भिलाई में नोटबंदी के दौरान न सिर्फ आम लोग बल्कि खास भी परेशान हुए। पंडवानी गायिका पद्मभूषण तीजन बाई को तो नगदी के लिए अपने जेवर तक गिरवी रखने पड़े। उन्हें बदले में रुपए तो मिल गए, लेकिन वे धोखाधड़ी की शिकार हो गईं।
ऐसा सुनार ने नहीं बल्कि खुद उनके सचिव ने किया, जिसे भरोसे के साथ गहने गिरवी रखने भेजा था। तीजन बाई जब जेवर छुड़ाने ज्वेलरी दुकान पहुंचीं तब उन्हें पता चला कि सचिव ने गिरवी से मिले 67 हजार में से 17 हजार रुपए खुद रख लिए थे। इस पर उन्होंने भट्ठी थाने पहुंचकर मामले की शिकायत की।
तीजन बाई का सचिव जामुल निवासी मनहरण सार्वा उनके यहां सालों से हिसाब-किताब देख रहा है। उन्होंने नोटबंदी के दौरान बैंक से रुपए मिलने की दिक्कत के चलते 19 नवंबर को मनहरण को अपनी ढाई तोले की सोने की चेन गिरवी रखकर 50 हजार रुपए लाने कहा था। मनहरण ने पावर हाउस की एक ज्वेलरी दुकान में चेन को 67 हजार रुपए में गिरवी रखा, लेकिन तीजन बाई को 50 हजार रुपए ही दिए।
4 दिन पहले तीजन चेन छुड़ाने पहुंचीं तब सच्चाई का पता चला। उन्होंने मनहरण से पूछा, लेकिन वह मुकर गया। टीआई सुरेन्द्र स्वर्णकार ने बताया कि शिकायत पर जांच शुरू कर दी है। तीजन ने बयान दिया है कि पहले भी वह हेराफेरी कर चुका है, लेकिन कम राशि होने के कारण उन्होंने शिकायत नहीं की थी।