जबलपुर में परम पुनीत कार्तिक मास की पूर्णिमा पर आज नर्मदा में डुबकी लगाने वाले भक्तों के पाप नष्ट हो जाएंगे। ऐसी मान्यता के साथ आज सुबह से नर्मदा तटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। शास्त्रों, वेद एवं पुराणों के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा में पवित्र स्नान करने से सौ जन्मों के पाप समाप्त हो जाते हैं और जीव को सभी तीर्थ में स्नान का पुण्य फल प्राप्त होता है। कार्तिक के पूरे महीने व्रत स्नान नहीं कर पाने वाले केवल आज कार्तिक पूर्णिमा में पवित्र स्नान करने से मोक्ष का गामी हो जाता है। इसीलिए आज कार्तिक पूर्णिमा पर ग्वारीघाट, तिलवाराघाट, भेड़ाघाट, लम्हेटाघाट, सरस्वती घाट सहित शहर से लगे तमाम नर्मदा तटों पर भक्तों का मेला लगा है। लोग बड़ी संख्या में नर्मदा स्नान कर दान-पुण्य कर रहे हैं। सुबह से शुरु हुआ स्नान दान का क्रम रात तक चलेगा।
आचार्य पं.वीरेन्द्र दुबे ने बताया कि कार्तिक माह अत्यधिक पवित्र माना जाता है। इस माह में की गई पूजा तथा व्रत से ही सभी तीर्थ यात्राओं के बराबर शुभ फलों की प्राप्ति हो जाती है। कार्तिक माह के महत्व के बारे में स्कन्द पुराण, नारद पुराण, पद्म पुराण आदि प्राचीन ग्रंथों में उल्लेख मिलता है। कार्तिक माह में किए स्नान का फल, एक सहस्र बार किए गंगा स्नान के समान, सौ बार माघ स्नान के समान है।