छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस अध्यक्ष अजीत जोगी ने आरोप लगाया है कि भाजपा के लोग अपना कालाधन गरीबों को बांटकर खपा रहे हैं। उनका आरोप है कि चिरमिरी में 500 के नोटों को पहले जलाने की कोशिश हुई। फिर कम जले नोटों को भाजपा के पूर्व विधायक व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक पटेल, उनके चचेरे भाई एनआरआई चंद्रकांत पटेल और मनेंद्रगढ़ विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने कम्बल के साथ गरीबों को बांटा। जोगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्वीट कर मामले की शिकायत की और भाजपा नेताओं पर एफआईआर कराने की मांग की। इधर जायसवाल और पटेल ने इन आरोपों को गलत बताया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजीत जोगी ने बताया कि चिरमिरी के केबी पटेल गु्रप ऑफ कॉलेज के संचालक चंद्रकांत पटेल ने 1 दिसंबर को 500 गरीबों को दीपक पटेल और विधायक जायसवाल के हाथों कम्बल बंटवाया। जोगी का आरोप है कि कम्बल में 500-500 के पुराने नोट थे, जिनका कुछ हिस्सा जला हुआ था।
कुछ स्थानीय लोगों ने जले हुए नोट के साथ गरीबों का वीडियो और फोटो ले लिया। जोगी ने उसे सोशल मीडिया में वायरल किया है, जिसमें कंबल बांटने का वीडियो है। वहीं एक बुजुर्ग को 5 सौ रुपए के जले हुए नोट के साथ ये कहते हुए दिखाया गया है कि ये नोट उसे दिया गया है।
जोगी ने कहा कि नोटबंदी के 30 दिन पूरा होने पर पूरे प्रदेश में \'नोट बिन, 30 दिन, जनता खिन्न\' आंदोलन किया जाएगा। पार्टी के लोग खाली जेब की अर्थी निकालेंगे। सबके हाथ में खाली कटोरा भी होगा।
मनेंद्रगढ़ विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा अजीत जोगी अपनी पार्टी को चर्चा में लाने के लिए लगातार राजनीतिक षड्यंत्र कर रहे हैं। गरीबों को जले हुए नोट बांटने का आरोप लगाया है, वह भी षड्यंत्र है। चिरमिरी में केवल कम्बल बांटे गए हैं। कार्यक्रम में मैं सबसे आखिरी में पहुंचा और 3-4 लोगों को कंबल वितरित किया।