नर्मदा तट की शराब दुकानों की ठेके नीलाम नहीं होंगे
shivraj singh ramnagar

 

 
 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मण्डला के रामनगर में यात्रा को किया सम्बोधित 
मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि माँ नर्मदा के किनारे बसे गाँवों में आगामी वर्षो से शराब का ठेका नीलाम नहीं होगा। नर्मदा के किनारे के गाँवों के लोगों को संकल्प दिलाकर नशामुक्त करने का प्रयास किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान मण्डला के रामनगर में \'नमामि देवि नर्मदे\'\' सेवा यात्रा को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि स्व-सहायता समूहों के जरिये महिलाओं को सशक्त बनाया जायेगा। उन्होंने ग्रामीणों से बेटियों की शिक्षा पर पूरा ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ धर्मगुरूओं के नेतृत्व में मॉ नर्मदा की संध्या आरती एवं स्तुति भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक के पहाड़ों पर खनन प्रतिबंधित कर दिया जायेगा। उन्होंने नर्मदा जल को स्वच्छ रखने का संदेश देते हुए नर्मदा तट के प्रत्येक गाँव के हर घर में शौचालय का निर्माण करने को कहा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले की 44 ग्राम पंचायत को खुले में शौच से मुक्त घोषित किये जाने, जिला पंचायत को आई.एस.ओ. घोषित होने का प्रमाण-पत्र एवं प्रधानमंत्री जन-धन योजना की बीमा राशि के चेक भी संबंधितों को वितरित किये। श्री चौहान ने जैविक खेती अपनाने वाले किसानों को पंजीयन प्रमाण-पत्र भी दिये।वन मंत्री श्री गौरीशंकर शेजवार ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान साधु-संतों द्वारा दिये जा रहे पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण के संदेश पर अमल प्रारंभ हो गया है। नर्मदा के मंत्र यात्रा के नारे बन चुके हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने कहा कि यात्रा के जरिये मुख्यमंत्री ने पर्यावरण एवं नदी संरक्षण का अभूतपूर्व कार्य किया है। जिला प्रभारी मंत्री श्री संजय-सत्येन्द्र पाठक ने प्रदेश में संचालित जन-कल्याण योजनाओं के बारे में बताया। साध्वी प्रज्ञा भारती ने कहा कि नर्मदा की जय बोलने के साथ ही इसके संरक्षण के लिए भी काम करना होगा। संत श्री भैया जी सरकार ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा देश एवं दुनिया को जल-संरक्षण का संदेश दे रही है। विभिन्न जाति एवं धर्म समुदाय में बँटा हुआ समाज आज नर्मदा के संरक्षण के लिए यात्रा कर रहा है।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री और उपस्थित जन-प्रतिनिधियों ने माँ नर्मदा का पूजन-अर्चन किया। उपस्थित धर्मगुरूओं एवं साधु-संतों का शाल-श्रीफल से सम्मान किया गया।