रायगढ़ जिले में फिर मानवता शर्मसार हुई। समय पर एंबुलेस नहीं मिलने से 3 किलोमीटर तक परिजन शव को ढोने मजबूर हुए। इस दौरान एक पिकअप चालक ने सहृदयता दिखाई और शव को घर तक छोड़ा।घरघोड़ा में रिक्शा में शव लेकर आने का मामला अभी थमा भी नहीं है कि तमनार में फिर मानवता शर्मसार हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार आमगांव पंचायत के जांजगीर निवासी सुखाउ भुईहर 52 वर्ष को बुधवार दोपहर बुखार और कमजोरी की शिकायत के बाद तमनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया था । इसकी गुरुवार दोपहर लगभग 11 बजे मौत हो गई। परिजनों के अनुसार इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर से एंबुलेंस के लिए निवेदन किया।
जिस पर ड्यूटी डॉक्टर ने एंबुलेंस सेवा को फोन पर इसकी जानकारी दी। इसके बाद भी साढ़े चार घंटे तक एंबुलेंस के नहीं पहुंचने से मृतक सुखाउ के परिजन कंधे पर शव लेकर 4 किलोमीटर दूर गृह ग्राम की ओर चल दिए। वहीं तीन किलोमीटर का रास्ता तय करने के बाद एक पिकअप चालक ने सहृदयता दिखाई और शव को घर तक पहुंचाने में परिजनों की मदद की।