मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज हनुवंतिया में सूर्योदय का नजारा देखा। अलसुबह हनुवंतिया बोट क्लब पर पहुँचकर श्री चौहान ने विपुल जलराशि से निकलने वाली लहरों का आनंद उठाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुवंतिया में भरे अथाह जल से उत्पन्न लहरें मन को रोमांचित और आनंदित कर देती हैं। यहाँ आकर समुद्र तट का आभास होता है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लगभग आधा घण्टा बोट क्लब पर बिताया। इस मौके पर उपस्थित स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने स्वयं मुख्यमंत्री जी के छायाचित्र लिये। अत्यंत प्रफुल्लित श्री चौहान ने यहाँ फोटोग्राफर को भी पोज़ दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान, क्षेत्रीय विधायक श्री लोकेन्द्र सिंह मुख्यमंत्री के सचिव एवं एम.डी. पर्यटन विकास निगम श्री हरि रंजन राव सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी, जन-प्रतिनिधि एवं पर्यटन निगम के अधिकारी मौजूद थे। अत्यंत खुशनुमा मौसम, गुलाबी सर्दी और तेज हवाओं के बीच हनुवंतिया टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स परिसर का भ्रमण भी किया। बाद में श्री चौहान हेलीकॉप्टर से भोपाल के लिये रवाना हुए।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हनुवंतिया क्षेत्र में जल पर्यटन के विकास के लिये एक व्यापक मास्टर प्लान और भी बनाया जाएगा जिसमें ओंकारेश्वर सहित धाराजी, सैलानी आदि को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसे ‘मध्यद्वीप’ नाम दिया जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि चार नोडल प्वाइंट को मिलाकर मास्टर प्लान बनेगा। हनुवंतिया में प्रस्तावित एक्वासिटी और जलाशय को जोड़कर विकास कार्य होगा और हनुवंतिया एडवेंचर टूरिज्म का अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र बनेगा।
श्री चौहान ने हनुवंतिया का जिक्र करते हुए कहा कि यह उनका स्वयं का क्रिएशन और ब्रेन चाइल्ड है। इससे उनका मोह जुड़ा है। शासन के पूरे प्रयास होंगे कि हनुवंतिया अंतर्राष्ट्रीय नक्शे पर आए। उन्होंने हाउसबोट का जिक्र करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में हाउस बोट चलने की परिकल्पना आज साकार रूप ले रही है। अब सैलानी यहाँ रात में भी पानी में सैर कर सकेंगे और रुक सकेंगे। यहाँ का शांत वातावरण हरेक व्यक्ति को सु:खद अनुभूति देता है। श्री चौहान ने कहा कि दैनंदिन की व्यस्त दिनचर्या से समय निकालकर व्यक्ति को सुकून के कुछ पल यहाँ जरूर बिताना चाहिए। इसके लिये हनुवंतिया जैसे स्थान सबसे उपयुक्त है। श्री चौहान ने लोगों से कहा कि यंत्रवत जीवन न जियें और अपनी दिनचर्या में से अपने परिवार के साथ भी पर्यटन का आनंद लें। उन्होंने मनुष्य जीवन में आनंद के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि आनंद की प्रतीति भीतर से उत्पन्न होती है। जीवन में उल्लास, उमंग और उत्साह का खास स्थान है। शासन के प्रयास हैं कि प्रदेश की जनता के जीवन में सुख और आनंद बढ़े। इसके लिये शासन ने आनंद विभाग का अलग से गठन भी किया है। उन्होंने लोगों का आहृवान किया कि खुद भी आनंद उठाएँ और दूसरों के जीवन में खुशियाँ लाएँ।
हनुवंतिया का उल्लेख करते हुए श्री चौहान ने कहा कि यहाँ महिंद्रा हॉलिडे होम जैसी कंपनी हमारे साथ सहभागी के रूप में भूमिका निभाने जा रही है। हनुवंतिया के मास्टर प्लान से पूरा इलाका और यहाँ तक कि वन क्षेत्र भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा। श्री चौहान ने कहा कि पिछले एक साल में हनुवंतिया के विकास से आस-पास की जमीनों के भाव में इजाफा हुआ है। हमारा प्रयास हैं कि आमदनी बढ़े और रोजगार के नए-नए साधन उत्पन्न हों। इस दृष्टि से पर्यटन सर्वाधिक रोजगार वाला क्षेत्र है।
श्री चौहान ने कहा कि उन्होंने अपने सिंगापुर प्रवास के दौरान सेंटोसा में इसी तरह जल-पर्यटन का केन्द्र देखा था। तभी से उन्होंने एक सपना देखा था जो हनुवंतिया के जरिये पूरा हो रहा है। सेंटोसा से ज्यादा सौन्दर्य हनुवंतिया में बिखरा पड़ा है। लगभग 950 वर्ग किलोमीटर में इसका फैलाव है। उन्होंने कहा कि उनके सपने को साकार करने में मध्यप्रदेश पर्यटन की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री चौहान ने आहृवान किया कि हम सब मिलकर मध्यप्रदेश को पर्यटन के क्षेत्र में बुलंदियों तक पहुँचाएँ।
पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा ने कहा कि हनुवंतिया के साथ अब गाँधी सागर, बाँण सागर, तवा आदि स्थानों पर भी जल-पर्यटन का विकास होगा। मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश में पर्यटन केबिनेट पृथक से बनाई गई तथा नई पर्यटन नीति निवेशकों के अनुकूल तैयार कर घोषित की गई है। प्रदेश में 300 मार्ग सुविधा केन्द्र बनाए जाएँगे जिनमें से 57 का निर्माण हो चुका है। पिछले साल प्रदेश में लगभग 8 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुँचे। इसे देखते हुए पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। श्री पटवा ने कहा कि प्रदेश को विकास में नंबर एक बनाने के लिये सभी मिल-जुलकर मुख्यमंत्री श्री चौहान के मार्गदर्शन में काम करेंगे।
पर्यटन निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने कहा कि आज का दिन इतिहास में दर्ज होगा जब प्रदेश को हाउसबोट की सौगात मिलने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस साल जल-महोत्सव में हमारे देश के साथ लगभग 40 से अधिक देश के पर्यटकों के आने की संभावना है। श्री भौमिक ने कहा कि मध्यप्रदेश में यदि कहीं समुद्र जैसा नजारा है, तो वह हनुवंतिया में है। एक साल में ही हनुवंतिया ने देश-विदेश में अपनी जगह बना ली है।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान सहित अतिथियों ने दीप जलाकर द्वितीय जल-महोत्सव का शुभारंभ किया। निमाड़ी लोक कलाकारों के दल ने गणगौर नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष श्री तपन भौमिक तथा सचिव पर्यटन एवं राज्य पर्यटन विकास निगम के एम.डी. श्री हरि रंजन राव ने किया। श्री राव ने हनुवंतिया के मास्टर प्लान के महत्वपूर्ण बिन्दुओं से अवगत करवाया।