परेशान किसानों ने टमाटर सड़कों पर फेंका
टमाटर  सड़क पर

धमधा क्षेत्र के किसानों ने  सैकड़ों कैरेट टमाटर को सड़क पर फेंककर नोटबंदी के खिलाफ प्रदर्शन किया। किसानों में इतना जर्बरदस्त आक्रोश था कि सड़क पर ट्रैक्टर को लाइन से खड़ी कर नारे बाजी के साथ सड़क पर टमाटर गिरा दिए। इस दौरान 45 से अधिक टैक्टर में लाए टमाटर सड़क पर डाल दिए गए।

प्रदर्शन कर रहे किसान कांग्रेस व किसानों ने कहा कि धमधा क्षेत्र पूरे प्रदेश में टमाटर उत्पादन में आग्रणी माना जाता है। लाखों रुपए खर्च कर क्षेत्र में किसान हजारों हेक्टेयर में टमाटर का उत्पादन करते हैं। यहां का टमाटर देश के महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, उड़िसा, आन्ध्रप्रदेश, दिल्ली सहित कई राज्यों में जाता है। वहीं देश में 08 नवंबर से नोटबंदी के पश्चात अन्य राज्यों से आने वाली गाड़िया लगभग बंद हो गई है।

यहीं से टमाटर की कीमतों में भारी कमी आने लगी है। आज हालात यह है कि 25 किलो का कैरेट 25 रुपए में भी नहीं बिक रहा है। उत्पादन लागत तो दूर किसानों को तुड़ाई खर्च भी निकलना मुश्किल हो रहा है। एैसे में किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। आर्थिक व मानसिक परेशानी से जुझ रहे किसानों के सामने बैंक सहित अन्य कर्ज को चुकाने में दिक्कतें आ रही है। नगर में आज ब्लाक कांग्रेस और किसान कांग्रेस के सयुंक्त पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे के नेतृत्व में सर्वप्रथम विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए रविन्द्र चौबे ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की सरकार के नोट बंदी की वजह से पूरे देश का किसान बर्बादी की कगार पर खड़ा है। कुछ पुंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश से लिया गया नोटबंदी का निर्णय पूरे देश को तबाह कर दिया है। किसान, मजदूर, व्यापारी, गरीब सहित सभी वर्गो की कमर टूट गई। देश की आर्थिक हालात बदतर हो गई है।

उन्होंने मोदी सहित रमन सरकार की भी तीखी आलोचना की। सभा को पूर्व अध्यक्ष राजीव गुप्ता, किसान नेता, संतोष राणा, डॉ. नजीर कुरैशी, शिव वर्मा, किसान कांग्रेस ललित सोनकर, सरपंच दालू साहू, केशव वैष्णव, श्रीकांत शर्मा, बलराम वर्मा ने भी सभा को भी संबोधित किया।