कमजोरों का हथियार हैं आतंकवाद
rajnath singh atankvad

राज्योत्सव के समापन में गृहमंत्री राजनाथ सिंह 

 रायपुर में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि आतंकवाद बहादुरों का नहीं कमजोरों का हथियार है, लेकिन शायद इस हकीकत को हमारा पड़ोसी देश नहीं समझ रहा है। सिंह ने आज छत्तीसगढ़ की नई राजधानी नया रायपुर में पांच दिवसीय राज्योत्सव के समापन पर राज्य स्थापना दिवस अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि एक हमारा पड़ोसी देश है जो बार बार आतंकवाद को बढ़ावा देता है तथा भारत को परेशान करने की कोशिश करता है। वह भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देता है।

गृहमंत्री ने कहा कि शायद वह इस हकीकत को नहीं समझ रहा है कि आतंकवाद बहादुरों का नहीं कमजोरों का हथियार होता है।सिंह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सभी ने देखा कि किस तरह से हमारी सेना के जवानों को चोरी से मारा गया। लेकिन बाद में हमारे सेना के जवानों ने जो करिश्माई काम किया है वह सबके सामने है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि वह यकीन दिलाना चाहते हैं कि यह सरकार भारत का मस्तक कभी झुकने नहीं देगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज भारत तेजी के साथ तरक्की कर रहा है। सार्वाधिक तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था यदि किसी देश की है तो वह भारत की है। कुछ देशों को इससे जलन हो रही है। वह भारत को अस्थिर करना चाह रहे हैं। भारत को कमजोर करना चाहते हैं। वह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सशक्त नेतृत्व मिला है। दुनिया की कोई भी ताकत भारत को कमजोर नहीं कर सकती है।

राजनाथ ने छत्तीसगढ़ में माओवाद की समस्या को लेकर कहा कि राज्य में तेजी से विकास हो रहा है, लेकिन यहां माओवादी गतिविधियां हम सबके लिए चिंता का विषय है। यहां की सरकार ने चुनौती को स्वीकार किया है और इसमें कामयाबी हासिल होगी। केंद्र सरकार की ओर जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, वह मुहैया कराई जाएगी। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि वह आदिवासी भाइयों और बहनों से कहना चाहते हैं कि माओवादी नहीं चाहते कि उनके गांव तक सड़कें बनें। वे नहीं चाहते हैं कि आदिवासी बच्चों को शिक्षा मिले। वे नहीं चाहते कि उन्हें (आदिवासियों को) संचार सुविधा मिले तथा वे नहीं चाहते हैं कि आदिवासी गरीब बेरोजगार नौजवानों को रोजगार का अवसर मिले।

उन्होंने कहा कि चीन माओवाद का बहुत बड़ा समर्थक था। लेकिन अब चीन में माओवाद का भविष्य समाप्त हो गया है। लेकिन यहां पर माओवाद है। यहां माओवाद बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।

गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मै अभी भी कह रहा हूं, आप इस काम को छोड़िए, आपको इस काम को छोड़ना चाहिए, नहीं तो आपको इस काम को छोड़ना पड़ेगा।’’ सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार भारत को केवल महाशक्ति नहीं बनाना चाहती हैं, बल्कि हम भारत को विश्वगुरू बनाना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि जब उनसे पूछा जाता है कि क्यों वह भारत को महाशक्ति नहीं बल्कि विश्वगुरू बनाना चाहते हैं, तब वह कहते हैं कि जब कोई बहुत ताकतवर हो जाता है, तब उसके साथ खड़े होने में लोगों को भय लगने लगता है। हम ऐसा नहीं बनना चाहते हैं कि हमारे बगल में खड़े होने में किसी देश को भय हो।

राजनाथ सिंह ने कहा कि हम ऐसे हालात पैदा करना चाहते हैं जैसे किसी गुरू के साथ खड़े होने में अनुकूल संवेदना, अनुकूल अनुभूति और सुखद अनुभूति होती है। हम ऐसा भारत बनाना चाहते हैं। इस दौरान सिंह ने छत्तीसगढ़ में हो रहे विकास के कामों की जमकर तारीफ की। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार की आदर्श सार्वजनिक वितरण प्रणाली, किसानों को शून्य ब्याज दर पर रिण सुविधा, गरीब परिवारों की महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत मात्र दो सौ रूपए में रसोई गैस कनेक्शन देने की योजना सहित कई योजनाओं का विस्तार से उल्लेख किया।

राजनाथ सिंह ने कहा कि ऐसे कार्य सिर्फ वे ही कर सकते हैं, जिनके मन में गरीबों के लिए कुछ कर दिखाने की तड़प हो। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में करिश्माई काम किए हैं, जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। सिंह ने इस अवसर पर 18 नागरिकों और दो संस्थाओं को राज्य अलंकरणों से सम्मानित किया।