लाखों मुस्लिम धर्मावलंबी जुटे , मौलाना साअद कांधलवी ने की दुआ
ऐ अल्लाह हमारे मुल्क और पूरी दुनिया में अमनो अमान कायम कर दे। ऐ अल्लाह हमारे मुल्क को तरक्की की राह बता। जैसे ही प्रख्यात मुस्लिम विद्वान मौलाना साअद कांधलवी ने यह दुआ की इज्तिमागाह में मौजूद लाखों मुसलमानों ने आमीन कहा। इस दुआ के बाद तीन दिनी आलमी तबलीगी इज्तिमा संपन्न हो गया। देश के सभी राज्यों और बैरू नी मुल्कों से आई जमातों के लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया। मौलाना साअद कांधलवी ने अपनी लरजती आवाज में अल्लाह की बारगाह में दुआ मांगी। उन्होंन अल्लाह से सभी के सगीरा और कबीरा गुनाहों की माफी मांगी। उन्होंने कहा ऐ अल्लाह हमें नेकी का रास्ता दिखा, हमारे कदम दीन और ईमान की राह की तरफ रुजू कर दे। हम खताकार हैं, नादान और हकीर बंदे हैं, हम भटके हुए लोग हैं, हमें रास्ता दिखा। हमारी नमाजों को कायम करवा दे। हमें दीन का दाई बना। हमसे अब तक जो भी गल्तियां और गुनाह हो गए हैं ऐ अल्लाह उन्हें मुआफ फरमा। रुंधे हुए गले से मौलाना ने खुदा के सामने हाथ फैलाए हुए कहा कि ऐ अल्लाह तू रहीम है तू करीम है तू बहुत कुदरत वाला है, हमे कुरआन शरीफ पे अमल करने वाला पक्का और सच्चा मुसलमान बना दे। हमें सबकी इज्जत और ताआव्वुन करने वाला बना। हम गुरूर, घमंड और तकब्बुर में पड़ कर तुझे भूल गए हैं, ऐ अल्लाह हमें नमाज का पाबंद बना। इधर मौलाना की दुआ गूंजती थी तो उधर लाखों बंदों की तरफ से आमीन की सदा गूंज उठती थी।
इज्तिमा के समापन के साथ ही पूरे मुल्क और कई देशों से आई जमातों की वापसी का सिलसिला शुरू हो गया। ये दो तीन दिन तक चलेगा। उधर इनमें से कई जमातें चालीस दिन से लेकर चार महीने तक के चिल्ले पर दीन की दावत के लिए निकलेंगी। इन सब जमातों का रजिस्ट्रेशन भी यहां कर लिया गया। दुआ के पहले मौलान साअद ने कहा कि मुसलमानों का काम कयामत आने तक आने वाले इंसानों को दीन की तौहीद की दावत देना है। इज्तिमा के दौरान इज्तिमा स्थल पर आने वाले तमाम रास्तों पर ट्रेफिक को कन्ट्रोल करने के लिए चार हजार से अधिक वालेंटियर लगे हुए हैं। यह सड़क किनारों पर और चौराहों पर खड़े होकर ट्रेफिक कन्ट्रोल कर रहे हैं। इन वालेंटियरों ने ट्रेफिक पुलिस को संदेश दे दिया है कि भीड़ भाड़ के समय भी जाम से कैसे बचा जा सकता है।