मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के प्रत्येक गरीब परिवार को आवासीय पट्टा उपलब्ध करवाने के लिये कानून बनाया जायेगा। चिन्हित शहरों में दीनदयाल रसोई शुरू की जायेगी जिसमें गरीबों को पाँच रूपये में भरपेट भोजन दिया जायेगा। मुख्यमंत्री कन्या विवाह–निकाह योजना में अब कन्याओं को स्मार्ट फोन दिया जायेगा। कैशलेस लेनदेन के लिये व्यापारियों द्वारा पी.ओ.एस. मशीन खरीदने पर प्रवेश कर तथा अन्य कर नहीं लिये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज यह जानकारी यहाँ जम्बूरी मैदान पर जन-कल्याणकारी योजनाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश भर से आये हितग्राहियों को दी। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा, केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री नंदकुमार सिंह चौहान और मंत्रीमंडल के सदस्य उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार के लिये जनता ही भगवान है। केन्द्र सरकार ने गरीबों के कल्याण के लिये कई योजनाएँ शुरू की हैं। राज्य सरकार द्वारा भी गरीब कल्याण की कई योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इन योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को देने के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। जो सबसे पीछे है वह सरकार की प्राथमिकता में सबसे पहले है। राज्य सरकार एकात्म मानववाद की पक्षधर है। संसाधनों पर सभी का बराबर हक है। विकास का लाभ गरीब तक पहुँचना चाहिये। आजादी के बाद अमीरी और गरीबी के बीच की खाई लगातार बढ़ती रही है। इसके पीछे भ्रष्टाचार और काला धन मुख्य कारण है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भ्रष्टाचार, कालाधन और आतंकवाद को समाप्त करने के लिये नोटबंदी का फैसला लिया है। उनके इस फैसले के साथ पूरा देश खड़ा है।
कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा
श्री चौहान ने कहा कि संपूर्ण मध्यप्रदेश कैशलेस लेनदेन की ओर बढ़ेगा। काले धन की व्यवस्था को समाप्त करने लिये कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा दिया जा रहा है। सबसे पहले सभी मंत्री और विधायक इसका प्रशिक्षण लेंगे और बाद में व्यापारियों और जनता को सिखायेंगे। इस व्यवस्था से कर की चोरी रुकेगी और गरीबों के विकास के लिये ज्यादा राशि उपलब्ध होगी। किसानों को फसल बीमा योजना में 4 हजार 400 करोड़ रूपये वितरित किये जायेंगे। गरीब परिवारों को आवासीय पट्टा उपलब्ध करवाने के लिये सर्वे कार्य प्रारंभ किया जायेगा तथा विधानसभा के बजट सत्र में कानून बनाया जायेगा। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों को मकान बनाने के लिये सहायता दी जायेगी।
गरीबों को चिकित्सा के लिये 2 लाख तक की सहायता
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों को चिकित्सा के लिये 2 लाख रूपये तक की राशि उपलब्ध करवायी जायेगी। हर वर्ष साढ़े सात लाख युवाओं को स्व-रोजगार के लिये प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता दी जायेगी। निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की रहने की व्यवस्था संबंधित निर्माण एजेन्सी को करना होगी। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना में नये तीर्थ स्थान गंगासागर, कामाख्या देवी, गिरनार जी, पटना साहिब और मध्यप्रदेश के तीर्थ स्थान जोड़े जायेंगे। प्रदेश की 63 कृषि उपज मंडी को राष्ट्रीय कृषि उपज मंडी से जोड़ा जायेगा। प्रदेश के 313 विकासखण्ड मे मिट्टी परीक्षण प्रयोग शाला शुरू की जायेगी। कृषि कार्य के दौरान किसान की मृत्यु होने पर 4 लाख रूपये की सहायता राशि तथा मजदूरी करते हुए मृत्यु होने पर 4 लाख रूपये की सहायता दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने ऐसे हितग्राहियों को, जो ई-रिक्शा, ई-लोडर स्व-रोजगार के लिये खरीदना चाहते हैं, उन्हें 2 लाख रुपये तक की कार्य-योजना स्वीकृत की जायेगी। इसमें 20 प्रतिशत अर्थात 40 हजार रुपये की मार्जिन मनी-सह-अनुदान शासन द्वारा दी जायेगी। जिन लोगों ने पूर्व में साइकिल रिक्शा एवं हाथ ठेला लिया, वे अगर उसमें तकनीकी परिवर्तन करवाते हैं तो उन्हें एक लाख रुपये तक की योजना लागत स्वीकृत की जायेगी। तेंदुपत्ता संग्राहकों के प्रतिभाशाली बच्चों को छात्रवृत्ति दी जायेगी। उन्होंने कार्यक्रम में हर ग्राम के हर घर में शौचालय बनाने, बच्चों को स्कूल भेजने, पेड़ लगाने और नशामुक्त गाँव बनाने का संकल्प दिलवाया।
जन-कल्याण के लिये बनाई गई योजनाओं के हितग्राहियों को लाभान्वित करना और उन्हें अन्य योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रशिक्षित करने की यह अनूठी पहल थी। इस अवसर पर विशाल जनसमुदाय के सामने जन-कल्याण योजनाओं का प्रस्तुतिकरण हुआ और उन्हें इन योजनाओं से लाभ लेने के तरीके बताये गये। प्रत्येक योजना की प्रस्तुति के बाद प्रतीक स्वरूप उस योजना से लाभान्वितों को मंच पर बुलाकर लाभान्वित किया गया।
मुख्यमंत्री ने जन-कल्याण के 11 वर्ष पूरे होने पर वीडियो फिल्म का लोकार्पण किया। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की मार्गदर्शी पुस्तिका का विमोचन किया।
इन योजनाओं में मुख्य रूप से लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह और निकाह योजना प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, गाँव की बेटी योजना, प्रतिभा किरण योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री शहरी आवास मिशन, शहरी गरीबों की योजनाएँ, मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर प्रस्तुतिकरण हुए और प्रदेश के कोने-कोने से आये संभावित हितग्राहियों को योजनाओं से लाभ लेने का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही प्रत्येक योजना के पाँच-पाँच हितग्राहियों को लाभान्वित भी किया गया। इससे हितग्राही बड़े प्रसन्न थे।
प्रशिक्षण सत्र के पहले प्रख्यात गायिका सुश्री अलका याज्ञनिक ने सांगीतिक प्रस्तुतियाँ दी। भोपाल जिले के प्रभारी पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पूरे प्रदेश से बड़ी संख्या में हितग्राही उपस्थित थे।