राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को परमाणु क्षमता से लैस अंतर महाद्वीपीय मिसाइल अग्नि-पांच के सफल परीक्षण के लिए बधाई दी और कहा कि इससे भारत की सामरिक प्रतिरक्षा में जबरदस्त इजाफा होगा।
ओड़िशा अपतटीय क्षेत्र में स्थित अब्दुल कलाम द्वीप से भारत की सर्वाधिक घातक मिसाइल के परीक्षण के बाद मुखर्जी ने ट्वीट किया कि अग्नि पांच के सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ को बधाई। इससे हमारी सामरिक और प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होगा। प्रधानमंत्री ने इसका श्रेय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और यहां के वैज्ञानिकों की मेहनत को दिया।
उन्होंने कहा कि अग्नि पांच के सफल परीक्षण ने हर भारतीय का सिर गर्व से उंचा कर दिया। इससे हमारी सामरिक प्रतिरक्षा में जबरदस्त इजाफा होगा। यह इस मिसाइल के विकास से जुड़ा चौथा और कैनिस्टर प्रकार का दूसरा परीक्षण था। यह मिसाइल 5,000 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।