पेटलावद जैसी घटनाएं एमपी का माहौल खराब करती हैं: सीएम
shivraj singh

कमिश्नर्स-कलेक्टर्स कांफ्रेंस के दूसरे दिन आंतरिक सुरक्षा को लेकर पुलिस अधिकारी मकरंद देउस्कर ने प्रेजेंटेशन दिया। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विवादित स्थानों को चिन्हित करने और उनकी सतत निगरानी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगर हम चाह लें तो कोई अवैधानिक काम नहीं कर सकता।

इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देपालपुर, गंधवानी और पेटलावद जैसी घटनाएं प्रदेश का माहौल खराब करती हैं। शांति समिति की बैठक के निर्णयों का पालन होना चाहिए। इसके साथ ही सीएम ने कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर रखने वाले जिलों के SP और कलेक्टर को बधाई दी। उन्होंने कांफ्रेंस के दौरान दस जिलों के कलेक्टर और SP को खड़ा करवाया और उनको बधाई दी। इसमें इंदौर, उज्जैन, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, खरगौन, देवास, रतलाम सहित दस जिले शामिल है।

सीएम ने कहा कि हाइवे के सामने की सभी वाइन शाप हटाई जाएगी। ऐसा करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि साल 2003 के पहले प्रदेश में भय का माहौल था। लेकिन, अब ऐसा नहीं है। प्रदेश से सिमी का नेटवर्क ध्वस्त हो गया है। वहीं, मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सड़कों पर गाय बैठी रहती हैं। ट्राली में रिफलेक्टर न होने से हादसे होते हैं।

जननी एक्सप्रेस चालकों की हड़ताल पर स्वास्थ मंत्री रुस्तम सिंह ने कहा कि, कैबिनेट का फैसला नहीं बदलेगा। हड़ताल से थोड़ी बहुत परेशानियां आएगी, जिससे निपटने को कोशिश की जाएगी। सरकार किसी भी सूरत में हड़तालियों की मांगें नहीं मान सकती।