नमामि देवि नर्मदे यात्रा 11 दिसम्बर से
 नमामि देवि नर्मदे यात्रा

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता का संदेश देने वाली दुनिया की अनूठी यात्रा ‘नमामि देवि नर्मदे’ 11 दिसम्बर 2016 को अमरकंटक से शुरू होगी। यात्रा का समापन 5 मई 2017 को होगा, जिसमें प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। श्री चौहान ने इस महत्वाकांक्षी यात्रा की रूप-रेखा एवं तैयारियों के संबंध में मंत्रीगण और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। साथ ही आवश्यक व्यवस्थाओं के लिये व्यापक दिशा-निर्देश दिये।

श्री चौहान ने कहा है कि इस यात्रा में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पर्यावरणविद, विशेषज्ञ, संत-महात्मा, स्वयंसेवी संगठन और आम जनता शामिल होगी। नर्मदा सेवा यात्रा पूरी तरह जन-अभियान होगी। इसमें सरकार और जन-अभियान परिषद सहयोगी के रूप में होंगे। उन्होंने कहा कि सभी मंत्री अपने-अपने प्रभार के जिलों की आयोजन समिति के अध्यक्ष होंगे। वे जिलों में यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करेंगे और आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करेंगे। यात्रा में आम जनता के साथ विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और स्वयंसेवी संगठनों के पदाधिकारी तथा प्रत्येक दिन कम से कम एक मंत्री शामिल होंगे। साथ ही हर सप्ताह कम से कम एक दिन स्वयं मुख्यमंत्री भी इस यात्रा में शामिल होंगे। जो जिले नर्मदा के तट पर नहीं आते हैं उनसे यात्राएँ चलकर इस महती यात्रा में शामिल हो सकेंगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि यात्रा को विराट स्वरूप देने तथा इसे फलदायी और आनंदमयी बनाने के हरसंभव प्रयास किये जायेंगे। इसमें आमजन एवं विभिन्न संगठनों का सहयोग लिया जायेगा। श्री चौहान ने यात्रा के प्रचार-प्रसार और सबकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये। मुख्यमंत्री द्वारा 25 नवम्बर को यात्रा के संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग की जायेगी तथा एक दिसम्बर को व्यवस्थाओं से जुड़े लोगों की बैठक भी ली जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि यात्रा के दौरान नर्मदा किनारे के गाँवों में वृक्षारोपण, हर घर में शौचालय, घाटों की साफ-सफाई, महिलाओं के लिये चेंजिंग रूम तथा किनारे के शहरों में सीवेज की व्यवस्था अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जायेगी। साथ ही तट के प्रत्येक गाँव की नर्मदा सेवा समिति भी गठित की जायेगी। बैठक में बताया गया कि यह यात्रा लगभग 3344 किलो मीटर लम्बी होगी, जो 138 दिन तक चलेगी। यात्रा में पड़ने वाले 1909 किलो मीटर आबादी क्षेत्र में पैदल यात्रा तथा शेष निर्जन क्षेत्र में वाहन यात्रा होगी। यह यात्रा माँ नर्मदा के दोनों तट पर सम्पन्न होगी। दक्षिणी तट पर 1113 किलोमीटर और उत्तरीय तट की 796 किलोमीटर यात्रा शामिल हैं।

यात्रा का शुभारंभ प्रतिदिन माँ नर्मदा की आरती के साथ किया जायेगा। इस दौरान योग प्रदर्शन तथा गीत-संगीत के कार्यक्रम भी होंगे। प्रतिदिन शाम को स्थानीय कला-मंडलियों के गीत-संगीत की प्रतियोगिताएँ भी आयोजित कर उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा। इस दौरान बीच-बीच में जन-संवाद कार्यक्रम भी किये जायेंगे जिनके माध्यम से आम जनता को पर्यावरण-संरक्षण और स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जायेगा और संकल्प भी दिलाया जायेगा।

बैठक में बताया गया कि प्रत्येक विभाग की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जा चुकी है। इस मौके पर मंत्रि-परिषद के सदस्य, मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह और विभिन्न विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।