छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में नोटबंदी की चर्चा पर हंगामा हो गया, जिसके बाद सदन की कार्रवाई रोकना पड़ी। कांग्रेस सदस्य काम रोककर पहले इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे थे। कुछ देर बाद सदन की कार्रवाई शुरू हुई और फिर हंगामा होने पर इसे 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
कार्रवाई शुरू होने के बाद फिर हंगामे के बाद तीसरी बार इसे स्थगित करना पड़ा। नोटबंदी से लोगों को हो रही समस्या पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव लाया गया। इसके पहले सत्र में शामिल होने विधायक अमित जोगी, सियाराम कौशिक और आरके राय बैलगाड़ी से विधानसभा पहुंचे। इस दौरान रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक लिया, जिस पर जोगी ने कहा कि हम छत्तीसगढ़ की पारंपरिक गाड़ी से जा रहे हैं, रोकना गलत है। उन्होंने कहा कि सरकार शेर देखने में व्यस्त है और हम यहां बैल दिखाने आए हैं। सियाराम ने कहा कि मैं कांग्रेस का विधायक हूं, लेकिन किसानों की बॉ करने के लिए बैलगाड़ी से आया हूं।
करीब एक बजे अमित जोगी और सियाराम कौशिक विधानसभा में गर्भगृह तक पहुंच गए। हंगामे के बीच विधानसभा की कार्रवाई 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
तीनों विधायक धान खरीदी में सरकार द्वारा वादा न निभाए जाने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम किसी भी सवारी से आएं, सरकार को इसमें एतराज क्यों है। किसान की बैलगाड़ी छत्तीसगढ़ की पहचान है, इसे रोकना प्रदेश का अपमान है। उन्होंने कहा बैलगाड़ी असली छत्तीसगढ़ और सफारी नकली छत्तीसगढ़ है।
तीनों विधायक बैलगाड़ी से विधानसभा के अंदर जाने पर अड़े रहे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें घेर रखा। बैलगाड़ी में ही बैठकर तीनों विधयकों ने अध्यक्ष को \'विशेषाधिकार हनन\' पर कार्यवाही बाबत पत्र लिखा। उन्होंने बैलगाड़ी से विधानसभा के अंदर आना कोई गुनाह नहीं। कोई नियम नहीं तोड़ा, फिर भी क्यों रोका। बैलगाड़ी को विधानसभा के प्रांगण तक में न आने देना, प्रदेश के 70 लाख किसानों का अपमान है।
सात दिवसीय इस सत्र के पहले दिन कांग्रेस की ओर से मनरेगा के लंबित भुगतान और प्रदेश में कुपोषित बच्चों की संख्या में वृद्धि को लेकर ध्यानकर्षण प्रस्ताव लाया जा सकता है। विधानसभा में प्रदेश में महिलाओं के उत्पीड़न के मामले पर भी चर्चा हो सकती है।
विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने बताया कि पक्ष-विपक्ष के सदस्यों की ओर से 830 सवाल लगाए गए हैं। इनमें 446 तारांकित व 384 अतारांकित शामिल हैं। सत्र के पहले दिन पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य और पर्यटन के सवालों का जवाब दिया जाना कार्यसूची में शामिल है। 16 नवंबर को दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया जाना प्रस्तावित है।
शीतसत्र में पांच संशोधन विधेयक भी पेश किए जा सकते हैं,इनमें छत्तीसगढ़ भाड़ा नियंत्रण संशोधन विधेयक, लोक आयोग संशोधन विधेयक, सहकारी समिति संशोधन विधेयक, गौसेवा आयोग संशोधन विधेयक व विनियोग विधेयक शामिल हैं। शीत सत्र के लिए ध्यानाकर्षण की 74, शून्यकाल की एक व नियम 139 के तहत तीन सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। अशासकीय संकल्प की 11 सूचनाएं मिली हैं।