रायपुर के संतोषी नगर के पीछे ब्रिज नगर, मोती नगर और गोकुल नगर में खूंखार आवारा कुत्ते ने शुक्रवार शाम को बच्चों सहित 15 लोगों को बुरी तरह काट लिया। आवारा कुत्ता इलाके में दो घंटे कोहराम मचाता रहा। उसने घूम-घूम कर 3 साल के बच्चे से लेकर 50 साल तक के लोगों को शिकार बनाया। उसने किसी का गाल काट खाया तो किसी का कान।
खौफजदा लोगों ने बताया कि कुत्ता छोटे बच्चों को जमीन पर घसीट-घसीट कर भेड़-बकरी की तरह नोचता ,काटता रहा। उसने घर के दरवाजे पर बैठी 3 साल बच्ची की जांघ और पुठ्ठे पर 17 जगह काटा। सबसे ज्यादा चोट ब्रिज नगर में रहने वाली 6 साल की खुशी साहू को आई है।
कुत्ते के काटने से उसके दाएं गाल का आधे से ज्यादा मांस उखड़ गया है, जिससे जबड़ा दिखने लगा है। उसके साथ खेल रहे बच्चों ने बताया कि कुत्ते के हमले से वे डर गए और वहां से भाग खड़े हुए । इस दौरान परिजन और वार्ड 52 की पार्षद जोन आयुक्त को फोन लगाते रहे, लेकिन उन्होंने यह कह कर फोन काट दिया कि कुत्ता पकड़ना मेरी जिम्मेदारी नहीं है।
इस पर जोन आयुक्त से उनके मोबाइल पर कॉल कर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन नहीं हो पाया। घटना के कुछ देर बाद जिला और अंबेडकर अस्पताल में घायल बच्चों और परिजनों की भीड़ लग गई। देर शाम तक 11 लोगों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया। गंभीर रूप से घायल खुशी अभी अस्पताल में भर्ती है।
इतनी बड़ी संख्या में लोगों को कुत्ता काटने की यह दूसरी घटना है। तीन माह पहले संजय नगर में एक आवारा कुत्ते ने दो घंटे के भीतर 20 लोगों जख्मी किया था। लगातार हो रही इन घटनाओं ने निगम की व्यवस्था की पोल खोल दी है। चौंकाने वाली बात यह है कि घटना की जानकारी मिलने के बाद भी देर रात तक निगम का कोई भी अधिकारी पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं पहुंचा।