भी है और 'नित्य तीर्थ'' भी है। भारत की ह्रदय-स्थली यह नगरी सृष्टि के प्रारंभिक काल से ही दिव्य पावन-कारिणी शक्ति से ओत-प्रोत रही है। स्कंद पुराण के अनुसार तो यहाँ पग-पग पर मोक्ष-स्थल तीर्थ बसे हैं। अवंतिखण्ड के अनुसार यहाँ 'महाकाल वन'' था, जहाँ सैकड़ों शिवलिंग थे, अत: उनके प्रभाव से यहाँ की पूरी भूमि नित्य तीर्थ बन गयी। इसकी पुष्टि वायु पुराण, लिंग पुराण, वराह पुराण भी करते हैं।इस नगर में बहने वाली पुण्य सलिला क्षिप्रा का वर्णन यजुर्वेद में 'शिप्रे अवे: पय:'' के रूप में आया है। यह नदी इस नगर के तीन ओर से बहती है, इसलिये इसका 'करधनी'' नामकरण भी किया गया है। इस नगरी में आकर इसके घाटों पर स्नान करने से व्यक्ति को मुक्ति प्राप्त हो जाती है तथा यह स्थल स्वयमेव तीर्थ बन जाते हैं। कहा जाता है कि सौ योजन (चार सौ कोस) दूर से भी यदि कोई क्षिप्रा नदी का स्मरण मात्र करता है तब उसके सब पाप नष्ट हो जाते हैं तथा वह स्वर्ग-लोक को प्राप्त कर लेता है। मालवा की मोक्षदायिनी गंगा अर्थात् क्षिप्रा अपने उद्गम स्थल से कुल 120 मील (195 किलोमीटर) बहकर चम्बल (चर्मण्यवती) में मिलती है। नगर में इसके तटों पर धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक साधनाएँ कर अनेक साधकों ने सिद्धि प्राप्त की हैं। इसीलिये इसके तटों पर बसे मंदिर, आश्रम एवं उपासना-स्थल सांसारिकता से मुक्ति दिलाकर बैकुण्ठवासी बनाने में सहायक हैं। इस भवसागर से पार उतारने में इस नगरी को मोक्षदायिनी माना गया है। स्कन्द पुराण के अवंतिखण्ड में क्षिप्रा के तट स्थित घाट ही तीर्थ-स्थल माने गये हैं, जिनकी महिमा का गान किया गया है। उत्तरवाहिनी क्षिप्रा का स्वरूप ओखलेश्वर से मंगलेश्वर तक पूर्ववाहिनी है। इसी अवंतिखण्ड में इस नगरी के जिन तीर्थों का उल्लेख किया गया है, वह शंखोद्वार, अजागन्ध, चक्र, अनरक, जटाभृंग, इन्द, गोप, चिविटा, सौभाग्यक, घृत, शंखावर्त, सुधोदक, दुर्धर्ष, गोपीन्द्र, पुष्पकरण्ड, लम्पेश्वर, कामोदक, प्रयाग, भद्रजटदेव, कोटि, स्वर्णक्षुक, सोम, वीरेश्वर, नाग, नृसिंह इत्यादि हैं।इस नगरी में अनेक सरोवर, कुएँ, बावड़ियाँ, तालाब, कुण्ड और क्षिप्रा नदी है। यहाँ के सप्त सागरों में रत्नाकर, सोला या पुरुषोत्तम, विष्णु, गोवर्धन, क्षीर, पुष्कर और रुद्रसागर आदि रहे हैं। यह नगरी जल-सम्पदा से हर युग में हरी-भरी रही है। यहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का अनेक कवियों ने अपने साहित्य में उल्लेख किया है।क्षिप्रा के तट स्थित कई दर्शनीय एवं पर्यटन-स्थल हैं, जिनमें त्रिवेणी स्थित नवग्रह एवं शनि मंदिर, नृसिंहघाट, रामघाट, मंगलनाथ, सिद्धनाथ, कालभैरव, भर्तृहरि की गुफा, कालियादेह महल, सूर्य मंदिर आदि हैं। यहाँ वर्षभर लाखों श्रद्धालुओं का आना-जाना बना रहता है।उज्जयिनी की मोक्षदायिनी क्षिप्रा के तटों पर विश्व-प्रसिद्ध सिंहस्थ महापर्व के दौरान एक 'लघु भारत'' उपस्थित हो जाता है। यही कारण है कि क्षिप्रा किनारे के घाट अन्य पवित्र नगरियों के घाटों से कमतर नहीं हैं। देश-विदेश के कई श्रद्धालु और आस्तिकजन द्वारा क्षिप्रा किनारे के इन्हीं घाटों पर अपने पितृ पुरुषों की आत्मा की सद्गति के लिये श्राद्ध और तर्पण आदि कर उज्जयिनी की महिमा को विस्तारित किया जाता है।

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सिंहस्थ में रोजाना डेढ़ लाख श्रद्धालुओं को मिलेगा सस्ता खाद्यान्न

16 सेक्टर में स्थापित होंगी 40 उचित मूल्य दुकान उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई तक होने वाले सिंहस्थ के दौरान सिंहस्थ मेला क्षेत्र में लगभग डेढ़ लाख साधु-संत और उनके अनुयायियों को 60 दिन तक प्रतिदिन 500 ग्राम खाद्यान्न, 150 ग्राम शक्कर और प्रति व्यक्ति प्रतिदिन एक लीटर केरोसिन रियायती दर पर उपलब्ध करवाया जायेगा। इसके लिये सिद्धवट, काल भैरव, गढ़कालिका सेक्टर में 6, मंगलनाथ, खिलचीपुर, खाक चौक में 13, रंजीत, दत्त अखाड़ा, मुल्लापुरा, उजड़खेड़ा, भूखी माता में 17, हरसिद्धि, नरसिंह घाट, लालपुर एवं चिंतामन गणेश सेक्टर में 4, इस तरह पूरे मेला क्षेत्र में 40 अस्थायी उचित मूल्य दुकान स्थापित की जायेगी। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने सिंहस्थ के दौरान प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की जरूरत का आकलन किया है। गेहूँ प्रति व्यक्ति 350 ग्राम, 60 दिन के लिये 21 किलोग्राम का वितरण किये जाने का अनुमान लगाया गया है। इस तरह डेढ़ लाख सदस्य के लिये 3150 मीट्रिक टन गेहूँ, प्रति व्यक्ति 150 ग्राम चावल प्रतिदिन के मान से 60 दिन के लिये 9 किलोग्राम प्रति सदस्य के हिसाब से डेढ़ लाख लोगों के हिसाब से 1350 मीट्रिक टन चावल, इसी तरह डेढ़ लाख लोगों के लिये 1350 मीट्रिक टन शक्कर, 90 मीट्रिक टन नमक और 300 किलो लीटर केरोसिन की आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से 1000 मीट्रिक टन गेहूँ और 50 मीट्रिक टन चावल भी खुले बाजार में विक्रय के लिये उपलब्ध रहेगा।60 हजार गैस सिलेण्डर की खपतसिंहस्थ मेला क्षेत्र में प्रत्येक सेक्टर में 16 अस्थायी गैस एजेंसी की स्थापना की जा रही है। सिंहस्थ में साधु-संत और उनके अनुयायियों को 5 किलो के सिलेण्डर वितरित किये जायेंगे। मेला अवधि में 60 हजार सिलेण्डर की खपत का अनुमान लगाया गया है। सिंहस्थ के दौरान उज्जैन नगर एवं उज्जैन पहुँच मार्गों पर 53 पेट्रोल-डीजल पम्प संचालित हो रहे हैं। इनकी भण्डारण क्षमता 1101 किलोलीटर पेट्रोल और 1612 किलोलीटर डीजल की है। वर्तमान में पेट्रोल 56 हजार लीटर और डीजल की प्रतिदिन औसत खपत 76 हजार लीटर है। सिंहस्थ में पेट्रोल एक लाख 32 हजार लीटर और डीजल एक लाख 66 हजार लीटर की खपत का अनुमान लगाया गया है। सिंहस्थ के दौरान खाद्यान्न, गैस सिलेण्डर और पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये 16 सहायक आपूर्ति अधिकारी, 44 कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी सहित लगभग 100 व्यक्ति का अमला लगातार काम करेगा। इन कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण भी दिलवाया गया है।

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श्रीकृष्ण ने उज्जयिनी में मिला था 64 कला का ज्ञान

सम्पूर्ण शिक्षा प्राप्त की थी 126 दिन में उज्जैन, जो पूर्व में उज्जयिनी नगरी के नाम से विख्यात था, शैक्षणिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण रहा है। शिक्षा-स्थली के रूप में यह नगरी नालंदा और काशी के पहले से स्थापित रही है। उज्जयिनी में जगदगुरु योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भाई बलराम और मित्र सुदामा के साथ तपोनिष्ठ महर्षि सान्दीपनी से धनुर्विद्या, अस्त्र, मंत्रोपनिषद, गज और अश्वारोहण सहित 64 कला का ज्ञान प्राप्त किया था। भगवान श्रीकृष्ण ने यह सम्पूर्ण शिक्षा 126 दिन में प्राप्त कर ली थी।जब पूरा सँसार अज्ञान, अशिक्षा और अँधकार में भटक रहा था, तब भारत की ह्रदय-स्थली उज्जयिनी में महर्षि सान्दीपनी का गुरूकुल अपने उत्कर्ष पर था। शिक्षा के उदात मूल्यों से ओत-प्रोत सुविख्यात गुरूकुलों में वेदों, वेदांगों, उपनिषदों सहित 64 कला की शिक्षा दी जाती थी। वहीं मंत्र, न्याय-शास्त्र, राजनीति-शास्त्र, धर्म-शास्त्र, नीति-शास्त्र और अश्व-अस्त्र-शस्त्र संचालन की शिक्षा भी दी जाती थी। यज्ञोपवीत संस्कार होने के बाद ही आश्रम में प्रवेश मिलता था तथा शिष्यों को आश्रम-व्यवस्था के ब्रह्मचर्य नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करना पड़ता था। गुरू का सम्मान और उनकी आज्ञा सर्वोपरि रहती थी।उल्लेखनीय है कि उज्जयिनी के राजा विन्द और अनुविन्द की प्रिय बहन मित्रविन्दा से भगवान श्रीकृष्ण ने विवाह किया था। महाभारत में युधिष्ठिर के बहुअर्थी चर्चित प्रसंग 'नरो व कुंजरो वा'' और 'प्रमर्थन घोर मालवेन्द्रस्य वर्मण: अश्वत्थामा हत:''। में वर्णित चर्चित हाथी इन्हीं राजाओं का था, जो महाभारत के युद्ध में उज्जयिनी से भेजा गया था। उज्जयिनी में अनादि काल से गुरूकुल की जो परम्परा रही है, उनमें महाज्ञानी सदगुरू महर्षि सान्दीपनी का गुरूकुल उनके योग्य शिष्य श्रीकृष्ण के कारण विख्यात रहा है। गुरू-शिष्य की इस परम्परा की चर्चा आज भी उज्जैन नगरी में होती है।उज्जैन में इस वर्ष अप्रैल-मई में होने वाले सिंहस्थ के दौरान साधु-संतों और श्रद्धालुओं के बीच भगवान कृष्ण के इस प्रसंग का प्रमुखता के साथ स्मरण किया जायेगा।

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सिंहस्थ से मध्यप्रदेश  पर्यटन को मिलेगी नई पहचान

अगले माह से उज्जैन में शुरू हो रहे सिंहस्थ महाकुंभ में प्रदेश के पर्यटन स्थलों की जानकारी देने के लिए पर्यटन निगम प्रदर्शनी लगाने की योजना पर काम कर रहा है। इस प्रदर्शनी में प्रदेश के ऐतिहासिक, धार्मिक एवं अन्य तरह के पर्यटक केंद्रों की तस्वीरों के साथ ही उनके बारे में पूरी जानकारी का उल्लेख होगा। प्रदर्शनी देखकर श्रद्धालुओं को प्रदेश के पर्यटन स्थलों की पूरी जानकारी एक ही स्थान पर मिल सकेगी। पर्यटन निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष तपन भौमिक के मुताबिक कुंभ में देश-विदेश से 5 करोड़ पर्यटकों के आने की उम्मीद है। चर्चा में उन्होंने सवालों के खुलकर जवाब दिए।– सवाल: राजनीति में दो तरह के लोग होते हैं, पहले वो लोग जो चुनाव लड़कर राजनीति में आते हैं और दूसरे वे लोग जो बिना चुनाव लड़े ही राजनीति में पावरफुल हो जाते हैं, जैसे आप? आपकी राजनीति में और आपकी संस्था के प्रति भावना क्या है और प्राथमिकताएं क्या हैं?जवाब: मैं शुरू से ही सतत रूप से संगठन में ही रहा, मुझे संघ में और सार्वजनिक जीवन में काम करते हुए 40 साल हो गए। मैं 1977 से संघ में काम कर रहा हूं। मुझे जो जिम्मेदारी मिली है वो वास्तव में मुझे मेरी रूचि के हिसाब से मिली है। मुझे प्रदेश नेतृत्व ने संगठन महामंत्री अरविंद मेनन, प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पर्यटन विकास निगम का काम दिया है, यह विभाग वास्तव में मेरी रुचि का है और मुझे इसमें काम करने में आनंद की अनुभूति भी हो रही है।– सवाल: मध्यप्रदेश के पर्यटन के विकास को लेकर क्या योजना है?जवाब: मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम पहले से ही अच्छी स्थिति में है, मध्यप्रदेश का देश में तो अच्छा नाम है और देश में इस निगम को मध्यप्रदेश के पर्यटन का पहले, दूसरे स्थान पर नंबर रहा है। विश्व पटल पर मध्यप्रदेश के पर्यटन को लाने के लिए हम कार्यरत हैं और इसके लिए हम कार्ययोजना बना रहे हैं। निगम के विकास के लिए मध्यप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री की भी विशेष रूचि है। निश्चित रूप से यह निगम पर्यटन के क्षेत्र में बहुत आगे जाएगा और विश्व पटल पर इसका नाम होगा।– सवाल: प्रदेश में विश्व स्तर पर सिंहस्थ का महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है, यदि हम पर्यटन और सिंहस्थ को जोड़कर देखें तो पर्यटन विकास निगम की सिंहस्थ में क्या भूमिका है?जवाब: मध्यप्रदेश में सिंहस्थ शुरू होने जा रहा है, इसमें मध्यप्रदेश के तीन विभाग जिसमें जनसंपर्क विभाग, संस्कृति विभाग और पर्यटन इनका सबसे बड़ा योगदान अब सिंहस्थ में शुरू होने जा रहा है। इसके पहले पीडब्ल्यूडी, पीएचई विभाग की अहम जिम्मेदारी थी। जिसमें सड़क निर्माण करना और शुद्ध जल की व्यवस्था करने के काम को प्राथमिकता से पूरा किया गया। अब इसके प्रचार-प्रसार का काम जनसंपर्क को दिया गया है और सिंहस्थ के दौरान जितने भी सांस्कृतिक आयोजन होंगे, वे सब सांस्कृतिक विभाग के द्वारा किए जाएंगे। इसके अलावा मध्यप्रदेश शासन के निमंत्रण पर जितने भी अतिथि कुंभ में आएंगे, उनके रुकने, खाने-पीने व आने-जाने की व्यवस्था करने का पर्यटन विकास निगम को करना है। इसमें विश्व के 102 देशों के प्रतिनिधि भाग लेने के लिए आ रहे हैं। अभी तक के भारत में जितने भी सिंहस्थ हुए हैं, हम इसे सबसे बड़े सिंहस्थ के रूप में स्थापित कर पाएंगे। सिंहस्थ के लिए केंद्र सरकार ने भी विशेष सहयोग प्रदान किया है, जिसमें नई रेल लाइन और स्टेशनों के विस्तार और स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की है। अभी तक इलाहाबाद का कुंभ सबसे बड़ा माना जाता था, लेकिन उज्जैन कुंभ की तैयारियों का जो फीडबैक आ रहा है, उससे लग रहा है कि यह विशालतम रहेगा। इसके अलावा मध्यप्रदेश शासन ने भी उज्जैन के आसपास इंदौर, देवास, शाजापुर, राजगढ़ यहां पर भी शासन ने डेवलपमेंट की अच्छी राशि दी है जिससे यातायात बस स्टेंड की अच्छी व्यवस्था की जा सके।– सवाल: कुंभ का जो विशाल पर्व होने जा रहा है उसमें विश्व और देशभर के कितने श्रद्धालुओं के आने का लक्ष्य रखा है?जवाब: इसमें विश्वभर से करोड़ों श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। हमारा जो लक्ष्य है, उसमें 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आएंगे। इसमें दो शाही स्नान पड़ेंगे, दोनों ही शाही स्नान में एक-एक करोड़ लोग स्नान करेंगे। इसमें पुलिस और अन्य शासकीय विभाग के लोग व्यवस्था में रहेंगे। इसके अलावा मध्यप्रदेश शासन के निमंत्रण पर जो लोग आएंंगे उनकी सारी व्यवस्था पर्यटन विकास निगम करेगा।-सवाल: सिंहस्थ के लिए मध्यप्रदेश शासन ने कोई स्पेशल बजट का प्रावधान किया है यदि किया है तो मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक ने कहा कि खंडवा के हनुवंतिया में आयोजित जल महोत्सव में पर्यटकों की रूचि को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वाटर स्पोर्टस की अगले साल से एक महीने तक चलने की बात कही है। अगले साल से 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक जलोत्सव चलेगा और भोपाल में भी राजाभोज एडवेंचर्स आयोजित किया गया। इसका नाम ही हमने रखा था झील से आकाश तक। इसमें भी पर्यटकों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया, इसे भी हम अगले साल से स्थाई करेंगे।निगम की जमीन को लीज पर ले सकेंगे निवेशकपर्यटन विकास निगम पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए निवेशकों को होटल और रेस्टोरेंट खोलने के लिए जमीन लीज पर देगा। इसमें निवेशकों को शासकीय अनुमति मिलने में आने वाली परेशानियों को भी निगम दूर करेगा और उनका सहयोग करेगा।

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विक्रमादित्य  उनके नवरत्न और उज्जयिनी

ललितेन्द्र भारत के इतिहास में विक्रमादित्य का स्थान अद्वितीय है। जिस प्रकार राम को अयोध्या से अलग नहीं किया जा सकता उसी प्रकार विक्रमादित्य के बिना उज्जयिनी का स्मरण नहीं किया जा सकता। विगत 2000 वर्ष से अधिक समय से विक्रम का नाम सारे देश में गूँज रहा है। हिन्दू धर्म और संस्कृति तथा ज्ञान-विज्ञान, साहित्य और कला से वह अविभाज्य के रूप से जुड़ा हुआ है। एक ओर जहाँ भारतीय साहित्य में अनेक रूपों में और अनेक प्रकार से विक्रम का उल्लेख किया गया है उसे अदभुत पराक्रमी शासक, धर्म, न्याय और व्यवस्था के संरक्षक गुणीजनों के आश्रयदाता तथा ज्ञान-विज्ञान की अभिवृद्धि के लिए समर्पित विद्याप्रेमी नरेश के रूप में स्मरण किया जाता है। दूसरी ओर इस बात पर भी आधुनिक इतिहासकारों द्वारा शंका उठाई जाती है कि विक्रमादित्य नामक कोई राजा उज्जयिनी में हुआ है या नहीं। वे इस बात को तो स्वीकार करते हैं कि विक्रमादित्य की उपाधि अनेक राजाओं ने धारण की पर उनके मत में ऐतिहासिक आधार पर यह नहीं कहा जा सकता कि उज्जैन में विक्रमादित्य नाम का कोई राजा हुआ भी है या नहीं। इस धारणा का प्रमुख कारण पुरातात्विक प्रमाणों का अभाव ही माना जाता है।प्राचीन साहित्य में विक्रमादित्य सम्बन्धी तथ्यों की उपर्युक्त आधार पर उपेक्षा नहीं की जा सकती। पुरातात्विक आधार न होने पर क्या हम रामायण, महाभारत तथा विविध पुराणों में वर्णित और परम्परा से मान्यता प्राप्त तथ्यों को भी शंकास्पद मानने के लिए विवश होना पड़ेगा। भारत जैसे देश में जहाँ इतनी उथल-पुथल होती रही, जहाँ इतिहास के प्रति उपेक्षा के साथ ही प्राकृतिक प्रकोपों का ताण्डव-नृत्य सदा होता रहा हो, ठोस ऐतिहासिक प्रमाणों पर ही अंतिम निर्णय लेना संभव नहीं है। हाँ यदि किसी मान्यता के विरुद्ध यदि उत्खनन और शोध के परिणामस्वरूप अनेक महत्वपूर्ण नए तथ्य हमारे सामने आए हैं जिनसे भारत के अतीत पर महत्वपूर्ण प्रकाश पड़ता है। हो सकता है विक्रम के काल-निर्णय पर भी भविष्य में उपयोगी प्रमाण उपलब्ध हो जाये। अत: इतिहास द्वारा पुष्ट प्रमाणों के अभाव में विक्रमादित्य के परम्परागत व्यक्तित्व और उससे जुड़ी हुई ख्याति की उपेक्षा भी उचित नहीं कही जा सकती।विक्रमादित्य ने नवीन संवत्सर का ही आरम्भ नहीं किया अपितु आदर्श शासन परम्परा की नए सिरे से आधार-शिला रखी। उन्होंने राम-राज्य की कल्पना को नए सिरे से साकार कर आदर्श शासन का मानदण्ड निर्धारित किया।विक्रम संवत् को कृत संवत् तथा मालव संवत् का पर्याय माना जाता है। पर्याप्त विचार के बाद इतिहासकारों में इसके सम्बन्ध में सहमति भी हो गई है। यह तथ्य हमें यह सोचने के लिए विवश करता है कि विक्रम और मालवे का परस्पर घनिष्ठ सम्बन्ध है। विक्रम मालव जनपद के राजा थे या प्रमुख यह बात भले ही विवादग्रस्त हो पर इसमें संदेह नहीं कि वे मालवगण के सर्वमान्य नेता थे और उनके नेतृत्व में ही मालवों ने शकों को पराजित किया था। ऐसी महत्वपूर्ण घटना को अमरता प्रदान करने के उद्देश्य से नये संवत्सर का आरंभ किया जाना निश्चय ही एक शुभ निर्णय था। विगत 2000 वर्ष से भी अधिक समय से इस संवत् का व्यापक उपयोग इस घटना के महत्व का परिचायक है। इतिहासविदों के समक्ष यह प्रश्न प्राय: उपस्थित होता रहा है कि विक्रमादित्य नाम न होकर एक विरुद मात्र है। इसके साथ सहज ही यह तर्क उपस्थित होता है कि यदि इस नाम को विरुद मान लिया जाय तो फिर कोई न कोई पराक्रमी व्यक्ति इस नाम को धारण करने वाला भी होना चाहिए। चन्द्रगुप्त को इसे विरुद के रूप में धारण करने की आवश्यकता तभी अनुभव हुई होगी जब इस नाम का कोई व्यक्ति अपने पराक्रम से इसे महत्व दे चुका होगा। जनश्रुति एवं साहित्यिक आधार पर हमारे सामने ऐसा व्यक्तित्व विक्रम का ही है। और उसे नाम के रूप में स्वीकार करने में आपत्ति का कारण नहीं दिखाई देता।साम्राज्यों के बुलडोजर छोटी इकाइयों को, वे प्रजातांत्रिक हों अथवा एक तंत्रीय, गुण-दोषों का विचार किए बिना ही धराशायी करने में संकोच ही नहीं करते। मालव गणतंत्र को या मालव नरेश को साम्राज्य विस्तार की प्रक्रिया में संकट का सामना करना ही पड़ा होगा। किन्तु साम्राज्य की तूफानी लहर से ध्वस्त होकर भी मालवगण की और उसके साथ ही विक्रम की कीर्ति अक्षुण्ण बनी रही। मालवगण और विक्रमादित्य की उपलब्धियाँ भारतीय जनमानस के पटल पर इस प्रकार अंकित है कि काल-प्रवाह उन्हें मिटाने में असमर्थ रहा है।उज्जैन की भौगोलिक स्थिति कुछ ऐसी रही है कि सहसा उसे अधीनस्थ नहीं किया जा सकता था और अधीनस्थ हो जाने पर भी उसकी उपयोगिता और महत्व की उपेक्षा नहीं की जा सकती थी। आसपास की उपजाऊ भूमि तथा आन्तरिक एवं बाह्य व्यापार के मार्ग पर उसका अवस्थित होना उसके पक्ष में जाता है। यही कारण है कि देश के उन्नत नगरों में उज्जयिनी का विशिष्ट स्थान बना रहा है। मालवगण के शौर्य, नैतिक बल और बौद्धिक प्रखरता ने उसे देश में ही नहीं, विदेशों में भी ख्याति दिलवाई है। विभिन्न कलाओं तथा ज्ञान-विज्ञान की क्रीड़ा-भूमि के रूप में ही नहीं, उन्हें व्यावहारिक और परिष्कृत रूप देकर सार्वभौम उपयोग और प्रशंसा की उपलब्धि करवाने में उज्जयिनी अग्रगण्य रही है। हजारों वर्ष पूर्व महाभारत युग में भगवान् श्रीकृष्ण और बलराम की शिक्षा उसी नगरी में हुई थी और उसके शासकों ने महाभारत के युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। परिस्थितियों के कारण यह परम्परा कभी क्षीण और कभी स्थूल भले ही होती रही हो, परंतु लुप्त नहीं हुई।विक्रमादित्य के अस्तित्व तथा काल निर्णय के समान ही उनके साथ जुड़े हुए उनके नवरत्नों की वास्तविकता भी आज प्रमाणों के अभाव में शंकास्पद बन गई है। उनके सम्बन्ध में सबसे बड़ा आक्षेप यह है कि नवरत्नों में सम्मिलित अनेक नवरत्नों का विक्रम का समकालीन होना सिद्ध नहीं होता। विक्रमादित्य की राजसभा के नवरत्नों के विषय में ज्योतिर्विदा भरण का यह श्लोक बहुतप्रसिद्ध है-धन्वन्तरि क्षपण का भर सिंह शंकु-वेतालभट्ट घटखर्पर कालिदासा:।ख्यातो वराहमिहिरो नृपते: समायां,रत्नानि वैवररूचिर्नव विक्रमस्य॥अर्थात् धन्वंतरि क्षपणक, अमरसिंह, शंकु वेताल भट्ट, घटखर्पर, कालिदास सुविख्यात वराहमिहिर तथा वररुचि विक्रम के नवरत्न थे। ज्योतिर्विदा भरण किसी कालिदास नामक विद्वान की रचना है। ये कालिदास रघुवंश और शाकुन्तल के कवि नहीं है। इस ग्रन्थ के प्रणयन का समय लगभग एक हजार वर्ष पूर्व का माना जाता है। इस ग्रन्थ में इन नवरत्नों का उल्लेख तभी संभव हुआ जब इस जनश्रुति के रूप में नवरत्नों की बात को व्यापक रूप से स्वीकार किया जा चुका होगा।इन नवरत्नों में कालिदास, धन्वन्तरि, अमरसिंह, कालिदास, वराहमिहिर और वररुचि अधिक प्रसिद्ध हैं। शेष तीन क्षपणक, शंकु एवं वेतालभट्ट के विषय में बहुत कम जानकारी प्राप्त है।(1) धन्वंतरि - विक्रमादित्य के समान ही धन्वन्तरि के सम्बन्ध में अब तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। कुछ लोगों के मत में काशी नरेश दिवोदास ही धन्वन्तरि थे। भारतीय आयुर्वेद में धन्वन्तरि का स्थान सर्वोपरि है। इनके अनेक शिष्य थे जिनमें सुश्रुत का प्रमुख स्थान है। इनकी कृतियों में धन्वन्तरि-निघण्टु बहुत प्रसिद्ध है। इनके द्वारा निर्मित अनेक औषधियाँ अचूक मानी जाती हैं।(2) क्षपणक - क्षपणक सामान्यत: जैन साधुओं को कहा जाता है। कुछ लोगों के मत में सिद्धसेन दिवाकर ही क्षपणक हैं। ये ज्योतिष् के विद्वान थे और वराहमिहिर ने इनका उल्लेख किया है। इन्हें द्वात्रिंशत्युत्तलिका का रचयिता भी माना जाता है।(3) अमरसिंह - बोधगया के एक शिलालेख के आधार पर इतिहासविद् अमरसिंह को विक्रम का समकालीन मानते हैं। इस शिलालेख में विक्रम और उनके नवरत्नों का उल्लेख है उसमें अमरसिंह के स्थान में अमरदेव शब्द का प्रयोग हुआ है। कनिंघम के मत में अमरदेव ही अमरसिंह हैं। इन्हें अनेक ग्रन्थों का रचयिता माना जाता है जिनमें अमरकोश अत्यन्त लोकप्रिय है। अमरकोश के मंगलाचरण से भी यह सिद्ध होता है कि वे बौद्ध थे।(4) शंकु - ज्योतिर्विदा भरण के अतिरिक्त एक और सन्दर्भ में शंकु का उल्लेख हुआ है। कहा जाता है कि ये शबर स्वामी के पुत्र थे।(5) वेतालभट्ट - वेताल पंच विशलिका जैसे कल्पना प्रधान ग्रन्थों के आधार स्वरूप कुछ रचनाएँ वेतालभट्ट द्वारा भले ही लिखी गई हों। परन्तु उनके नाम पर जिस प्रकार अनुश्रुतियों के माध्यम से कथाओं का निर्माण हुआ है उनकी संख्या का पता लगाना कठिन है। अनुमान किया जाता है कि मंत्र-तंत्र की प्रधानता के युग में तंत्र की साधना में लगे रहने के कारण वेताल के साथ अनेक कथाएँ और जन-श्रुतियाँ जुड़ गई होंगी।(6) घटकर्पर - घटकर्पर की एकमात्र रचना एक लम्बी कविता है। इसमें 22 श्लोक है। यह कविता वियोग श्रंगार की है। हो सकता है कालिदास को मेघदूत लिखने की प्रेरणा इसी कविता से मिली हो। इस कविता में यमक शब्दालंकार के उत्तम उदाहरण मिलते हैं। अभिनवगुप्त, गोवर्द्धन आदि टीकाकारों ने घटकर्पर की टीका करके यह सिद्ध कर दिया है कि उनकी गणना उच्चकोटि के कवियों में थी। कहा जाता है कि उन्होंने नीतिसार नामक एक अन्य ग्रन्थ भी लिखा था। संभव है फिर भी खोज करने पर आगे चलकर इनकी अन्य रचनाएँ भी उपलब्ध हों।(7) कालिदास - कविकुल गुरू कालिदास के सम्बन्ध में इतना अधिक लिखा गया है कि इस प्रसंग में उन पर कुछ भी लिखा जाना पुनरुक्ति मात्र होगा। फिर भी इस प्रसंग में दो-एक बातों का उल्लेख करना अप्रासंगिक न होगा। अभिज्ञान शाकुन्तल महाकवि का अदभुत नाटक है जिस पर विश्वभर के विद्वान मुग्ध हैं। उक्त नाटक के आरंभ में सूत्रधार द्वारा यह कथन कि - 'सभी रसों और भावों के दीक्षागुरू महाराज विक्रमादित्य की विद्वानों से भरी हुई इस सभा के समक्ष हमें कवि कालिदास द्वारा विरचित अभिज्ञान शाकुन्तल नामक नवीन नाटक प्रस्तुत करना है।' इस बात की ओर संकेत करता है कि कालिदास विक्रम के नवरत्नों में थे और उनके अभिज्ञान शाकुन्तल का प्रयोग विक्रम और उनके नवरत्नों के समक्ष किया गया था। अभिज्ञान शाकुन्तल, विक्रमोर्वशीय तथा मालविकाग्निमित्र उनके सुविख्यात नाटक ग्रन्थ हैं तथा मेघदूत, कुमार संभव, रघुवंश और ऋतुसंहार उनके काव्य ग्रन्थ। अनेक प्राचीन ग्रन्थों में कालिदास सम्बन्धी ऐसे अकाट्य सन्दर्भ मिलते हैं जिनसे इनका विक्रम के समय में होना असंदिग्ध हो जाता है। काव्य मीमांसा में राजशेखर द्वारा कालिदास की काव्य परीक्षा का उल्लेख इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है। रघुवंश और मेघदूत में कालिदास द्वारा उज्जयिनी का उल्लेख भी उनके उज्जयिनी प्रेम का प्रमाण है। उन्होंने उज्जयिनी का जो सजीव वर्णन मेघदूत में किया है वह एक अभिनव प्रयोग है और उसके अनुकरण में न जाने कितने लोगों ने अपनी रचनाएँ करके अपने को धन्य माना है। कालिदास ने उज्जयिनी के साथ ही मालव प्रदेश की सुषमा का सुन्दर वर्णन किया है जिससे यह सिद्ध होता है कि वे यहीं के निवासी थे।कालिदास शीर्षस्थ कवि ही नहीं थे। उनकी रचनाओं के विशद अध्ययन से यह पता चलता है कि वे अपने समय के शीर्षस्थ विद्वान भी थे। वेद, पुराण, उपनिषद्, दर्शन, धर्मशास्त्र, भूगोल, इतिहास, ज्योतिष आदि विषयों में उनके पाण्डित्य की झलक उनकी रचनाओं में कदम-कदम पर परिलक्षित होती है।(8) वराहमिहिर - वराहमिहिर अपने समय के प्रकाण्ड ज्योतिषी थे। इनके विषय में यह ज्ञात है कि वे अवन्ति प्रदेश के ही निवासी थे और इनके पिता का नाम आदित्यदास था। वराह मिहिर का फलिज्योतिष् पर प्रमुख ग्रंथ वृहज्जातक है। इसकी टक्कर का दूसरा ज्योतिष का ग्रन्थ मिलना दुर्लभ है। राजाओं के लिए ज्योतिष की उपादेयता पर उन्होंने कहा है - 'कृत्ष्नागंगोपांगकुशलं, होरागणित नैष्टिकम् योन पूजयते राजा सनाशमुय गच्छति, अर्थात् जो राजा ज्योतिष के अंगों और उपांगों में प्रवीण तथा होरागणित का व्यावहारिक सम्यक् ज्ञान रखने वाले ज्योतिषी का आदर नहीं करता, वह नष्ट हो जाता है। उनके ग्रन्थ वृहत्संहिता में ग्रहों की स्थिति तथा उसके प्रभाव का विशद वर्णन किया गया है तथा उससे उत्पन्न विषम स्थिति से बचने के उपाय भी दिखाए गए हैं। ज्योतिष् में अपनी अप्रतिहत और सूक्ष्म गति के कारण वे देश-विदेश सर्वत्र सम्मान के पात्र हैं। यूनानी ज्योतिषियों से इनका सम्पर्क था और उनके अनेक पारिभाषिक शब्दों और सिद्धांतों को इन्होंने अपनाया है। ज्ञान के क्षेत्र में कोई पूर्वाग्रह उनके लिए बाधक नहीं था। ग्रहों की स्थिति व्यक्तियों पर ही नहीं विस्तृत भू-खण्डों और समस्त विश्व पर व्यापक प्रभाव की स्थिति के सम्बन्ध में उनके सिद्धान्त अनेक विपत्तियों का सामना करने एवं शासकों को तैयार होने के लिए प्रेरित कर सकती हैं। ज्योतिष के अतिरिक्त उन्हें, रत्नों, औषधियों, रसायनों और पशुओं के शास्त्र का व्यापक और गंभीर ज्ञान था।(9) वररुचि - वररूचि कृत पत्र कौमुदी में लेखक ने स्वयं ही अपने को विक्रम का समकालीन बताया है और कहा है कि विक्रम के निर्देश पर ही उन्होंने उस ग्रन्थ की रचना की है। वासवदत्ता के रचयिता सुबन्धु को वररुचि का भान्जा बताया गया है। उनके द्वारा निर्मित एक ग्रन्थ 'विद्या सुन्दर' भी है जिसकी रचना उन्होंने विक्रम के निर्देश पर की थी। कुछ लोगों के मत में वैयाकरण कात्यायन ही वररुचि हैं पर बेवर के अनुसार कात्यायन का समय ई.पू. 25 माना जाता है। यदि यह मत स्वीकार किया जाय तो वररुचि का समय लगभग वही है जो विक्रम संवत् को प्रमाण मानने पर विक्रमादित्य का निर्धारित होता है। विक्रमादित्य की सभा में वररुचि के होने का उल्लेख अन्य अनेक स्थलों पर पाया जाता है। अमरकोश के कर्ता अमरसिंह ने भी उनका उल्लेख किया है

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अच्छे स्वास्थ्य और प्रबंधन का आधार है अध्यात्म

भोपाल में वैचारिक महाकुम्भ अच्छे स्वास्थ्य और प्रभावी प्रबंधन का आधार अध्यात्म है। भारत के प्राचीन विज्ञान में आयुर्वेद और योग को स्वस्थ रहने का वैज्ञानिक आधार बताया गया है। आयुर्वेद और योग एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। पर प्रभावी प्रबंधन का आधार अध्यात्म है। गीता और आध्यात्मिक विषयों पर लिखे ग्रंथों में प्रभावी प्रबंधन के गुर बताये गये हैं। यह विचार विज्ञान एवं अध्यात्म पर चल रहे तीन-दिवसीय वैचारिक कुम्भ के दूसरे दिन आज दो अलग-अलग सत्र में वैज्ञानिकों और अध्यात्म जगत के विद्वानों ने रखे। प्रथम सत्र 'स्वास्थ्य विज्ञान एवं आध्यात्मिकता'' तथा दूसरा सत्र 'प्रबंधन विज्ञान एवं आध्यात्मिकता'' पर केन्द्रित था।स्वास्थ्य विज्ञान सत्र में एम्स, नई दिल्ली की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रामा जयासुन्दर ने कहा कि वर्तमान में बीमारियाँ बढ़ने के साथ औषधियों के मूल्य में भी वृद्धि हो रही है। स्वास्थ्य की पुरानी परिभाषा के अनुसार बीमारियों से पूरी तरह मुक्त व्यक्ति ही स्वस्थ है। इस परिभाषा के दायरे में अब शरीर के साथ मन को भी शामिल कर लिया गया है। आज के दौर में बीमारियों का इलाज 'सेलुलर लेबल' पर हो रहा है। मालीक्यूलर मेडिसिन आ गयी है। उन्होंने आयुर्वेद के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह जीवन का विज्ञान है। आयुर्वेद में तन और मन दोनों की चिकित्सा पर जोर दिया गया है। डॉ. जयासुन्दर ने आध्यात्मिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डालते हुए वात, पित्त, कफ (वीकेपी) की अन्य चिकित्सा पद्धतियों से तुलना करते हुए वैज्ञानिक पहलुओं का उल्लेख किया।एस. व्यासा, बैंगलुरु की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. आर. नागरत्ना ने कहा कि आधुनिक जीवन-शैली से जुड़ी बीमारियों का आध्यात्मिक-स्तर पर समाधान हो सकता है। उन्होंने बतलाया कि जीवन-शैली के चार मुख्य घटक- आहार, व्यायाम, आदतें और तनाव है, लोगों की सेहत पर जंक फूड का प्रभाव रिसर्च प्रोजेक्ट की चर्चा करते हुए उन्होंने बतलाया कि अस्थमा के मरीज के इलाज में 'इनहेलर' और 'ओम' का प्रयोग करने पर 'ओम' द्वारा पीड़ित व्यक्ति धीरे-धीरे सामान्य साँसें लेने लगा। यह आध्यात्मिक चिकित्सा का चमत्कारिक उदाहरण है।इंडियन एसोसिएशन फॉर द कल्टीवेशन ऑफ साइंस, कोलकाता के सीनियर प्रोफेसर डॉ. शांतनु भट्टाचार्य ने हेल्थ-केयर में अध्यात्म की भूमिका पर अपने व्याख्यान में जानकारी दी कि भारत आस्थाओं, पूजा-पाठ और धार्मिक परम्पराओं का देश है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के छ: घटक में आध्यात्मिक स्वास्थ्य को शामिल करने से हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक स्वास्थ्य आस्थाओं और मूल्यों पर आधारित है। डॉ. भट्टाचार्य ने एक शोध अध्ययन के हवाला से बताया कि 66 प्रतिशत लोगों का मानना है कि अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी अध्यात्म है।प्रबंधन विज्ञान एवं आध्यात्मिकता सत्र में भारतीय प्रबंधन संस्थान, बैंगलुरु के प्रो. के.वी. अखिलेश और प्रो. बी. महादेवन तथा भारतीय प्रबंधन संस्थान, इंदौर के प्रो.के.पी. सिंह ने व्याख्यान दिये। सत्र की अध्यक्षता प्रो. के.बी. अखिलेश ने की।

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उज्जैन में 6 दशक पूर्व हुआ था अर्द्ध-कुम्भ

अर्द्ध-कुम्भ कोई अलग पर्व नहीं है। यह एक धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना वाले कुम्भ महापर्व का मध्य सत्र है। यह दो कुम्भ के बीच का सत्र होता है। कुम्भ और अर्द्ध-कुम्भ के आयोजन में योग-संयोग का बड़ा महत्व होता है। इस समय कुम्भ राशि के गुरू से सप्तम सिंह राशि के गुरू में मेष के सूर्य के आने पर हरिद्वार में अर्द्ध-कुम्भ का आयोजन हो रहा है। इस योग में 22 अप्रैल तक अर्द्ध-कुम्भ होगा।उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई, 2016 तक सिंहस्थ कुम्भ महापर्व का आयोजन होना है। यहाँ सिंहस्थ आयोजन के 10 वाँछित योग माने जाते हैं। सिंह राशि में गुरू, मेष राशि में सूर्य, तुला का चन्द्रमा, वैशाख मास, शुक्ल पक्ष, पूर्णिमा तिथि, कुश-स्थली, स्वाति नक्षत्र, व्यतिपात योग और सोमवार हो, तो सिंहस्थ का आयोजन होता है। यह तो सिंहस्थ के लिये वाँछित योग है।इसी उज्जैन में वर्ष 1950 में संध्यापुरीजी महाराज द्वारा क्षिप्रा के तट पर पहली बार अर्द्ध-कुम्भ मनाया गया। वैशाख पूर्णिमा 2 मई, 1950 को साधु-संतों ने मोक्षदायिनी क्षिप्रा में पवित्र स्नान कर महारुद्र यज्ञ किया। उस समय सिंह राशि से सप्तम राशि कुम्भ राशि के गुरू में मेष का सूर्य और वैशाख मास का योग रहा।इसके अलावा भारत के प्रयाग और नासिक में भी अर्द्ध-कुम्भ स्नान के चिन्ह मिलते हैं। प्रयाग नगरी इलाहाबाद में तुला या वृश्चिक राशि में गुरू होने पर अर्द्ध-कुम्भ मनाया जाता है। वहीं नासिक में अर्द्ध-कुम्भ नहीं मनता, लेकिन कुम्भ में गुरू, सिंह के सूर्य तथा श्रावण मास में ऐसे योग बनते हैं।

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उज्जैन सम्पूर्ण विश्व के लिये आस्था का केन्द्र

'साथी हाथ बढ़ाना।'' 'हम होंगे कामयाब।'' जैसे प्रेरणादायी गीतों को गुनगुनाते हुए रविवार को उज्जैन के अंगारेश्वर से लेकर सिद्धवट तक हजारों लोग श्रमदान करते हुए क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान में शामिल हुए। सफाई अभियान में महिला-बाल विकास श्रीमती माया सिंह ने भी श्रमदान किया। उन्होंने शुद्धिकरण अभियान की प्रशंसा की। अभियान में विधायक डॉ. मोहन यादव, महिला सशक्तिकरण के प्रमुख सचिव जे.एन. कंसोटिया, आयुक्त एकीकृत बाल विकास सेवा पुष्पलता सिंह और कलेक्टर कवीन्द्र कियावत भी शामिल हुए। महिला-बाल विकास मंत्री माया सिंह ने कहा कि उज्जैन सम्पूर्ण विश्व के लिये आस्था का सबसे महत्वपूर्ण केन्द्र है। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ के दौरान वैचारिक विमर्श होगा। इससे निकलने वाले निष्कर्ष से सम्पूर्ण विश्व को नई दिशा मिलेगी। श्रीमती सिंह ने कहा कि सिंहस्थ के दौरान महिला-बाल विकास की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। सिंहस्थ अवधि में महिला सुरक्षा के लिये शौर्या-दल के सदस्य तैनात रहेंगे। दल के सदस्यों को पुलिस के सहयोग से प्रशिक्षित किया जा रहा है। सिंहस्थ के दौरान महिला सशक्तिकरण एवं भ्रूण-हत्या जैसे महत्वपूर्ण विषयों का प्रचार-प्रसार भी विभाग करेगा। मेला क्षेत्र में खोया-पाया केन्द्र स्थापित किये जायेंगे। शुद्धिकरण अभियान में बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए और उन्होंने हस्ताक्षर कर शुद्ध क्षिप्रा का संकल्प लिया। अंगारेश्वर से लेकर सिद्धवट घाट तक 100 से अधिक ट्राली भर कचरा निकाला गया।महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती सिंह ने केन्द्रीय जेल में सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण योजना में विपत्तिग्रस्त महिलाओं को उनकी रुचि के अनुसार ट्रेड का चयन कर प्रशिक्षण दिलवाये जाने की व्यवस्था की गयी है। महिला-बाल विकास मंत्री ने नवजात बेटियों की माताओं का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बेटी के जन्म से लेकर उनके उज्जवल भविष्य के लिये योजनाएँ संचालित की हैं। उन्होंने नागरिकों से कहा कि बेटियों को पढ़ाकर उन्हें स्वावलम्बी बनायें। महिला-बाल विकास मंत्री राहगीरी-डे में शामिल हुईं। इस मौके पर सांसद श्री चिंतामणि मालवीय भी मौजूद थे। महिला-बाल विकास मंत्री ने कार्यक्रम में 150 ई-रिक्शा की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि यह रिक्शे सिंहस्थ में स्वच्छ पर्यावरण में मददगार होंगे। महिला-बाल विकास मंत्री ने जनसंपर्क विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन कर प्रशंसा की। प्रदर्शनी में वर्ष 2004 के सिंहस्थ और इस वर्ष 2016 के सिंहस्थ की तैयारियों को आकर्षक ढंग से चित्रों के जरिये प्रदर्शित किया गया।

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उज्जैन में अखाड़ों के सम्पर्क अधिकारी निभा रहे महत्वपूर्ण भूमिका

13 अखाड़ों में चल रहे हैं काम उज्जैन में वर्ष-2016 में होने वाले सिंहस्थ में प्रत्येक अखाड़े के लिये एक सम्पर्क अधिकारी नियुक्त किया गया है। सभी 13 अखाड़ों के लिये नियुक्त सम्पर्क अधिकारी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। यह अधिकारी नियमित रूप से सिंहस्थ क्षेत्र में पहुँचकर अखाड़ा प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर काम में आ रही दिक्कतों की जानकारी लेते हैं।अखाड़ा स्थलों पर विभिन्न शासकीय विभाग द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। सम्पर्क अधिकारी प्राप्त जानकारी मेला कार्यालय में उच्च अधिकारियों को देने का भी काम कर रहे हैं। इन अधिकारियों की सूची और उनके मोबाइल नम्बर सिंहस्थ की अधिकृत वेबसाइट www.simhasthujjain.in पर अपलोड है। इस साइड पर अखाड़े के प्रमुख महंत के मोबाइल नम्बर भी अपलोड किये गये हैं।

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परम्परा के साथ आधुनिकता का संगम होगा सिंहस्थ 2016

सिंहस्थ कुंभ महापर्व-2016 विक्रम संवत 2073 में इस बार परम्परा के साथ आधुनिकता का संगम होगा। सिंहस्थ की प्राचीन गौरवशाली परम्परा के साथ सिंहस्थ कुंभ मनाने की पूरी तैयारी 3000 हेक्टेयर से अधिक पड़ाव क्षेत्र में की जा रही है। उज्जैन शहर में बन रहे बड़े-बड़े पुलों, फ्लाई ओवर, फिल्ट्रेशन प्लांट, इंटरप्रिटेशन सेन्टर और फोरलेन मार्गों ने उज्जैन को मेट्रो शहर जैसा लुक दे दिया हैइस बार के सिंहस्थ के लिये पिछले सिंहस्थ के 267 करोड़ के कार्यों की तुलना में 2591 करोड़ रूपये का अधिक बजट स्थायी एवं अस्थायी कार्यों के लिये प्राप्त हुआ है। इसमें 80 प्रतिशत कार्य स्थायी प्रकृति के हैं, जो उज्जैन के लिये स्थायी सौगात होंगे। शेष 20 प्रतिशत बजट राशि से मेला क्षेत्र में अस्थायी प्रकृति के कार्य करवाये जा रहे हैं। उज्जैन नगर में 362 करोड़ रुपये लागत की लगभग 100 सड़क तैयार की गयी हैं। इन सभी सड़कों की कनेक्टिविटी इनर रिंग रोड से कर दी गयी है। देवास रोड से इन्दौर रोड को मिलाने वाला इंजीनियरिंग कॉलेज रोड फोर लेन बनाया गया है। इस फोर लेन रोड पर पर्याप्त संख्या में लाइट्स लगाई गई हैं। इन्दौर रोड के महामृत्युंजय द्वार से उज्जैन शहर में प्रवेश करते ही ऐसा लगता है जैसे किसी मेट्रो शहर में पहुँच रहे हों।सिंहस्थ-2016 के लिये करीब 94 करोड़ रूपये की लागत से 14.29 किलोमीटर लम्बा उज्जैन पश्चिम बायपास इनर रिंग रोड बनाया गया है। इस मार्ग पर आवागमन प्रारम्भ हो गया है। उज्जैन की इस महत्वपूर्ण सड़क को इन्दौर-उज्जैन फोर लेन, बड़नगर रोड तथा उन्हेल-नागदा मार्ग को जोड़ा गया है। यह सड़क सांवराखेड़ी सेटेलाईट टाऊन से शुरू हो रहे मेला क्षेत्र के आसपास एक-एक किलोमीटर की दूरी से गुजरती है, जिसमें मेला अवधि में आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन सहित अपने गंतव्य तक पहुँच सकेंगे। इस मार्ग के बन जाने से अब भारी वाहन बिना उज्जैन नगर में प्रवेश किये अन्य जगह आ-जा रहे हैं। इस बार सिंहस्थ में 177 करोड़ की लागत के चार रेलवे ओवर ब्रिज तथा क्षिप्रा नदी पर आठ ब्रिज बनाये जा रहे हैं। इससे आवागमन एवं क्षिप्रा नदी पर श्रद्धालुओं को इस पार से उस पार जाने में अधिक सुविधा होगी।सिंहस्थ-2016 के लिये क्षिप्रा नदी का किनारा श्रद्धालुओं के स्नान के लिये तैयार किया जा रहा है। क्षिप्रा के बाँये किनारों पर जहाँ एक ओर लाल पुल से लेकर भूखी माता और भूखी माता से लेकर दत्त अखाड़ा तक विशाल घाटों का निर्माण कार्य हो गया है, वहीं दाँये तट पर भी लाल पुल से लेकर नरसिंह घाट तक की खाली पड़ी जगहों पर भी घाटों का निर्माण किया जा चुका है। सिंहस्थ-2016 में हरिद्वार की हर की पोढ़ी जैसे सुन्दर घाट क्षिप्रा नदी पर होंगे। इस बार पाँच किलो मीटर लम्बाई में नये घाट बनाये गये हैं। सिंहस्थ में श्रद्धालुओं के स्नान के लिये क्षिप्रा तट के दोनों किनारों पर 8.34 किलोमीटर लम्बाई में घाट उपलब्ध रहेंगे।पाइप लाइन के जरिये हो रहा है खान डायवर्सनक्षिप्रा नदी में शुद्ध जल से स्नान हो सके, इसके लिये राज्य सरकार द्वारा खान नदी डायवर्सन योजना पर काम किया जा रहा है। ग्राम पिपल्याराघौ से निकालकर खान नदी को 19 किलोमीटर लम्बाई में पाइप लाइन के जरिये कालियादेह महल के आगे क्षिप्रा नदी से जोड़ा जा रहा है। इस तरह त्रिवेणी के आगे से भूखी माता, रामघाट और मंगलनाथ क्षेत्र के सभी घाटों पर क्षिप्रा नदी का शुद्ध जल प्रवाहित होगा। इस कार्य के लिये राज्य शासन ने 90 करोड़ की राशि का प्रावधान किया है। निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है और कार्य फरवरी-2016 तक पूरा हो जायेगा। खान डायवर्सन में पाइप का आकार इतना बड़ा है कि छोटी कार इसमें से होकर गुजर सकती है।

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शिप्रा कांच की तरह दमकती नजर आएगी

घाटों पर डिस्प्ले होगी गुणवत्ता सिंहस्थ महापर्व के दौरान शिप्रा कांच की तरह दमकती नजर आएगी। महज 45 दिनों में शिप्रा की ओजोनेशन तकनीक से सफाई होगी। नोएडा की कंपनी को इसके लिए 9.80 करोड़ का ठेका मंजूर हुआ है। जो विशेष मशीनों के जरिए त्रिवेणी से मंगलनाथ घाट तक शिप्रा के पानी को कांच की तरह व उसमें मानक मात्रा में ऑक्सीजन बनाए रखने का जिम्मा संभालेगी।मंगलवार को मेयर इन काउंसिल की बैठक में कुछ मेंबरों के आंशिक विरोध के बीच प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली। इसी के साथ उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड व स्पेशल प्रपोजल व्हीकल (एसपीवी) गठन, सेमी डीलक्स शौचालय बनाने सहित करोड़ों रुपए के निर्माण कार्यों को स्वीकृति दी गई। महापौर मीना जोनवाल की अध्यक्षता में हुई एमआईसी बैठक में जलकार्य समिति प्रभारी कलावती यादव व स्वास्थ्य समिति प्रभारी सत्यनारायण चौहान ने ओजोनेशन तकनीक पर अफसरों से सवाल-जवाब किए और कम समय के लिए इतनी राशि खर्च करने का कारण पूछा। बैठक बाद संबंधित कंसल्टेंट ने ओजोनेशन सफाई का प्रजेंटेशन दिया और इसे कारगर बताया। ठेका नोएडा की वीआरसी कंस्ट्रक्शन इंडिया लिमिटेड को मिला है। आयुक्त अविनाश लवानिया ने कहा प्रोजेक्ट साधिकार समिति से मंजूर है, तभी टेंडर निकाले। बैठक में दुर्गा चौधरी, डॉ. योगेश्वरी राठौर, राधेश्याम वर्मा, मांगीलाल कड़ेल, नीलूरानी खत्री, आरती जीवन गुरु आदि उपस्थित रहे।आजोनेशन तकनीक में विशेष प्रकार की तैरने वाली मशीनों से विभिन्न घाटों पर पानी की आधुनिक सफाई होगी। जहां पानी की जो गुणवत्ता रहेगी वहां घाटों पर उसका डिस्प्ले होगा। पहली बार इस तरह का प्रयोग हो रहा है। उक्त कंपनी मशीनांे को निगम को हैंडओवर करेगी। बाद में भी इनका उपयोग हो सकेगा। दावा है कि इस तकनीक से पानी कांच की तरह साफ व आचमन योग्य बना रहेगा।

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उज्जैन के रुद्र सागर सौंदर्यीकरण और सफाई अभियान में शिवराज का श्रमदान

सिंहस्थ के आयोजन में सभी का सहयोग लिया जायेगामुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में जन-सहयोग से चल रहे रुद्र सागर को सुंदर और साफ बनाने के अभियान में श्रमदान कर आमजन की हौसला अफजाई की। मुख्यमंत्री ने इस काम में शासन के साथ जन-भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की।चौहान ने कहा कि वे जब पिछली बार यहाँ आये थे, तब रुद्र सागर के स्वरूप को देखकर बहुत दु:खी हुए थे। उन्हें प्रसन्नता है कि उनके आने तक यहाँ के लोगों ने आधा काम जन-भागीदारी से पूरा कर दिया है। उन्होंने लोगों का आव्हान किया कि महाकाल के आँगन को और रुद्र सागर को सुंदर बनाकर मिसाल कायम करना है। उन्होंने जन-समुदाय से पूछा कि सप्त-सरोवरों को जिन्दा करना चाहिये कि नहीं, इसके उत्तर में जनता ने उत्साह से मुख्यमंत्री का समर्थन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन को दुनिया का अनूठा नगर बनायेंगे। उन्होंने उज्जैन में महाराजा विक्रमादित्य की प्रतिमा लगाने की घोषणा की।श्री चौहान के पहुँचने पर श्रमदान कर रहे सामाजिक संगठनों में उत्साह की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री ने स्वयं 30 मिनट तक तालाब से मिट्टी निकाल कर ट्रकों में डलवाई और एक-एक संगठन के पास जाकर उत्साह बढ़ाया।विगत 18 जनवरी से रुद्र सागर को सुंदर और गहरा करने का काम चल रहा है। अब तक 10 हजार लोग श्रमदान कर चुके हैं। आठ हजार लोग रुद्र सागर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने का संकल्प ले चुके हैं। अब तक 1200 डम्पर एवं 1400 ट्राली मलबा तालाब से निकालकर रुद्र सागर को एक मीटर गहरा किया जा चुका है। जनता एवं संगठनों ने लगभग 7 लाख रुपये का जन-सहयोग भी दिया है। प्रशासन के 40 विभाग और 300 स्वयंसेवी संगठन श्रमदान से जुड़े हुए हैं। इस दौरान रघु मुनि, स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन, सांसद डॉ. चिन्तामणि मालवीय, महापौर रामेश्वर अखण्ड, विधायक मोहन यादव, अनिल फिरोजिया, सिंहस्थ मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष दिवाकर नातू, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय, राज्य योजना मण्डल के उपाध्यक्ष बाबूलाल जैन, नगर निगम अध्यक्ष सोनू गेहलोत, मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, पुलिस महानिदेशक सुरेन्द्र सिंह सहित अनेक जन-प्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद थे।रामघाट सहित अन्य क्षेत्रों का भ्रमणश्री चौहान ने श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के बाद रामघाट स्थित श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में महंत रघु मुनि महाराज से भेंट कर उदासीनाचार्य श्रीचन्द्र मंदिर में पूजा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ बेहतर ढंग से हो, यही सच्ची मानव-सेवा है। श्री चौहान ने कहा कि सिंहस्थ का आयोजन ऐतिहासिक होगा। महंत रघु मुनि महाराज ने ऐसा आशीर्वाद मुख्यमंत्री को दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन में असुविधा से बचाने के लिये उन्होंने आज नंदी हॉल से ही दर्शन किये।मुख्यमंत्री ने रामघाट का जायजा लिया तथा गुरु दत्तात्रय अखाड़े के महंत पीर महंत परमानन्द पुरी महाराज से भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। महंतों ने मुख्यमंत्री का साफा बाँधकर सम्मान कर उन्हें सिंहस्थ बेहतर ढंग से मनाने का आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री ने दत्त अखाड़े में अष्टकौशल महंत सुंदर पुरी की समाधि पर मत्था टेका। श्री चौहान ने चारधार मंदिर में दर्शन कर शांतिस्वरूपानंद गिरि महाराज से भेंट की तथा आशीर्वाद लिया।प्रतिनिधि-मण्डलों से मुलाकातमुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतिनिधि-मण्डलों से मुलाकात के दौरान कहा कि सिंहस्थ-2016 का आयोजन सभी के सहयोग से किया जायेगा। सिंहस्थ में सेवाएँ देने वाले व्यक्तियों, संस्थाओं का भरपूर सहयोग लिया जायेगा। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस जैन आदि मौजूद थे। प्रतिनिधि-मण्‍डलों में एडवोकेट संगठन, इंजीनियर सोसायटी, ठेकेदार संघ, बोहरा समाज, कुलमी पाटीदार परिषद, खेल संगठन, सन्त सत्कार समिति, मुस्लिम संगठन, रंगमंच संस्था इत्यादि शामिल थे। मुख्यमंत्री को नगर के विकास संबंधी सुझाव दिये गये।मुख्यमंत्री ने बालिका खुशबू पांचाल द्वारा नगर के चौरासी महादेव मंदिरों पर आधारित डाक्यूमेंट्री देखी और सराहना की। मुख्यमंत्री ने कालिदास अकादमी परिसर में श्री गणेश गेहलोत की प्रदर्शनी भी देखी। प्रदर्शनी में पुराने सिक्कों, नोट, माचिस और प्राचीन काव्य-संग्रह को प्रदर्शित किया गया।नगर भोज में शामिल हुए मुख्यमंत्रीमुख्यमंत्री चौहान माधव सेवा न्यास में नगर भोज में भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री को अपने साथ भोजन करते देखकर नागरिक काफी खुश हुए। मुख्यमंत्री ने स्वयं लोगों को भोजन परोसा। मुख्यमंत्री ने बड़ा उदासीन अखाड़े के महंत के साथ पूरे पण्डाल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।महाकालेश्वर में पूजन-अर्चनमुख्यमंत्री चौहान ने महाकालेश्वर मंदिर पहुँचकर पूजन-अर्चन किया। मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक जयन्त जोशी ने शाल एवं महाकाल का चित्र भेंट कर उनका सम्मान किया। दर्शन के बाद उन्होंने पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के महंत प्रकाश पुरी से अखाड़े में जाकर भेंट की। मुख्यमंत्री ने नव-विस्तारित नंदी हॉल का अवलोकन कर वहाँ अधिक एलसीडी लगाने को कहा।फूड कोर्टसीएम शिवराज सिंह चौहान ने महाकाल वन प्रोजेक्ट फेज-1 में निर्मित फूड कोर्ट का लोकार्पण भी किया। उन्होंने दुकान आवंटियों को अधिकार-पत्र एवं चाबी सौंपी। महाकाल वन प्रोजेक्ट के फेज-1 में कुल 27 करोड़ के काम किये जा रहे हैं।

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शिवराज अमेरिका में करेंगे सिंहस्थ ब्रांडिंग

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अमेरिका में सिंहस्थ 2016 की ब्रांडिंग करेंगे। सिंहस्थ के इतिहास और इस बार के आयोजन का पूरा ब्यौरा पेश करते हुए मुख्यमंत्री प्रवासी मध्यप्रदेश के लोगों के साथ अप्रवासी भारतीयों को भी इस आयोजन में शामिल होने की अपील करेंगे।मुख्यमंत्री चौहान की अमेरिका यात्रा 31 जनवरी से पांच फरवरी तक है। एक फरवरी को सीएम तीन हजार प्रवासी मध्यप्रदेश के लोगों को सूबे में राज्य में निवेश करने और इनोवेटिव आइडिया देने के लिए प्रेरित करेंगे। इसी दिन मुख्यमंत्री ‘फ्रेंडस आॅफ मध्यप्रदेश वेबसाइट’ का लोकार्पण भी करेंगे। आयोजन में तीन हजार प्रवासी प्रदेशवासियों को आमंत्रित किया गया है, लेकिन यह संख्या पांच हजार या इससे अधिक भी होने की संभावनाएं सूत्र जतला रहे हैं।आयोजन के इतिहास वाला आकर्षक ब्रोशरसिंहस्थ के इतिहास, इस बार के पूरे आयोजन, स्नान पर्व और उज्जैन की कनेक्टिविटी के ब्यौरे सहित एक नजर में जानकारी देने वाला ब्रोशर छपवाया गया है। छह भागों में बंटे इस ब्रोशर के अंतिम पृष्ठ पर मुख्यमंत्री की आयोजन में हिस्सेदारी की अपील है। इस अपील में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए जुटाई जा रही तमाम जरूरतों का जिक्र करते हुए ,सीएम यह भरोसा भी दिला रहे हैं कि आयोजन में पांच करोड़ के लगभग देश और देश के बाहर के श्रद्धालुगण आएंगे, इनकी सुरक्षा और आराम का तमाम उपाय सरकार करेगी।स्नान पर्व का ब्यौरासिंहस्थ 2016 अप्रैल में शुरू होगा और मई में इसका समापन होगा। अमेरिका में ब्रांडिंग के दौरान सीएम सिंहस्थ के स्नान पर्व का ब्यौरा भी प्रवासी प्रदेशवासियों को देंगे। दरअसल सिंहस्थ में स्नान का अत्याधिक महत्व है। इस बार के सिंहस्थ में स्नानों का सिलसिला 22 अप्रैल से शुरू होगा। छह मई को पंछाशनी यात्रा, नौ मई अक्षय तृतीया स्नान, 11 मई को शंकराचार्य जयंती स्नान, 17 मई को मोहिनी अखाड़ा और प्रदोष पर्व स्नान तथा 21 मई 16 को महास्नान होगा।उज्जैन कनेक्टिविटीउज्जैन की देश के तमाम मुख्य शहरों से हवाई, रेल और बस कनेक्टिविटी का ब्यौरा ब्रोशर में दिया गया है। उज्जैन से अहमदाबाद, भोपाल, मुंबई, दिल्ली, ग्वालियर, खजुराहो और इंदौर की दूरी का ब्यौरा दिया गया है।नौ स्थानों पर होंगे बौद्धिक समागम, भोपाल आएगी रिपोर्टप्रसं, भोपाल। सिंहस्थ 2016 में भारतीय अध्यात्म और दर्शन पर इंटरनेशनल कांफ्रेंस का आयोजन होगा। इस कांफ्रेंस के लिए माहौल तैयार करने के लिए नौ स्थानों पर 11 विमर्श होंगे। उच्च शिक्षा और स्कूल शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, जनसंपर्क और सामान्य प्रशासन विभाग इन विमर्श का आयोजन करेंगे। शासन ने नौ स्थानों को तय करते हुए सभी 11 सिंहस्थ पूर्व विमर्श के विषय तय कर दिए हैं। ये विमर्श रीवा विवि, इंजीनियरिंग कॉलेज जबलपुर, हरिसिंह गौर विवि सागर, चित्रकूट ग्रामोदय विवि, प्रशासन अकादेमी भोपाल, गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर, जीएसआईटीएस इंदौर, डायरेक्टर विधि विवि भोपाल, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि भोपाल और ग्वालियर विश्वविद्यालय में होंगे। संस्थानों से कहा गया है कि इन विमर्शों में स्थानीय बुद्धिजीवियों के साथ अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाए। आयोजन संस्थाओं को आयोजन के बाद पूरे कार्यक्रम की रिपोर्ट भोपाल भेजना होगी ताकि कार्यक्रम की सफलता का आकलन किया जा सके।ये होंगे विषयसामान्य उच्च शिक्षा में मूल्यपरकता, विद्यालयीन शिक्षा में मूल्यपरकता, व्यावसायिक शिक्षा में मूल्यपरकता, पारिवारिक एवं सामाजिक संबंधों में मूल्य चेतना, मूल्य आधारित शासन एवं प्रशासन (गुड गवर्नेंस), स्वास्थ्य सेवाओं में मूल्यपरकता, न्यायिक एवं विधिक क्षेत्र में मूल्योन्मुखता, अंतर्राष्टÑीय संबंधों में मूल्यों की सार्वभौमिकता।

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सिंहस्थ में आएंगे पाँच करोड़ श्रद्धालु

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आगामी सिंहस्थ से दुनिया को मानव कल्याण का संदेश पहुँचे। मध्यप्रदेश के धार्मिक पर्यटन का विश्वव्यापी प्रचार हो। आयोजन की सनातन परम्परा के अनुरूप श्रेष्ठतम और सुन्दरतम व्यवस्थाएँ की जाये। सिंहस्थ के सभी कार्य स्तरीय तथा पारदर्शी प्रक्रिया से समय पर पूरे किये जाये।श्री चौहान भोपाल में सिंहस्थ की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ धार्मिक पर्यटन का एक ऐतिहासिक और बड़ा अवसर है। इससे जुड़ी सभी व्यवस्थाएँ बेहतर, योजनाबद्ध और समय-सीमा में हो। सिंहस्थ में सनातन स्वरूप के साथ वर्तमान की प्रासंगिक समस्याओं पर विचार हो। इसके माध्यम से दुनिया को पर्यावरण बचाने, सब धर्मों की मूलभूत एकता, नैतिक शिक्षा और महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया जाये। बताया गया कि उज्जैन में वर्ष 2016 में होने वाले सिंहस्थ में करीब 5 करोड़ श्रद्धालु के आने की संभावना है।मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ के बारे में पूरी दुनिया को जानकारी देकर लोगों को आमंत्रित करें। भारतीय मूल के दुनियाभर में बसे लोगों को भी आमंत्रित किया जाये। आयोजन में आधुनिकतम तकनीक का उपयोग करें। सिंहस्थ की तैयारियों में जन-प्रतिनिधियों और जनता की भागीदारी रहे। सिंहस्थ के लिये क्षिप्रा के घाटों का विश्व-स्तरीय सौन्दर्यीकरण किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ संबंधी सभी कार्यों के लिये पारदर्शी प्रक्रिया अपनायी जाये तथा गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये। वे हर माह सिंहस्थ की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।बैठक में बताया गया कि सिंहस्थ मेला क्षेत्र के लिये 4000 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की जायेगी। अप्रैल 2016 से दो माह का यह आयोजन शुरू होगा। प्रशासनिक व्यवस्था के लिये मेला क्षेत्र में 6 जोन, 16 सेक्टर और 42 थाने बनाये गये हैं। सिंहस्थ का प्रथम स्नान 22 अप्रैल, शाही स्नान 21 मई तथा अन्य स्नान 9, 11, 17 और 19 मई 2016 को होंगे। इस दौरान पंचक्रोषी यात्रा 1 से 6 मई 2016 तक होगी। सिंहस्थ के लिये जी.आई.एस. आधारित व्यवस्था की जायेगी। रेलवे द्वारा छह फ्लेग स्टेशन बनाये जायेंगे। सिंहस्थ के दौरान करीब 20 हजार प्रशासनिक, 23 हजार पुलिस तथा 60 हजार वालेंटियर्स का अमला लगेगा। सिंहस्थ के 4000 हेक्टेयर क्षेत्र को धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों के लिये शहर के रूप में प्लान किया जायेगा। यातायात प्रबंधन की आधुनिक व्यवस्थाएँ की जायेंगी। सिंहस्थ के लिये राज्य शासन द्वारा करीब 773 करोड़ रूपये लागत के 144 कार्य स्वीकृत किये गये हैं। सिंहस्थ के दौरान स्नान के लिये सवा सात किलोमीटर लंबे घाटों का सौन्दर्यीकरण तथा नये घाटों का निर्माण किया जायेगा। मेला अवधि के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।बैठक में मुख्य सचिव अन्‍टोनी डिसा, पुलिस महानिदेशक सुरेन्द्र सिंह सहित सभी संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, उज्जैन के संभागायुक्त, कलेक्टर तथा सिंहस्थ की व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे।

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सिंहस्थ प्रदर्शनी का उदघाटन

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में सिंहस्थ 2016 पर केन्द्रित प्रदर्शनी का उदघाटन किया। देश-विदेश से आये उद्योगपतियों और अतिथियों को सिंहस्थ की गौरवशाली परम्परा से अवगत करवाने के लिये प्रदर्शनी लगायी गयी है। इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री एवं परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा सहित इंदौर के विधायक मौजूद थे।प्रदर्शनी में साधु-संतों के शाही-स्नान के साथ-साथ सिंहस्थ के बहुआयामी पक्ष प्रदर्शित किये गये हैं। संस्कृति और सनातन धर्म की बहती अमृत धारा को रंगों के केनवास पर बखूबी उकेरा गया है। वर्ष 2016 में होने वाले सिंहस्थ के आध्यात्मिक अनुभव को विस्तार से दिखाया गया है। आस्था के सौंदर्य का सिंहस्थ अनूठा अनुभव होगा। प्रदर्शनी में सिंहस्थ पर्व कब और किन विशेष परिस्थितियों में होता है, यह भी दर्शाया गया है।

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काल भैरव मन्दिर के लिये राजस्थान से आयेंगे लाल ग्रेनाइट पत्थर

राजस्थान की सीएम महाकाल के दरबार में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने सोमवार को उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। श्रीमती सिंधिया ने इसके बाद माँ हरसिद्धि माता मन्दिर में पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने काल भैरव मन्दिर में भी विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना कर मंदिर की साज-सज्जा के लिये राजस्थान से लाल ग्रेनाइट पत्थर भेजने की बात कही। श्री महाकालेश्वर मन्दिर में राजस्थान की मुख्यमंत्री का नन्दी हाल में प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक डॉ. मोहन यादव, कलेक्टर बी.एम. शर्मा ने भगवान महाकाल का चित्र, प्रसाद, शाल, श्रीफल भेंटकर सम्मान किया।मुख्यमंत्री सिंधिया ने मंगलनाथ के समीप श्री अंगारेश्वर मन्दिर में भी पूजा-अर्चना की। श्रीमती सिंधिया के साथ महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह भी थीं।प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने क्ष्रिप्रा नदी सिद्धवट से श्री अंगारेश्वर मन्दिर तक दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए पैदल पुल बनाये जाने के लिये इस्टीमेट बनाने के निर्देश दिये।

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उज्जैन में सांदीपनि आश्रम का विकास होगा

भगवन श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली उज्जैन में सांदीपनि आश्रम का विकास होगा ।नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा है कि मध्यप्रदेश में प्राचीन संस्कृति के संरक्षण के लिये हर-संभव प्रयास किये जायेंगे। गौर आज उज्जैन में सांदीपनि आश्रम के विकास कार्यों का भूमि-पूजन करने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे।श्री गौर ने कहा कि धार्मिक नगरी उज्जैन का प्राचीन इतिहास रहा है। नगर की पुरा-सम्पदा को सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है। उन्होंने कहा कि पुरा-सम्पदा के संरक्षण के लिये धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जायेगा। मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री मोहन यादव ने बताया कि आज से 5,200 वर्ष पूर्व भी उज्जैन में यह आश्रम था। इस आश्रम में भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भाई बलराम और मित्र सुदामा के साथ सांदीपनि आश्रम में विद्या अध्ययन किया था। ज्ञान के इस प्राचीन केन्द्र का पर्यटन विकास निगम द्वारा 30 लाख रुपये की राशि से आश्रम का सौंदर्यीकरण और विकास का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस पूरी योजना के लिये प्रदेश सरकार ने 4 करोड़ 20 लाख रुपये की राशि मंजूर की है। इस मौके पर महापौर श्री रामेश्वर अखण्ड भी मौजूद थे।

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महाकाल भस्मारती की बुकिंग ऑंन लाईन

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मकर संक्रांति के अवसर पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों के सुविधा के लिये भस्म आरती आनलाईन आरक्षण का शुभारंभ किया। भस्म आरती आनलाईन बुकिंग से कहीं से भी एक माह पूर्व भी भस्म आरती के लिये आनलाईन बुकिंग की जा सकेगी। महाकालेश्वर मंदिर की वेबसाइटwww.mahakleshwar.nic.in/.org.in पर जाकर क्लिक कर महाकालेश्वर मंदिर के वेब पेज पर लाईव दर्शन के साथ भस्म आरती की बुकिंग की जा सकेगी। यह सुविधा नि:शुल्क है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने निवास पर महाकाल के लाईव दर्शन देख प्रसन्नता जाहिर की और कहा उत्तरायण के साथ महाकाल के घर बैठे दर्शन होना परम सौभाग्य है। बताया गया कि मंदिर के व्यवस्थाओं के कम्प्यूटराईजेशन के अंतर्गत भविष्य में धर्मशाला बुकिंग, अभिषेक, पूजन बुकिंग और आनलाईन डोनेशन इत्यादि सुविधाएँ आनलाईन की जायेगी। मंदिर की आनलाईन बुकिंग और कम्प्यूटराईजेशन एन.आई.जी. उज्जैन द्वारा तैयार किया गया है।उज्जैन संभाग के शासन नियंत्रित देवस्थानों की डायरेक्ट्री का विमोचनमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मकर संक्राति के अवसर पर उज्जैन संभाग के शासन नियंत्रित देवस्थानों के अद्यतन स्थिति दर्शाने वाली डायरेक्ट्री का भी विमोचन किया। इस डायरेक्ट्री में शासन नियंत्रित देवस्थानों का सम्पूर्ण विवरण, मंदिर की समस्त सम्पत्ति का सम्पूर्ण विवरण दिया गया है। डायरेक्ट्री में मंदिर के संधारण और संचालन के लिये शासन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों को उल्लेखित किया गया है। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना को भी डायरेक्ट्री में स्थान दिया गया है। संभाग की डायरेक्ट्री जिला आधार पर बनाई गई है जिसमें प्रत्येक जिले के मंदिरों का उल्लेख किया गया है। उज्जैन संभाग में शासन नियंत्रित देवस्थानों की संख्या 10,579 है एवं उनसे लगी कृषि भूमि 25,266.5 हेक्टेयर है जो प्रदेश में सर्वाधिक है। संभागायुक्त ने बताया कि उज्जैन संभाग की वेबसाईट commujjain@mp.nic.in एवं संबंधित जिले के कलेक्टरों के वेबसाईट पर भी देवस्थान एवं मंदिरों से संबंधित सम्पूर्ण विवरण उपलब्ध है। संभाग के मंदिरों के जीर्णोद्धार कार्यों का हुआ शुभारंभमकर संक्रांति के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा संभाग के विभिन्न मंदिरों के जीर्णोद्धार कार्यों का शुभारंभ किया गया। विभिन्न मंदिरों के लिये 40 करोड़ से अधिक के मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इसके प्रथम चरण में लगभग 11 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जायेगी। इसके अंतर्गत महाकाल मंदिर उज्जैन स्थिति मंदिर हाल का विस्तारीकरण जिससे कि भस्म आरती में डेढ़ हजार से अधिक दर्शनार्थी शामिल हो सकेंगे। इसी के साथ उज्जैन स्थित चिन्तामन गणेश मंदिर, हरसिद्धी मंदिर, मंगलनाथ मंदिर, कालभैरव मंदिर, सिद्धबट मंदिर, 84 महादेव एवं सांदिपनी आश्रम के विकास एवं उन्नयन के कार्ययोजनाओं का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। नीमच स्थित श्री महामाया भादवा माता मंदिर के विकास और उन्नयन की कार्ययोजना का मास्टर प्लान भी तैयार किया गया है। इनके कार्य जल्द शुरू किये जायेंगे।इस अवसर पर जनसंपर्क एवं धर्मस्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा भी उपस्थित थे। उन्होंने भी इस कार्य के लिये सभी को शुभकामनाएं दी। संभागायुक्त अरूण पांडे ने मुख्यमंत्री को योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि सभी कार्य जल्द से जल्द शुरू किये जायेंगे। कार्यक्रम में जनसंपर्क आयुक्त राकेश श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। उज्जैन कलेक्टर बी.एम. शर्मा ने महाकाल मंदिर भस्म आरती आनलाईन आरक्षण के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर पुजारी प्रदीप गुरू ने मंत्रोच्चारों के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ कराया। इस अवसर पर मंदिर समिति सदस्य गोविंद शर्मा, मंदिर प्रशासक जयंत जोशी, एनआईसी के धर्मेन्द्र यादव, आर्किटेक्ट नितिन श्रीमाली, माफी अधिकारी राजेश यादव उपस्थित थे।

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सिंहस्थ  का देश-विदेश में मोटर साइकिल यात्रा से प्रचार

जनसंपर्क, ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा एवं खनिज साधन मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने अपने निवास से सिंहस्थ-2016 के प्रचार-प्रसार के लिये देश-विदेश में जाने वाले सिंहस्थ आमंत्रण मोटर साइकिल रैली के द्वितीय चरण के दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर आयुक्त जनसंपर्क अनुपम राजन, अपर संचालक मंगला मिश्रा मौजूद थे।श्री शुक्ल ने कहा कि देश सहित पूरी दुनिया में सिंहस्थ का प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आस्था और आध्यात्म के विश्व के सबसे बड़े समागम सिंहस्थ का आयोजन प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में किया जा रहा है। जनसंपर्क मंत्री ने कहा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुरूप इस आयोजन को एतिहासिक बनाने के लिए जनसंपर्क विभाग द्वारा सभी प्रचार माध्यमों का उपयोग किया जा रहा है। श्री शुक्ल ने कहा कि सिंहस्थ समागम के दौरान उज्जैन में वैचारिक महाकुंभ भी होगा। इसके जरिये मानव-कल्याण और पर्यावरण-संरक्षण का संदेश दुनिया में जन-जन तक पहुँच सकेगा।शुक्ल ने बताया कि ये मोटर साइकिल दल भोपाल से 16 मार्च से 22 अप्रैल 2016 तक भारत के 7 राज्य, 40 प्रमुख शहर एवं नेपाल में पहुँचकर करीब 12 हजार किलोमीटर की यात्रा कर सिंहस्थ के संदेश को प्रसारित करेगा। यह दल भोपाल से रवाना होकर होशंगाबाद, पिपरिया, नरसिंहपुर, जबलपुर, (म.प्र.) दुर्ग, भिलाई, रायपुर (छ.ग.) भुवनेश्वर, जगन्नाथपुरी, राऊरकेला (उड़ीसा) जमशेदपुर, रांची (झारखंड), कोलकाता (पश्चिम बंगाल), पटना, मोतीहारी (बिहार), काठमाण्डू, (नेपाल), गोरखपुर, जौनपुर, वाराणसी, कानपुर, इलाहाबाद (उ.प्र.) तथा सीधी, रीवा, खजुराहो, सागर, भोपाल एवं उज्जैन में सिंहस्थ आमंत्रण का संदेश देगा।दल के प्रभारी उज्जैन के युवा अमन मिश्रा ने बताया कि सिंहस्थ मोटर साइकिल रैली के द्वारा प्रथम चरण में 27 नवम्बर 2015 से 15 फरवरी 2016 तक 15 राज्य तथा 50 प्रमुख शहर में 19 हजार 500 किलोमीटर यात्रा तय की गई थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 27 नवम्बर को रैली को रवाना किया था। दल ने अपनी यात्रा के दौरान भोपाल, देवास, उज्जैन, मंदसौर, नीमच (म.प्र.) नीमबाड़ा, भीलवाड़ा चित्तौड़गढ़, अजमेर, पुष्कर, जयपुर, (राजस्थान) दिल्ली और एन.सी.आर, गुना, ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी, आगरा, गाजियाबाद, (उ.प्र.) हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, (उत्तराखण्ड) पोन्टा साहिब (हिमाचल प्रदेश) कुरूक्षेत्र, अंबाला, हरियाणा, अमृतसर, अटारी (पंजाब), श्रीगंगानगर, बीकानेर, जोधपुर, सिरोही, माऊंटआबू (राजस्थान), अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत (गुजरात), सिलवासा (दमन दीव), मुम्बई, पुणे, कोल्हापुर (महाराष्ट्र), गोवा, पणजी, उड्डूपी, जोगप्रपात मैंगलुरू, (कर्नाटक), कोच्चि एरनाकुलम, तिरूवनंतपुरम, (केरला), कन्याकुमारी, एटियापुरम, रामेश्वरम एवं मदुरई (चेन्नई) पहुँचकर सिंहस्थ-2016 का प्रचार-प्रसार किया था।

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कुम्भ में कैमरे से होगी श्रद्धालुओं की गिनती

अगले माह से उज्जैन में शुरु हो रहे सिंहस्थ महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं पर पूरी तरह नजर रखने के लिए अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी वाले कैमरे लगाए जा रहे हैं। सरकार का मानना है कि कुंभी में देश विदेश के पांच करोड़ श्रद्धालु शामिल होंगे। सरकार द्वारा इसको लेकर मेला क्षेत्र में जगह-जगह लंबी दूरी तक नजर रखने वाले कैमरों का लगाया जा रहा है। इन कैमरों से सुरक्षा पर भी नजर रखी जाएगी। इसके लिए भी मेला क्षेत्र के आसपास 51 अस्थायी थाने स्थापित किए जा रहे हैं। खास बात यह कि ये कैमरे एडवांस टेक्नोलॉजी वाले हैं। इनसे यह भी पता चल जाएगा कि सिंहस्थ में किस दिन कितने श्रद्धालु आए तथा सैटेलाइट टाउन में कितने वाहन व भीड़ इक_ा है। ये अत्याधुनिक कैमरे विदेशी कंपनी लगा रही है। सरकार ने इस बार सिंहस्थ के लिए बड़ा मेला क्षेत्र बनाया है। 3061 हेक्टेयर जमीन पड़ाव क्षेत्र और 352 हेक्टेयर सैटेलाइट टाउन के लिए अधिसूचित की है। इतना बड़ा क्षेत्र होने पर व्यवस्थाएं भी व्यापक की जा रही हैं। मेला क्षेत्र में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधाओं तथा मेला क्षेत्र में घूमने वाले असामाजिक तत्वों पर सीसीटीवी कैमरों से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी।125 पाइंट और 550 कैमरेजानकारी के मुताबिक सिंहस्थ मेले पर पूरी नजर रखने के लिए 125 पाइंट चिह्नित किए गए हैं, जहां 550 कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे लगातार सिंहस्थ क्षेत्र की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। घाटों पर नहान के दौरान 11 स्थानों पर विशेष निगरानी हेतु कैमरे लगाए जा रहे हैं।प्रत्येक सेक्टर में होगा अस्थाई थानाश्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कानून व्यवस्था की दृष्टि से प्रत्येक सेक्टर के साथ एक से अधिक अस्थाई थाने स्थापित किए जा रहे हैं। कुल ५१ थाने इन क्षेत्रों में बनेंगे इनमें मंगलनाथ, आंगारेश्वर, सांदीपनि आश्रम, खाकचौक, सैटेलाइट टाउन आगर रोड, मकोडिय़ा आम, गढ़कालिका, सिद्धवट, केडी पैलेस, काल भैरव, सैटेलाइट टाउन उन्हेल रोड, लालपुर, कर्कराज, रामघाट प्रथम, रामघाट द्वितीय, महाकाल मंदिर, हरसिद्धि, नरसिंह घाट, गोपाल मंदिर, वाल्मीकि धाम, चिंतामण गणेश, गऊघाट उत्तर व दक्षिण आदि शामिल हैं।

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उज्जैन में सिंहस्थ में होगी पेयजल की पुख्ता व्यवस्था

प्रतिदिन 65 मिलियन लीटर पानी देने की तैयारी उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई तक होने वाले सिंहस्थ में श्रद्धालुओं को जरूरत के मुताबिक पेयजल उपलब्ध करवाने की पुख्ता व्यवस्था की जा रही है। सिंहस्थ के दौरान शहर में 65 मिलियन लीटर पेयजल आपूर्ति किये जाने का इंतजाम किया जा रहा है। लोक स्वास्थ्य यात्रिकी विभाग ने इसके लिये सभी आवश्यक तैयारियाँ की हैं। सिंहस्थ मेला क्षेत्र में पी.एच.ई. अमले द्वारा सतत निगरानी रखी जायेगी। पेयजल व्यवस्था के लिये गऊघाट पर 5 करोड़ 81 लाख रुपये की लागत से 27.25 मिलियन लीटर प्रति दिवस की क्षमता का फिल्टर प्लांट तैयार किया गया है। इसी तरह साहिबखेड़ी पर पौने चार करोड़ की लागत से 8 मिलियन लीटर प्रति दिवस क्षमता का नया जल-शोधन प्लांट और पम्प हाउस बनाया गया है। अम्बोदिया और गऊघाट पर एक करोड़ 85 लाख रुपये से जल-शोधन संयंत्रों का उन्नयन भी किया गया है। क्षिप्रा नदी के 5 बैराज की मरम्मत पर पीएचई ने 3 करोड़ 33 लाख की राशि खर्च की है। गढ़कालिका मेला क्षेत्र में 58 लाख रुपये से सम्प वेल, पम्प और टंकी का निर्माण किया जा रहा है।गऊघाट जल-शोधन यंत्र में नर्मदा-क्षिप्रा लिंक योजना से पानी लेकर इसका उपचार किया जायेगा। पानी के उपचार के बाद पेयजल को उज्जैन शहर और सिंहस्थ मेला क्षेत्र के महाकाल और दत्त अखाड़ा जोन में चिन्तामन गणेश क्षेत्र में बनाई गई नवीन टंकी के जरिये शुद्ध पानी के वितरण की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही चारधाम मंदिर के पास बनी टंकी से भी दत्त अखाड़ा और चिन्तामन गणेश क्षेत्र में जल वितरण होगा।उज्जैन शहर के साहिबखेड़ी फिल्टर प्लांट जिसकी क्षमता 8 एमएलडी है, को साहिबखेड़ी तालाब से पानी मिलेगा। साहिबखेड़ी फिल्टर प्लांट पर 4-4 एमएलडी के तीन पम्प तैयार किये गये हैं। इनमें से 2 पम्प का उपयोग जल वितरण के लिये किया जायेगा। एक पम्प को स्टेण्डबाय रखा जायेगा। प्लांट से आगर रोड पर बनी टंकी के जरिये मंगलनाथ जोन में जल वितरण की व्यवस्था की जा रही है। गंभीर नदी पर ग्राम अम्बोदिया में पहले से बने हुए 2 पुराने फिल्टर प्लांट को वाटर सप्लाई के लिये तैयार किया गया है। मक्सी रोड पर उडासा में पुराने तालाब पर भी एक फिल्टर प्लांट तैयार किया गया है। इस प्रकार नये और पुराने 7 फिल्टर प्लांट से सिंहस्थ में श्रद्धालुओं को जल वितरण की व्यवस्था रहेगी।सिंहस्थ मेला क्षेत्र में पीएचई ने 126 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई है। इन पाइप लाइनों पर अब तक 4,000 नल कनेक्शन भी तैयार किये हैं। नलों की टेस्टिंग भी कर ली गई है। श्रद्धालुओं को शुद्ध पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये पीएचई ने प्रतिदिन पानी के नमूने लेकर और उनके परीक्षण की व्यवस्था की है। लिये गये सेम्पल की जाँच गऊघाट स्थित प्रयोगशाला में की जायेगी। पानी के परीक्षण का कार्य प्राइवेट सेक्टर की एजेंसी सौंपा गया है। पीएचई ने सिंहस्थ मेला क्षेत्र में चुने हुए 30 स्थान पर नलकूप का खनन किया है। मेला क्षेत्र में पुराने 25 नलकूप की सफाई कर इनके जरिये पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। सिंहस्थ के दौरान पंचक्रोशी यात्रा के लिये पीएचई ने 100-100 किलो लीटर क्षमता की 4 टंकियाँ बनाई हैं। इसके अलावा इन क्षेत्रों में पाइप लाइन और ड्रेनेज का इंतजाम भी किया गया है। सेटेलाइट टाउन्स में भी विभाग द्वारा जल प्रदाय के लिये पाइप लाइन बिछाने का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। सिंहस्थ मेला क्षेत्र में 110 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाई जा चुकी है। सीवर लाइन में बहने वाले गन्दे पानी को 7 सीवेज पम्पिंग स्टेशन पर ले जाया जायेगा।

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कुम्भ - क्षिप्रा में एक बूँद भी गंदा पानी नहीं मिलेगा

सिंहस्थ कुंभ महापर्व के चल रहे सभी कार्य समय पर पूरे किये जायें। सिंहस्थ में आने वाले संत-समाज और करोड़ों श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न होने पाये। उज्जैन जिले के प्रभारी एवं परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने यह निर्देश आज उज्जैन में सिंहस्थ कार्यों के निरीक्षण में दिये। प्रभारी मंत्री ने नानाखेड़ा बस स्टेण्ड, हरिफाटक ब्रिज, चिंतामन क्षेत्र, चिंतामन ब्रिज, लालपुर क्षेत्र एवं सदावल रोड पर चल रहे खान डायवर्सन कार्य, लालपुर घाट और नृसिंह घाट पर बन रहे ब्रिज आदि का निरीक्षण किया।एक बूँद गंदा पानी क्षिप्रा में नहीं मिलेगानिरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री ने कहा कि स्वच्छ एवं निर्मल क्षिप्रा के लिये शासन प्रतिबद्ध है। इसे ध्यान में रखकर प्रयास किया जा रहा है कि एक बूँद भी गंदा पानी क्षिप्रा में न मिलने पाये। उन्होंने उज्जैन शहर की सफाई-व्यवस्था बेहतर बनाने के भी निर्देश दिये।मंत्री श्री सिंह ने मेला क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान कहा कि नये अधिसूचित चिंतामन क्षेत्र में जमीन आवंटन के लिये जिन संतों ने बाद में आवेदन दिये हैं, उन्हें भी जमींन आवंटित की जायेगी। इसके लिये जरूरी होने पर अतिरिक्त भूमि प्रशासन अधिग्रहीत करेगा।खान-डायवर्सन का कार्य दिन-रात चलायेंप्रभारी मंत्री ने इनर रिंग रोड, रेलवे लाइन अण्डरग्राउण्ड क्रांसिंग और सदावल रोड पर चल रहे खान-डायवर्सन कार्य को दिन-रात चलाने के निर्देश दिये।क्षिप्रा के दोनों ओर बनेगा ग्रीन कॉरिडोरलालपुर घाट पर निरीक्षण में कर्कराज की ओर जाने वाले घाट के किनारे लगाई जा रही घास की प्रभारी मंत्री ने सराहना की। उन्होंने भूखी माता के हिस्से वाले घाट में भी घास लगाने के निर्देश दिये। प्रभारी मंत्री ने कहा कि इससे क्षिप्रा नदी के दोनों और ग्रीन कॉरिडोर विकसित होगा और यहाँ की हरियाली लोगों को सुकून देगी।निरीक्षण के दौरान सिंहस्थ केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष माखन सिह, विधायक डॉ. मोहन यादव, महापौर मीना जोनवाल और उज्जैन विकास प्राधिकरण अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल भी साथ थे।

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उज्जैन में ग्रीन सिंहस्थ की तैयारी

सेटेलाइट टाउन में श्रद्धालुओं के लिये होंगी अनेक सुविधा उज्जैन में अप्रैल-मई में होने वाले सिंहस्थ को ग्रीन सिंहस्थ बनाने के सभी प्रयास किये जायेंगे। इस संबंध में उज्जैन कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने एक बैठक में कार्य-योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि सिंहस्‍थ के दौरान अखाड़ों द्वारा नियमित रूप से भण्डारे किये जाते हैं। इस दौरान भोजन प्रसादी परोसने के लिये जिन सामग्री का इस्तेमाल होता है, उनका सही तरीके से डिस्पोजल करना एक चुनौती होता है। उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिये 50 स्व-सहायता समूह को फायनेंस किया जा रहा है। यह समूह सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर स्टील की थालियाँ, गिलास आदि सामग्री अखाड़ों को उपलब्ध करवायेंगे। सर्विस प्रोवाइडर को प्रशिक्षण भी दिलवाया जायेगा। उन्होंने बैंकर्स से कहा कि वे स्व-सहायता समूहों को 1000 या इससे अधिक थाली-गिलास के लिये फायनेंस करें। बैठक में दोना-पत्तल, प्लास्टिक की कटोरी के समुचित डिस्पोजल पर भी चर्चा की गयी।चामुण्डा जोन में मॉस ट्रेफिक के लिये 10 रूट निर्धारितसिंहस्थ के लिये बनाये गये चामुण्डा माता जोन का अधिकतर हिस्सा शहरी होने से यातायात की दृष्टि से महत्वपूर्ण जोन होता है। देवास की ओर से आने वाला मार्ग भी इसी जोन में आता है। इस जोन में मॉस ट्रेफिक के लिये 10 रूट बनाये जायेंगे। इनमें 7 रूट मेजिक वाहन के लिये तथा 3 रूट सिटी बस के लिये रहेंगे।जोन में आने वाले ओव्हर-ब्रिज का काम लगभग पूरा हो चुका है। चामुण्डा जोन में 8 पार्किंग-स्थल चुने गये हैं। जोन में विक्रम नगर और पवासा के दो रेलवे फ्लैग स्टेशन भी आते हैं। जोन में 11 हेल्प-सेंटर, 7 अस्थाई थाने और 168 प्याऊ प्रस्तावित की गयी हैं। चामुण्डा जोन में 2775 हेक्टेयर क्षेत्र का 80 प्रतिशत भाग शहरी है। इस बात को ध्यान में रखते हुए ट्रेफिक मेनेजमेंट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।सेटेलाइट टाउन में होंगी कई सुविधासिंहस्थ के लिये बनाये जा रहे सेटेलाइट टाउन में कई सुविधा होंगी। स्पॉट-पार्किंग के लिये डिस्प्ले-बोर्ड द्वारा उपलब्धता प्रदर्शित की जायेगी। पार्किंग के लिये एडवांस बुकिंग की भी व्यवस्था रहेगी। सेटेलाइट टाउन में टॉयलेट्स, शेल्टर हाउस, हेल्प-डेस्क, खोया-पाया केन्द्र, अस्थाई थाने और अस्पताल, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, कंट्रोल-रूम और प्याऊ की सुविधा श्रद्धालुओं को मिलेगी।

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अमेरिकी ट्रेनिंग देंगे सिंहस्थ के लिए आपदा प्रबंधन की

उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई तक होने वाले सिंहस्थ के लिये आपदा और भीड़ प्रबंधन का दो-दिवसीय प्रशिक्षण 29 फरवरी से प्रारंभ होगा। प्रशिक्षण में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी के अलावा 500 डॉक्टर और पेरा-मेडिकल स्टॉफ शामिल होगा। प्रशिक्षण नई दिल्ली के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल संस्थान और अमेरिका के अटलांटा स्थित सेंटर फॉर डिसीज संस्थान का संयुक्त दल देगा। प्रशिक्षण में सिखाया जायेगा कि आपदा की स्थिति में किस प्रकार लीडरशिप की जाना चाहिये। डॉक्टर और पेरा-मेडिकल स्टॉफ को सिंहस्थ मेला क्षेत्र के अस्पतालों में बेहतर उपचार प्रबंधन के तरीके भी बताये जायेंगे। मेला अवधि में अपराधों पर नियंत्रण और अपराधियों से किस तरह निपटा जाये, यह जानकारी भी दी जायेगी।बेहतर होगी चिकित्सा व्यवस्थासिंहस्थ-2016 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सा प्रबंधन की सुनियोजित योजना तैयार की गयी है। पूरे मेला क्षेत्र में 24 घंटे चिकित्सा के इंतजाम रहेंगे। इसके लिये 3000 मेडिकल स्टॉफ लगातार कार्य करेगा। विभिन्न स्थितियों से निपटने के लिये 552 डॉक्टर, करीब 650 नर्सिंग-स्टॉफ और 900 पेरा-मेडिकल स्टॉफ तैनात किया जा रहा है। अच्छी चिकित्सा सुविधा देने के लिये 1000 सहायक स्टॉफ भी तैनात रहेगा। सिंहस्थ में 4 जोन स्तर में 20-20 बिस्तरीय अस्पताल बनाये जायेंगे। प्रत्येक अस्पताल में 47 व्यक्ति का स्टॉफ होगा। सेक्टर-स्तर पर 23 अस्पताल बनाये जायेंगे, जिनमें 6-6 बिस्तर की सुविधा होगी। प्रत्येक अस्पताल में 31 व्यक्ति का प्रशिक्षित स्टॉफ रहेगा। उज्जैन में बनाये जा रहे प्रत्येक सेटेलाइट टाउन में भी 6 बिस्तरीय अस्पताल की सुविधा रहेगी।श्रद्धालुओं को जरूरत पड़ने पर प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध करवाने के लिये 1000 होमगार्ड को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मेला क्षेत्र के अस्पताल तथा शासकीय-अशासकीय अस्पतालों में 1800 बिस्तर का इंतजाम रहेगा। इनमें 200 बेड अशासकीय अस्पताल के हैं, जो सिंहस्थ के दौरान रिजर्व रखे जायेंगे। इनके अलावा 218 अतिरिक्त रूप से अस्थायी बेड भी उपलब्ध रहेंगे। सिंहस्थ में आपातकालीन ह्रदय रोग चिकित्सा व्यवस्था के तहत 3 कॉर्डियक एम्बूलेंस की व्यवस्था भी रहेगी। इंदौर के अरविंदो मेडिकल कॉलेज, अपोलो और मेदांता हॉस्पिटल ने भी एक-एक कॉर्डियक एम्बूलेंस सिंहस्थ के लिये उपलब्ध करवाने पर सहमति दी है।

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सिंहस्थ के लिए  व्यावसायिक प्लाट  देने की प्रक्रिया शुरू

तीन भुजा वाला चिंतामन आरओबी पूर्णता की ओर उज्जैन में 3413 हेक्टेयर वाले सिंहस्थ मेला क्षेत्र में व्यावसायिक कार्यों के लिये भू-खण्ड आवंटन की प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गयी है। अप्रैल-मई में होने वाले सिंहस्थ के दौरान विभिन्न व्यावसायिक गतिविधि के लिये भू-खण्ड की जरूरत होगी। इसे ध्यान में रखते हुए मेला कार्यालय ने यह प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिये लगने वाले आवेदन वेबसाइट www.simhasthujjain.in से डाउनलोड किये जा सकते हैं। आवेदन-पत्र 12 फरवरी, 2016 तक अवकाश के दिनों को छोड़कर मुख्य वन संरक्षक के उदयन मार्ग उज्जैन स्थित कार्यालय में सुबह 11 से शाम 5 बजे तक जमा करवाये जा सकते हैं।विभिन्न सेक्टर में चिन्हित भू-खण्ड के मानचित्र, आरक्षण, आवंटन की शर्तें तथा शुल्क से संबंधित अन्य जानकारी सिंहस्थ कार्यालय की वेबसाइट पर देखी जा सकती है। इस बार सिंहस्थ में 20 लाख व्यक्ति के निवास के हिसाब से मेला क्षेत्र विकसित किया जा रहा है। अधिकतम प्रतिदिन एक करोड़ व्यक्ति के मान से सारी व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। सिंहस्थ अवधि के दौरान करीब 5 करोड़ श्रद्वालुओं के उज्जैन पहुँचने का अनुमान लगाया गया है।मेला कार्यालय द्वारा महाकाल जोन में साधु-संतों को 156 प्लाट आवंटित कर दिये गये हैं। आवंटित प्लाटों के कब्जे की कार्यवाही जोन कार्यालय द्वारा की जा रही है।पुरुषोत्तम सागर का विकाससिंहस्थ में सप्त सागरों का जीर्णोद्धार और विकास किया जा रहा है। इन्हीं सागरों में से पुरुषोत्तम सागर का जीर्णोद्धार और विकास कार्य 4 करोड़ 41 लाख की लागत से किया जा रहा है। उज्जैन नगर निगम द्वारा पुरुषोत्तम सागर पर स्टोन पिचिंग, विद्युत सज्जा, म्यूजिकल फाउंटेन और पॉथ-वे का निर्माण किया जा रहा है। सिंहस्थ के दौरान श्रद्धालुओं को रेलवे फाटक पर जाम में नहीं फँसना पड़े, इसके लिये 3 भुजा वाला रेलवे ओव्हर-ब्रिज (आरओबी) तैयार किया जा रहा है। रेलवे द्वारा 26 करोड़ की लागत से बनाया जाने वाला यह ब्रिज लगभग पूर्णता की ओर है।

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कालिदास अकादमी में दिखेगी सिंहस्थ की अदभुत चित्रकारी

उज्जैन में वर्ष-2016 में होने वाले सिंहस्थ में देश-विदेश के अधिक से अधिक श्रद्धालु शामिल हों, इसके लिये व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सिंहस्थ को लेकर सामान्य जन-मानस और कलाकारों में भी उत्साह का माहौल दिखाई दे रहा है। उज्जैन में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सिंहस्थ नृत्य-नाटिका का आकर्षक प्रदर्शन किया जा चुका है।देवास की दो बालिका ने सिंहस्थ के प्रचार के लिये चित्रकारी के माध्यम को अपनाया है। सुश्री कविता सिसोदिया और सुश्री रूपल केसरवानी बताती हैं कि चित्रकारी में कई शैलियाँ होती हैं। कविता ने देवास में पिछले वर्ष मीठा तालाब और मंडूक तालाब में सिंहस्थ को केन्द्रित करते हुए जल-रांगोली बनाकर सराहना बटोरी थी। अब इन दोनों ने मधुबनी, वरली और राजस्थानी शैली को भी अपनाया है। इनका सिंहस्थ के विभिन्न आयाम पर पेंटिंग बनाने का विचार है। वे जल्द ही कालिदास अकादमी संकुल में पेंटिंग प्रदर्शनी लगायेंगी, जिसमें सिंहस्थ को चित्रों के माध्यम से दर्शाया जायेगा।

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अटलस्वप्न  मध्यप्रदेश में हो रहा है साकार

नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना का शिलान्यासपूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की नदियों को जोड़ने की परियोजना अगर उनके छह वर्ष के कार्यकाल में लागू हो जाती तो देश का कायाकल्प हो जाता। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज श्री वाजपेयी जी के सपने को पूरा करते हुए नर्मदा को क्षिप्रा से जोड़ने की योजना प्रारंभ की है। यह मालवा को पुनः जल क्षेत्र से परिपूर्ण होने का गौरव लौटाएगी। परियोजना से मालवा क्षेत्र में पानी की चिंता दूर हो जायेगी।आडवाणी गुरूवार को क्षिप्रा के उद्गम-स्थल इन्दौर जिले के ग्राम उज्जैयनी में नर्मदा-क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना की आधारशिला रखने के बाद उज्जैन में विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे।श्री आडवाणी, जिनका हिन्दू तिथि के अनुसार आज जन्म दिन भी है, नर्मदा सिंहस्थ लिंक परियोजना को क्रियान्वित करने के श्री चौहान के व्यावहारिक प्रयासों और संकल्प से अभिभूत थे। उन्होंने कहा कि श्री चौहान ने जैसी योजनाएँ बनाई हैं उनसे पूरे प्रदेश को पुण्य ही पुण्य मिलेगा। जैसा श्री चौहान कर रहे हैं वैसा अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी करें तो देश से अशिक्षा और गरीबी दूर हो जायेगी। उन्होंने मध्यप्रदेश सहित देश में बच्चों और युवाओं को कम्प्यूटर शिक्षा देने पर विशेष जोर दिया।श्री आडवाणी ने श्री चौहान की प्रशासनिक क्षमता और मौलिकता के साथ नई योजनाओं के क्रियान्वयन की सराहना करते हुए निर्णय करने की क्षमता की प्रशंसा की। उन्होंने श्री वाजपेयी के छह वर्षीय कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार बनते ही परमाणु परीक्षण किया गया। इससे देश को प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद महँगाई नहीं बढ़ने दी। पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक सड़कें बनीं। गाँव-गाँव प्रधान मंत्री सड़क योजना से जोड़े गये। इसी कार्यकाल में नदियों को जोड़ने की योजना भी बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना से नर्मदा से क्षिप्रा, चंबल, गंगा, यमुना के मिलन का चमत्कारी प्रबंध होगा। किसानों को पानी की कोई कमी नहीं रहेगी।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा-क्षिप्रा नदी जोड़ो परियोजना मालवा के जीवन से जुड़ी है। मालवा के लिये पैसों की कमी नहीं होने दी जाएगी। श्री चौहान ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना में 18 हजार करोड़ तो क्या एक लाख करोड़ भी लगे तो मालवा में नर्मदा का जल लाएँगे और यहाँ की उर्वरा भूमि को सूखने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि खान नदी को भी डायवर्ट किया जायेगा और उसके पानी को उपचार के बाद ही प्रयोग में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षिप्रा को प्रदूषण से बचाने का काम भी शुरू किया जायेगा।श्री चौहान ने कहा कि इस परियोजना से मालवा के 70 शहर और तीन हजार गाँव को पानी मिलेगा। उद्योगों को पानी मिलेगा और खेतों में सिंचाई होगी। नदियों को जोड़ने के बाद बैराज बनेंगे। स्प्रिंकलर लगेंगे। उन्होंने कहा कि मालवा की उर्वरा भूमि को मरु भूमि नहीं बनने दिया जायेगा। मालवा की भूमि, पीला सोना यानी सोयाबीन उगाती है, गेहूँ उगाती है, अंगूर उगाती है, को हरा-भरा बनाने के हरसंभव कदम उठाये जाएँगे। यहाँ के किसानों को सिंचाई के तौर-तरीके सीखने के लिये इजराइल भेजा जायेगा।श्री चौहान ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी किसानों को 100 रुपये क्विंटल बोनस पर गेहूँ की खरीदी होगी। उन्होंने केन्द्र से गेहूँ उपार्जन पर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर 1600 रुपये प्रति क्विंटल करने की माँग की। उन्होंने कहा कि फीडर विभाजन का काम पूरा हो रहा है। किसानों को अगले साल मार्च तक चौबीसों घंटे बिजली मिलने लगेगी। श्री चौहान ने सरदार वल्लभ भाई पटेल निःशुल्क दवा वितरण, मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन, उच्च शिक्षा ऋण गारंटी योजना की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में हर वर्ग के कल्याण के लिये योजनाएँ बनाई हैं। लोगों के कल्याण और प्रदेश के विकास के लिये बेहतर से बेहतर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अब किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है।श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में मदिरा की नई दुकान नहीं खोली जाएँगी। हर नागरिक को अपना कर्त्तव्य पूरा करना होगा। अगले पाँच साल में मध्यप्रदेश देश का पहले नम्बर का राज्य बनेगा।कार्यक्रम को नगरीय प्रशासन और विकास मंत्री बाबूलाल गौर, सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर, थावर चंद गहलोत, सांसद प्रभात झा, सत्यनारायण सत्तन, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया और सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री द्वय सुदरलाल पटवा और कैलाश जोशी, उद्योग-वाणिज्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, खाद्य मंत्री पारस जैन, कृषि मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, परिवहन मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, बाबूलाल जैन, लक्ष्मी नारायण पांडे, क्षेत्रीय विधायक एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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