केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रदेश में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान की तारीफ की है। छत्तीसगढ़ पुलिस और अर्धसैनिक बलों के आला अधिकारियों की लगभग एक घंटे चली बैठक में राजनाथ ने कहा कि वर्ष 2016 में पूरे साल पुलिस ने माओवादियों पर लीड की है। छत्तीसगढ़ पुलिस और अर्धसैनिक बल सामंजस्य के साथ बेहतर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र ने भी भरपूर मदद की और छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने दायित्वों को बेहतर ढंग से निभाया। केंद्रीय गृहमंत्री ने नक्सल मोर्चे पर निपटने के लिए 50 फोर्टिफाइड थाना खोलने, प्रभावित इलाकों में 35 नये मोबाइल टावर और 850 किलोमीटर नई सड़कों की मंजूरी की घोषणा की।
मुख्यमंत्री निवास पर पत्रकारों से चर्चा में राजनाथ ने कहा कि प्रदेश में बस्तर बटालियन का गठन गौरव का विषय है। नक्सल मोर्चे के लिए आईटीबीपी की 5 बटालियन छत्तीसगढ़ को मिला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जवानों का विशेष प्रशिक्षण कराया गया है। प्रशिक्षण के बाद जवानों ने जिस जोश के साथ अभियान चलाया, यह गेम चेंजर रहा।
उन्होंने बताया कि डीआरजी के 1655 जवानों को पांच बैच में वारंगटे मिजोरम में प्रशिक्षण दिया गया। 350 जवानों का प्रशिक्षण अभी चल रहा है। इससे जवानों में आत्मविश्वास बढ़ा है। राजनाथ ने कहा कि सुरक्षा बलों की निगरानी में रेल कनेक्टिविटी, रोड कनेक्टिविटी का बड़ा काम पूरा हुआ है।
गृहमंत्री से जब बस्तर में जवानों द्वारा हुए आदिवासियों के साथ गैंगरेप मामले में सरकार को मिले एनएचआरसी की नोटिस को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। बाद में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है। वहीं बीएएसएफ के जवान के सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करने के मामले में गृहमंत्री ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए गए।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर राजनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में भी हमने चीफ मिनिस्टर प्रोजेक्ट नहीं किया था। सरकार बनने के बाद डॉ रमन सिंह को जिम्मा सौंपा था, उसी तरह उत्तर प्रदेश में भी चुनाव जीतने के बाद सीएम तय किया जाएगा।