लखनऊ में आरसएएस प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य द्वारा आरक्षण को लेकर दिए बयान पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। शनिवार को एक प्रेस कॉंफ्रेंस में बसपा प्रमुख ने कहा कि वैद्य के बयान से साफ हो गया है कि संघ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जैसे उसके समर्थक संगठनों का नजरिया आरक्षण विरोधी है। आरक्षण संवैधानिक अधिकार है और आरएसएस इसे नहीं छीन सकती। अगर ऐसा हुआ तो भाजपा राजनीति भूल जाएगी।
कॉन्फ्रेंस के दौरान मायावती ने भाजपा और एसपी को निशाना बनाते हुए कहा, सपा के पांच और केंद्र सरकार में नरेंद्र मोदी की ढाई वर्षों की सरकार के दौरान प्रदेश में दलित, पिछलों और जनता में जो नाराजगी है वो किसी से छिपा नहीं है। ऐसे में बीजेपी अपने किसी भी चेहरे को मुख्यमंत्री पद के लिए उतारने की हिम्मत नहीं कर पाई है।
वहीं उन्होंने अखिलेश के चेहरे को भी दागी चेहरा बताया। उन्होंने कहा कि ऐसा दागी चेहरा जो अराजकता, गुंडागर्दी नहीं रोक पाया क्या जनता ऐसे चेहरे को वोट देगी। या फिर अराजक और सम्प्रदायिक राज्य को खत्म करने वाली बसपा को वोट देगी।
मायावती ने मुजफ्फरनगर दंगे, दादरी घटना, मथुराकांड का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पुत्रमोह में मुलायम सिंह ने अपने भाई शिवपाल को भी बलि का बकरा बना दिया।मायावती ने कहा, सपा में सोचा समझा नाटक चला है। उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस को गठबंधन के ऐसे दागी चेहरे की ही तलाश थी। कांग्रेस ने गठबंधन के लिए अखिलेश जैसे दागी चेहरे के सामने पूरी तरह से घुटने टेक दिए।