ग्रामीणों ने नर्मदा नदी के संरक्षण का लिया संकल्प
 नर्मदा  संरक्षण

 

 \'नमामि देवि नर्मदे\'\'-सेवा यात्रा के दूसरे दिन हरदा जिले में टिमरनी ब्लाक के छीपानेर से सेवा यात्रा शुरू हुई। शुरूआत में छीपानेर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने नर्मदा कलश की पूजा-अर्चना की। महिलाओं ने सिर पर कलश रख कर यात्रा में सहभागिता की। ग्रामीणों को नर्मदा नदी के संरक्षण और पानी को प्रदूषण से बचाने के लिए संकल्प दिलवाया गया। जन-संवाद में ग्रामीणों ने नर्मदा नदी के किनारों पर पक्के घाट निर्माण की माँग रखी।

छीपानेर से नर्मदा सेवा यात्रा चिचोट और लछौरा होती हुई शमशाबाद पहुँची। शमशाबाद में ग्राम की महिलाओं ने सिर पर कलश रख कर सेवा यात्रा का स्वागत किया। ग्रामीणों ने नर्मदा नदी के किनारे फलदार पौधों का रोपण किया। यात्रा में साथ चल रहे स्थानीय जन-प्रतिनिधियों ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा एक जन-आंदोलन बन गई है। उन्होंने कहा कि हरदा जिला नर्मदा नदी के किनारे होने से खेती-किसानी के मामले में अग्रणी जिला माना जाता है। नर्मदा माँ की कृपा से यहाँ किसान समृद्ध है। हम सबका दायित्व है कि नर्मदा नदी में पानी अविरल बहता रहे इसके लिए हम सब ग्रामीण जन-भागीदारी के साथ बड़ी संख्या में फलदार वृक्ष लगाये।

युगों-युगों से देखा है नर्मदा जीवन-रेखा है

विधायक श्री संजय शाह ने ग्राम जालोदा के प्राचीन राम जानकी मंदिर में ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नर्मदा नदी युगों-युगों से हमारे जिले के कई ग्रामों से बहती हुई आगे निकल जाती है। हम सब की लापरवाही से दिन-प्रतिदिन नर्मदा नदी का पानी प्रदूषित होता जा रहा है। नर्मदा नदी के घाट पानी की कमी की वजह से सिकुड़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा की शुरूआत कर एक ऐतिहासिक पहल की है। यात्रा का मकसद तभी पूरा होगा जब हम एकजुट होकर नदी के संरक्षण के प्रभावी प्रयास करेंगे। राज्य सरकार नर्मदा नदी के किनारे के गाँव में धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए विशेष कार्य-योजना बना रही है। विधायक ने रामजानकी मंदिर में ग्रामीणों को नदी संरक्षण का संकल्प दिलाया।

दरगाह समिति ने किया यात्रा का अभिनंदन

दरगाह समिति के पदाधिकारियों ने सेवा यात्रा का अभिनंदन किया और कहा कि नर्मदा को धर्म विशेष से जोड़कर देखना ठीक नहीं है। नर्मदा बगैर भेदभाव के सभी के खेतों पर पानी पहुँचाती है। उन्होंने भी नर्मदा नदी के संरक्षण का संकल्प दोहराया। जलौदा में सुबह से नर्मदा सेवा यात्रा का इंतजार कर रहे निःशक्त रामगोपाल केवट ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की यह अच्छी पहल है।